हिप्पो कब जाएंगे

“अरे, तुम दोनों भागो और कहीं छिप जाओ. एक दरियाई घोड़ा इधर आ रहा है,” चार्ली बंदर चिल्लाया और पास ही के एक पेड़ पर चढ़ गया.
“तुम बेवजह घबरा रहे हो, चार्ली. देखो, वह कितनी दूर है. इस के अलावा वह बहुत भारी भी है. उसे हम तक पहुंचने में कई घंटे लगेंगे,” क्लोई ने हंसते हुए कहा.
“अपने भारीभरकम आकार के बावजूद वह बहुत तेज दौड़ता है. दरियाई घोड़े की गति लगभग 30 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है,” चार्ली ने ऊंची शाखा पर बैठ कर क्लोई को बताया.
“तो वह यहां हमारी सोच से भी पहले पहुंच जाएगा,” जोई ने चिंता में अपनी छोटी सी चोटी ऊपर उठाई.
“इसलिए मैं कह रहा हूं, छिप जाओ, नहीं तो तुम उस का निवाला बन जाओगे,” चार्ली चीखा.
लेकिन जोई ने मुंह बनाते हुए कहा, “निवाला? अपनी बातों पर ध्यान दो, क्या तुम जानते हो कि ये शाकाहारी हैं? वे ज्यादातर सूर्यास्त के बाद ही बाहर आते हैं और एक ही रात में 45 किलोग्राम तक घास खा जाते हैं. वह हमें नहीं खाएगा, मूर्ख.”
“ओह, तुम लोग कितनी कम जानकारी रखते हो,” चार्ली ने अपना माथा पकड़ लिया.
“हां, वे शाकाहारी हैं, लेकिन वे गुस्सैल भी हैं, वे अपने रास्ते में आने वाली किसी भी चीज को रौंद देते हैं और जब उन्हें गुस्सा आता है तो हमला कर देते हैं. यहां तक कि शेर भी उन से डरता है.”
“क्या ऐसा है? तो चलो, जल्दी से यहां से निकल चलें,” जोई ने चिंतित हो कर कहा. वह और क्लोई दोनों पास की झाड़ियों में मस्ती करने लगीं. चार्ली नीचे उतरा और उन के साथ हो लिया.
उन्होंने पत्तों के बीच से झांका और चौंक गए, क्योंकि एक नहीं, बल्कि पांच दरियाई घोड़े एमराल्ड तालाब की ओर बढ़ रहे थे.
“वाह, वह कितने सारे हैं,” जोई ने हैरानी से कहा.
“हां, वे ग्रुप में रहते हैं, कभीकभी एक ग्रुप में 20 या 30 दरियाई घोड़े होते हैं,” चार्ली ने फुसफुसाते हुए कहा.
“क्या?” क्लोई और जोई दोनों चौंक गए.
“वैसे, वे यहां क्यों आ रहे हैं, पानी पीने के लिए?” जोई ने पूछा.
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मिहिर की पूंछ
मिहिर केवल 9 साल का था, लेकिन अपनी तेज बुद्धि और मजेदार अंदाज के लिए वह जाना जाता था. उस की एक बुरी आदत थी कि वह बड़े-बड़े वादे करता था, लेकिन उन्हें कभी निभाता नहीं था.

अच्छा पड़ोसी
रविवार की सुबह थी. अभी पौ भी नहीं फटी थी. गिगी जिराफ और बौब भालू, जो और्गेनिक खेती करने वाले पड़ोसी थे और शहर के बाहर ही रहते थे. वे अपने खेतों की ओर तेजी से जा रहे थे. उन के घर एकदूसरे के घर से सटे हुए थे.

बरगद के पेड़ का भूत
चंंपकवन की यह शाम ठंडी और धुंध भरी थी और जंगल असामान्य रूप से शांत था. इतना ही नहीं, चहचहाते झींगुर भी शांत हो गए थे. चीकू खरगोश और मीकू चूहा, स्कूल में एक दिन बिताने के बाद लौट रहे थे और आनंदवन में होने वाली खेल प्रतियोगिता के बारे में बातें कर रहे थे.

खोया हुआ दोस्त
मंची कैटरपिलर और बैडी सेंटीपीड बहुत अच्छे दोस्त थे. उन दोनों के कई पैर थे और उन्हें हरीभरी घास के बीच एकदूसरे के साथ दौड़ लगाना पसंद था.

मिशन अखरोट
बसंत के आगमन के साथ, ब्लूहिल वन गतिविधि से गुलजार हो गया था. जानवर और पक्षी अपने वार्षिक वसंत मेले की तैयारी में व्यस्त थे.

बुरा न मानो होली है
होली दो दिन बाद आने वाली थी और मिली मीरकैट, रोहित रैकून, पोपो पैराकीट और हसन हेजहोग इस बात पर चर्चा कर रहे थे कि त्योहार कैसे मनाया जाए.

रंगों और पकवानों के साथ होली
“होली रे होली, होली आई रे,” चेतन की दादी के आंगन में खुशी की धुनें गूंज रही थीं। बच्चे इधरउधर दौड़ रहे थे, एकदूसरे पर रंग फेंक रहे थे। उन में से कुछ खंभों के पीछे छिप कर रंगों से बचने की कोशिश कर रहे थे। गुलाल, फूटते पानी के गुब्बारों और पानी की पिचकारियों के रंगबिरंगे स्प्रे से पूरे आंगन में अफरातफरी का माहौल था.

हर्बल होली
होली नजदीक आ रही है. चलो, इस बार कुछ अलग करते हैं,” डिंकी हिरणी ने अपनी सहेलियों से कहा.

गजरू की होली
नंदनवन में होली की तैयारियां जोरों पर थीं, हर जानवर शैतानी से होली की मस्ती की योजना बना रहा था. रंग, गुलाल, पानी के गुब्बारे सबकुछ तैयार किए जा रहे थे, लेकिन एक बार फिर गजरू छछंदर सब से बड़ी बाधा बन गया था.