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जब रेस्टोरेंट में मचा कोलाहल
क्रीओ और वेंडी नाम के 2 मगरमच्छ कारमेल झील के पास रहते थे. एक दिन जब वे हमेशा की तरह झील से बाहर निकल कर धूप सेंक रहे थे, क्रीओ ने सुझाव दिया, “हमारी झील के सामने वाले उस रैस्टोरेंट में हमें चलना चाहिए. तुम्हारा क्या विचार है, वेंडी?"
भेदभाव
लीली मैना अपना घोंसला बनाने के लिए जगह तलाश रही थी. आखिर उस ने घोंसला बनाने के लिए बरगद के पेड़ की एक शाखा को चुना. वह खुद तिनके चुन कर लाई और अपना घोंसला बनाने में जुट गई. अभी उस ने शुरुआत ही की थी कि एक मोर उछलता हुआ वहां आया. उस ने लीली को देखते ही अपने नथुने फुलाए और फिर अकड़ कर कहा, “अरे, ओ पिद्दी, तू यहां क्या कर रही है? यह जगह तुम जैसे छोटे पक्षियों के लिए नहीं है. यहां हम जैसे बड़े पक्षी रहते हैं, चल भाग यहां से.''
गुनगुनी धूप
मनाली शहर में पिछले कुछ दिनों से आसमान पर बादल छाए हुए थे. हर कोई सूरज और धूप का ही इंतजार कर रहा था. रविवार को पंकज ने खिड़की से बाहर झांका तो उसे अपने गालों पर गुनगुनी सी गरम हवा के छूने का एहसास हुआ यानी धूप तेज थी. उस की गरमी महसूस हो रही थी. पंकज खुशी के मारे सारे घर में इधर से उधर ताकझांक कर रहा था.
लालच बुरी बला
डीना हिरन बहुत मेहनती थी. दिन भर वह मन लगा कर काम करती. काम के बदले जो पैसे मिलते थे उन में से थोड़ा सा खर्च करने बाद बचे हुए पैसे वह बैंक में जमा करा देती थी.
किताब का रहस्य
माया और काव्या जुड़वां बहनें थीं. उन की आदतें बिलकुल अलगअलग थीं. जहां माया को अपनी हर चीज सलीके से रखनी पसंद थी, अपना हर काम एकदम कायदे और समय पर करना पसंद था तो वहीं काव्या लापरवाह और आलसी थी. सुबह उठने या रात को सोने का उस का कोई समय नहीं था.
घोड़े की खरीदारी
एक बार की बात है, एक राजा था. वह थोड़ा सनकी था. एक बार एक व्यापारी 4 घोड़े ले कर उस के दरबार में हाजिर हुआ. उस ने राजा को बताया कि चारों घोड़े बेहद नायाब किस्म के हैं. सभी एकदूसरे से बढ़ कर हैं. ऐसे घोड़े उन्हें कहीं और नहीं मिलेंगे. आप फौरन इन्हें खरीद लें.
पिग्गी की कुंभकर्णी नींद
"उर...र...र... गुर...........फुर..........." सूअर के बच्चे, पिग्गी के खर्राटों ने अचानक क्लास को झकझोर दिया. बच्चे ठहाके लगा कर हंस पड़े और सीटी बजाते हुए चीखने लगे. लेकिन पिग्गी पर उस का कोई असर नहीं पड़ा, क्योंकि वह गहरी नींद में सो रहा था.
औनलाइन परीक्षा
निशिता की परीक्षा नजदीक आ रही थी. इस साल निशिता को औनलाइन परीक्षा देनी थी. इसलिए वह बहुत खुश थी, क्योंकि उसे स्कूल में परीक्षा देने नहीं जाना था और न ही उसे किसी सुपरवाइजर का डर था.
