सर्दियां आ चुकी थीं, लेकिन जोजो सियार साधारण कपड़े पहन कर स्कूल पहुंच गया. सभी जानवरों ने कुछ न कुछ गरम कपड़े पहन रखे थे. जोजो को सामान्य कपड़ों में देख कर टीचर का माथा घूम गया और उन्होंने पूछा, “जोजो, क्या तुम्हें ठंड नहीं लग रही है?"
जोजो ने ठिठुरते हुए कहा, “सर, मुझे ठंड तो बहुत लग रही है, लेकिन मैं क्या करूं?”
टीचर ने कहा, "तुम्हें यह नहीं पता कि सर्दियों में गरम कपड़े पहनने चाहिए?”
जोजो ने शरमाते हुए कहा, "हां, मुझे पता तो है, लेकिन मैं भूल गया. मैं कल जरूर गरम कपड़े पहन कर आऊंगा."
घर आ कर जोजो गरम कपड़ों के बारे में सोचने लगा, 'आखिर गरम कपड़े क्या होते हैं? क्या सामान्य कपड़ों को गरम करने से वे गरम कपड़े हो जाते हैं?”
पिछले साल तक तो मां ही जोजो के कपड़ों का खयाल रखती थीं, लेकिन मां ने इस साल साफ कह दिया, “जोजो, अब तुम बड़े हो गए हो. इस साल से तुम्हें अपने कपड़ों का खयाल खुद रखना होगा.”
Diese Geschichte stammt aus der December First 2022-Ausgabe von Champak - Hindi.
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