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आत्मविश्वास से परिपूर्ण हैं शिवराज
शिवराज सरकार के विरुद्ध पेश अपना अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से ही खारिज होने के बाद विपक्षी कांग्रेस पार्टी को आत्ममंथन करना चाहिए कि मात्र रस्म अदायगी के लिए शिवराज सरकार के विरुद्ध पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव के औंधे मुंह गिरने से उसने ऐसी कौन सी उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर ली है जिस पर वह गर्व महसूस करने की अधिकारी बन गई है।
वर्ष 2023 आर्थिक दृष्टि से सुनहरा साबित होगा
यहां पर उक्त तो केवल कुछ उदाहरण दिए गए हैं वरना वर्ष 2014 के बाद से इस प्रकार के अनेकों निर्णय कई क्षेत्रों में लिए गए हैं जिनसे पूरा विश्व ही आज हक्का बक्का हो गया है।
जनता से किया हर वायदा पूरा कर रहे हैं: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
जनता के आग्रह पर क्षेत्र के विकास के लिए दी अनेक सौगातें
दूषित जल प्रबंधन में लापरवाही आमजन पर पड़ रही है भारी
विभिन्न स्त्रोतों से निकलने वाला वेस्टवाटर [अपशिष्ट पानी] जगह जगह से बहकर अंतत: हमारे जलस्त्रोत जैसे तालाब, पोखर, धाराओं, नदियों और समुद्र में चला जाता है जो मानव जीवन पर बेहद खतरनाक असर डालता है। यह निर्विवाद सत्य है कि 85 फीसदी जल सप्लाई (जलापूर्ति) बिना किसी उपचार के हमारे इकोसिस्टम में फिर से वापस आ जाती हैं, जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए तो खतरनाक है ही, साथ ही हमारे पर्यावरण पर घातक रूप से प्रभाव डाल सकता है। बिना उपचार का दूषित जल हमारे पीने के पानी को दूषित तो करता ही है साथ ही बीमारियां पैदा करता है। दिनों-दिन घरेलू तथा व्यवसायिक स्थलों से उत्पन्न होने वाले दूषित पानी की मात्रा लगातार बढ़ रही हैं मगर हमारे दूषित जल प्रबंधन में सरकारी स्तर पर बरती जा रही लापरवाही आम आदमी पर भारी पड़ रही हैं जिससे संक्रामक बीमारियों का फैलाव तेजी से होता जा रहा है।
राम मंदिर से बन रहा नए भारत का नया उत्तर प्रदेश
अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के मंदिर के निर्माण का कार्य चल रहा है। सरकार नमामि गंगे योजना के अंतर्गत गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल करने पर विशेष बल दे रही है।
महाकाल लोक और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद
भारतीय सभ्यता और संस्कृति दुनिया में सर्वाधिक प्राचीन है। सभ्यताओं के प्रादुर्भाव के साथ वह तिरोहित भी हुई।
सुशासन एवं देश-विकास के लिये नौकरशाह स्वयं को बदले
प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों से जिस तरह की अपेक्षाएं हैं, वे पूरी नहीं हो पा रही है, यह एक गंभीर चुनौती एवं त्रासद स्थिति है।
दुनिया को नई दिशा प्रदान करेगा भारत
एक ऐसा राष्ट्र बताया है जो संपूर्ण दुनिया को फिर से एक बार युगानुकूल मानव संस्कृति की दीक्षा देगा।
प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से भारत में हो रहा सांस्कृतिक पुनर्जागरण
