अब अपने परों के बूते परवाज
India Today Hindi|August 30, 2023
रक्षा सामग्री खरीद के कई बड़े सौदों ने बेशक सुर्खियां बटोरीं लेकिन मेक इन इंडिया अभियान के तहत भारतीय रक्षा उद्योग को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उठाए गए सरकार के कदम भी कम उल्लेखनीय नहीं. स्वदेशी तेजस एलसीए एमके-2 के लिए जेट इंजन का निर्माण, तेजी से उभरता भारतीय ड्रोन उद्योग और देश की साइबर सुरक्षा की दिशा में हुए कार्य, ये तीन ऐसे अहम क्षेत्र हैं जिसमें महत्वपूर्ण नवाचार होंगे. ये भारत एक वास्तविक सैन्य महाशक्ति के रूप में स्थापित करने में बड़ी भूमिका निभाएंगे
प्रदीप आर. सागर / टोः बंदीप सिंह
अब अपने परों के बूते परवाज

इंजनों से बदल जाएगा अंदाज

एफ414 जेट इंजन के निर्माण की खातिर प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए अमेरिका के साथ करार हुआ है. इससे भारत को भविष्य में अपने खुद के हाइ-टेक इंजनों के उत्पादन के लिए अहम तकनीकी क्षमता हासिल करने में मदद मिलेगी।

लड़ाकू विमान हमारी वायु रक्षा और आक्रमण क्षमता दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं. चाहे वे जमीन से उड़ने वाले हों या फिर विमानवाहक पोत से संचालित होने वाले. फिर भी हम इन विमानों का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा - उसका इंजन बनाने में आज तक सक्षम नहीं हो सके हैं. यह स्वदेशी लड़ाकू जहाजों के विकास के रास्ते की सबसे बड़ी बाधा साबित हुआ है. जरा इन तथ्यों पर नजर डालें: दुनिया में लगभग 40 विमान निर्माता हैं. लेकिन सैन्य जहाजों के इंजन को पूरी तरह से डिजाइन, विकसित और उत्पादन करने की तकनीक केवल चार देशों के पास है: अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और फ्रांस. चीन ने अपना जेट इंजन विकसित करने के लिए 2 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च किए हैं, फिर भी लड़ाकू विमानों के इंजन के लिए वह रूस से आयात पर निर्भर है. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) का तैयार किया गया स्वदेशी कावेरी इंजन लड़ाकू विमानों को पर्याप्त ताकत दे पाने के मापदंडों पर खरा न उतर सका. इस वजह से भारत के हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) निर्माण कार्यक्रम में देरी हुई. एलसीए तेजस में फिलहाल जीई एफ404 इंजनों का इस्तेमाल हो रहा है. तेजस का निर्माण करने वाले हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने इसे अमेरिकी कंपनी जीई एयरोस्पेस से खरीद समझौते के बाद हासिल किया है.वर्षों के विचार-विमर्श के बाद आखिरकार अमेरिका ज्यादा शक्तिशाली जीई एफ414 इंजन के साझा उत्पादन के लिए 80 फीसद जेट इंजन तकनीक भारत को हस्तांतरित करने को राजी हो गया है. नए जीई एफ414 इंजन एचएएल के एलसीए तेजस एमके-2 फाइटर जेट में लगेंगे.

यह गेमचेंजर क्यों है

ये जीई एफ414 आइएनएस6 इंजन दरअसल एलसीए एमके2 को एडवांस सेंसर, बड़ा डिस्प्ले कॉकपिट और ज्यादा हथियारों को लेकर उड़ने की ताकत देते हैं. साथ ही वे बेहतर परिचालन क्षमता, मरम्मत और रखरखाव वगैरह कम समय में पूरा करना सक्षम बनाते हैं.

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the {{IssueName}} edition of {{MagazineName}}.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM INDIA TODAY HINDIView all
शब्द हैं तो सब है
India Today Hindi

शब्द हैं तो सब है

शब्द और साहित्य की जादुई दुनिया का जश्न मनाते लेखक-राजनेता शशि थरूर अपने निबंधों की किताब के साथ हाजिर

time-read
1 min  |
September 25, 2024
अब बड़ी भूमिका के लिए बेताब
India Today Hindi

अब बड़ी भूमिका के लिए बेताब

दूरदराज की मंचीय प्रतिभाओं को निखारने का बड़ा प्लेटफॉर्म बनकर उभरा एमपीएसडी. नई सोच वाले निदेशक के साथ अब वह एक नई राह पर. लेकिन क्या वह एनएसडी जैसा मुकाम बना पाएगा?

