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बारिश और स्नैक्स
जीना बहुत खुश थी. बरसात का मौसम आ गया था जोकि उस का पसंदीदा मौसम था. हर साल वह बारिश का आनंद लेती थी. इस साल वह काफी खुश थी, क्योंकि उस के घर के पास ही एक तले हुए स्नैक्स जैसे प्याज के पकौड़े, चाट, आलू की टिक्की, समोसे, कचौरी और कई तरह की बैरायटी की दुकान खुली थी.
बीमारी से दूर रहें
किकी ऊंट को खजूर खाने का बहुत शौक था. खजूर उस का पसंदीदा फल था. अकसर वह बिना हाथ और फल धोए ही खा लेता था.
सब्जियों का राजा
कहानी आशा शर्मा ब्राउनी बैंगन, लकी भिंडी, गोगो हरीमिर्च और ओली प्याज बहुत अच्छे दोस्त थे. इन की दोस्ती का एक बड़ा कारण यह भी था कि इन सब के सिर पर ताज था. एक दिन चारों मित्र बैठे बतिया रहे थे तभी उन्होंने पीलू आलू को उधर से जाते देखा.
पिंजरे में इंसान
चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ था. सड़कें और पार्क वीरान थे, दूरदूर तक कोई नजर नहीं आ रहा था. ऐसा लग रहा था कि लोग घरों में दुबके हुए हैं. कुछ दिनों से हवा शुद्ध हो गई थी. काला धुंआ आसमान से गायब था. नदियों का पानी भी साफ हो चुका था. आखिर यह कैसा बदलाव था. यह सब कैसे हो गया था?
पर्यावरण दिवस
बैडी लोमड़ चंपकवन के पेड़ों काटने करने की योजना बना रहा था. वह चंपकवन के जानवरों को पसंद नहीं करता था और हमेशा उन्हें नुकसान पहुंचाने की नई तरकीब सोचता रहता था. इस के लिए उस ने कुछ लोगों से सांठगांठ कर ली थी.
बच गया नौटी
'नौटी, जल्दी करो, तुम्हें स्कूल नहीं जाना क्या?” शोकेस पर चढ़े नौटी चूहे ने सुना तो और ऊपर चढ़ गया.
आधुनिक भारत के निर्माता
आधुनिक भारत के निर्माता
लौकडाउन का मजा
देवांश, संस्कृति और समृद्धि कन्फ्यूज्ड थीं, उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वे लौकडाउन के दौरान घर में क्या करें? उन्होंने मम्मी से पूछा, "मम्मी, हम घर में बंद रह कर समय कैसे बिता सकते हैं? हमें कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि हम क्या करें?"
बातूनी चार्ली
चार्ली बंदर बहुत बातूनी था. जंगल के बाकी बच्चों की तरह उस की हौबी पेंटिंग, ड्राइंग, खेल या गीतसंगीत न हो कर सिर्फ बातें करना था.
वजन निकालो
पिकनिक पर आए छात्रों को संबोधित करते हुए गुरूजी ने कहा, “क्या तुम लोग इस गधे का वजन बता सकते हो?' उन्होंने वहां चर रहे एक गधे की ओर इशारा कर के कहा, "मैं यह देखना चाहता हूं कि कौन इस का सटीक वजन बता सकता है."
सजा जो मजा बन गई
रिची आज सुबह से ही परेशान था. प्रधानमंत्री ने लौकडाउन बढ़ाने का ऐलान जो कर दिया था. 22 मार्च को जब एक दिन के साधारण कर्फ्यू की उद्घोषणा हुई थी तब मजा आया था. मम्मी, पापा, भैया सब घर पर ही थे. शाम को जब थाली बजाई थी तो बहुत अच्छा लगा था पर अब तो लौकडाउन लंबे समय के लिए बढ़ा दिया था.
सरलता का आनंद
एक समय की बात है, लियोनार नाम का राजा था. उसे अच्छा खाना खाना बहुत पसंद था. वह अलगअलग साम्राज्यों में तरहतरह के पकवान और खास खाद्य सामग्रियों की तलाश में अपने दूत भेजा करता था.
हवाओं का महल
हवाओं का महल
खूबसूरत शिल्प उपकरण
नारायण 10 वर्ष का था. उसे आउटडोर और इनडोर दोनों ही तरह के खेल बहुत पसंद थे.वह एक बिल्डिंग कौंप्लेक्स में रहता था और उस के हरउम्र के बहुत सारे दोस्त थे. उसे क्रिकेट, फुटबौल और गिल्लीडंडा खेलना पसंद था.
