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मैं सोचता नहीं
राइटर-डायरेक्टर अनीस बज्मी भूलभुलैया 3 के साथ दर्शकों के बीच वापसी कर रहे हैं. वेलकम, भूलभुलैया 2 समेत अपनी फिल्मों और अपने काम करने के तरीकों पर
ये कहां आ फंसे हम
कुन नेशनल पार्क में लाए जाने के दो साल बाद भी अफ्रीका की इन बड़ी बिल्लियों को जंगल के हिसाब से खुद को ढाल पाने के लिए खासा संघर्ष करना पड़ रहा. सरकार इसे कामयाब प्रोजेक्ट बताने का ढोल बजा रही लेकिन विशेषज्ञ इन प्राणियों को लेकर चिंतित
दुश्मन बाद में, पहले भू-माफिया से तो निबट लें
सशस्त्र बलों के पास मालिकाना हक वाली जमीन कम नहीं. लेकिन भूखे-भ्रष्ट अधिकारियों के गले लगकर भू-माफिया उसे हड़प रहे. नतीजाः राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में
टाटा के भरोसे का नाम नोएल
टाटा ट्रस्ट्स ने रतन टाटा के सौतेले भाई और टाटा समूह के दिग्गज नोएल टाटा को अपना चेयरमैन नियुक्त किया है. विशेषज्ञों की राय में यह देश के सबसे पुराने परोपकारी संस्थान में निरंतरता का प्रतीक है
सियासत से सिसक रहीं योजनाएं
जय प्रकाश नारायण की जयंती पर सपा सरकार में शुरू लखनऊ के जेपीएनआइसी प्रोजेक्ट को लेकर गरमाई राजनीति. बजट के अभाव में लटक गए कई अहम प्रोजेक्ट
नए रसातल में रिश्ते
ट्रूडो सरकार के नए आरोपों से भारत-कनाडा के रिश्ते फिर खराब, आर्थिक संबंधों को सबसे ज्यादा झटका लगने का अंदेशा
बेजोड़ पिस्तौलबाज बिंदास लड़की
पेरिस 2024 मनु भाकर के लिए ओलंपिक पदक के मायने में ही अहम नहीं, टोक्यो 2020 की हार का भूत भगाने के लिए भी खास, एक चैंपियन के नए सिरे से जाग उठने की प्रेरणादायक सच्ची कहानी -
जमीन के बहाने जिंदा होती एक लिपि
सारण जिले के रहने वाले वकार अहमद सिर्फ बीस साल के हैं, अभी वे जेपी यूनिवर्सिटी, छपरा में 3 जूलॉजी ऑनर्स की पढ़ाई कर रहे हैं. वकार पर बिहार सरकार के भू-राजस्व विभाग ने बड़ा भरोसा जताया है. उन्हें जमीन सर्वे के काम में जुटे राज्य के सभी अमीन और कानूनगो को एक ऐसी लिपि को पढ़ना-लिखना सिखाना है, जो अब लगभग विलुप्तप्राय है. मगर बिहार में जमीन के ज्यादातर पुराने कागजात इसी कैथी लिपि में लिखे गए हैं.
विरासत पर स्टालिन का जोर
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन अपनी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की लगातार दो कार्यकाल न जीत पाने की 50 साल पुरानी मनहूसियत तोड़ना चाहते हैं. डीएमके प्रमुख के लिए महज 18 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव जीतना बेहद अहम है.
निशाने पर पटरी
इस साल सितंबर की एक सुबह महाराष्ट्र के चिकलथान और करमाड के बेहद शांत से रेलवे स्टेशनों के बीच नंदीग्राम एक्सप्रेस का इंजन पटरी पर किसी ठोस चीज से टकरा गया.
केजरीवाल बनाम स्मृति!
दिल्ली विधानसभा चुनाव में केजरीवाल के सामने किसे नेतृत्व सौंपा जाए इस पर भाजपा और कांग्रेस की अपनी-अपनी दुविधा है
फिर हिंदुत्व पर टिका दारोमदार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने इस बार अपने दशहरा संबोधन में हिंदुओं के संगठित होने की जोरदार अपील की. साथ ही सख्त लहजे में चेताया, दुर्बल बने रहना अपराध है जिसे भगवान भी पसंद नहीं करते.
सिद्धरामैया को जाति का सहारा
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के बीच पहले से ही मुश्किलों से घिरे मुख्यमंत्री सिद्धरामैया के समक्ष विवादास्पद जाति आधारित गणना और उपचुनाव समेत कई चुनौतियां हैं, जिन पर उनका बहुत कुछ दांव पर लगा है.
एक नई धड़कन
अभिनेत्री तृप्ति डिमरी की फिल्मों की झड़ी लगी हुई है. विकी और विद्या का वो वाला वीडियो, भूल भुलैया 3 और धड़क 2 रिलीज को तैयार. हिंदी सिनेमा की वे ताजातरीन स्टार बनीं
ऊबते अंधेरे, रोते सन्नाटे के राजमहल
खेतड़ी का संरक्षण भारत को एक अमूल्य खजाने की तरह करना चाहिए था, चाहे विशुद्ध विरासत के रूप में उसे बचाकर रखा जाता या एक ऐतिहासिक मुलाकात के स्थान के रूप में. पर 37 साल की अदालती लड़ाई में राजस्थान की एक बेशकीमती धरोहर धूल फांकने को मजबूर
कर गुजरने वाला स्वप्नदर्शी टाइटन
स्मरण एक ऐसी शालीन शख्सियत का जिसने भारत की वैश्विक महत्वाकांक्षाओं के लिए अपनी अलग ही युक्ति निकाली. उन्होंने इस्पात को सपनों में, कारों को क्रांति में और बोर्डरूम को लॉन्चिंग पैड में तब्दील कर डाला. कॉर्पोरेट परोपकार की उन्होंने एक नई परिभाषा गढ़ दी
पहले जुल्म और फिर सियासत
अमेठी में दलित शिक्षक हत्याकांड के बाद चौतरफा निशाने पर आई योगी सरकार. लोकसभा चुनाव में पासी मतों के भाजपा से छिटकने का फायदा उठाने में जुटीं दूसरी पार्टियां
बाढ़ और बर्बादी की गंभीर दर्शक यानी सरकार
उतरते सितंबर में उत्तर बिहार में आई भीषण बाढ़ ने सरकारी तैयारियों की पोल खोल दी. पिछले साल अक्तूबर से ही चल रहे तटबंध सुरक्षा अभियान के बावजूद आठ जगह तटबंध टूट गए. ऐसे में सरकारी बचाव और राहत कार्यों की धीमी सवाल उठ रहे. साल भर की बाढ़ पूर्व तैयारियों के रूप में सरकार आखिर करती क्या रही?
