अनुवाद, अनिरुद्ध और मामोनी
Champak - Hindi|January First 2024
आप कैसा महसूस करते हैं, जब मित्र नहीं बना पाते हैं, क्योंकि आप और आप के सहपाठी एक ही भाषा नहीं बोलते?
निलोय कुर्मी
अनुवाद, अनिरुद्ध और मामोनी

अनिरुद्ध जानता था कि यह बहुत ही दुखद बात होगी और आप को उपेक्षित महसूस कराएगा. इसीलिए वह मामोनी की समस्या समझ सकता था. वह गुवाहाटी पब्लिक स्कूल में नई थी और स्कूल हौस्टल में ही रहती थी.

यह राज्य का एक प्रतिष्ठित स्कूल था और मामोनी को उस के मम्मीपापा ने बेहतर शिक्षा के लिए असम के दीमा हसाओ जिले के सुदूर पहाड़ी शहर से वहां भेजा था.

अपने शुरुआती दिनों में उसे नए दोस्त बनाने में संघर्ष करना पड़ा. ऐसा नहीं था कि वह शर्मीली थी. उस ने लोगों से संपर्क करने के बहुत प्रयास किए थे.

लेकिन अंग्रेजी में शुरुआती कुछ बातचीत के बा उस की सहेलियां आपस में असमिया में बातें करने लग जाती थीं.

मामोनी अपने गृह नगर में दिमासा भाषा बोलती थी और असमी के केवल कुछ ही शब्दों को वह समझ पाती थी. इसलिए उसे हंसीठिठोली में हिस्सा लेने के लिए संघर्ष करना पड़ता था. यही कारण था कि वह उन से ठीक तरह से घुलमिल नहीं पाई थी.

राहत की बात है कि उस का सहपाठी अनिरुद्ध उस के बचाव में आ गया था. अनिरुद्ध के मम्मीपापा भी मामोनी जिले के ही थे, लेकिन जब वह बच्चा था तभी वे गुवाहाटी चले आए थे. इसलिए वह इसी शहर में पलाबढ़ा था और असमिया और दिमासा दोनों भाषाएं धाराप्रवाह बोलता था.

एक दिन मामोनी को क्लासरूम में चुपचाप बैठा देख कर, वह उस के पास गया.

“जब अनुवादक अनिरुद्ध यहां पर हो तो भाषा कोई बाधा नहीं है,” अनिरुद्ध ने मामोनी को खुश करने के लिए कहा. "मैं तुम्हारी भाषा का अनुवाद करने में मदद करूंगा. इस से तुम खुद को उपेक्षित महसूस नहीं करोगी और हमारी बातचीत से जुड़ी रहोगी.”

मामोनी इस से ज्यादा आभारी नहीं हो सकती थी, क्योंकि जैसा कहा जाता है कि जरूरत के समय काम आने वाला मित्र ही वास्तव में एक सच्चा मित्र होता है.

यह एक बहुत ही अच्छा विचार था. “आखिरकार में असमिया में और भी ज्यादा पारंगत हो जाऊंगी और तब तक अनिरुद्ध मेरी मदद के लिए यहां है ही,” मामोनी ने खुद को ढाढस बंधाया.

लेकिन जब वे अपने दोस्तों के साथ बातचीत कर रहे थे तो कुछ असमिया शब्दों को अनुवाद करने के लिए हर बार अनिरुद्ध को उकसाना उसे बुरा लग रहा था. इस से बातचीत का पूरा प्रवाह बाधित हो जाता था.

Diese Geschichte stammt aus der January First 2024-Ausgabe von Champak - Hindi.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

Diese Geschichte stammt aus der January First 2024-Ausgabe von Champak - Hindi.

Starten Sie Ihre 7-tägige kostenlose Testversion von Magzter GOLD, um auf Tausende kuratierte Premium-Storys sowie über 8.000 Zeitschriften und Zeitungen zuzugreifen.