कालखंड की सीमाएं नहीं हैं, तो महाकाल महादेव के असीम देवत्व की कल्पना की जा सकती है। शिव ही ज्ञान है और ज्ञान ही शिव है। उज्जैन भी शिवमय हो उठा है, क्योंकि महाकाल के लोक को साकार करने के कलात्मक प्रयास किए गए हैं। 23 अक्टूबर, 2019 को प्रधनमंत्री नवोन्मेष शिक्षण कार्य म के समापन समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा था कि भारत को एक वैज्ञानिक पुनर्जागरण और सांस्कृतिक पुनरुद्धार की आवश्यकता है क्योंकि किसी भी सभ्यता को विकसित करने के लिए विज्ञान और संस्कृति दोनों आवश्यक रहे हैं। भारत को राजनीतिक स्वतंत्रता तो 15 अगस्त 1947 को ही मिल गई किंतु भारत आज भी सांस्कृतिक परतंत्रता का शिकार है। 2014 में केंद्र में भाजपानीत एनडीए सरकार बनने के बाद से सांस्कृतिक राष्ट्रवाद ने राजनीतिक विमर्श में केंद्रीय भूमिका में लाने का काम किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले आठ साल से देश में सांस्कृतिक पुनरुद्धार की दिशा में लगातार प्रयासरत हैं। इसी प्रयास के फलस्वरूप पिछले दिनों मध्य प्रदेश के सांस्कृतिक शहर उज्जैन में मानो शिव-लोक अवतरित हो गया है। उसके कण-कण में महादेव का आभास हो रहा है, शिला- शिला पर शिव-शंभु की गाथाएं हैं, कण-कण में शंकर की उपस्थिति व्याप्त है। शिव अनश्वर, अविनाशी हैं और महाकाल के नियंता हैं।
रानी लक्ष्मीबाई से सभी को लेनी चाहिये प्रेरणा
भारत भूमि पर अंग्रेजों से लोहा लेने के लिए अनेक वीर अग्रणी भूमिका में रहे हैं। लेकिन देश को स्वतंत्र कराने में मातृशक्ति के योगदान को किसी प्रकार से कम नहीं कहा जा सकता।
हिंदुओं की आस्था का केंद्र सोमनाथ मंदिर
हिंदुओं की आस्था का केंद्र माने जाने वाले सोमनाथ में राजनेताओं का भी खूब जमावड़ा लगता है ताकि देश की बहुसंख्यक आबादी को आकर्षित किया जा सके।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एनपीएस की राशि, जीएसटी क्षतिपूर्ति की मांग दोहराई
बजट पूर्व बैठक में एक बार फिर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने एनपीएस की राशि की वापसी, जीएसटी क्षतिपूर्ति की भरपाई, कोल रॉयल्टी की राशि की मांग सहित राज्यहित के विभिन्न मुद्दे केंद्रीय वित्त मंत्री के सामने रखे।
भ्रष्टाचारमुक्त देश के लिए एकता जरूरी
कभी रिश्वत नहीं लेंगे और न ही देंगे। सभी कार्य ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ करेंगे। जनहित में कार्य करेंगे।
बढ़ते प्रदूषण से संक्रामक बीमारियों का खतरा
इस बार दीपावली के तुरंत बाद भले ही दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर नहीं पहुंचा था लेकिन अब यह क्षेत्र हर साल की भांति प्रदूषण से कराहता नजर आने लगा है।
धरती संरक्षण की राह तलाशती दुनिया
विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस प्रतिवर्ष 26 नवम्बर को मनाया जाता है। यह दिवस पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने एवं लोगों को जागरूक करने के सन्दर्भ में सकारात्मक कदम उठाने के लिए मनाते हैं। यह दिवस संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के द्वारा आयोजित किया जाता है। पिछले करीब दो-तीन दशकों से ऐसा महसूस किया जा रहा है कि वैश्विक स्तर पर वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या पर्यावरण से जुड़ी हुई है, बढ़ता प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, भयंकर तूफान, सुनामी और भी कई प्राकृतिक आपदाओं का होना आदि ज्वलंत समस्याएं विकराल होती जा रही है। ये समस्याएं जितनी गंभीर होती जा रही है, इससे निपटने के गंभीर प्रयासों का उतना ही अभाव महसूस हो रहा है। अमीर एवं शक्ति शाली देश इस वैश्विक समस्या के प्रति उदासीन है। गरीब देश इस समस्या से जूझ रहे हैं और उनके पास इसके निदान के साधनों का अभाव है। इस सन्दर्भ में ध्यान देने वाली बात है कि करीब दस वैश्विक पर्यावरण संधियां और करीब सौ के आस-पास क्षेत्रीय और द्विपक्षीय वार्ताएं एवं समझौते संपन्न किये गये हैं। लेकिन उनके प्रति अमीर देशों की उपेक्षा समस्या को अधिक विकराल बना रही है। इस समस्या से निजात पाने की दिशा में दुनिया में जागरूकता लाना ही इस दिवस का उद्देश्य है।
