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देश-विदेश में बसंत पंचमी के विभिन्न रंग
विविधता में एकता वाले हमारे इस देश में कई पर्व-त्योहार मनाए जाते हैं। हालांकि यहां विभिन्न क्षेत्रों में त्योहार मनाने के ढंग अलग होते हैं, पर सभी त्योहारों के पीछे उद्देश्य एक ही होता है अपने आराध्य देवी-देवता की पूजा-आराधना कर उन्हें प्रसन्न करना तथा हर्षोल्लास से एक साथ मिलकर अपनी खुशियों को बढ़ाना।

बसंतोत्सव का महत्त्व
बसंत ऋतु एक ऐसी ऋतु है जो अपने साथ प्राकृतिक सौंदर्य हीं नहीं लाती बल्कि मनुष्य के मन में उमंग और हर्षोल्लास भी लाती है। ऋतुओं के राजा बसंत के साथ और क्या-क्या जुड़ा है ? जानिए इस लेख से।

आदर्श प्रेम के प्रतीक देवी-देवता
यूं तो हर इंसान का प्रेम अपने आप में सम्पूर्ण व अनुकरणीय होता है परन्तु कुछ लोगों का प्रेम इतिहास के पन्नों पर सदा के लिए स्वर्ण अक्षरों में अंकित हो जाता है। आइये नमन करें कुछ ऐसे ही प्रेम के प्रतीकों को।

आपकी गृहस्थी में सेंध लगा सकती है ऐसी अपेक्षायें?
अपने पारिवारिक जीवन की चर्चा या कोई उलझन कभी किसी पुरुष सहयोगी के सामने बयां न करें अन्यथा वह सहानुभूति दर्शाकर सहयोग देने की पेशकश करेगा और अंततः आपके दुख, जो दुख न होकर सिर्फ क्षणिक क्रोध था, को हवा देगा।

इन 5 घरेलू चीज़ों से सफर में होगा सेहत का साथ
कई लोगों को घूमने का शौक तो होता है, पर वह सफर में होने वाली मोशन, सिकनेस के डर से कहीं बाहर नहीं निकल पाते। ऐसे में परेशान होने की ज़रूरत नहीं, क्योंकि आपके किचन में ही इनके समाधान मौजूद है।

बसंत पंचमी से जुड़ी कथाएं और घटनाएं
विद्या की देवी सरस्वती की पूजा का पर्व बसंत पंचमी पवित्र हिन्दू त्योहार है। एक इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है।

महिलाओं में कैंसर के सामान्य प्रकार
अभी तक ज्यादातर मामलों में कैंसर को आनुवंशिक माना गया था | नए अनुसंधानों में पता चला है कि कैंसर के कारण काफी हद तक अस्वस्थ जीवनशैली और असंतुलित आहार में होते हैं।

सेहत के लिए फायदेमंद है अखरोट
अखरोट खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद भी होता है। आखिर अखरोट खाने के क्या हैं फ़ायदे, यह किस तरह से और किस समय खाना चाहिए, आइए जानें-

इन स्वास्थ्यवर्धक टिप्स से बनाएं सफर सुहाना
सफर के दौरान खानपान का ध्यान रखना बेहद जरूरी है क्योंकि सफर का लुत्फ तभी लिया जा सकता है जब आपका स्वास्थ्य अच्छा हो।

नूतन उत्साह का प्रतीक बसंत पंचमी
प्रकृति में बसंत के आगमन की टोह मन में एक नए उल्लास, आशा एवं अचानक ही लगता है कि मन प्रसन्न एवं प्रफुल्लित हो उठा है। परिवर्तन में भावों की पावन धाराएं बहने लगी हैं और हमारे तन, मन और व्यवहार में सुंदर एवं सुमधुर अभिव्यक्तियां झलकने लगती हैं। कहते हैं, प्रकृति जब मुस्कुराने लगती है, तब उसके अंतर्गत आने वाले सभी जड़-जीव एवं मनुष्यों में मुस्कुराहट फैल जाती है।

