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रबी फसलों में खरपतवार नियंत्रण कैसे करें
हरियाणा - खरपतवार नियंत्रण

कीट प्रतिरोधक टमाटर की नई किस्म
एक कॉर्नेल शोधकर्ता ने टमाटर की नई किस्मों को विकसित करने के लिए एक दशक लंबा कार्यक्रम पूरा किया है जो प्राकृतिक रूप से कीटों का प्रतिरोध करती है और कीड़ों द्वारा वायरल रोग के हस्तांतरण को सीमित करती है।

खाद्य उत्पादन में भारत अग्रणी
डब्ल्यूईएफ की एक नई रिपोर्ट में कहा गया कि भारत उन कुछ देशों में शामिल है, जो छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों की क्षमता को अनलॉक करके परिणामों के व्यापक सेट के लिए अपनी खाद्य प्रणाली विकसित करने में सक्षम हैं।

धान में बीज व उत्पादन सुधार के लिए प्रयास...
एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने 95 प्रतिशत दक्षता के साथ बीज के माध्यम से एक वाणिज्यिक संकर चावल की नस्ल को क्लोन के रूप में प्रचारित करने में सफलता प्राप्त की है।

मधुमक्खियों में रोगों से बचाव के लिए वैक्सीन
पूरी दुनिया में शहद को चीनी के एक सब्सीट्यूट के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।

खरपतवारों के उचित समाधान के लिए खोज...
दुनिया भर में किसानों द्वारा सामना की जाने वाली सबसे खराब खरपतवार नियंत्रण समस्याओं में से एक- शाकनाशी प्रतिरोध के एक अध्ययन ने वैज्ञानिकों की एक टीम को एक विकासवादी पौधे के गुण के पीछे के जीन को निर्धारित करने में मदद की है।

मौसमी बदलाव के कारण घटेगा कपास व मक्के का उत्पादन
चलंत मसला

आलू, बैंगन, टमाटर से बन सकती है कैंसर की नई दवाएं
पोलिश वैज्ञानिकों ने सोलनम जीन वाले पौधों में ऐसे बायोएक्टिव यौगिकों की पहचान की है जिनकी मदद से कैंसर की नई दवाएं तैयार की जा सकती हैं। गौरतलब है कि आलू (सोलनम ट्यूबरोसम), टमाटर (सोलनम लाइकोपर्सिकम) और बैंगन (सोलानम मेलोन्गेना) जैसे पौधे जीन सोलनम का हिस्सा हैं।

धान और गेहूं की फसल में समय से पहले अंकुरण का खोजा समाधान
बीज निष्क्रियता एक विकासवादी अनुकूलन है जो बीजों को अनुपयुक्त पारिस्थितिक स्थितियों के दौरान अंकुरित होने से रोकता है जो आमतौर पर अंकुर के जीवित रहने को कम करता है।

की सेहत पर मधुमक्खियों प्रभाव डाल रहे हैं इमारती ढांचे
निवास स्थान मधुमक्खियों में रोगजनकों के स्तर का सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव डाल सकता है।

पांच वर्षों में जारी किये पराली प्रबंधन के लिए तीन हजार करोड़ रुपये
फसल अवशेष प्रबंधन मशीनरी की खरीद के लिए किसानों को मशीनरी की लागत का 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है और किसानों की सहकारी समितियों, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को परियोजना लागत का 80 प्रतिशत वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

कृषि में मौसमी बदलाव के प्रभाव आ रहे हैं नजर
मानसून के दौरान बारिश की विफलता के चलते वो अपनी खरीफ की फसल की समय पर बुवाई नहीं कर पाए थे। वहीं कुछ इलाकों में बारिश में काफी देरी हुई। इसके चलते किसानों ने अगली रबी की फसलों की समय पर बुवाई करने के लिए खरीफ की फसल के मौसम को पूरी तरह से टाल दिया।

भारतीय कृषि में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के प्रयोग और उनकी सार्थकता
भारत सरकार ने कृषि में इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करते हुए विभिन्न गतिविधियां शुरू की हैं।

मोदी की ओर से मोटे अनाज के महत्व पर जोर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेहतर स्वास्थ्य के लिए मोटे अनाज और खेलों की अहमियत पर बल दिया और सांसदों से इन्हें प्रोत्साहित करने की दिशा में काम करने को कहा।

पाले के प्रकोप से फसलों को कैसे बचाएं
वर्तमान में सर्दी का मौसम शुरू होते ही शीतलहर तथा अधिक ठंड के कारण पाला पड़ने की संभावना के साथ किसानों को भी अपनी फसलों को बचाने की चिंता सताने लगती है।

वर्टिकल गार्डनिंग
वर्टिकल गार्डन में पौधों का नियोजन इस प्रकार करें कि वे सभी पौधे, जिन्हें समान मात्रा में पानी की जरूरत हो, एक जगह रखें। इसके लिए वर्टिकल गार्डन में ड्रिप वॉटर सप्लाई सिस्टम का उपयोग कर सकते हैं।

सूखा प्रभावित क्षेत्रों में फसल और जल उत्पादकता बढ़ाने के लिए हाइड्रोजेल की कृषि में उपयोगिता
अत्याधिक जल अवशोषण क्षमता

