CATEGORIES

स्वाँग यानी बर्बाद व्यवस्था का रंगमंच
Samay Patrika

स्वाँग यानी बर्बाद व्यवस्था का रंगमंच

उपन्यास में शुरुआत से चल रही ढेर सारी कथाओं को लेखक ने जिस तरह से आखिर में समेटा है वो सिर्फ ज्ञान चतुर्वेदी ही कर सकते हैं. यह सच है कि बुंदेलखंड ज्ञान चतुर्वेदी में बसता है और उनकी बुंदेली में ही बेजोड़ रंग जमता है.

time-read
1 min  |
July 2021
एक नई रोशनी की तरह है 'कोरोनानामा' की कहानियाँ
Samay Patrika

एक नई रोशनी की तरह है 'कोरोनानामा' की कहानियाँ

यकीनन यह किताब एक खास उपहार है समाज के लिए जो बुजुर्गों के होने के मायनों को समझेगा

time-read
1 min  |
July 2021
ह्यूमनकाइंड मानव-जाति का आशावादी इतिहास
Samay Patrika

ह्यूमनकाइंड मानव-जाति का आशावादी इतिहास

'ह्यूमनकाइंड' हमें एक बेहतर समाज विकसित करने के लिए परस्पर सहयोग में विश्वास करने, दयालु होने और एक-दूसरे पर भरोसा करने के लिए दार्शनिक और ऐतिहासिक आधार उपलब्ध कराती है....

time-read
1 min  |
July 2021
प्रसिद्ध उर्दू व्यंग्यकार के लेखों का संकलन
Samay Patrika

प्रसिद्ध उर्दू व्यंग्यकार के लेखों का संकलन

पुस्तक में पितरस बुख़ारी के 13 लेख शामिल हैं, जिन्हें पढ़ने से सामाजिक जीवन के कई पड़ावों की हकीकत से तो पाठक एकाकार होता ही है, साथ ही वह लेखक की व्यंग्यात्मक शैली से गदगद और हर्षोल्लास से सराबोर हो उठता है।

time-read
1 min  |
JUNE 2021
जब प्यार किसी से होता है
Samay Patrika

जब प्यार किसी से होता है

वह अहसास सचमुच अलग होता है। ऐसा अहसास जिससे दुनिया बदली-बदली सी लगती है और हर पल खुशियों भरा...

time-read
1 min  |
JUNE 2021
जीवन की जटिलताओं के बीच उम्मीद की हरियाली
Samay Patrika

जीवन की जटिलताओं के बीच उम्मीद की हरियाली

कवि को जीवन का व्यापक अनुभव है और इसीलिए देश की सीमा पर ड्यूटी दे रहा जवान और उसका दर्द भी बार-बार उनकी कविता में झलकता है। इस संदर्भ में 'जवान' कविता की पंक्तियाँ दृष्टव्य है-"बर्फ बीच सुलगता/जो जल के पार भी आग उगलता/खेत की मेड़ों पर बिल बनाकर रक्षा करता" और "अंधकार में जागनेवाला/जीता प्राण को मुट्ठी में बाँध हरदम" वह जवान। यह इसलिए भी संभव है कि रविन्द्र कुमार जैसे नौजवान गाँव की पृष्ठभूमि से अनेक बाधाओं को पार करते हुए यहाँ तक पहुंचे हैं।

time-read
1 min  |
JUNE 2021
जब आप प्रेरित होते हैं तो आपको दिशा मिलती है
Samay Patrika

जब आप प्रेरित होते हैं तो आपको दिशा मिलती है

नौकरी छोड़ने के बाद व्यवसाय में नाकामी की ओर बढ़ते हुए वेक्स किंग का जब आत्मविश्वास खोने लगा तो उन्होंने चुनौतियों का सामना करने वाले लोगों की प्रेरणादायक कहानियाँ पढ़कर उसे दोबारा हासिल किया

time-read
1 min  |
JUNE 2021
हिन्दू धर्म के सवालों का प्यार और मान से भरा जवाब
Samay Patrika

