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चंद्रयान-3 की सफलता में असम के पांच होनहार वैज्ञानिक
चंद्रयान-3 मिशन में शामिल रहीं निधि शर्मा तिनसुकिया की बहू हैं। वैज्ञानिक निधि शर्मा चंद्रयान-3 मिशन की शुरुआत से ही इससे जुड़ी हैं। पिछले 10 वर्षों से इसरो में वैज्ञानिक के तौर पर काम कर रहीं निधि इससे पहले चंद्रयान-2 में भी शामिल थीं। उनकी शादी तिनसुकिया निवासी दिवाकर देब से हुई थी। वर्तमान में अपने पांच महीने के बच्चे के साथ गर्भवती निधि शर्मा ने इसरो के इस बड़े और सफल मिशन की एक सदस्य के रूप में देश को अपना समर्पण और उत्साह दिखाया है।
'चंद्रयान' ने भारत के स्पेस मिशन को लगाए चार चांद
मोदी सरकार की नई स्पेस पॉलिसी के तहत पिछले एक दशक में 55 स्पेसक्राफ्ट और 50 लॉच व्हीकल मिशन चलाए गए। साथ ही भारत ने एक साथ 104 उपग्रह प्रक्षेपित करने का रिकॉर्ड बनाया। भारत प्रथम प्रयास में ही मंगल ग्रह पर पहुंचने वाला पहला देश बना और आज चंद्रयान-3 मिशन को भी सफलता मिली है। मोदी सरकार द्वारा 2020 में अंतरिक्ष क्षेत्र में किए गए सुधारों से प्राइवेट प्लेयर्स को मौका मिला है और इससे हमारे मिशन को गति मिलेगी। भारतीय कंपनियों के लिए अंतरिक्ष का प्रवेश द्वार खुलने से हमारे युवाओं के लिए रोजगार के ढेर सारे अवसर पैदा होंगे।
पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की दरकार
अच्छी स्वास्थ्य सेवा न होने के कारण पहाड़ के लगभग सभी जिलों में अब तक कई गर्भवती महिलाएं, नवजात शिशु और बुजुर्ग काल का ग्रास बन चुके हैं। ऐसी ही एक दुखद खबर पिछले दिनों पहाड़ के दूरस्थ जिले चंपावत से आई थी, जहां शिशु की मौत के 24 घंटे बाद ही प्रसूता महिला की मौत हो गई। बताया गया है कि शिशु की मौत के 24 घंटे तक पीड़िता का प्रसव नहीं किया गया जिससे लोहाघाट से हायर सेंटर रेफर गर्भवती महिला ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना था कि यदि समय रहते महिला का आपरेशन कर बच्चे को निकाल लिया जाता तो शायद महिला की जान बच सकती थी।
आपदाओं से इस बार सबसे अधिक सड़कों को नुकसान
वहीं इस वर्ष प्रदेश में हुई भारी बरसात के कारण कई बड़े व छोटे पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस कारण इन पुलों की बनावट व गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। अब सरकार ने क्षतिग्रस्त पुल विशेषकर बड़े पुलों को हुए नुकसान और उन्हें ठीक कराने के लिए आइआइटी रुड़की समेत अन्य बड़े संस्थानों से थर्ड पार्टी सर्वे कराने का निर्णय लिया है। सर्वे करने वाले संस्थानों से पुलों के डिजाइन समेत इनके निर्माण में इस्तेमाल की गई तकनीक व सामग्री का विवरण साझा किया जाएगा।
युवा तुर्क धामी के निर्णयों पर हाईकमान की मुहर
उत्तराखंड के एक दिवसीय प्रवास पर आए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हरिद्वार में पार्टी के प्रांतीय कोर ग्रुप की बैठक से पहले और बाद में मुख्यमंत्री धामी से अलग से बातचीत भी की। सभी कार्यक्रमों में उन्होंने राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में धामी सरकार के कदमों की सराहना की। राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने राज्य में जबरन धर्मांतरण रोकने के लिए कानून सख्त बनाने, प्रतियोगी परीक्षाओं की शुचिता और इन्हें नकलविहीन बनाने के दृष्टिगत सख्त नकलरोधी कानून, सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने को चलाए जा रहे अभियान के साथ ही धामी सरकार की अन्य नीतियों व निर्णयों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।
