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प्रतिदिन 10 चीजों के सेवन से डायबिटीज रहे नियंत्रण में
मिठास ज़बान के लिए तो अच्छी चीज़ है, मगर स्वास्थ्य के लिए नहीं। सो, कैसे बचें शुगर के पेशेंट, यानी डायबिटिक होने से, आइए, जानें-
कैसे बचाएं अपने शिशु को घर के वायु प्रदूषण से
पढ़ने में अजीब लग रहा है न कि वायु प्रदूषण और घर के भीतर, लेकिन ये सच है कि हमारे बच्चे प्रदूषण की चपेट से आज घर के भीतर भी नहीं बच पाते हैं। इसी विषय में कुछ उपयोगी जानकारी-
कसरत से पहले लें सेहतमंद आहार
वर्कआउट के द्वारा शरीर को फिट रखना काफ़ी ट्रेंडी हो चुका है, मगर यह मिथ काफ़ी प्रचलित है कि वर्कआउट हमेशा खाली पेट करना ही फ़ायदेमंद होता है। आइए जानें, वर्कआउट से जुड़े खान-पान के बारे में-
जानें गर्म पानी के 8 बडे फायदे
अगर रोज गर्म पानी पीने की आदत डाल ली जाए तो शरीर को बीमारियों से आसानी से बचाया जा सकता है। तो चलिए जानें, गर्म पानी पीने के अनेक फायदे -
कैसा हो शिशु-आहार
शिशु की निर्भरता यूं तो मां के दूध पर ही सबसे ज्यादा होती है, लेकिन समय बीतने के साथ उसे वैकल्पिक आहार देना शुरू करना भी जरूरी होता है। इसी बारे में कुछ अहम जानकारी -
इस तरह मुस्कुराएं कि मुसीबतें डर जाएं
आजकल की जिंदगी में तनाव सभी पर इस तरह से हावी हो गया है कि यह पूरी दुनिया के लिए गंभीर चिंता का विषय है। 'वर्ल्ड लाफ्टर डे' और 'वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे' के इस महीने में इसी विषय की एक पड़ता।
शनिदेव के ये 5 मंदिर मिटाते हैं साढेसाती का दोष
पूरे भारत में शनिदेव के 5 ऐसे मंदिर हैं, जो अपनी मान्यता और महिमा के लिए प्रसिद्ध हैं। शास्त्रों में ऐसा वर्णन मिलता है कि यहां दर्शन मात्र से ही शनि की साढ़ेसाती का प्रकोप खत्म हो जाता है।
लोक पर्व अक्षय तृतीया
भारतीय संस्कृति में अक्षय तृतीया का पौराणिक महत्व है। भविष्यपुराण के अनुसार इस तिथि की युगादि तिथियों गणना होती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार त्रेता युग का आरम्भ इसी तिथि को हुआ था।
किताबें हैं अनमोल खजाना
किताबें हमारे जीवन में अमूल्य धन की भांति हैं, जिन्हें पढ़ने से मनुष्य के जीवन में कई सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। एक अच्छी किताब आपका व्यक्तित्व और सामाजिक विकास करती है। इसलिए किताबें पढ़ने की आदत डालें।
तथागत के बौद्ध होने की यात्रा
एक आम मनुष्य सुख-सुविधा के लिए संघर्ष करता है लेकिन सिद्धार्थ भोग-विलास को त्याग कर सत्य की खोज के लिए निकल गए, जिसने उन्हें गौतम बुद्ध बनाया। अर्थात अंधकार को दूर करने वाला।
मनुष्य जाति के पहले मनोवैज्ञानिक - बुद्ध
बुद्ध पहले मनुष्य हैं तथा मनुष्य जाति के पहले मनोवैज्ञानिक हैं। जिन्होंने मनुष्य का रोग क्या है? मनुष्य का रोग कहां है? मनुष्य दुखी क्यों है? आदि प्रश्नों का उत्तर दिया। बुद्ध ने इसको अविष्कृत किया इसका कारण जाना तथा निदान भी किया।
बुद्ध सारे संसार की ज्योति हैं
महात्मा बुद्ध का जीवन आज भी हमारे लिए प्रेरणास्रोत है। उनके सत्य बोध को समझना आज के सदर्भ में बहुत जरूरी है, क्योंकि उनके जीवन व शिक्षाओं में ज्ञान की एक ऐसी ज्योति समाहित है जिससे पूरा विश्व प्रकाशित हो सकता है।
उत्साह एवं उमंग का त्यौहार बैसारवी
बैसारवी के दिन पंज प्यारों का रूप धारण कर इनका स्मरण किया जाता है। इस दिन पंजाब का परंपरागत नृत्य भांगड़ा और गिद्दा किया जाता है। उत्तर भारत में बैसारवी को अलग-अलग तरह से मनाया जाता है।
धर्म-कर्म और उनका वैज्ञानिक महत्व
पूजा और धर्म-कर्म से जुड़े जिन नियमों का पालन आप हमेशा से करते आ रहे हैं, क्या आप उनका असल अभिप्राय जानते हैं?