पापा का उपहार
रोहन इस बार अपनी कक्षा में प्रथम आया था. उस की साल भर की मेहनत रंग लाई थी. दिनभर उसे पापा का इंतजार रहा. शाम को पापा घर आए तो रोहन बोला. “पापा, मैं क्लास में फर्स्ट आया हूं.
लखनऊ का बड़ा इमामबाड़ा
चंपकवन स्कूल के छात्र बड़े खुश थे. उन की टीचर सोनी हिरणी ने उन्हें बताया कि इस बार स्कूल के बच्चे 'नवाबों की नगरी लखनऊ' घूमने जाएंगे.
तालाब से झील तक
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धब्बेदार पिल्ला
अभय को कुत्ते के छोटेछोटे पिल्ले बहुत प्यारे लगते हैं. घर में पालतू कुत्ता लाने के लिए वह कई बार अपने पेरेंट्स से जिद कर चुका है, लेकिन हर बार उसे समझाबुझा कर टाल दिया जाता है.
हमारी और उन की सांस
बहुत से लोग अपनी सांस को 30 सैकंड से 2 मिनट तक रोके रख सकते हैं. लेकिन आप क्या जानते हैं कि हमारे घरों में पाया जाने वाला एक सामान्य घरेलू कीड़ा कोकरोज यानी तिलचट्टा अपनी सांस 40 मिनट तक रोके रख सकता है?
हमारी घरेलू मददगार सुनंदा
हमारी घरेलू मददगार सुनंदा
शेर और अफलातून
सुदूर पहाड़ियों के बीच एक खूबसूरत देवदार का जंगल था. पहाड़ी के पीछे एक खूखार शेरू शेर रहता था. जब भी वह गुर्राता ग्रामीण उस की गरजना सुन कर कांपने लगते.
महाराजा की फैशन परेड
चापलूसी भरी बातें सुन कर महाराजा का दिमाग सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन को लगा कि वास्तव में उन से खूबसूरत और स्मार्ट इस दुनिया में कोई और है ही नहीं. उन्होंने फैशन परेड में भाग लेने की ठान ली.
परी के कपकेक्स
सुबहसुबह अचानक किसी ने दरवाजा खटखटाया तो टौमी बिलाव ने जा कर दरवाजा खोला.
मत भाग दीपू
दीपू एक जगह ज्यादा देर तक बैठ ही नहीं पाता था. उस के पैरों में मानो चकरघिन्नी लगी थी. उस से धीमे नहीं चला जाता था. उसे अगर एक जगह से दूसरी जगह जाना होता, तो वह फट से दौड़ लगा देता. फिर चाहे रास्ते में कोई टकराए या किसी चीज पर उस का पैर पड़ जाए या फिर खुद वह लड़खड़ा कर गिर जाए.
छुआछूत का दंश
आजादी से पहले हिंदू समाज की निम्न जातियां भेदभाव और छुआछूत का दंश झेल रही थीं. अनेक लोग इस के शिकार हुए. उन्हीं में से एक थे भारत के संविधान निर्माता डा.भीमराव अंबेडकर.
उड़ान हो जाए
क्रोक कौवे ने नन्ही गौरैया को उड़ते हुए देखा. उसे लगा कि उस से अच्छा तो वह उड़ लेता है. उसे कई तरह की उड़ानें आती हैं. वह उड़तेउड़ते पलट सकता है. सीधा ऊपर से नीचे आ जाता है. फिर एकाएक ऊपर उड़ जाता है.
मीकू की पढ़ाई
मीकू की पढ़ाई
रिची ने जीता दिल
'रिची...रिची, देखो यहां कौन आया है," मम्मी ने कहा. 5 मिनट बाद तक भी कोई उत्तर नहीं आया. घर पर मेहमान आए थे और रिची से मिलना चाह रहे थे पर वह तो उन का मोबाइल लिए बैडरूम में वीडियो देखने में व्यस्त था.
अपना हाथ जगन्नाथ
अपना हाथ जगन्नाथ
संकोची मनु
मनु शांत और शर्मीली लड़की थी. वह भोलीभाली और बहुत कम बोलती थी, कभी भी कक्षा में किसी से लड़ाईझगड़ा नहीं करती थी.