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गन्ने की फसल में कीटों से रहें सावधान
वसंतकालीन व शरदकालीन पेड़ी गन्ने की फसल खेतों में लगी हुई है. गन्ने की फसल में कई तरह के कीटों के लगने का खतरा रहता है, जो पूरी फसल को बरबाद कर सकते हैं.
स्ट्राबेरी की खेती युवा किसानों को मिली नई राह
खेती में परंपरागत तरीकों से हट कर नएनए प्रयोग करना किसानों के लिए मददगार साबित हो रहा है और खेती मुनाफे का धंधा भी बन रही है. मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के 2 युवाओं ने अपनी पढ़ाई के साथसाथ खेतों में नवाचार कर दूसरे किसानों के लिए भी नई राह बनाई है.
सबसोयलर सख्त मिट्टी को बनाए नरम
इस मशीन का खास काम मिट्टी में बनी सख्त परतें तोड़ना है. जब ये परतें टूट जाती हैं, तो उस के कई फायदे होते हैं. खेत की सख्त मिट्टी मुलायम व हवादार बनती है
विलुप्त होने की कगार पर धान की देशी किस्में शुरु की संरक्षण की कवायद
वैज्ञानिकों का कहना है कि किसान अब देशी प्रजातियों की धान की खेती तकरीबन छोड़ चुके हैं और किसान बाजार में उपलब्ध बीज पर निर्भर हैं. धान की पुरानी प्रजातियां तेज सुगंध, स्वाद व पोषण से भरपूर हुआ करती थीं, जिस में आयरन व जिंक प्रचुर मात्रा में होता था.
मई महीने में खेती के खास काम
यह महीना गरमियों में कड़ी धूप का होता है. साथ ही, खरीफ की फसलों के लिए लाभकारी है. इस महीने रबी फसलों की कटाई करें और मड़ाई के साथसाथ जायद फसलों की देखभाल करें.
बड़े काम का सहजन
भारत के विभिन्न भागों में सहजन के पेड़ आसानी से देखे जा सकते हैं. ये गरमी के मौसम के शुरुआती समय में फली के रूप में फल देना शुरू कर देते हैं. इस के फल पेड़ पर कई दिनों तक रहते हैं और जल्दी खराब भी नहीं होते हैं.
निराई गुड़ाई यंत्र पावर वीडर
खेतीबारी में अब किसानों को अपने समय का सदुपयोग करना जरूरी होता है. इस काम में खेती से जुड़े यंत्र उन की काफी मदद करते हैं. पावर वीडर एक ऐसा ही यंत्र है, जो किसानों के समय की बचत के साथसाथ उन की उपज का उत्पादन बढ़ाने में बहुत ही मददगार साबित होता है
कोविड 19 से लड़ने के लिए शहतूत का सेवन करें
शहतूत के स्वास्थ्य लाभ
आम से अच्छी फलत के लिए कीटों और रोगों का नियंत्रण जरुरी
इस समय आम की फसल को नुकसान पहुंचाने वाले प्रमुख कीट जैसे भुनगा, गुजिया व पुष्पगुच्छ (गाल मिज) कीट हैं.
मृदा परीक्षण: कब, क्यों और कैसे
कृषि उत्पादन के निवेशों में उर्वरकों का महत्त्वपूर्ण स्थान है, क्योंकि रासायनिक उर्वरकों की कीमत में वृद्धि हो रही है, इसलिए किसानों को से जरूरत अधिक रासायनिक उर्वरक नहीं डालना चाहिए, जिस से खेती की लागत भी न बढ़े और साथ ही साथ तत्त्वों का आपसी असंतुलन भी न हो.
मक्का की फसल में बीजोपचार कीट, रोग और उन की रोकथाम
मक्का एक प्रमुख खाद्य फसल है, जो मोटे अनाजों की श्रेणी में आता है.
बकरीपालन के उन्नत तरीकों से आमदनी बढ़ाने में कामयाब हो रहीं महिलाएं
बिहार के पूसा प्रखंड की तमाम महिलाएं घरेलू कामकाज के अलावा आमदनी बढ़ाने वाले दूसरे काम करती हैं, जिस में खेती और पशुपालन प्रमुख हैं.
ज्यादा मुनाफे के लिए बौना काला नमक धान की खेती
कृषि विज्ञान केंद्र, बस्ती के अध्यक्ष व प्रोफैसर एसएन सिंह ने बताया कि केंद्र पर बौना काला नमक धान की विभिन्न लाइनों के ट्रायल भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा, नई दिल्ली के सहयोग से किया गया था, जिस में से 2 लाइनों का उत्पादन बहुत ही अच्छा प्राप्त हुआ था.
लेजर लैंड लैवलर से करें खेत को समतल पाएं ज्यादा पैदावार
भूमि समतलीकरण फसल, मिट्टी एवं जल के उचित प्रबंधन की पहली जरूरत है. अगर भूमि के समतलीकरण पर ध्यान दिया जाए, तो उन्नत कृषि तकनीकें और ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकती हैं. इसलिए किसान अपने खेतों को समतल करने के लिए उपलब्ध साधनों का पर्याप्त रूप से उपयोग करते हैं.