हिन्दू धर्म के सवालों का प्यार और मान से भरा जवाब

हिन्दुओं को काल, देश, सीमा और पौराणिक पैमानों में विशुद्ध हिन्दू धर्म की तलाश करने की अवधारणा से ऊपर उठना होगा क्योंकि इस वजह से रूढ़िवादिता पैदा होती है

time-read
1 min  |
JUNE 2021
रिश्ते और फ़रेब का सफ़र
Samay Patrika

रिश्ते और फ़रेब का सफ़र

अखिलेख द्विवेदी ने यह बताने की कोशिश की है कि आजकल हम आभासी दुनिया के फेर में पड़कर अपनी निजि जिंदगी उनके हवाले कर रहे हैं और जो असली जिंदगी है उससे दूर होते जा रहे हैं। वो हमारी भावनाओं से खेल रहे हैं।

time-read
1 min  |
May 2021
जेफ़ बेज़ोस और ऐमेज़ॉन का युग
Samay Patrika

जेफ़ बेज़ोस और ऐमेज़ॉन का युग

एक छोटे स्टार्ट-अप से वेब की सबसे बड़ी रिटेलर बनने तक की आकर्षक यात्रा यह दिखलाती है कि अपने सपने को हकीकत में बदलने के लिए बेज़ोस के दृढ़ संकल्प ने आज हमारे जीवन जीने के तरीके को बदल दिया है

time-read
1 min  |
May 2021
चाणक्य की नीति और रीति का रोमांच
Samay Patrika

चाणक्य की नीति और रीति का रोमांच

त्रिलोकनाथ पांडेय का उपन्यास 'चाणक्य के जासूस' एक ऐसा उपन्यास है जिसमें हज़ारों साल पूर्व के इतिहास को रोचकता के साथ प्रस्तुत किया गया है। इसे जासूसी कला को समझने वाले जरूर पढ़ें या जिन्हें गुप्तचरी कला पसंद है।

time-read
1 min  |
May 2021
कोरोना काल की 50 सच्ची घटनाएँ
Samay Patrika

कोरोना काल की 50 सच्ची घटनाएँ

मयंक पाण्डेय की यह किताब चर्चित किताबों में शामिल है। यह किताब लॉकडाउन के पलायन से लेकर प्रेरणादायक कहानियों को संजोए हए है

time-read
1 min  |
May 2021
कल्कि, महामारी और इनसान को सबक
Samay Patrika

कल्कि, महामारी और इनसान को सबक

किताब 'इकोलॉजिकल बैलेंस' की बात करती है। कल्कि कहता है कि वह पृथ्वी पर संतुलन स्थापित करके रहेगा...

time-read
1 min  |
May 2021
वाया फुरसतगंज- आधुनिक समाज और राजनीति का आईना
Samay Patrika

वाया फुरसतगंज- आधुनिक समाज और राजनीति का आईना

वाया फुरसतगंज की कहानी इलाहाबाद की है। इसलिए बात सीधे इलाहाबाद से ही शुरू करते हैं। लेकिन इस शहर के बारे में एक सीधी बात कहना ही शायद सबसे टेढ़ा काम है। इसलिए न चाहते हुए भी बात कहाँ से और कैसे शुरू की जाय, समझ में नहीं आता। अच्छा..! चलिए तनिक कोशिश करते हैं।

time-read
1 min  |
May 2021
यशस्वी भारत - राष्ट्रीयता हो संवाद का आधार
Samay Patrika

यशस्वी भारत - राष्ट्रीयता हो संवाद का आधार

जिस समाज में संवाद नहीं है, वह आदि समाज कैसे आगे बढ़ेगा। संवाद उत्पन्न होने के लिए गंतव्य की स्पष्टता चाहिए। मैं कौन हूँ, इसकी स्पष्टता चाहिए, मुझे कहाँ जाना है और मैं कौन हूँ, उसके संदर्भ में परिस्थितियों का कैसे हमें विचार करना है, इसकी स्पष्टता चाहिए।

time-read
1 min  |
March 21
प्यार, परिवार और मर्डर
Samay Patrika

प्यार, परिवार और मर्डर

आपको पता है, दुनिया में ऐसी कौन-सी इमोशन है, जिसको क़बूल करना सबसे मुश्किल होता है? वह है जलन। लेकिन मेरे लिए यह मुश्किल नहीं। ये सच है कि मुझे उससे जलन होती थी। बचपन से ही उसने जैसी जिंदगी जी, जैसा प्यार उसे फैमली और बाद में सौरभ से मिला, जितनी आसानी से उसके लिए सबकुछ हुआमुझे इससे जलन होती थी। उसके अंदर एक एनटाइटलमेंट था, जैसे कि यह सब उसी का हक़ था। मुझे इससे घिन आती थी। मैं भीतर ही भीतर घुटती रहती थी। लेकिन आज वो सब ख़त्म होने वाला था।

time-read
1 min  |
March 21
आरएसएस के सफ़र का एक ईमानदार दस्तावेज़
Samay Patrika

आरएसएस के सफ़र का एक ईमानदार दस्तावेज़

उस वक़्त मैं दिल्ली के राजेन्द्र प्रसाद मार्ग पर सांसद वाले बंगले में सुन्दर सिंह भंडारी के साथ बैठा चाय पी रहा था। खबरिया चैनलों पर ब्रेकिंग न्यूज़ चल रही थी, “सुन्दर सिंह भंडारी को राज्यपाल नियुक्त किया गया।” मैंने उनसे पूछा, “अब तो राजभवन जाने की तैयारी करनी पड़ेगी?”

