DASTAKTIMES - November 2022Add to Favorites

DASTAKTIMES - November 2022Add to Favorites

Få ubegrenset med Magzter GOLD

Les DASTAKTIMES og 9,000+ andre magasiner og aviser med bare ett abonnement  Se katalog

1 Måned $9.99

1 År$99.99 $49.99

$4/måned

Spare 50%
Skynd deg, tilbudet avsluttes om 8 Days
(OR)

Abonner kun på DASTAKTIMES

1 år$11.88 $6.99

Holiday Deals - Spare 41%
Hurry! Sale ends on January 4, 2025

Kjøp denne utgaven $0.99

Gave DASTAKTIMES

7-Day No Questions Asked Refund7-Day No Questions
Asked Refund Policy

 ⓘ

Digital Subscription.Instant Access.

Digitalt abonnement
Umiddelbar tilgang

Verified Secure Payment

Verifisert sikker
Betaling

I denne utgaven

Latest Edition of Dastak times

विश्वास के संकट से जूझती पत्रकारिता

एक वह दौर था जब किसी समाचार पत्र का मालिक या संपादक अपने आपको राजनीति से बिल्कुल दूर रखता था। सरकार एवं शासन-प्रशासन के सामने नतमस्तक नहीं होता था। अक्सर कई राजनीतिक और रूतबेदार लोग समाचार पत्रों के कार्यालय पहुंच जाया करते थे, लेकिन संपादक ऐसे लोगों से मिलने के लिए अपने रूम से बाहर नहीं आते थे। उलटे आगंतुकों को संपादक के कमरे में जाकर हाजिरी लगाना पड़ती थी। ऐसा होता था संपादक का कद और पद।

विश्वास के संकट से जूझती पत्रकारिता

7 mins

...तो गुजरात में फिर खिलेगा कमल

विधानसभा में मध्य गुजरात में 68, सौराष्ट्र एवं कच्छ में 54, उत्तर गुजरात में 32 और दक्षिण गुजरात में 28 सीटें आती हैं। वर्ष 2017 में मध्य गुजरात की 68 में से 40 सीटें भाजपा के खाते में गईं थीं। कांग्रेस को 24 सीटें मिली थीं। वहीं, अन्य के खाते में चार सीटें गई थीं। साफ है कि मध्य गुजरात में भाजपा को बड़ी बढ़त मिली थी । कच्छसौराष्ट्र क्षेत्र में कांग्रेस का प्रदर्शन भाजपा से बेहतर था। कांग्रेस इस इलाके की 54 में से 30 सीटों पर जीत दर्ज करने में सफल रही थी।

...तो गुजरात में फिर खिलेगा कमल

5 mins

उत्तराखंड को सकारात्मक दृष्टिकोण की जरूरत

आओ अब थोड़ा पाजिटिव हो जाएं, मंजिल तो अभी बाकी है

उत्तराखंड को सकारात्मक दृष्टिकोण की जरूरत

10 mins

सनातन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का संगम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साइंटिफिक सोशल रिस्पांसिबिलिटी के कांसेप्ट को आगे बढ़ाने की अपील विज्ञान और उद्योग जगत से कर रखी है। आकाश सम्मेलन जैसे आयोजन देश की उसी स्वदेशी प्रौद्योगिकी और प्राचीन प्रौद्योगिकी के ज्ञान के संगम की धारा को प्रवाहित करने का प्रयास है। अंतरिक्ष क्षेत्र के मुद्दों पर संवाद और अन्तरसम्पर्क का माहौल देने से युवा वैज्ञानिकों की चेन बनाने में मदद मिल सकती है।

सनातन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का संगम

9 mins

जनसंख्या विस्फोट पर नियंत्रण की तैयारी!

भाजपा और केन्द्र की मोदी सरकार विभिन्न राज्यों की अपनी डबल इंजन की सरकार के साथ बेतहाशा बढ़ती जनसंख्या पर लगाम लगाने की दिशा में भी गंभीरता से कोई देशव्यापी कानून बनाने की तैयारी में है। हालांकि इसे एआईएमआईएम के मुखिया ओवैसी जैसी सोच रखने और मुस्लिम परस्त राजनीति के हामी दल और नेता, इसे सीधे-सीधे मुस्लिम विरोधी करार दे रहे हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है मुस्लिमों को वोट बैंक मानकर राजनीति करने वाले नेता और राजनीतिक दलों के गले से यह प्रस्ताव आसानी से नहीं उतरने वाला।

जनसंख्या विस्फोट पर नियंत्रण की तैयारी!