किसकी झोली में गिरेगी 'अमरमणि'
अमरमणि त्रिपाठी महराजगंज जिले की नौतनवा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। वह समाजवादी पार्टी में भी रह चुके है। बाद में उन्होंने बसपा का दामन थाम लिया था। बीजेपी के लिए अमरमणि इसलिए भी उपयोगी लग रहे हैं क्योंकि विरोधी दल के नेता लगातार योगी सरकार पर ब्राह्मण विरोधी होने का आरोप चस्पा करती रहती है, इसकी काट के लिए अमरमणि को बीजेपी बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में पेश करके ब्राह्मण वोटों की गोलबंदी कर सकती है।
मुस्लिमों को रास नहीं आता 'सपा-कांग्रेस' का साथ
प्रदेश कांग्रेस की कमान हाथ में आने के बाद जिस तरह से अजय राय ने राहुल-प्रियंका के क्रमशः अमेठी-वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर राग छेड़ा है, उससे कुछ समय के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं में नया जोश भले भर गया हो, लेकिन संगठन के अभाव में किसी भी राजनैतिक पंडित को इस बात की उम्मीद नहीं है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में कुछ ज्यादा बेहतर कर पायेगी।
बुलडोजर के विकास से गहराते रिश्ते
वर्ष 2013-14 से वर्ष 2021-21 तक यानि सात वर्ष में बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा मंजूर परियोजनाओं में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी सिर्फ 4 प्रतिशत थी। वर्ष 2021.22 में इन परियोजनाओं में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी बढ़कर 12.8 प्रतिशत हुई। लगातार दो वर्षों में सबसे अधिक परियोजनाएं उत्तर प्रदेश में लगाने के प्रस्ताव किए गए। वर्ष 2028 तक उत्तर प्रदेश 515 अरब डालर की अर्थ व्यवस्था के साथ देश का दूसरा सबसे बड़ा आर्थिक रूप से सम्पन्न राज्य होगा।
कांग्रेस को पुनर्जीवित स करने की कवायद
सीडब्ल्यूसी में उन कांग्रेस नेताओं को शामिल करना है जो कभी बगावती तेवर अपना कर गुट जी-23 का गठन किया था। खड़गे ने आनंद शर्मा से लेकर मुकुल वासनिक जैसे जी-23 के नेताओं को जगह दी है। आनंद शर्मा वह कांग्रेसी हैं, जिन्हें राज्यसभा के लिए दोबारा नामांकित नहीं किया गया था। वहीं जी-23 की एक बैठक में शामिल हुए मुकुल वासनिक और पूर्व कर्नाटक सीएम एम वीरप्पा मोइली को सीडब्ल्यूसी में शामिल किया गया है।
राजस्थान: किस करवट बैठेगा 'चुनावी ऊंट'
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी आलाकमान ने उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी है। इससे राजे और उनके समर्थक नाराज बताए जा रहे हैं। परिवर्तन यात्रा को लेकर भी पार्टी ने राजे को कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी है। इससे पहले हुए भाजपा के कई कार्यक्रम में राजे शामिल नहीं हुई थीं। कुछ दिनो पूर्व गंगापुरसिटी में अमित शाह के कार्यक्रम में भी वसुंधरा राजे शामिल नहीं हुईं जबकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला उस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
दोषमुक्त अवस्था ही समस्त दुखों का निदान
