एक छोटा सा कमरा, जहां दो युवक माथे पर पट्टी और चेहरे पर बैंडएड लगाए चटाई पर बैठे हैं. दूसरी तरफ कुछ सामान पड़ा है, बैग है, कपड़े हैं और खाना पकाने के बरतन हैं. पत्रकार उनसे बात कर रहे हैं, कैमरे पर बीएनआर न्यूज का लोगो लगा है. दोनों मजदूर अपना दर्द बता रहे हैं. इनमें से एक युवक कहता है, “तमिलनाडु में हम लोग काम करने आए थे. यहां भाषा को लेकर झगड़ा हो गया. यहां का लोग बोला, तमिल बोलो... हम लोग हिंदी बोलते थे. इसके लिए वो लोग हमको बहुत मारा. ( चेहरे की तरफ दिखाते हुए) ये सब फोड़-फाड़ दिया है... अब कभी यहां लौट कर नहीं आएंगे."
तमिलनाडु में रह रहे बिहारी मजदूरों की परेशानी बताने वाले नौ से दस मिनट के इस 'न्यूज वीडियो' को 6 मार्च, 2023 को 'बीएनआर न्यूज रिपोर्टर' हनी के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था. 11 मार्च, 2023 तक इस वीडियो को 3.70 लाख लोग देख चुके थे. 8 मार्च, 2023 को बिहार के एक बहुत पॉपुलर यूट्यूबर मनीष कश्यप ने इस वीडियो के स्क्रीनशॉट को ट्वीट करते हुए राज्य के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से कहा, "तेजस्वी यादव जी, चश्मा हटाकर इस वीडियो को देखिए... क्या पता आप झूठ बोल रहे हों और तमिलनाडु में मजदूर सचमुच परेशान हैं."
इस ट्वीट के बाद बिहार पुलिस ने इस वीडियो की तफ्तीश शुरू की. पता चला कि यह वीडियो तमिलनाडु में नहीं, बल्कि बिहार की राजधानी पटना के जक्कनपुर मोहल्ले के एक कमरे में शूट किया गया है. इसमें चोट भी नकली है और मजदूर बने लोग भी. बाजार से बैंडेज-पट्टी खरीदकर उसे चेहरे पर लगा लिया गया है. इन लोगों ने वीडियो बनाने के बाद 6 मार्च को कमरा खाली कर दिया. कमरा उन्होंने 25 दिन पहले ही किराए पर लिया था.
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