हनुमान साधना के अद्भुत चमत्कार
रामभक्त श्री हनुमान को कलियुग में प्रत्यक्ष देव माना जाता है। श्री राम के आशीर्वाद के फलस्वरूप राम से अधिक हनुमान की पूजा जन सामान्य में प्रचलित है। हनुमान जी रुद्र के ग्यारहवें अवतार हैं, इसीलिए तंत्रोपासना में भी इन्हें उतना ही महत्त्व प्राप्त है, जितना कि वैष्णव परंपरा में। प्रभु हनुमान का आराधक दूसरों द्वारा किए गए तंत्र प्रयोगों के सहज रूप से अछूता रहता है।
सूर्यग्रहण एवं इससे जुड़ी सावधानियां
जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी पूर्ण या आंशिक रूप से एक रेखा में आ जाते हैं। वे संरेखित होकर एक अनोखा व रोमांचक दृश्य प्रस्तुत करते हैं, जो पृथ्वी वासियों के लिए अत्यंत कौतूहल का विषय बन जाती है।
किशोरों के जीवन में हस्तक्षेप की सीमारेखा अनिवार्य है
यदि हम बच्चों पर अपनी पसंद थोप देंगे तो इसकी संभावना अधिक है कि वे अपने दोस्तों के बीच में उपहास के पात्र बन जाएं। इससे उनके व्यक्तित्व का विकास बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है जो हर तरह से उनकी उन्नति में बाधक होगा।
सुहागिनों का लोक पर्व गणगौर
होली के दूसरे दिन से ही गणगौर का त्यौहार आरंभ हो जाता है जो पूरे सोलह दिन तक लगातार चलता रहता है। इस दिन भगवान शिव ने पार्वती जी को तथा पार्वती जी ने समस्त स्त्री समाज को सौभाग्य का वरदान दिया था। सुहागिनें व्रत धारण करने से पहले रेणुका (मिट्टी) की गौरी की स्थापना करती हैं एवं उनका पूजन करती हैं।
चैत्र नवरात्रि पर भगवान श्रीराम की पूजा का क्या है महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी को रामनवमी कहते हैं और मानते हैं इस दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का जन्म हुआ था इसीलिए यह पर्व रामनवमी के पर्व के रूप में मनाया जाता है।
आंखों का दुश्मन ग्लूकोमा
ग्लूकोमा एक नेत्र रोग है, जो आंख के अंदर के द्वव्य का दबाव बढ़ने से होता है । इलाज न करवाने पर इंसान अंधा भी हो सकता है।
लंबी सीटिंग से सेहत को खतरा
लगातार बैठना आज वजह बन रहा कई स्वास्थ्य समस्याओं की । इन्हें नज़र अंदाज करना खतरनाक हो सकता है। जानिए कुछ ऐसे ही परिणामों के बारे में-
गर्भावस्था के दौरान दांतों का रखें ऐसे ख्याल
गर्भावस्था के दौरान दांतों की समस्या गर्भवती महिला और उसके होने वाले बच्चे दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए गर्भावस्था में दांतों की ख़ास देखभाल की जरूरत होती है।
सेहत के साथ लें स्वाद का लुत्फ
अच्छे खाने का शौकीन भला कौन नहीं होता है । खाना अगर स्वाद के साथ सेहतमंद भी हो तो बात ही क्या है। सवाल ये उठता है कि अपनी पसंदीदा खाद्य सामग्रियों का सेवन करके फिट कैसे रहा जाए?
डायबिटीज के कारण यूटीआई का खतरा
यूं तो यूटीआई महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है, पर मधुमेह के कारण यूटीआई के संक्रमण का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।
हर मौसम में उठाएं इन हैल्दी फूड्स का मज़ा
वैसे तो कहा जाता है कि मौसम के अनुसार खाना खाना चाहिए, लेकिन कुछ ऐसी भी खाद्य सामग्रियां हैं, जिन्हें खाने के लिए आपको किसी मौसम विशेष का चयन करने की आवश्यकता नहीं है । क्या हैं वो फूड्स आइए जानें-
घरेलू हिंसा की गहरी होती जड़ें
हम भले ही समाज के अच्छे पहलुओं की चर्चा कर लें, लेकिन महिलाओं के प्रति आम सामाजिक नजरिया बहुत सकारात्मक नहीं है। बल्कि घरेलू हिंसा तक को कई बार सहज और सामाजिक चलन का हिस्सा मानकर इसकी अनदेखी करके परिवार के हित में महिलाओं को समझौता कर लेने की सलाह भी दी जाती है।
आत्मघाती है संपदा अथवा प्रकृति का विनाश करना
हमारे शास्त्र केवल भक्ति और संस्कार ही नहीं सिखाते, अपितु प्रकृति के प्रति प्रेम करना भी सिखाते हैं। भगवान श्री कृष्ण की गोवर्धन कथा इसका साक्षात उदाहरण है, जहां भगवान कृष्ण मनुष्यों को प्रकृति से प्रेम करने की सीख दे रहे हैं।
नारी तू जगत कल्याणी
भारत देश में एक कहावत बड़ी प्रचलित है की 'एक कन्या सौ ब्राह्मणों से उत्तम' अर्थात कन्या के अंदर ऐसे बहुत से गुण होते हैं की जिससे वे कुल का उद्धार कर सकती हैं।
सौहार्द का प्रतीक पावन होली
होली का रंगीन उत्सव भी केवल मावे की महंगी गुझिया या फागुनी दावतों तक सीमित नहीं है। पर्व के रूप में होली एक ऐसा सतरंगी आयोजन है।
शिव नाम स्मरण से होते हैं सभी पाप नष्ट
संस्कृत में शिव का व्यापक अर्थ है- कल्याणकारी और शुभकारी। `शि' जो पापों का नाश करने वाला है, 'व' का अर्थ देने वाला अर्थात दाता है।