आध्यात्मवादी भौतिकता का गलत मूल्य अंकित नहीं करता और कर्तव्य के नाते सबकी सेवा तो करता है किन्तु अपनत्व का भाव प्रभु स मानता है। विभिन्न सूचनाओं के लिए पुस्तकों का अध्ययन तो करता है किन्तु ज्ञान का सम्बन्ध प्रभु से मानता है। वस्तुओं के क्रय के लिए धन का आवश्यकतानुसार संग्रह भी करता है किन्तु आनन्द का सम्बन्ध प्रभु से ही मानता है। श्रम से हुई क्षति की पूर्ति हेतु भोजन करता है किन्तु शक्ति का सम्बन्ध प्रभु से ही मानता है।
'एक देश एक चुनाव' से बढ़ी 'I.N.D.I.A.' की टेंशन
'एक देश एक चुनाव' की संभावनाओं को तलाशने के लिए बनाई गई कमेटी से देश की सियासत में उबाल आ गया है। वहीं यह भी चर्चा है कि संसद के विशेष सत्र में मोदी सरकार एक और बड़ा दांव खेलने जा रही है और वह है महिला आरक्षण का। प्रधानमंत्री मोदी के इस दांव से उन्हें घेरने में जुटे विपक्षी दलों की पेशानी पर बल पड़ गया है। साफ है कि 'वन नेशन-वन इलेक्शन' ने विपक्षी दलों के गठबंधन 'इण्डिया' को 'टेंशन' में डाल दिया है।
तो इसलिए शिव को प्रिय है सावन
सावन वनस्पतियों के युवा हो जाने का काल हैं। झमाझम वर्षा का महीना। वायु भी शिव संकल्प सूक्त गुनगुनाते हुए बहती है और रुकती है, उमस सहित तो शिव का रुद्राभिषेक करने के लिए। वनस्पतियों के राजा हैं। वे सोम प्रसन्न होते हैं, वनस्पतियां औषधियां उगती हैं, खिलती हैं, खिलखिलाती हैं।
रेल से मजबूत होती रिश्ते की डोर
भारत सरकार ने भारत-नेपाल मैत्री रेल परियोजना के तहत वर्ष 2010 में इसे बड़ी लाइन में बदलने की योजना बनाई। जयनगर से बर्दीबास तक 65 किलोमीटर में काम करने का निर्णय लिया गया। जिम्मेदारी भारत सरकार के उपक्रम इरकान इंटरनेशनल को मिली। वर्ष 2014 में ट्रेनों का परिचालन बंद कर बड़ी लाइन का निर्माण कार्य शुरू हुआ। प्रथम चरण में जयनगर से कुर्था तक 31 किलोमीटर में वर्ष 2022 में काम पूरा हुआ।
दस दिन में जांच कराकर धामी ने पेश की मिसाल
एसटीपी हादसे में हुई चार गिरफ्तारियां तो बस शुरुआत है। अभी इस प्रकरण में कई और अफसरों की गर्दन फंसेगी। मजिस्ट्रीयल जांच रिपोर्ट में स्पष्ट तौर पर हादसे के लिए संचालक कंपनी और विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों की घोर लापरवाही को जिम्मेदार बताया गया है। साथ ही इन पर कार्रवाई की संस्तुति भी गई है। इसके अलावा विद्युत सुरक्षा विभाग की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। इस घटना के आलोक में प्रदेश के सभी एसटीपी का सेफ्टी आडिट भी कराया जा रहा है।
बदलने वाली है उत्तरकाशी के जगन्नाथ मंदिर की तस्वीर
जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से महज पांच किमी दूर साल्ड गांव में स्थित जगन्नाथ मंदिर को अब प्रसिद्धि मिल सकती है। इसके लिए उड़िया फिल्मों के अभिनेता सब्यसाची मिश्रा ने प्रयास किए हैं। सब्यसाची मिश्रा के प्रयास से केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की है।
उत्तराखंड को मॉडल स्टेट बनाने में जुटे धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यह जानते हैं कि पीएम मोदी का उत्तराखंड की संस्कृति से नाता है और इसका सकारात्मक सदुपयोग करते हुए धामी प्रधानमंत्री मोदी से अपनी मुलाकातों के दौरान उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़े अनन्य उपहार भेंट कर अपने रिश्तों में एक नयी ऊर्जा पैदा कर देते। उत्तराखंड की लोक संस्कृति और परपंराओं से जुड़े प्रतीक चिन्हों और स्थानीय उत्पाद जिनमें देवभूमि की संस्कृति रची बसी हो, मोदी के हृदय को जरूर स्पंदित करते होंगे।
