वित्तीय क्षेत्र में आर्टिफिशियल इन्टेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स, साइबर सुरक्षा और क्वान्टम कम्प्यूटिंग जैसी तकनीकों को अब ड्राइविंग सीट सम्भालनी होगी ताकि आधुनिक दौर के अवसरों और चुनौतियों दोनों पर ध्यान केन्द्रित किया जा सके। ग्राहकों के बर्ताव तथा गतिविधियों पर नजर रखने तथा उनका विश्लेषण करनेवाली तकनीकों में आर्टिफिशियल इन्टेलिजेंस की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। आपने सम्भवतः बिग डेटा नामक अवधारणा के बारे में सुना होगा जिसका अर्थ यह है कि आज डिजिटल माध्यमों पर लोगों की गतिविधियों आधार पर के अपरिमित आकार में सूचनाएँ पैदा हो रही हैं। उनका सही ढंग से विश्लेषण किया जाए तो आर्थिक, राजनैतिक, सुरक्षात्मक तथा ऐसे ही अन्य क्षेत्रों में उत्तम परिणाम पाने के लिए उनका प्रयोग किया जा सकता है। यह बात वित्तीय क्षेत्र पर भी लागू होती है जहाँ ऐसे डेटा का विश्लेषण करके, बैंक न केवल अपने उद्योग को बढ़ा सकते हैं बल्कि वे अच्छे और सुरक्षित ग्राहकों तक पहुँच सकते हैं।
Diese Geschichte stammt aus der March 2023-Ausgabe von Kendra Bharati - केन्द्र भारती.
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प्रेमकृष्ण खन्ना
स्थानिक विभूतियों की कथा - २५
स्वस्थ विश्व का आधार बना 'मिलेट्स'
मिलेट्स यानी मोटा अनाज। यह हमारे स्वास्थ्य, खेतों की मिट्टी, पर्यावरण और आर्थिक समृद्धि में कितना योगदान कर सकता है, इसे इटली के रोम में खाद्य एवं कृषि संगठन के मुख्यालय में मोटे अनाजों के अन्तरराष्ट्रीय वर्ष (आईवाईओएम) के शुभारम्भ समारोह के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी के इस सन्देश से समझा जा सकता है :
जब प्राणों पर बन आयी
एक नदी के किनारे एक पेड़ था। उस पेड़ पर बन्दर रहा करते थे।
देव और असुर
बहुत पहले की बात है। तब देवता और असुर इस पृथ्वी पर आते-जाते थे।
हर्षित हो गयी वानर सेना
श्री हनुमत कथा-२१
पण्डित चन्द्र शेखर आजाद
क्रान्तिकारियों को एकजुट कर अंग्रेजी शासन की जड़ें हिलानेवाले अद्भुत योद्धा
भारत राष्ट्र के जीवन में नया अध्याय
भारत के त्रिभुजाकार नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह हर किसी को अभिभूत करनेवाला था।
समान नागरिक संहिता समय की मांग
विगत दिनों से समान नागरिक संहिता का विषय निरन्तर चर्चा में चल रहा है। यदि इस विषय पर अब भी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो इसके गम्भीर परिणाम आनेवाली सन्तति और देश को भुगतना पड़ सकता है।
शिक्षा और स्वामी विवेकानन्द
\"यदि गरीब लड़का शिक्षा के मन्दिर न आ सके तो शिक्षा को ही उसके पास जाना चाहिए।\"
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक
२३ जुलाई, जयन्ती पर विशेष