time-read
1 min  |
March 21
ख़ानज़ादा मेवाती अस्मिता और शौर्य का दस्तावेजी प्रमाण
Samay Patrika

ख़ानज़ादा मेवाती अस्मिता और शौर्य का दस्तावेजी प्रमाण

चौदहवीं सदी के मध्य में तुगलक, सादात, लोदी और मुगल राजवंशों द्वारा दिल्ली और उसके आसपास जो तबाही मचाई, मेवातियों ने उसका जिस शौर्य के साथ ऐसी ताकतों का मुकाबला किया और भारी संख्या में बलिदान दिए। उन्हें इतिहास में वह स्थान नहीं दिया गया, तो दिया जाना चाहिए था। बल्कि उसे भुलाने की कोशिश की गयी

time-read
1 min  |
March 21
यादों का एक खूबसूरत बस्ता
Samay Patrika

यादों का एक खूबसूरत बस्ता

यादों का बस्ता बहुत यादों से भरा होता है। हर याद संजो कर नहीं रखी जा सकती, लेकिन कुछ ऐसी यादें होती हैं, जिन्हें भुलाये भुला नहीं जा सकता। अंजनी कुमार पाण्डेय ने संस्मरण लिखा है जिसमें उन्होंने खुद को, खुद से जुड़े लोगों को, इलाहाबाद के नुक्कड़-गलियों को, अपने संघर्ष को याद किया है। 'इलाहाबाद ब्लूज' एक ऐसी किताब है जिसमें अंजनी ने ईमानदारी से प्रतापगढ़ से, इलाहाबाद से, यूपीएससी के सफर को दर्ज किया है।

time-read
1 min  |
March 21
मोदी, भाजपा और जीत की रणनीति
Samay Patrika

मोदी, भाजपा और जीत की रणनीति

23 मई 2019 को जब आम चुनावों के परिणाम घोषित किये गये तो नरेन्द्र मोदी और भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोकतान्त्रिक गठबंधन ने प्रचण्ड बहुमत के साथ सत्ता में पुनर्वापसी की थी। कुछ लोगों के लिए ये आश्चर्यचकित करने वाले परिणाम थे, जबकि कुछ लोगों की दृष्टि में भाजपा की यह जीत सरकार और उनकी नीतियों पर आम जनता की आस्था की मुहर का प्रतीक थी।

time-read
1 min  |
February 2021
कोई निंदौ कोई बिंदौ
Samay Patrika

कोई निंदौ कोई बिंदौ

मीरां के जीवन और समाज पर एकाग्र पुस्तक पचरंग चोला पहर सखी री 2015 में आयी और अब 2020 में इसका प्रदीप त्रिखा द्वारा अनूदित अंग्रेजी संस्करण मीरां वर्सेस मीरां प्रकाशित हुआ है।

time-read
1 min  |
February 2021
बोसकीयाना और गुलज़ार
Samay Patrika

बोसकीयाना और गुलज़ार

मशहूर शायर और फिल्मकार गुलज़ार का घर। बेटी बोसकी के नाम पर अपना पाए 'बोसकीयाना' का मतलब गुलज़ार के अनगिनत चाहनेवालों के लिए उस मरकज़ की तरह है जिसकी ऊष्मा से वे हर पल अपने-आपको और अमीर बनाते रहते हैं। ये सब जिस शख्स से है, उसका अपना फ़लसफ़ा क्या है? उनसे ये बातें यहीं हुई हैं और जो बातें अगर यहाँ-वहाँ हुई हैं तो उनकी तस्दीक भी यहीं-कहीं हुई है।

time-read
1 min  |
February 2021
सफलता पाने के आसान तरीके
Samay Patrika

सफलता पाने के आसान तरीके

जब आप टॉप करनेवाले मार्ग पर चल पड़ते हैं तो हमेशा के लिए आप इसी रास्ते को पसंद करेंगे.यह आपके आदत में आ जाएगा, फिर आपको यही रास्ता सबसे सरल दिखाई पड़ेगा, हो सकता है दूसरों को यह रास्ता बड़ा मुश्किल जान पड़े.