मौसम की मार - धामी सरकार ने कुशलता से लोगों को पहुंचाई राहत
पूर्ववर्ती सरकारों के मुख्यमंत्री आपदा आते ही दिल्ली प्रवास के लिए चले जाते थे, लेकिन ऐसा पहली बार देखने को मिला कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने न केवल आपदा प्रबंधन के लिए कमान खुद संभाली, बल्कि सभी मंत्रियों और अधिकारियों की ड्यूटी भी संबंधित क्षेत्र में लगा दी। यहां तक कि वे खुद कई क्षेत्रों में गए और उन्होंने आपदा राहत कार्यों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि आपदा प्रभावितों को रहने, खाने की सुविधा एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पूर्ण उपलब्धता हो।
दलितों-पिछड़ों व जाटों पर बड़ा 'दांव' लगा सकती है बीजेपी
बीजेपी आलाकमान को ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को समाजवादी पार्टी से निकालकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल कराने के बाद अब सपा के एक और मित्र रालोद मुखिया जयंत चौधरी भी रास आने लगे हैं। यह और बात है कि अभी जयंत, यूपी में सपाकांग्रेस के संभावित गठबंधन के साथ नजर आ रहे हैं लेकिन ऐन मौके पर जयंत चौधरी भी 'राजभर' बन जाएं तो किसी को आश्चर्य नहीं होगा।
कांग्रेस को यूपी में उभार की आस
कांग्रेस करीब तीन दशकों से यूपी में उभार की उम्मीद लगाए बैठी है, लेकिन उसके हालात सुधरने की बजाए बिगड़ते जा रहे हैं। आज की तारीख में तो न उसके पास संगठन बचा है और न नेता न वोटर। यही वजह है कांग्रेस यूपी में गर्दिश में चली ही गई है। अब कहा जा रहा है कि कांग्रेस के इस गर्दिश के दिनों को कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी दूर करेंगी।
ज्ञानवापी विवाद: अदालत से पहले योगी का 'फैसला'
मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि मुझे लगता है कि भगवान ने जिसे दृष्टि दी है वो देखे ना। त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है, हमने तो नहीं रखे न। ज्योतिर्लिंग हैं, देव प्रतमायें हैं। पूरी दीवारें चिल्ला-चिल्ला के क्या कह रही हैं? इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने यहां तक कहा कि उन्हें (योगी) लगता है यह प्रस्ताव मुस्लिम समाज की ओर से आना चाहिए कि साहब ऐतिहासिक गलती हुई है। उसके लिए हम चाहते हैं कि समाधान हो।
आम चुनाव से पूर्व बीजेपी करेगी मुसलमानों का लिटमस टेस्ट
बीजेपी आलाकमान 'समान नागरिक संहिता' और एंटी मुस्लिम छवि से 2024 तक उबरने के लिए पसमांदा मुसलमानों के सहारे है। इसी साल 5 राज्यों में होने वाले चुनावों में इसका लिटमस टेस्ट भी हो जाएगा कि बीजेपी सपा-बसपा के वोटरों में सेंध मार पाएगी या नहीं। सैफी, अंसारी, अल्वी, कुरैशी, मंसूरी, इदरीसी, सलमानी, रायन समुदाय अधिकतर पसमांदा ही हैं।
मणिपुर के बहाने मोदी पर लगा रहे निशाने
आज एकजुट विपक्ष जब बीते कल में अपनी ढपली अपना राग छेड़े हुए था, तब भी सदन में हंगामा किया गया और कांग्रेस ने उसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कांग्रेस ने कभी राफेल तो कभी पेगासस तो कभी अडाणी को लेकर संसद नहीं चलने दी। वास्तव में कांग्रेस सहित समूचे विपक्ष के पास प्रधानमंत्री मोदी और सरकार को घेरने के लिए कुछ है नहीं।
