India Today Hindi - September 11, 2024Add to Favorites

India Today Hindi - September 11, 2024Add to Favorites

Få ubegrenset med Magzter GOLD

Les India Today Hindi og 9,000+ andre magasiner og aviser med bare ett abonnement  Se katalog

1 Måned $9.99

1 År$99.99 $49.99

$4/måned

Spare 50%
Skynd deg, tilbudet avsluttes om 13 Days
(OR)

Abonner kun på India Today Hindi

1 år $37.99

Spare 26%

1 måned $2.99

Kjøp denne utgaven $0.99

Gave India Today Hindi

7-Day No Questions Asked Refund7-Day No Questions
Asked Refund Policy

 ⓘ

Digital Subscription.Instant Access.

Digitalt abonnement
Umiddelbar tilgang

Verified Secure Payment

Verifisert sikker
Betaling

I denne utgaven

Highlights of India Today 11th September 2024 issue:

A deep dive into one of the most pressing issues facing India - women's safety, especially at the workplace. Plus, views from the states going to the polls, the Liquor gate case, Leisure and more

पेंशन में अब कितनी टेंशन!

अगस्त की 24 तारीख को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) को मंजूरी दे दी, जिसके तहत सरकारी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद एक सुनिश्चित पेंशन मिलेगी. यह योजना 1 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगी.

पेंशन में अब कितनी टेंशन!

3 mins

गोयल के लिए नया सिरदर्द

भारत में कामकाज करने वाली बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स कंपनियों पर लगाम कसने के लिए केंद्र सरकार के नियम लाने के करीब पांच साल बाद केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने देश में ई-कॉमर्स के तेजी से होते विस्तार पर चिंता जताते हुए नया विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने कुछ ई-कॉमर्स फर्मों की ओर से इस्तेमाल की जा रही कीमत रणनीतियों की तरफ भी ध्यान खींचा और सवाल उठाते हुए इन्हें 'प्रीडेटरी कीमतें' बताया.

गोयल के लिए नया सिरदर्द

4 mins

जमीन पर सिद्धरामैया के फिसलते पांव

कर्नाटक में कथित 'भूमि घोटाला' मुख्यमंत्री सिद्धरामैया के लिए चुनौती बन गया है. विपक्षी दल भाजपा और जनता दल (सेक्युलर) उन्हें पद से हटाने की मांग पर अड़े हैं. इस बीच, सत्तारूढ़ कांग्रेस भी मई 2023 में सत्ता में आने के बाद पहली बार पूरी आक्रामकता के साथ इस संकट से उबरने के लिए एकजुट दिख रही है.

जमीन पर सिद्धरामैया के फिसलते पांव

3 mins

बीच में फंस गए हिंदू

सत्तावादी सरकार को हटाने के लिए हुई हिंसक क्रांति हमेशा अपने पीछे संघर्ष के निशान के तौर पर निर्दोष पीड़ितों की लंबी-चौड़ी जमात छोड़ जाती है. बांग्लादेश भी इसका अपवाद नहीं है, जहां 5 अगस्त को शेख हसीना को सत्ता से बेदखल कर दिया गया. इस दौरान हिंसा, लूटपाट, संपत्ति हड़पने और आगजनी की घटनाओं का सबसे ज्यादा खामियाजा अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं को भुगतना पड़ा.

बीच में फंस गए हिंदू

4 mins

भर्ती में धांधली की बू

छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग (सीजीपीएससी) के सफल अभ्यर्थियों में कुछेक आयोग के शीर्ष पदाधिकारियों के और राजनेताओं के रिश्तेदार भी हैं

भर्ती में धांधली की बू

3 mins

बड़े डॉक्टर तो निकल चले

नेतृत्व के संकट की प्रमुख वजह कई डॉक्टरों का वीआरएस लेना भी है. पिछले डेढ़ेक साल में तकरीबन डेढ़ दर्जन वरिष्ठ डॉक्टरों ने एम्स दिल्ली से वीआरएस लिया है

बड़े डॉक्टर तो निकल चले

4 mins

कार्यस्थल पर स्त्री सुरक्षा - क्या-क्या करें उपाय

कोलकाता में बलात्कार और हत्या की जघन्य वारदात ने एक बार फिर जाहिर किया कि देश में काम करने की जगहें महिलाओं के लिए कितनी असुरक्षित हैं, उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात के लिए संबंधित पक्षों के लिए एक ढोस-सा ब्लूप्रिंट

कार्यस्थल पर स्त्री सुरक्षा - क्या-क्या करें उपाय

3 mins

यौ दंगल तो सीद्धा सै

एक दशक से सत्ता पर काबिज भाजपा अपने इस जाट गढ़ को फिर से मजबूत हो रही कांग्रेस से बचाने की कोशिश कर रही. उधर कांग्रेस अपनी अंदरूनी कलह से हलकान