time-read
5 mins  |
September 25, 2024
डिजिटल डकैतों पर सख्त कार्रवाई
India Today Hindi

डिजिटल डकैतों पर सख्त कार्रवाई

नया-नवेला जिला डीग तेजी से देश में ऑनलाइन ठगी का केंद्र बनता जा रहा था. राज्य सरकार और पुलिस की निरंतर कार्रवाई की वजह से राजस्थान के इस नए जिले में पिछले छह महीने के दौरान साइबर अपराध की गतिविधियों में आई काफी कमी

time-read
8 mins  |
September 25, 2024
सनसनीखेज सफलता
India Today Hindi

सनसनीखेज सफलता

पल में मजाकिया, पल में खौफनाक. हिंदी सिनेमा में हॉरर कॉमेडी फिल्मों का आया नया जमाना. चौंकने-डरने को बेताब दर्शकों के कंधों पर सवार होकर भूतों ने धूमधाम से की बॉक्स ऑफिस पर वापसी

time-read
10+ mins  |
September 25, 2024
ममता के लिए मुश्किल घड़ी
India Today Hindi

ममता के लिए मुश्किल घड़ी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी सरकार खिन्न और प्रदर्शन करते राज्य के लोगों का भरोसा के लिए अंधाधुंध कदम उठा रही है

time-read
5 mins  |
September 25, 2024
ठोकने की यह कैसी नीति
India Today Hindi

ठोकने की यह कैसी नीति

सुल्तानपुर में जेवर की दुकान में डकैती के आरोपी मंगेश यादव को मुठभेड़ में मार डालने के बाद विपक्षी दलों के निशाने पर योगी सरकार. फर्जी मुठभेड़ एक बार फिर बनी मुद्दा

time-read
7 mins  |
September 25, 2024
अग्निपरीक्षा की तेज आंच
India Today Hindi

अग्निपरीक्षा की तेज आंच

अदाणी जांच में हितों के टकराव के आरोपों में घिरीं और अपने ही स्टाफ में उभरते विद्रोह से सेबी की मुखिया से ढेरों जवाब और खुलासों की दरकार

time-read
8 mins  |
September 25, 2024
अराजकता के गर्त में वापसी
India Today Hindi

अराजकता के गर्त में वापसी

केंद्र और राज्य के निकम्मेपन से मणिपुर में नए सिरे से उठीं लपटें, अबकी बार नफरत की दरारें और गहरी तथा चौड़ी लगने लगीं, अमन बहाली की संभावनाएं असंभव-सी दिखने लगीं

time-read
7 mins  |
September 25, 2024
अब आई मगरमच्छों की बारी
India Today Hindi

अब आई मगरमच्छों की बारी

राजस्थान में 29 जुलाई, 2024 की दोपहर विधानसभा में राजस्थान लोकसेवा आयोग (आरपीएससी) परीक्षा में पेपर लीक को लेकर सियासत गरमाई हुई थी. प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने पेपर लीक के मामलों को लेकर भजनलाल शर्मा सरकार पर यह आरोप जड़ दिया कि अभी तक सरकार ने छोटी-छोटी मछलियां पकड़ी हैं, मगरमच्छ तो अभी भी खुले घूम रहे हैं. इस हमले का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा, \"आप बेफिक्र रहिए जल्द ही हम उन मगरमच्छों को भी पकड़ेंगे जो बाहर घूम रहे हैं.\"

time-read
3 mins  |
September 25, 2024
नहरें: थीं तो बेशक ये पानी के ही लिए
India Today Hindi

नहरें: थीं तो बेशक ये पानी के ही लिए

सीवान शहर के पास जुड़कन गांव के कृष्ण कुमार अपने गांव में खुदी पतली-सी नहर की पुलिया पर बैठे मिले. ऐन नहर के किनारे उनका पंपसेट लगा था, जिससे वे अपने खेत की सिंचाई कर रहे थे. वे नहर के बारे में पूछते ही उखड़ गए और कहने लगे, \"50 साल पहले नहर की खुदाई हुई थी. हमारे बाप-दादा ने भी इसके लिए अपनी जमीन दी. हमारा दस कट्ठा जमीन इसमें गया. जमीन का पैसा मिल गया था. मगर इस नहर में एक बूंद पानी नहीं आया. सब जीरो हो गया, जीरो पानी आता तो क्या हमको पंपसेट में डीजल फूंकना पड़ता.\"

time-read
5 mins  |
September 25, 2024