हैप्पी हिप्पो और मोंटी गैंडा ग्रीन फौरेस्ट के लिए अपनी पहली हवाई उड़ान को ले कर बहुत उत्साहित थे. वे हवाई यात्रा के लिए आश्चर्यचकित थे, क्योंकि उन्होंने दूसरों को इस बारे में अपने अच्छेबुरे अनुभवों को साझा करते हुए सुन रखा था.
हैप्पी ने चिंतित हो कर कहा, "मुझे उम्मीद है कि हमें एक अनुभवी पायलट दिया गया होगा."
ठीक उसी समय हैप्पी की भतीजी हौली कमरे में आई.
जोर से चिल्लाते हुए हौली ने कहा, “अंदाजा लगाओ तो जानें? मैं ने अपनी पायलट की ट्रेनिंग पूरी कर ली है. हुर्रे, मैं कल सुबह पहली बार हवाई जहाज उड़ाने वाली हूं."
“बहुतबहुत बधाई,” हैप्पी और मोंटी ने उसे शुभकामनाएं दीं.
"मुझे वास्तव में तुम पर बहुत गर्व है," हैप्पी ने कहा, “तुम हमारे परिवार की पहली महिला हो जो पायलट बनी हो.”
हौली का चेहरा दमक उठा.
हैप्पी बोली, "वैसे मैं और मोंटी भी कल सुबह ग्रीन फौरेस्ट के लिए हवाई जहाज से अपनी पहली उड़ान भर रहे हैं."
"ओहो, काश, मुझे उस विमान को उड़ाने का काम सौंपा गया होता. इस के बजाय मुझे कल एक और विमान उड़ाना है, मुझे इस का खेद है,” हौली ने निराशा से कहा.
अफसोस जताते हुए हैप्पी कुटिलता से मुसकराई.
हौली के जाने के बाद हैप्पी ने मोंटी को गले लगाया और खुशी से ठहाके लगा कर उसी समय बाहर ले कर चला गया.
मोंटी की हैरानी भरी प्रतिक्रिया को देख कर हैप्पी हंसते हुए चहका और विस्तार से बताने लगा, “क्या तुम ने देखा नहीं? हम सुरक्षित बच गए. हौली हमारे विमान की पायलट नहीं बनने जा रही है. सच कहूं तो मुझे उस पर विश्वास ही नहीं है कि वह एक खिलौना विमान भी ठीक से उड़ा सकेगी. खैर, हम उस बच्ची को ऐसा कह कर दुखी नहीं कर सकते थे, लेकिन हम कर भी क्या सकते हैं.”
मोंटी ने उस की हां में हां मिलाई.
अगली सुबह लाखों तरह की छानबीन और पूछताछ करने के बाद दोनों अपने विमान में सवार हुए.
बाद में जब सभी अपनीअपनी सीट पर बैठ गया तो एक फ्लाइट अटेंडेंट ने उन्हें सुरक्षा के कुछ नियम समझाए.
घबराए हुए हैप्पी ने पूछा, "वह यह सब बातें क्यों समझा रही हो? क्या कुछ घटित होने की उम्मीद की जा रही है?”
डरा मोंटी अपने गले का थूक गटकने लगा.
Diese Geschichte stammt aus der August First 2022-Ausgabe von Champak - Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent ? Anmelden
Diese Geschichte stammt aus der August First 2022-Ausgabe von Champak - Hindi.
Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.
Bereits Abonnent? Anmelden
नौर्थ पोल की सैर
\"अंतरा, तुम कई घंटों से क्रिसमस ट्री सजा रही हो, क्या तुम थकी नहीं,\" मां ने किचन में काम निबटाने के बाद कहा...
जलेबी उत्सव
चंपकवन के राजा शेरसिंह को कार चलाने का बड़ा शौक था. जाड़े की एक शाम को वह अकेले ही लंबी ड्राइव पर निकल पड़ा...
मिशन सांता क्लौज
यह एक ठंडी, बर्फीली रात थी और शिमला की सभी सड़कें रोशनी में जगमगा रही थीं. करण, परी और समीर क्रिसमस मनाने के लिए उत्साहित थे. हर साल की तरह वे क्रिसमस के मौके पर समीर के घर सोने जा रहे थे, लेकिन इस साल उन्होंने क्रिसमस की पूर्व संध्या पर एक अतिरिक्त कार्यक्रम की योजना बनाई थी...
अनोखा क्रिसमस
\"क्या तुम्हें मालूम है कि क्रिसमस आ ही वाला है?\" ब्राउनी सियार ने अपने दोस्त ब्रूटस भेड़िया से झल्लाते हुए पूछा...
उड़ने वाली बेपहिया गाडी
दिसंबर की शुरुआती ठंडी धुंध भरी सुबह थी और डैनियल भालू अपने मित्र हौपी खरगोश से मिलने गया हुआ था...
औपरेशन चौकलेट कुकीज
\"क्या सैंटा इस बार क्रिसमस की पूर्व संध्या पर तुम्हारे घर आएगा?\" निशा ने जूली से पूछा...
रिटर्न गिफ्ट
\"डिंगो, बहुत दिन से हम ने कोई अच्छी पार्टी नहीं की है. कुछ करो दोस्त,\" गोल्डी लकड़बग्घा बोला.
चांद पर जाना
होशियारपुर के जंगल में डब्बू नाम का एक शरारती भालू रहता था. वह कभीकभी शहर आता था, जहां वह चाय की दुकान पर टीवी पर समाचार या रेस्तरां में देशदुनिया के बारे में बातचीत सुनता था. इस तरह वह अधिक जान कर और होशियार हो गया. वह स्वादिष्ठ भोजन का स्वाद भी लेता था, क्योंकि बच्चे उसे देख कर खुश होते थे और अपनी थाली से उसे खाना देते थे. डब्बू उन के बीच बैठता और उन के मासूम, क 'चतुर विचारों को अपना लेता.
चाय और छिपकली
पार्थ के पापा को चाय बहुत पसंद थी और वे दिन भर कई कप चाय पीने का मजा लेते थे. पार्थ की मां चाय नहीं पीती थीं. जब भी उस के पापा चाय पीते थे, उन के चेहरे पर अलग खुशी दिखाई देती थी.
शेरा ने बुरी आदत छोड़ी
दिसंबर का महीना था और चंदनवन में ठंड का मौसम था. प्रधानमंत्री शेरा ने देखा कि उन की आलीशान मखमली रजाई गीले तहखाने में रखे जाने के कारण उस पर फफूंद जम गई है. उन्होंने अपने सहायक बेनी भालू को बुलाया और कहा, \"इस रजाई को धूप में डाल दो. उस के बाद, तुम में उसके इसे अपने पास रख सकते हो. मैं ने जंबू जिराफ को अपने लिए एक नई रजाई डिजाइन करने के लिए बुलाया है. उस की रजाइयों की बहुत डिमांड है.\"