यौ दंगल तो सीद्धा सै

6 mins

वादी को वादा निभाने का इंतजार

अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर पहली बार विधानसभा चुनाव के लिए तैयार. यहां हाथ मिलाने वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने गठबंधन कर अपनी संभावनाओं को बल दिया

वादी को वादा निभाने का इंतजार

5 mins

गले में फंस गया क ख ग

कोर्ट के आदेश से दोबारा जारी होगी 69,000 सहायक शिक्षक भर्ती की मेरिट सूची. आरक्षण के प्रावधानों को समुचित रूप से लागू न करने से हुई यूपी सरकार की किरकिरी

गले में फंस गया क ख ग

7 mins

अब नजर से उतरने का अंदेशा

मुसलमान कह रहे हैं कि राजद का मुस्लिम-यादव समीकरण बस नाम का रह गया है. मुसलमान जनसुराज, एमआइएम और पप्पू यादव जैसे विकल्पों की तलाश में हैं. अब राजद भी इन्हें मनाने को मजबूर

अब नजर से उतरने का अंदेशा

8 mins

हिंदुत्व का नया झंडाबरदार

मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा का असमिया संस्कृति के संरक्षण को हिंदू पहचान जोड़कर ध्रुवीकरण करने वाला नैरेटिव असम के सियासी फलक को लगातार नए सिरे से गढ़ रहा. इसने सामाजिक खाई को भी गहरा किया

हिंदुत्व का नया झंडाबरदार

8 mins

धूल झाड़कर पार्टी फिर से मैदान में

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में हैं लेकिन उनके नायब मनीष सिसोदिया बाहर आ चुके हैं जिससे आने वाले विधानसभा चुनाव में आप की उम्मीदों को हौसला मिला है. संकटों से घिरी पार्टी अब आगे की रणनीति बनाने में जुटी

धूल झाड़कर पार्टी फिर से मैदान में

10 mins

श्रीलंका के लिए आखिरी मौका

श्रीलंका 21 सितंबर को राष्ट्रपति चुनाव में उतरने के लिए कमर कस रहा. 2022 के आर्थिक पतन से अब भी वह पूरी तरह उबर नहीं पाया है. ऐसे में यह चुनाव उसके लिए निर्णायक अवसर

श्रीलंका के लिए आखिरी मौका

4 mins

प्रयोग जो बन चला परंपरा

क्यों न गांवों में ही लाइब्रेरी खोली जाएं! सीएसआर की पूंजी के साथ एक पुलिस अफसर का शुरू किया गया उपक्रम ग्रामीण हरियाणा के हजारों नौजवानों के लिए बन गया वरदान

प्रयोग जो बन चला परंपरा

5 mins

दिग्गजों के सामने दिखाया दम

पुणे की युवा तबलावादक साबनी तलवलकर उस्ताद जाकिर हुसैन के सामने बजाने, जेंडर दायरे और संगीत में सोशल मीडिया पर

दिग्गजों के सामने दिखाया दम

2 mins

Les alle historiene fra India Today Hindi

India Today Hindi Magazine Description:

UtgiverIndia Today Group

KategoriNews

SpråkHindi

FrekvensWeekly

India Today Hindi Magazine is a weekly Hindi-language magazine published by the India Today Group. The magazine covers a wide range of topics, including politics, business, economy, society, culture, and sports. It is known for its in-depth reporting, insightful analysis, and stunning photography.

India Today Hindi Magazine features a variety of content, including:

* Cover Story: The cover story of each issue of India Today Hindi Magazine is dedicated to a specific topic related to current affairs. The cover story is typically written by a leading expert in the field and provides readers with in-depth analysis and recommendations.
* Featured Articles: The featured articles in India Today Hindi Magazine cover a wide range of topics related to current affairs, including national and international news, government policies, economic trends, and social issues. The featured articles are written by experienced journalists and analysts and provide readers with valuable insights into current events.
* Editorials: The editorials in India Today Hindi Magazine provide readers with the magazine's perspective on important current events. The editorials are written by the magazine's editors and are known for their critical and independent analysis.
* Q&A: The Q&A section of India Today Hindi Magazine provides readers with the opportunity to ask questions about current affairs to the magazine's experts. The questions and answers are published in the magazine and provide readers with valuable insights into how to understand current events.

India Today Hindi Magazine is a valuable resource for anyone who wants to stay informed about the latest news and developments in India. It is also a great way to get in-depth analysis and commentary on current affairs.

  • cancel anytimeKanseller når som helst [ Ingen binding ]
  • digital onlyKun digitalt