ठंडे इलाकों की फसल सेब की खेती राजस्थान जैसे गरम प्रदेश में भी मुमकिन
राजस्थान का मौसम सेब की खेती के अनुकूल नहीं है. यह सभी को मालूम है कि यहां धूल भरी आंधियां, गरमी में 45 डिगरी के पार पारा और सर्दियों में हाड़ कंपा देने वाली ठंड होती है.इन चुनौतियों के बाद भी यहां सेब उगाने की कोशिश किसी चमत्कार से कम नहीं है, क्योंकि कृषि नवाचार एवं अनुसंधान सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही सभी को राजस्थान के मरुस्थल क्षेत्र के सेब खाने को मिलेंगे.
घर के पिछवाडे मुरगीपालन ऐक्सट्रा आमदनी का जरीया
पारंपरिक मुरगीपालन यानी बैकयार्ड मुरगीपालन या फिर घर के पिछवाड़े मुरगीपालन की यह पद्धति भारत में प्राचीन काल से ही प्रचलित है.
खेतों में करें चूहा प्रबंधन उचित समय मईजून माह
खाद्य पदार्थों को नुकसान पहुंचाने वाले जीवों में चूहों का पहला स्थान है.
आम में जैली सीड का बनना वजह और प्रबंधन
भारत में आम की विभिन्न किस्मों की खेती की जाती है, लेकिन पसंद के मामले में दशहरी पहले नंबर पर है, खासकर उत्तर प्रदेश में.
रजनीगंधा की खेती
महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर में पिछले दिनों आयोजित एक कार्यक्रम में कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह राठौड़ ने रजनीगंधा पुष्प की 2 किस्में प्रताप रजनी 7 और प्रताप रजनी -7 (1) का विमोचन किया. वर्तमान में रजनीगंधा फूलों की इन दोनों किस्मों का परीक्षण 14 अखिल भारतीय पुष्प अनुसंधान केंद्रों पर किया जा रहा है.
भूसा बनाने का यंत्र स्ट्रा रीपर
स्ट्रा रीपर एक ऐसा कृषि यंत्र है, जो खेतों में बचे धान, गेहूं जैसी फसलों के अवशेषों को भूसे में बदल देता है.
हलंदी खेती एक फायदे अनेक
हलदी का उपयोग प्राचीन काल से ही विभिन्न रूपों में किया जाता रहा है, क्योंकि इस में रंग, महक व औषधीय गुण पाए जाते हैं.
पितापुत्र की जोड़ी ने किए कमाल - पिता को मिला बैस्ट औगैनिक फार्मर का अवार्ड
सुंदरपुरा, राजस्थान के डाक्टर श्रवण कुमार यादव ने यह साबित किया है कि किसान चाहे तो सबकुछ कर सकता है.
फसल अवशेष प्रबंधन - खाद बनाएं इन्हें जलाएं नहीं
फसल अवशेष जलाने से निकलने वाले धुएं में मौजूद जहरीली गैसों से इनसान की सेहत पर विपरीत प्रभाव के साथसाथ वायु प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता है.
पावर टिलर के बारे में जरूरी जानकारी
पावर टिलर खेतीबारी की एक ऐसी मशीन है, जिस का इस्तेमाल खेत की जुताई, थ्रेशर, रीपर, कल्टीवेटर, बीज ड्रिल मशीन, पावर टिलर में पानी का पंप जोड़ कर किसान तालाब, पोखर, नदी आदि से पानी निकाल सकते हैं.
पशुओं में खनिज लवण की महत्ता
हमारे देश में कोरोना की दूसरी लहर से स्थिति बदतर बनती जा रही थी, लेकिन सरकार भी टीकाकरण व अन्य संसाधनों के माध्यम से इस पर लगाम लगाने के लिए दृढ़ संकल्प दिखी.
गरमी के मौसम में शहतूत खाने के अनेक फायदे
गरमी के मौसम में बाजार में शहतूत की आवक खूब होती है और इस के स्वाद के दीवानों की भी कमी नहीं है.
पशु आहार बनाने में गांव की महिलाएं कर रही हैं तरक्की
हमारे देश के गांवों में बसने वाली आबादी की आमदनी का एक बड़ा हिस्सा खेती और पशुपालन से आता है. इस वजह से देश की ज्यादातर गांवदेहात की आबादी पशुपालन से जुड़ी हुई है, लेकिन कभीकभी पशुपालकों द्वारा सही चारा प्रबंधन और पोषण प्रबंधन न हो पाने के चलते प्रति पशु पर्याप्त दूध नहीं मिल पाता है और न ही बीमारियों का सही तरीके से प्रबंधन हो पाता है.
सूरन की खेती
सूरन न केवल सब्जी, बल्कि अचार के लिए भी जाना जाता है.
फसल कटाई और बंडल भी बांधे रीपर बाइंडर
यह गेहूं काटने की एक ऐसी मशीन है, जो फसल की कटाई के साथसाथ उस के बंडल भी बांधती है. इस मशीन को रीपर बाइंडर कहा जाता है. यह गेहूं के अलावा जौ, जई या इसी तरह की फसल काटने के काम आता है.
स्प्रेयर फसल सुरक्षा उपकरण
समयसमय पर देखने में आया है कि फसलों में अनेक तरह के खरपतवार उग जाते हैं, जो फसल को पनपने नहीं देते. इस के अलावा अनेक तरह के कीट व रोगों का प्रकोप भी खेतों में होता है, जिन से उपज पर खासा असर होता है.