WEITERE ARTIKEL AUS CHAMPAK - HINDIAlle anzeigen
मोबाइल वाला चूहा
Champak - Hindi

मोबाइल वाला चूहा

रिकी चूहा अपने बिल से बाहर निकला और किसी काम के लिए चल पड़ा. कैटी बिल्ली ने उसे देखा और पकड़ने के लिए दौड़ी, लेकिन रिकी उस से ज्यादा स्मार्ट निकला.

time-read
3 Minuten  |
October Second 2024
हैलोवीन कौस्ट्यूम पार्टी
Champak - Hindi

हैलोवीन कौस्ट्यूम पार्टी

नंदू हैलोवीन पार्टी के लिए सोहम के घर पहुंचने वाला पहला व्यक्ति था.

time-read
4 Minuten  |
October Second 2024
सीधा सादा सौदा
Champak - Hindi

सीधा सादा सौदा

मणि ने जब उसने हौल में प्रवेश किया तो था 'को अपने दोस्तों के साथ बहस करते हुए सुना.

time-read
4 Minuten  |
October Second 2024
आइए, रोबोटिक्स मार्बल्स से मिलिए
Champak - Hindi

आइए, रोबोटिक्स मार्बल्स से मिलिए

वेआम किशोरों की तरह देख सकते हैं, लेकिन 10 बच्चों की यह टीम हाईस्कूल के छात्रों के लिए दुनिया की सब से रोबोटिक्स चुनौती है. 13 से 17 वर्ष की उम्र के प्रत्येक सदस्य ने 26 से 29 सितंबर को एथेंस ग्रीस में संपन्न हुए फर्स्ट ग्लोबल चैलेंज (एफजीसी) में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया.

time-read
3 Minuten  |
October Second 2024
भूतप्रेतों के आने का समय
Champak - Hindi

भूतप्रेतों के आने का समय

बूआ 3 दिन के लिए गांव से हमारे साथ रहने आई थीं और मैं रोमांचित थी, क्योंकि वे हमें बहुत सारी कहानियां सुनाया करती थीं. उन के पास कहानियों का खजाना होता था. इस बार हैलोवीन यानी भूतों का त्योहार 3 दिन बाद आने वाला था.

time-read
4 Minuten  |
October Second 2024
एक घर पहाड़ी के उस पार
Champak - Hindi

एक घर पहाड़ी के उस पार

आसमान में शाम ढल रही थी. बैगनी रंग के घर के बाहर शरद ऋतु की ठंडी हवा बह रही थी, उस घर के चारों तरफ बिना पत्तों के कुछ पेड़ खड़े थे.

time-read
4 Minuten  |
October Second 2024
डरावनी रात
Champak - Hindi

डरावनी रात

रात हो चुकी थी. डोडो हिरण शहर से जंगल की ओर लौट रहा था.

time-read
4 Minuten  |
October Second 2024
कौफी का स्वाद
Champak - Hindi

कौफी का स्वाद

गिन्नी बकरी मजे से एक खेत में घुस कर हरी घास का आनंद ले रही थी कि तभी खेत का मालिक डंडा ले कर उस के पीछे दौड़ा. गिन्नी ने तेजी से दौड़ लगाई और सड़क किनारे खड़े ट्रक के अंदर छिप गई. उस ने कुछ ज्यादा ही घास चर ली थी, इसलिए उसे सुस्ती आ गई और वह सो गई.

time-read
4 Minuten  |
October First 2024
धूमधाम से रावण दहन
Champak - Hindi

धूमधाम से रावण दहन

दशहरा आने वाला था, इसलिए टीचर्स और स्टूडेंट्स हर साल की तरह स्कूल में इस खास अवसर पर आयोजित किए जाने वाले तीन दिवसीय मे की तैयारी में व्यस्त थे. इस बार मेले की तैयारी में रामलीला मंचन की जिम्मेदारी कक्षा 3, 4 व 5वीं के बच्चों को सौंपी गई थी, तो कक्षा 6, 7 और 8वीं के बच्चों को इस बार रावण के पुतले बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी.

time-read
3 Minuten  |
October First 2024
आए गांधी बाबा
Champak - Hindi

आए गांधी बाबा

\"बाबा, इतनी सुबहसुबह आप कहां चल दिए?\" स्काई पार्क में बैठे गांधी बाबा के क्रांतिकारी साथियों ने पूछा. वह मुसकरा दिए...

time-read
4 Minuten  |
October First 2024