“अब तो हम नई क्लास में आ चुके हैं. बहुत मजा आएगा. खूब मस्ती होगी,” जंपी ने उत्साह से कहा.
“तुम ठीक कहते हो, लेकिन हमें पढ़ना भी तो पहले से ज्यादा होगा, ” ब्लैकी बोला.
जंपी ने हंसते हुए कहा, “पढ़ाई तो मेरे बाएं हाथ का खेल है. वह तो होती रहेगी. देखा नहीं, इस बार मैं ने कक्षा में टौप किया है.
“पढ़ना जरूरी है. तभी तो इस बार भी टौप करोगे,” ब्लैकी बोला.
“तुम मुझे उपदेश मत दो. मैं जानता हूं कि मुझे क्या करना है,” जंपी ने कहा.
"ठीक है, अब से मैं कुछ नहीं बोलूंगा,” ब्लैकी यह कह कर वहां से चला गया.
नई क्लास में जाने के बाद जंपी का ध्यान पढ़ाई में कम हो गया. वह खेलकूद में ज्यादा समय लगा रहा था. उसे लगता था कि वह क्लास का टौपर रहा है तो नई क्लास में भी टौप करेगा. उसे ज्यादा पढ़ने की जरूरत ही नहीं है.
“जंपी, आजकल तुम पढ़ाई पर कम ध्यान दे रहे हो. यह ठीक नहीं है. खेलना ठीक है, लेकिन उस का भी समय होता है. तुम तो हर समय खेलने में ही लगे रहते हो. ऐसे तो तुम पढ़ाई में पिछड़ जाओगे," मम्मी ने जंपी को समझाते हुए कहा.
“आप टेंशन मत लो मां. मैं इस बार भी टौप करूंगा, ” जंपी ने आत्मविश्वास के साथ कहा.
“बिना पढ़ाई के कोई टौप नहीं करता. तुम्हें इस के लिए पढ़ना पड़ेगा. पढ़ाई को ज्यादा समय देना पड़ेगा,” मम्मी ने समझाया.
Diese Geschichte stammt aus der July First 2023-Ausgabe von Champak - Hindi.
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