time-read
1 min  |
February 2021
चुनौतियों के लिए तैयार रहना जरूरी है
Samay Patrika

चुनौतियों के लिए तैयार रहना जरूरी है

बिज़नेस स्कूल उत्तीर्ण करने के बाद फ़िल नाइट ने अपने पिता से पचास डॉलर उधार लिए और एक साधारण उद्देश्य के साथ एक कंपनी की शुरुआत की. जापान से उच्च गुणवत्ता वाले, कम कीमत के रनिंग शूज़ आयात किये. नाइट ने अपने व्यापार के पहले वर्ष यानी 1963 में जूते बेचकर 8000 डॉलर कमाए. आज नाइकी की वार्षिक बिक्री 30 बिलियन डॉलर से अधिक है और उसकी पहचान उसके लोगो से कहीं बढ़कर है. लेकिन इस महान उपलब्धि से हटकर नाइट हमेशा एक रहस्य बने रहे.

time-read
1 min  |
December 2020
दस क्लासिक्स - फिल्मों की निर्माण यात्रा की रोचक दास्तान
Samay Patrika

दस क्लासिक्स - फिल्मों की निर्माण यात्रा की रोचक दास्तान

दस क्लासिक्स में उन प्रसंगों का विस्तार से वर्णन किया गया है जो दस महान हिंदी फ़िल्मों को बनाने के दौरान सामने आए। इस पुस्तक में उल्लेखित फ़िल्मों को भारतीय सिनेमा के इतिहास में मील का पत्थर माना जाता है

time-read
1 min  |
December 2020
कैसे गुम हो गया भारतीय जंगलों का शहज़ादा कहलाने वाला चीता?
Samay Patrika

कैसे गुम हो गया भारतीय जंगलों का शहज़ादा कहलाने वाला चीता?

कबीर संजय की पुस्तक 'चीता' बेहद ख़ास दस्तावेज है। यह उन किताबों में शामिल की जा सकती है जिसे आप संजो कर रख सकते हैं। अपने बच्चों को पढ़कर सुना सकते हैं। उन्हें प्रकृति और जीवों से लगाव के लिए प्रेरित कर सकते हैं

time-read
1 min  |
December 2020
रामविलास पासवान: संकल्प, साहस और संघर्ष
Samay Patrika

रामविलास पासवान: संकल्प, साहस और संघर्ष

राम विलास पासवान की राजनीतिक यात्रा पर हिंदी में पहली बार विस्तार से लिखा गया है। वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप श्रीवास्तव ने पासवान पर गहन शोध और अध्ययन के बाद उनकी जीवनी 'रामविलास पासवान : संकल्प, साहस और संघर्ष' लिखी है। पुस्तक को पेंगुइन बुक्स ने प्रकाशित किया है।

time-read
1 min  |
November 2020
शेर की खाल वाला सामंत शूरवीर
Samay Patrika

शेर की खाल वाला सामंत शूरवीर

जैसे इंग्लैंड में शेक्सपीयर हैं, इटली में दांते, रुस में पुश्किन; इसी तरह पोलैंड के पास अद्वितीय व बेजोड़ प्रतिम है —मित्स्किएविच। इसी तरह जॉर्जिया में जहां काव्यात्मक विरासत लगभग हज़ारों सालों से फैली हुई है, फिर भी प्रभावी रुप से इस देश के एकमात्र बेजोड़ कवि हैं -शोथा रुस्थावेली।

time-read
1 min  |
November 2020
संस्कृत भाषा और अनुवाद की व्याख्या
Samay Patrika

संस्कृत भाषा और अनुवाद की व्याख्या

संस्कृत नन-ट्रांसलेटेबल्स' अंग्रेज़ी भाषा के संस्कृतकरण और इसे शक्तिशाली संस्कृत शब्दों से समृद्ध करने का एक मार्गदर्शक और साहसिक प्रयास है।

time-read
1 min  |
November 2020
फ़िल्मी दुनिया के किस्से और सुपरस्टार की मौत
Samay Patrika

फ़िल्मी दुनिया के किस्से और सुपरस्टार की मौत

फ़िल्मी दुनिया चकाचौंध से भरी है। हर मोड़ एक किस्सा है, एक कहानी है। हर मोड़ पर कुछ टूटता है, कुछ बिखरता है, कुछ जुड़ता है, कुछ संभलता है। फिल्मी दुनिया में ज़िन्दगी बहुत तेज़ी से दौड़ती है, तो कहीं हालात ऐसे भी बन जाते हैं कि एक पल भी हज़ारों साल जितना भारी लगता है।

time-read
1 min  |
November 2020