नील और उसका उपभोक्ता अधिकार
जब जय और उस के दोस्तों ने विशाला खादी में शिविर लगाने के लिए नील को आमंत्रित किया तो नील को अपनी किस्मत पर विश्वास नहीं हुआ. उसे अपने मातापिता से बिना बहुत ज्यादा प्रयास के अनुमति मिल गई, क्योंकि जय की बड़ी बहन खुशी भी सभी बच्चों की देखभाल करने के लिए उन के साथ जा रही थी.
हैप्पी होली
जेनी हाथी का अब तक का रिकोर्ड था कि होली के दिन कोई भी उसे रंग नहीं लगा पाया था. अपनी तेज बुद्धि के कारण वह हमेशा रंगने से बच जाती थी. उसे रंग लगवाना पसंद नहीं था. हर साल चंपकवन के निवासियों ने जेनी पर कुछ रंग डालने की योजना बनाई, पर हर बार जीत जेनी की हुई. वह उन्हें चकमा दे कर भाग जाती थी.
छोटा सा प्रयास
पता नहीं आज स्कूल में क्या बताया गया कि तान्या और ध्रुव अन्य दिनों की अपेक्षा आज जल्दीजल्दी घर की ओर कदम बढ़ा रहे थे. शायद वे शीघ्र घर पहुंच कर अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करना चाहते थे.
कोविड वेपन
"पापा, क्या आप को पता है कि हम सब को जल्दी ही इंजैक्शन लगने वाले हैं. मेरा एक दोस्त बता रहा था," औफिस से पापा को घर आते ही आर्यन ने बताया.
बरगद के पेड़ का भूत
चीका खरगोश वापस अपने घर लौट आई थी, लेकिन उस के दिल की धड़कन तेज हो गई थी. अंधेरा घिर गया था और उसे अंधेरे से डर लगता था. उस ने यह निश्चय कर रखा था कि अंधेरा होने के बाद कहीं भी नहीं जाएगी, लेकिन आज उसे अपने दोस्तों के साथ खेलते हुए यह एहसास नहीं हो पाया कि कितना समय बीत चुका था. उस के आसपास अजीबोगरीब शोर ने उसे परेशान कर रहा था. अब वह अपने घर के बहुत पास आ चुकी थी, लेकिन उसे अभी भी बड़े बरगद के पेड़ के पास से गुजरना था.
विवेक की औनलाइन कक्षाएं
कोविड़-19 महामारी के चलते विवेक के स्कूल वालों ने सभी छात्रों के लिए औनलाइन कक्षाएं शुरू की. विवेक कक्षा 9 का विद्यार्थी था. उस की क्लास हमेशा 3 से 4 घंटे चलती थी. इस से सभी पैरेंट्स काफी खुश हो गए, क्योंकि बच्चे बिजी हो गए थे और उन की पढ़ाई का नुकसान होने से बच गया.
जरोना से मुक्ति
रानी शेरनी चेरिकेन चिंतित थी. सारे दरबारी भी चिंतित नजर आ रहे थे. चंपकवन में कुछ दिनों से रहस्यमयी घटनाएं घट रही थीं. अच्छेखासे जानवर अचानक बीमार पड़ रहे थे और उन में से कइयों की मौत भी हो रही थी.
तरुण और गुलाब
"मां, मैं वादा करता हूं कि मैं ने डोरबैल नहीं बजाई.”
आ गई वैक्सीन
दीया के पापा हर्ष टैलीविजन पर न्यूज देख रहे थे.यह उन की रोज की दिनचर्या थी. वे एक सरकारी अस्पताल में फार्मासिस्ट थे.
एक नई भाषा
चंपकवन स्कूल में इंटरनैशनल मदर लैंग्वेज डे यानी अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के लिए एक पात्रता प्रतियोगिता की घोषणा की गई थी.
मनी ट्रैप
अंधेरा घिरने लगा था, इसलिए मोमो चूहा मैदान से खेल कर अपने घर वापस लौट रहा था. उसे सड़क पर एक 10 रुपए का सिक्का गिरा दिखाई दिया.