एनडीए बनाम इण्डिया होगा रोचक मुकाबला
यहां इण्डिया का अर्थ 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' है। दरअसल, विपक्ष अकेले-अकेले बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी से 2019 के चुनाव में दो-दो हाथ करके मुंह की खा चुका था। ऐसे में समूचे विपक्ष को एक मंच पर आने को मजबूर होना पड़ा। यह बात भी सही है कि 'इण्डिया' अभी पूरी तरह से आकार भी नहीं ले पाया था कि बीजेपी के रणनीतिकारों ने विपक्षी एकता में सेंधमारी शुरू कर दी।
हेमंत सरकार में सरकारी नौकरियों की बहार
सूबे में अगले साल लोकसभा उसके बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में हेमंत सोरेन चाहते हैं कि सरकारी विभागों में खाली पड़े पदों को जल्द से जल्द भरा जाए। बीच-बीच में नियोजन नीति को लेकर विवाद के कारण कुछ समय के लिए नई नियुक्तियों पर संशय हो गया था। लेकिन एक बार फिर सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि 2019 के चुनाव में जो वादे किए गए थे, उसे हर हाल में पूरा किया जाएगा।
आदिपुरुष: धार्मिक आस्था पर चोट
ओम राउत के निर्देशन में बनी एपिक रामायण पर आधारित फिल्म 'आदिपुरुष' विवादों में फंसी हुई है। फिल्म के स्तरहीन संवाद और किरदारों के खराब चित्रण को लेकर पूरे देश में इस फिल्म का विरोध हो रहा है और इसके बैन की मांग भी हो रही है। वास्तव में 'आदिपुरुष' को रिलीज होने के बाद से ही नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले साल दिसंबर में फिल्म की रिलीज पर रोक की मांग वाली जनहित याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर की गई थी।
ऋतुराज गायकवाड़ पर होगा दारोमदार!
वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे और टेस्ट के लिए टीम इंडिया में बनाई जगह
भारत-अमेरिका प्रतिरक्षा संबंधों को नई ऊंचाई
भारत विश्व में सबसे बड़ा हथियार आयातक देश है, वहीं सिपरी की 2023 की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में रूस भारत का सबसे बड़ा रक्षा आपूर्तिकर्ता देश है, दूसरे स्थान पर फ्रांस और तीसरे स्थान पर अमेरिका है। राफेल फाइटर जेटों की फ्रांस से खरीद के बाद अमेरिका दूसरे से तीसरे स्थान पर चला गया है, लेकिन मजबूत प्रतिरक्षा संबंध दोनों के आपसी संबंधों का मजबूत आधार बने हुए हैं।
नीतीश कुमार का दांव
नीतीश कुमार अपने राजनीतिक जीवन के उस मोड़ पर आज खड़े हैं, जहां से या तो उनका कद बहुत ऊपर उठेगा, या फिर उनकी सियासत का अंत होगा। भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने का उनका काम कुछ ऐसा ही है। सभी विपक्षी दल मिलकर भाजपा को केंद्र की सत्ता से बाहर करने में सफल रहे तो निश्चित ही इसका बहुत सा श्रेय उन्हें मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो...।
'पावर गेम' में सब कुछ जायज
शरद पवार ने भतीजे अजित को पार्टी में उनकी हैसियत समझाने के साथ ही अपनी सुपुत्री सांसद सुप्रिया सुले के लिए मार्ग सुगम बनाने व अवरोधक बनने वालों को धकियाने में लग गए। इधर त्वरित निर्णय लेने और स्पष्टवादी जुबानपसन्द पार्टी में दो नम्बरी अजित पवार को यह अवसान, अपना अपमान लगा और उनके हार न मानने की खदबदाहट ने अपनी महत्वकांक्षाओं और प्रासंगिकता को बनाये रखने और दीर्घ सियासी सफर के लिए कदम उठ पड़े कमलदली दोस्त देवेन्द्र फडणवीस की तरफ।