नहीं सीखा कोई सबक
इस ग्रैंड ओल्ड पार्टी को आत्मघाती गतिविधियों के चलते हरियाणा के रूप में एक और हार का सामना करना पड़ा. अगर समय पर पार्टी के अंदरूनी तंत्र को दुरुस्त नहीं किया गया तो महाराष्ट्र और झारखंड में भी उसकी संभावनाएं क्षीण हो सकती हैं
असल चुनौती शुरू होती है अब
इंडिया गठबंधन ने कश्मीर को लेकर तैयार भाजपा की योजनाओं पर पानी फेरा. लेकिन जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित क्षेत्र के दर्जे को देखते हुए वहां के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतर पाना उमर अब्दुल्ला के लिए खासा मुश्किल होगा. वहां सत्ता की असली चाभी तो केंद्र सरकार के ही पास
भाजपा का हरियाणा भूचाल
प्रदेश में अवाक करने वाली जीत से भाजपा कार्यकर्ताओं की उदासी टूटी और उनमें जोशोखरोश लौटा, पार्टी को महाराष्ट्र और झारखंड के अगले विधानसभा चुनावों के लिए नई रणनीति का मॉडल मिला
जहरीली हवा पर हवा-हवाई बातें
पिछले छह साल में ऐसा पहली बार हुआ कि सितंबर का महीना खत्म होने से पहले ही दिल्ली की हवा में प्रदूषण तेजी से बढ़ गया. राष्ट्रीय राजधानी से मॉनसून विदा होते ही यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 'पुअर' यानी खराब दिखने लगा, 25 सितंबर को दिल्ली का एक्यूआई 235 (201 से 300 के बीच का स्तर 'पुअर' माना जाता है) पर पहुंच जाने के बाद केंद्र, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार समेत देश की शीर्ष अदालत भी हरकत में आ गई.
अजित के सामने खड़ा पहाड़
इन दिनों महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर गुलाबी रंग का असर दिखता है. चाहे उनकी जैकेट हो या होर्डिंग, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष को सादगी के रंग में देखा जा सकता है.
दीदी को दिए हजार, अजी उधर दो हजार
समूचे झारखंड में आप कहीं भी सफर कर रहे हों, झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का पोस्टर आपको हर जगह दिख जाएगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का दावा है कि उनकी इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत राज्यभर की 15 से 50 वर्ष की 51 लाख से ज्यादा महिलाओं के खाते में हर महीने 1,000 रुपए दिए जा रहे हैं.
एमपी में शूटिंग, मौजां ही मौजां
दरअसल, बीहड़ों ने बॉलीवुड को कभी निराश नहीं किया है. सुनील दत्त अभिनीत मुझे जीने दो (1963) हो या पुतली बाई (1972), सनी देओल की मुख्य भूमिका वाली डकैत (1987) या फिर बैंडिट क्वीन (1994) और पान सिंह तोमर (2012)- डकैतों पर केंद्रित फिल्मों की शूटिंग करने के लिए मध्य प्रदेश बीते छह दशक से सबसे पसंदीदा स्थलों में रहा है.
निगलें कि उगलें
पतझड़ की शुरुआत पंजाब में हो चुकी है और भाजपा चिरपरिचित परेशानी का सामना कर रही है. वह आंतरिक कलह में उलझी हुई है जबकि एक अन्य अहम चुनाव होने जा रहा है. 15 अक्तूबर को पंचायत चुनाव होने हैं, उसके बाद चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे, इसलिए पार्टी का ध्यान अपने ग्रामीण आधार को मजबूत करने पर होना चाहिए. मगर नेतृत्व संकट के कारण उसके प्रयास बेपटरी हुए जा रहे हैं.
माओवाद की जड़ों में मट्ठा
छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों ने खुफिया सूचनाएं जुटाकर, योजना बनाकर और इस पर अमल करते हुए प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की हथियारबंद शाखा पीपल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के खिलाफ एकजुट होकर सटीक ऑपरेशन को अंजाम दिया.
पिता की याद सताती है
अशोक नाग की किताब रे ऑन रे में महान हस्ती और अपने पिता सत्यजित रे के कई अनजान पहलुओं को सामने लाए फिल्मकार संदीप रे
खेत-खलिहान के म्यूजिकल खलीफा
रीमा दास की फिल्म विलेज रॉकस्टार्स की सीक्वल बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में वर्ल्ड प्रीमियर के लिए तैयार
पहले से सिंपल और अब हल्की भी
नई आर 1300 जीएस सादगी के मामले में डिजाइन इंजीनियर कॉलिन चैपमैन की सोच को सड़क पर लाने वाली. इसने जीएस ब्रांड को चलाना ज्यादा आरामदेह और आसान बनाया