शहद उत्पाद एवं मंडीकरण उभरता व्यवसाय
शहद की विश्व स्तर पर बढ़ती माँग को देखते हुए शहद उत्पादन या मधुमक्खी पालन के लिए स्वीट क्रांति का आगाज किया गया जिसमें शहद गुणवत्ता को जांचने के लिए तीन विश्व स्तर की लैब एवं 25 छोटी लैब का निर्माण किया गया है जिससे शहद की विभिन्नता में सुधार किया जा सके। शहद की प्रोसैस्सिंग यूनिट स्थापित करने के लिए सरकार की ओर से सहायता दी जा रही है।

मिट्टी सेहत सुधार के लिए प्रयासों की आवश्यकता...
मिट्टी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और समाज को प्रोत्साहित करके स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र और मानव कल्याण को बनाए रखने के लिए मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार करने और इसके महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।

पशुओं में लंगड़िया रोग एवं उनका उपचार
यह रोग गाय भैंस तथा भेड़ों की एक छूतदार बैक्टीरियल बीमारी है जिसमें किसी मसीले भाग से गैस भरी सूजन आकर पशु को बेचैन कर देती है।

देशों-महाद्वीपों की खेती में विविधता पर जोर
देश में विदेशी और नई किस्म के फलों और सब्जियों की खेती तेज गति से बढ़ रही है क्योंकि इनकी मांग काफी बढ़ गई है। और इनमें ज्यादा मुनाफा पाने की गुंजाइश भी है।

अमरूद में कीट एवं रोग की रोकथाम कैसे करें
अमरूद में फलों का गलन, सफेद फफूंद की वृद्धि एवं पत्तियों का मध्यशिरे के दोनों ओर से भूरा होकर झुलसना इस रोग के मुख्य लक्षण हैं। यह रोग वर्षा के मौसम में फल के केलिक्स (पुटक) भाग पर होता है। प्रभावित भाग पर सफेद रूई जैसी बढ़वार फल पकने के साथ-साथ 3 से 4 दिन में पूरी फल की सतह पर फैल जाती है।

कृषि में ड्रोन प्रौद्योगिकी
ड्रोन-जनित उपकरण यह पहचान सकते हैं कि कौन से पौधे दृश्य और निकट अवरक्त प्रकाश दोनों के साथ एक फसल को स्कैन करके हरे रंग की रोशनी और निकट अवरक्त प्रकाश की विभिन्न मात्रा को दर्शाते हैं।

पौधों का प्रवर्धन कैसे करें, पौधे तैयार करने की विधियाँ
पौधों के प्रवर्धन के लिए, बीजू पौधों को 2 से 3 माह के उपरान्त पहले से तैयार क्यारियों या गमलों में रोप देना चाहिए तथा पौधों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर रोपित करने की इस विधि में सिंचाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए।

कृषि व्यापार में फूड प्रोसैस्सिंग एवं किसान संगठन
फूड प्रोसैस्सिंग सैक्टर में मुख्य तौर पर कृषि उत्पादन के रखरखाव अथवा शीघ्र खराब होने वाले कृषि उत्पादों, फल-सब्जियों एवं दूध इत्यादि के भिन्न-भिन्न उद्देश्यों के लिए रखरखाव से संबंधित है। भारत में अधिकतर गैर संगठित फूड प्रोसैस्सिंग उद्योगों का दबदबा है। देश में लगभग 25 प्रतिशत उत्पादन संगठित, 42 प्रतिशत गैर संगठित एवं बाकी उत्पादन छोटे खिलाड़ियों से आता है।

बाजरा-सर्दियों का तोहफा और गुणों का खजाना
बाजरा भारत की धान, गेहूं और ज्वार के बाद चौथी मुख्य अनाज की फसल है। यह फसल ग्रेमिनी पादप कुल से सम्बन्ध रखती है।

संगरूर में भूजल प्रदूषण के बारे में रिर्पोट
पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक पर्यावरण इंजीनियर और भवानीगढ़ के नायब तहसीलदार को लेकर एक गठित टीम ने अंग्रेजी के साथ-साथ पंजाबी भाषा भी में पांच ट्यूबवैलों पर 'पानी पीने लायक नहीं' के संकेत देने वाले डिस्प्ले बोर्ड लगाए हैं।

मोजैक वायरस से सोयाबीन पर संकट
शेट्टे कहते हैं कि एक एकड़ सोयाबीन की बुआई से लेकर कटाई तक लगभग 20 हजार रुपये का खर्च आता है, लेकिन अब इस खर्च की वसूली हो पाएगी या नहीं, यह डर किसान को सता रहा है।

बढ़ रहा नाइट्रोजन प्रदूषण एक बड़ी समस्या
लम्बे समय से कृषि आदि क्षेत्रों में होता नाइट्रोजन का उपयोग पहले ही ग्रह की सुरक्षित सीमाओं को पार कर गया है, लेकिन यह पहला मौका है जब वैज्ञानिकों ने क्षेत्रीय स्तर पर इसे मैप किया है।

जलवायु परिवर्तन के कृषि और खाद्य प्रणाली पर पड़ रहे प्रभावों पर विस्तार से चर्चा
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) के पार्टियों के सम्मेलन (कॉप 27) में पहली बार जलवायु परिवर्तन के कृषि और खाद्य प्रणाली पर पड़ रहे प्रभावों पर विस्तार से चर्चा हुई।