8 mins

योगी सरकार का एक रुका हुआ फैसला

योगी सरकार की ओर से 11 जुलाई 2021 को विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर प्रदेश के लिए नई जनसंख्या नीति की घोषणा की गई थी। इस बिल में साफ किया गया था कि दो से अधिक बच्चे वाले अभिभावकों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे लोग सरकारी नौकरी के लिए आवेदन भी नहीं कर पाएंगे। पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने पर भी ऐसे लोगों को रोकने का प्रावधान है। एक बच्चे वाले अभिभावकों को कई प्रकार की सुविधा देने की योजना है। इस बिल का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की जनसंख्या को नियंत्रण में लाने की है।

योगी सरकार का एक रुका हुआ फैसला

6 mins

उठने लगी पसमांदा मुसलमानों को आरक्षण की मांग

बीजेपी के पसमांदा मुसलमानों के बीच पैठ बनाने की ख़बरों के बीच उन्होंने एक बार फिर इस मांग को नए सिरे से उठाया है। संगठन का दावा है कि यदि मोदी सरकार वाकई में पसमांदा मुसलमानों का भला करना चाहती है तो उनकी पुरानी मांग को माना जाए। जानकारों की मानें तो बिना इस मांग को स्वीकार किए, पसमांदा मुसलमानों का बीजेपी के साथ जाना थोड़ा मुश्किल है। यही मांग बीजेपी और पसमांदा मुसलमानों के बीच दरार बन कर खड़ी करती है।

उठने लगी पसमांदा मुसलमानों को आरक्षण की मांग

5 mins

नफरती आजम खान का बुरा अंजाम!

बदजुबानी के चलते आजम खान को एमपी/एमएलए कोर्ट ने तीन साल की सजा सुनाई है, जिसके चलते उनकी विधायिकी खतरे में है तो उनके सियासी सफर पर भी ग्रहण नजर आने लगा है। मामला 2019 का था। आजम लोकसभा का चुनाव लड़े थे। चुनाव प्रचार के दौरान सात अप्रैल को वह मिलक इलाके के खातानगरिया गांव में जनसभा को संबोधित करने गए थे।

नफरती आजम खान का बुरा अंजाम!

8 mins

बदलाव की बयार हिन्दी में उच्च शिक्षा

हिन्दी में मेडिकल-इंजीनियरिंग पढ़ाई के लिए एमपी-यूपी सरकारों को साधुवाद

बदलाव की बयार हिन्दी में उच्च शिक्षा

6 mins

राजनीति की पदयात्रा

पार्टी को भले ही नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के रूप में मिल गया है, लेकिन वे आलाकमान के आदेश के बिना एक भी कदम उठा पाएंगे, ऐसा तो नहीं लगता है। फिर भी एक उम्मीद जगी है। पदयात्रा कर रहे राहुल ने उनके काम में हस्तक्षेप नहीं करने की बात कही है।

राजनीति की पदयात्रा

5 mins

ओबीसी वोट बैंक को लुभाने में जुटीं भाजपा और आजसू

आजसू बिहार की तरह राज्य में भी जातीय जनगणना की मांग कर रही है। आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो का यह भी कहना है कि सरकार को ओबीसी के आरक्षण की सीमा बढ़ाने से पहले जातीय जनगणना कराना चाहिए था | पंचायत चुनाव की तरह राज्य के ओबीसी समुदाय नगर निकाय चुनाव में आरक्षण के लाभ से वंचित न रह जाए।

ओबीसी वोट बैंक को लुभाने में जुटीं भाजपा और आजसू

3 mins

नाटो, पुतिन की महत्वाकांक्षा और वैश्विक समीकरणों के बीच भारत की स्थिति

संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि हमारा दृढ़ विश्वास है कि वैश्विक व्यवस्था अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और राज्यों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन संघर्ष के लिए भारत का दृष्टिकोण मानव - केन्द्रित बना रहेगा। कम्बोज ने कहा कि संघर्ष से पहले ही अनगिनत जानें जा चुकी हैं और लोगों की खासतौर पर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की जिंदगी नारकीय बन चुकी है।

नाटो, पुतिन की महत्वाकांक्षा और वैश्विक समीकरणों के बीच भारत की स्थिति

7 mins

प्रदूषण से पृथ्वी की रक्षा हम सभी का राष्ट्रधर्म

पर्यावरण संरक्षण पृथ्वी माता की प्राण रक्षा का आधार है। इसको लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनेक बार बैठकें हुई हैं। सम्प्रति संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में मिस्र के शर्म अल शेख नगर में पिछले रविवार से बैठक चल रही है। यह सम्मेलन लगभग दो सप्ताह चलेगा। इसके पहले स्कॉटलैंड के ग्लास्गो में भी सम्मेलन हुआ था। ब्राजील के रिओ डी जेनेरिओ नगर में पहला पृथ्वी सम्मेलन हुआ था।

प्रदूषण से पृथ्वी की रक्षा हम सभी का राष्ट्रधर्म

5 mins

अब डेथओवर बॉलिंग की चिंता हुई दूर!

युवा गेंदबाज अर्शदीप सिंह के दमदार प्रदर्शन से खुश दिख रहे कोच राहुल द्रविड़

अब डेथओवर बॉलिंग की चिंता हुई दूर!

4 mins

Les alle historiene fra DASTAKTIMES

DASTAKTIMES Magazine Description:

UtgiverDASTAK TIMES

KategoriNews

SpråkHindi

FrekvensMonthly

Latest Hindi news and political reviews.

  • cancel anytimeKanseller når som helst [ Ingen binding ]
  • digital onlyKun digitalt