काशी देश की सांस्कृतिक राजधानी
प्रधानमंत्री मोदी ने बनारस में अपनी संस्कृति को एकसूत्र में बांधने वाली काशी तमिल संगमम का आह्वान देकर इसे विविधताओं का उत्सव मनाने की बात कही है। यही हमारे संविधान की आवाज है, अनेकता में एकता। यह एकता जब होगी तो वह ऊर्जावान राष्ट्रीय एकता बनेगी। अपने-अपने हिस्से का हिंदुस्तान नहीं बांटना चाहिए। ऐसे दो भाग भारत के न बनें कि जहां उत्तरी भारत के सांस्कृतिक स्वर दक्षिण तक नहीं जाते और दक्षिण के स्वर उत्तर भारतीयों को अजनबी लगते हैं। इसकी वजह से ही कट्टरता पैदा होती है। क्षेत्रवाद पैदा होता है और एक-दूसरे को न सहने की भावना पैदा होती है।
आम बजट 2023-24 की कवायद हुई शुरू
वैश्विक स्तरपर आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी कुशल समृद्ध अर्थव्यवस्था की रैंकिंग में है। जबकि ऐसी उम्मीद की जा रही है कि यह रैंकिंग शीघ्र ही तीसरे नंबर पर होने की संभावना है और विजन 2047 के पूर्व ही भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के खिताब से नवाजी जाएगी ऐसा मेरा विश्वास है।
हिजाब मुद्दे को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाना उचित नहीं
विगत कई वर्षों से मुसलमानों के विभिन्न धार्मिक, सामाजिक व उनके शरई मामलों में दखलअंदाजी करने की गोया एक अंतर्राष्ट्रीय मुहिम सी छिड़ी हुई है।
ऐतिहासिक क्रूरता का दस्तावेज है, 'द कश्मीर फाइल्स'
भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में वैश्विक फिल्मों की जूरी के प्रमुख नदव लापिड द्वारा चर्चित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' पर की गई विवादित टिप्पणी पर बढ़ता बवाल देख इजराइली राजदूत नाओर गिलोन ने अपने हमवतन फिल्मकार को फटकार लगाते हुए उनके बयान की तीखी निंदा की और इस गलती के लिए भारत से माफी भी मांगी।
मध्य प्रदेश में आयुर्वेद और शिवराज सरकार
भारत की ज्ञान परम्परा अद्भुत है, जिसने इस ज्ञान की थाह लेना चाही, वास्तव में वही कुछ पा सका है।
शीतकालीन सत्र सार्थक संवाद का माध्यम बने
लोकतंत्र में सफलता की कसौटी है- संसद की कार्रवाही का निर्विघ्न संचालित होना। संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पूर्व ही हंगामा होने के आसार दिखाई दे रहे हैं।
दिल्ली में ढहा भाजपा का 15 साल पुराना किला
दिल्ली महानगर पालिका निगम में 15 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी का शासन था। इसके चुनाव परिणाम घोषित हो गए हैं।
आप की राजनीति में बढ़ता अपराध का साया
हाल ही में सम्पन्न दिल्ली नगर निगम चुनावों में जीते पार्षदों के संदर्भ में 'एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्मूस' यानी एडीआर और 'दिल्ली इलेक्शन वाच' ने एक चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी कर यह बताया गया है कि दो सौ अड़तालीस विजेताओं में से बयालीस यानी सत्रह प्रतिशत निर्वाचित पार्षद ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
आखिर बोरवेल में कब तक बच्चों का दम टूटेगा
मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के मांडवी गांव में 55 फीट गहरे बोरवेल में फंसे आठ वर्षीय मासूम तन्मय साहू की मौत ने फिर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। 84 घंटों की जद्दोजहद के बावजूद उसे नहीं बचाया जा सका। हालांकि इसी साल 10 जून को छत्तीसग? के जांजगीरचांपा जिले में 80 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 11 साल के राहुल को 104 घंटे के अब तक के सबसे लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था लेकिन 22 मई को पंजाब के होशियारपुर जिले के गड़दीवाला के समीप बहरामपुर में 300 फीट गहरे बोरवेल में करीब 95 फुट नीचे फंसकर छह वर्षीय बच्चा ऋतिक मौत की नींद सो गया था।
चीन ने तवांग में पैदा किए टकराव के हालात
अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच आमने सामने का संघर्श हुआ है।
आज भी प्रासंगिक हैं सरदार पटेल के संदेश
स्वतंत्र भारत के प्रथम गृहमंत्री और पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल का भारत के राजनीतिक एकीकरण में अविस्मरणीय योगदान है।
राजस्थान में भाजपा को लगा जोर का झटका
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी इन दिनों सदमे की हालत में है।
संसदीय राजनीति के शिखर पुरुष भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी
बहुआयामी प्रतिभा के धनी और विशाल व्यक्ति त्व वाले भारत र अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति में अजातशत्रु के नाम से स्मरणीय रहेंगे। उनके विराट राजनीतिक व्यक्ति त्व और कृतित्व की चर्चा स्वतंत्र भारत के इतिहास के हर मोड़ पर खूब होती है और होती ही रहेगी। भारत की संसदीय राजनीति के वे आधार स्तंभ और शिखर पुरुष थे, जिनके इर्दगिर्द संसदीय इतिहास घूम रहा है। उनका संसदीय कार्यकाल उनके व्यक्तित्व का अनुपम अध्याय था। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और यहां की संसदीय शासन व्यवस्था में संसद सर्वोच्च है। भारतीय संसद की जब भी चर्चा होती है, उसके इतिहास को टटोला जाता है तो इसमें यदि किसी एक व्यक्ति त्व का नाम हर भारतीय और राजनीतिज्ञ के मानस पटल पर उभरता है, वह नाम है श्रद्धेय अटलजी का, जिन्हें संसदीय राजनीति का शिखर पुरुष कहा जाता है।
अब प्राकृतिक आपदाओं पर आसमान से नजर रख सकेगा भारत
इसरो के वैज्ञानिकों ने बीते कुछ वर्षों में अंतरिक्ष की दुनिया में कई बड़े मुकाम हासिल किए हैं। पिछले दिनों भी इसरो ने अंतरिक्ष में सफलता का ऐसा ही परचम लहराया। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से इसरो ने महासागरों के वैज्ञानिक अध्ययन और चक्रवातों पर नजर रखने के लिए तीसरी पीढ़ी के ओशनसैट सैटेलाइट का प्रक्षेपण किया। इसरो ने 44.4 मीटर लंबे अपने विश्वसनीय पीएसएलवी-54 रॉकेट से ईओएस - 06 मिशन के तहत कुल 321 टन भार के साथ उड़ान भरी और ओशनसैट-3 सैटेलाइट के अलावा भूटान के एक उपग्रह सहित 8 नैनो उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया। इस वर्ष का इसरो का यह पांचवां और आखिरी मिशन था, जो वैज्ञानिकों द्वारा किए गए सबसे लंबे समय तक चलने वाले मिशनों में से एक था। इसरो के पीएसएलवी (पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल) रॉकेट का यह 54वां तथा पीएसएलवी-एक्सएल प्रारूप का 24वां मिशन था, इसीलिए इसरो द्वारा अपने इस मिशन को पीएसलीवी सी-54 नाम दिया गया।
भारत में चीतों की वापसी के साथ मना मोदी का जन्मदिन
यह संयोग ही है कि करीब 75 साल पहले भारत की धरती से चीते विलुप्त हो गए थे, लेकिन अब सर्वोच्च न्यायालय के आदेष से चीतों के पुनर्वास की अनुमति मध्य प्रदेष सरकार के वन-विभाग को मिली थी।