संतरा, कमाल का फल
"मम्मी,” लिविंगरूम में जाती हुई टीना ने पुकारा, "क्या आप को याद है कि अतुल, प्रिया और टोनी आज आ रहे हैं?"
मैजिक बौक्स
सुबह हो गई थी. समय 5.30 बजे का था. घर के आसपास चारों ओर जोर से संगीत बज रहा था. शोभा और उस का छोटा भाई राज जो अभी भी अपने बेड पर सो रहे थे, उन्हें इस संगीत ने जगा दिया.
रीहा का स्वैटर
कैटी तेंदुआ काफी गर्मजोशी से भरी थी, जब भी वह और रीहा हंस आमनेसामने होते वह अकसर गुस्से से लाल हो जाती थी. रीहा भी कम शरारती नहीं थी. वह हर समय कैटी को परेशान करती थी.
असफल योजना
चीकू खरगोश जब वापस घर जा रहा था तो अचानक किसी ने उसे पीछे से पकड़ लिया. इस से पहले कि वह अपना बचाव कर पाता किसी ने क्लोरोफौर्म से भीगा रूमाल सुंघा कर उसे बेहोश कर दिया.
बन्नी का सीक्रेट वैलेंटाइन गिफ्ट
"मम्मी, क्या आप को याद है, जब मैं ने वैलेंटाइन डे पर दादीमां को उपहार में चौकलेट बौक्स दिया था तो वे कितनी ज्यादा उत्साहित हो गई थीं?
गोरिल्ला हाउस में भूचाल
सुबह मदारी का खेल क्या हुआ, गोरिल्ला हाउस में भूचाल आ गया.
मतदान का महत्व
नील बहुत उत्साहित था क्योंकि उसे राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण मिला था, जो हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है.
बस्ते का बोझ
बौबी भालू किताबों का भारी बस्ता घर छोड़ कर बस स्टैंड की ओर चल दिया. जैसे ही बस आई बौबी आगे की सीट पर बैठ गया. अब तक दूसरे छात्र भी आ चुके थे. वे अलगअलग सीटों पर बैठ गए. उन्हें अब लूना हिरण का इंतजार था.
बैडी को सबक
चंपकवन के राजा शेरसिंह हमेशा अपने यहां आने वाले सभी वनवासियों की अपनी तरफ से पूरी सहायता करने की कोशिश करते थे. उन के बारे में कहा जाता था कि उन के दरबार से कोई खाली हाथी नहीं लौटता. हालांकि कुछ धूर्त वनवासी राजा शेरसिंह की इस उदारता का नाजायज फायदा भी उठाते थे.
छोटी चींटी
मृदु बगीचे में कुरसी पर बैठी धूप सेंक रही थी और अपने रूमाल से खेल रही थी. अचानक उस ने अपनी कुरसी के पास एक छोटी सी चींटी को चलते देखा. वह बड़े ध्यान से उस को देखती रही. तभी अंदर से मां ने उस को बुलाया. वह जल्दी से अंदर जाने लगी तभी अनजाने में उस का रूमाल उस चींटी पर जा गिरा. मृदु ने यह सब देखा, लेकिन सोचा कि मां की बात सुन कर रूमाल उठा लेगी.
गणतंत्र दिवस समारोह
गणतंत्र दिवस के अवसर पर भूमि के स्कूल में एक गायन प्रतियोगिता आयोजित की गई थी. भूमि अच्छी गायिका थी और मधुर गाती थी. वह 5 साल की उम्र से ही संगीत क्लास में जा कर संगीत सीखती थी. भूमि ने जैसे ही गायन प्रतियोगिता के बारे में सुना उस ने तुरंत जा कर अपना नाम रजिस्टर्ड करवाया, लेकिन इस स्पर्धा के लिए वह देशभक्ति का कौन सा गाना चुने उस के सामने यह प्रश्न खड़ा हो गया.