हर कोई चाहता है कि उसका घर देखने में सुंदर लगे, ताकि सभी उनके घर की तारीफ करें, इसलिए हम सभी अपने घरों को सजाने-संवारने के लिए कई तरह के शोपीस और मूर्तियां आदि लाते हैं। इनमें से कई प्रतिमाएं वास्तु के अनुसार घर के लिए बहुत शुभ होती हैं। इनसे आपके घर में सकारात्मकता आती है और आपके सौभाग्य, सुख-शांति में वृद्धि होती है। तो चलिए जानते हैं कि कौन सी मूर्तियां घर में रखने से पा सकते हैं लाभ।
हाथी
वास्तु के अनुसार, हाथी ऐश्वर्य का प्रतीक होता है। तो वहीं ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भी हाथी की प्रतिमा रखना बहुत शुभ माना जाता है। आप अपने घर में हाथी की पीतल या चांदी की मूर्ति रख सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार शयनकक्ष में चांदी के हाथी की मूर्ति रखने से राहु से संबंधित सभी दोष से मुक्ति प्राप्त की जा सकती है। चांदी का ठोस हाथी घर में रखने से घर में धन, समृद्धि आती है। वास्तु में हाथी को सफलता का प्रतीक भी माना गया है। हर कोई चाहता है उसे जीवन में ढेर सारी सफलता मिले। ऐसे में आप अपने घर के मुख्य द्वार पर सूंड उठाए हुए हाथी का चित्र लगा सकते हैं। ऐसा करने से आपके सम्मान, सुख और आने वाले जीवन में सफलता की कोई कमी नहीं रहेगी। हाथी हमेशा अपनी चाल चलना पसंद करता है। इसी तरह व्यक्ति भी चाहता है कि उसकी मर्जी हर जगह चले। ऐसे में यदि आप अपने ऑफिस या घर में मस्ती से चलते हुए हाथी की तस्वीर या मूर्ति रखते हैं तो आपकी यह मुराद बहुत जल्द पूरी होती है।
कछुआ
Diese Geschichte stammt aus der April 2023-Ausgabe von Sadhana Path.
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तुलसी से दूर करें वास्तुदोष
हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा हर घर-आंगन की शोभा है। तुलसी सिर्फ हमारे घर की शोभा ही नहीं बल्कि शुभ फलदायी भी है। कैसे, जानें इस लेख से।
क्यों हुआ तुलसी का विवाह?
कार्तिक शुक्ल एकादशी को तुलसी पूजन का उत्सव वैसे तो पूरे भारत में मनाया जाता है, किंतु उत्तर भारत में इसका कुछ ज्यादा ही महत्त्व है। नवमी, दशमी व एकादशी को व्रत एवं पूजन कर अगले दिन तुलसी का पौधा किसी ब्राह्मण को देना बड़ा ही शुभ माना जाता है।
बड़ी अनोखी है कार्तिक स्नान की महिमा
हिन्दू धर्म में पूर्णिमा का महत्त्वपूर्ण स्थान है। बारह पूर्णिमाओं में कार्तिक पूर्णिमा का महत्त्व सर्वाधिक है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
सिर्फ एक ही ईश्वर है और उसका नाम हैं सत्यः नानक
सिरवों के प्रथम गुरु थे नानक | अंधविश्वास एवं आडंबरों के विरोधी गुरुनानक का प्रकाश उत्सव अर्थात् उनका जन्मदिन कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है। गुरु नानक का मानना था कि ईश्वर कण-कण में व्याप्त है। संपूर्ण विश्व उन्हें सांप्रदायिक एकता, शांति एवं सद्भाव के लिए स्मरण करता है।
सूर्योपासना एवं श्रद्धा के चार दिन
भगवान सूर्य को समर्पित है आस्था का महापर्व छठ । ऐसी मान्यता है कि इस पर्व को करने से सूर्य देवता मनोकामना पूर्ण करते हैं। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को यह पर्व मनाया जाता है, जिस कारण इस पर्व का नाम छठ पड़ा। जानें इस लेख से छठ पर्व की महत्ता।
एक समाज, एक निष्ठा एवं श्रद्धा की छटा का पर्व 'छठ'
छठ की दिनोंदिन बढ़ती आस्था और लोकप्रियता इस बात का प्रमाण है कि कुछ तो विशेष है इस पर्व में जो सबको अपनी ओर खींच लेता है। पूजा के दौरान अपने लोकगीतों को गाते हुए, जमीन से जुड़ी परम्पराओं को निभाते हुए हर वर्ग भेद मिट जाता है। सबका एक साथ आकर बिना किसी भेदभाव के ईश्वर का ध्यान करना... यही तो भारतीय संस्कृति है, और इसीलिए छठ है भारतीय संस्कृति का प्रतीक।
जानें किड्स की वर्चुअल दुनिया
सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जाल में सिर्फ बड़े ही नहीं बच्चे भी फंसते जा रहे हैं, जिसका परिणाम यह है कि बच्चे धीरे-धीरे वर्चुअल दुनिया में ज़्यादा व्यस्त रहने की वजह से वास्तविक दुनिया से दूर होते जा रहे हैं।
सेहत के साथ लें स्वाद का लुत्फ
अच्छे खाने का शौकीन भला कौन नहीं होता है। खाना अगर स्वाद के साथ सेहतमंद भी हो तो बात ही क्या है। सवाल ये उठता है कि अपनी पसंदीदा खाद्य सामग्रियों का सेवन करके फिट कैसे रहा जाए?
लंबी सीटिंग से सेहत को खतरा
लगातार बैठना आज वजह बन रहा कई स्वास्थ्य समस्याओं की। इन्हें नज़र अंदाज करना खतरनाक हो सकता है। जानिए कुछ ऐसे ही परिणामों के बारे में-
योगा सीखो सिखाओ और बन जाओ लखपति
हमारे पास पैसे नहीं और ललक है लखपति बनने की, ऐसी चाह वाले व्यक्ति को हरदम लगेगा कि कैसे हम बनेंगे पैसे वाले। किंतु यकीन मानिए कि आप निश्चित रूप से लखपति बन सकते हैं केवल योगा का प्रशिक्षण लेकर और योगा सिखाने से ही।