अपने शरीर की रोज करें जांच
उम्र चाहे कोई भी हो, हमें हमेशा सजग रहना चाहिए और अपने शरीर का निरीक्षण-परीक्षण करते रहना चाहिए । लक्षण देखाई दे तो सतर्क हो जाना चाहिए और विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए ताकि किसी कमी या बीमारी के बढ़ने से पूर्व ही उसे ठीक किया जा सके।

बच्चे को अच्छी नींद देने के 10 नुस्खे
कभी-कभी जब बच्चों को उनके मन मुताबिक नींद नहीं मिलती तो वो जिद्दी हो जाते हैं और रोते हैं। जानना मुश्किल हो जाता है कि आप ऐसा क्या करें, जिससे बच्चे को सुबह उठने से लेकर सोने तक में आराम मिले या अच्छा लगे।

कैंसर एक जानलेवा बीमारी
कैंसर एक जानलेवा बीमारी मानी जाती है, जिसका खतरा महिलाओं और पुरुषों दोनों को ही होता है, लेकिन एक स्टडी के मुताबिक 75 की उम्र से पहले पुरुषों में कैंसर का जोखिम 9.81 फ़ीसदी बढ़ जाता है।

थायरॉयड मरीज़ क्या खाएं क्या ना खाएं
बिज़ी लाइफस्टाइल में हम सब में स्ट्रेस बढ़ता ही जा रहा है, जिसकी वजह से ज़्यादातर लोगों में थायरॉयड की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। ऐसे में अपने खान-पान में क्या चीजें शामिल करें, इसकी जानकारी होना ज़रूरी है।

कुकिंग नुस्खों से कहें डाइबिटीज को ना
डायबिटिक होने का मतलब खाने से भागना नहीं, बल्कि सोच-समझकर रवाना होता है। डाइट में थोड़ा बदलाव और थोड़ा संयम बरतकर डायबीटीज को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जाने कैसे-

सर्दियों में भी रखें वास्तु का ख्याल
सर्दी के इस मौसम में कुछ वास्तु उपाय करके आप सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं कौन से हैं वो उपाय आइए लेख के माध्यम से जानें?

विश्व का महापर्व नववर्ष
विश्व के सभी देशों की अपनी अलग परंपराएं और पर्व होते हैं। किन्तु नववर्ष एक ऐसा पर्व है जो सभी देशों द्वारा एक साथ मनाया जाता है। भले ही इस पर्व को मनाने के तरीके अलग हों।

हम नित्य नवीन हों
जीवन में नवीनता का अर्थ क्या है नित्य नवीनता, नित्यनूतन सकारात्मकता। उस परमात्मा के उद्देश्य को पूर्ण करना जिसने बड़े प्रेम से सृष्टि और मनुष्य की रचना की है, इस शरीर में सब कुछ होते हुए भी प्राण निकलने पर इस शरीर में दुर्गंध आने लगती है। अगर हम एक पेंटिंग बनाते हैं तो हम कितने खुश होते हैं यदि कोई पेंटिंग खराब कर दे तो हमें कितना बुरा लगता है। हम सब ईश्वर की बनाई हुई एक सुन्दर कृति हैं हम जब बुरे कर्म करते हैं तो उस परमेश्वर को कितना दुख होता होगा, नवीन हम तभी बनेंगे जब हम नकारात्मक विचार त्यागेंगे और जीवन के सकारात्मक उद्देश्य को आत्मसात करेंगे। महात्मागांधी ने कहा है -

सामाजिक आदर्श का प्रतीक बने कुम्भ मेला
स्नान, दान का महापर्व कुम्भ आस्था का ऐसा मेला है जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु जन पहुंचते हैं। मेला किन अर्थों में महत्त्वपूर्ण व किस प्रकार सामाजिक आदर्श का प्रतीक बन सकता है। आइए जानते हैं लेख से।

हिन्दू ग्रंथों में महाकुम्भ
महाकुम्भ की महिमा का गुणगान हमारे धर्मग्रंथों में भी मिलता है। महाकुम्भ पर क्या कहते हैं हमारे धर्म ग्रंथ व कुम्भ में स्नान के महत्त्व को? आइए जानते हैं लेख से

जीवनशैली में बदलाव लाकर बनाएं पैन्क्रियाज को सेहतमंद
पाचन संबंधी परेशानियां हैं तो पेट से संबंधित कोई भी छोटी-सी समस्या को न करें नजरअंदाज, ऐसा न हो कि पैन्क्रियाटाइटिस या पैन्क्रियाटिक कैंसर जैसे रोग का करना पड़े सामना। सावधान रहें, स्वच्छ और पौष्टिक आहार को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

शरीर ही बताए अच्छी सेहत का राज
अब आपके दिमाग में सवाल उठेगा कि हमारी मानसिक और शारीरिक सेहत अच्छी है, इसका पता कैसे लगे? तो बता दें कि यह जानने के लिए आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं है। आपका शरीर खुद ही बताएगा कि आप आंतरिक रूप से स्वस्थ हैं कि नहीं। इन 11 लक्षणों से जानें, जो सेहतमंद होने की निशानी है।

सर्दी का मौसम व बच्चों की देखभाल ऐसे करें
सर्दियां शुरू हुई नहीं कि माएं अपने नन्हे-मुन्नों को सिर से पैर तक ऊनी कपड़ों से ढंक देती हैं ताकि उनके नवजात शिशुओं को कहीं से भी ठंड अपनी चपेट में ना ले सके। ऊनी कपड़ों के अलावा कुछ उपाय भी हैं, जिनसे आपके शिशु ठंड में भी राहत की सांस ले सकते हैं।

महीनों और मौसम के साथ बदलता मिज़ाज
साल के 12 महीनों में सिर्फ कैलेंडर के पेज ही नहीं बदलते बल्कि हर महीने के अनुसार हमारा मूड भी बदलता रहता है। तो चलिए जानते हैं क्यों और कैसे बदल जाता है हर मौसम के हिसाब से मूड...

डिटॉक्स वॉटर से कम करें वजन
पानी का स्वाद और पोषण बढ़ाने के लिए उसमें कई तरह के फलों और सब्जियों को मिलाकर डिटॉक्स वॉटर बनाया जाता है। ये वॉटर आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के साथ वजन भी नियंत्रित करता है।

भाई-बहनों में झगड़े-विकास में साधक या बाधक
भाई-बहनों में झगड़े-लड़ाई होना तो बेहद आम बात है और हर घर की कहानी है। भले उनमे एक-दो साल का अंतर हो या फिर छह-सात साल का, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। इन झगड़ों में उनका प्यार भी छुपा होता है और तकरार भी। और कई बार बच्चे जिंदगी के जरूरी सबक भी इन झगड़ों से ही सीरव जाते हैं।

नए वर्ष के नए संकल्प
अनगिनत पलों और संभावनाओं के आसार लिए एक नया साल फिर से आपके सामने आ खड़ा है, तो क्यों ना इस अवसर का पूरा उपयोग किया जाए और जिंदगी को एकबार फिर से गले लगाया जाए।

महाकुम्भ की महायात्रा
ऐसी मान्यता है कि कुम्भ में स्नान करने के बाद आपके समस्त दुःख दूर हो जाते हैं, यहां तक कि जन्म-मृत्यु के फेर से आप बच जाते हैं। आईए जानते हैं कि आखिर 2025 में लगने वाला महाकुंभ क्यों इतना खास है।

मन और तन कीजिए स्वस्थ साउंड हीलिंग थेरेपी से
कई लोग नाश्ता नहीं करते, काफी सारे फास्ट फूड्स या जंक फूड्स खाते हैं और बड़े पैमाने पर सप्लीमेंट फूड्स पर ही रहते हैं। ऐसा देखा गया है स्वतंत्र महसूस करने के लिए करते हैं या फिर अपने पैसे से अपनी आजादी का प्रदर्शन करना चाहते हैं।

क्या अनदेखा कर रही हैं आप
महिलाएं अपनी सेहत के साथ अनदेखी कर देती है, जिससे वे कई खतरनाक बीमारियों की चपेट में आ जाती हैं। इतना ही नहीं, शरीर संकेत देता है लेकिन वे शरीर में होने वाले बदलावों को भी इग्नोर कर देती हैं, जिसके कारण उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।