लूना, जो मौली की बिल्ली थी, दबे पांव अंदर चली गई थी. वह मुलायम और रोएंदार थी. उसे लटकती चीजों, खास कर चमकदार गहनों से खेलना बहुत पसंद था.
मौली ने लूना को गहनों के डब्बे के पास न जाने की चेतावनी दी थी. लूना ने पंख वाले गहनों को देखा और गेंद पर पंजा मारा तथा म्याऊंम्याऊं बोली. वह धीरे धीरे दूर जाने लगी, लेकिन चमकदार डोरी वाले रिबन में फंस गई.
“अरे नहीं, लूना. यह स्ट्रिंग रिबन क्रिसमस ट्री के चारों ओर लपेटे जाने के लिए है, तुम्हारे लिए नहीं, नटखट बिल्ली," मौली हंसते हुए बोली.
मौली का भाई कार्ल, लूना और उस की हैरानी भरी स्थिति को देख कर हंस पड़ा. उस ने इस वर्ष क्रिसमस ट्री के मिले नए डब्बे को उत्साह से खोला, लेकिन उस की मुसकराहट तब गायब हो गई, जब उस ने डब्बे में निर्देश पुस्तिका को देखा. उस ने जोर से पढ़ा, "पेड़ को कैसे जोड़ा जाए?”
जैसे ही उन्होंने पेड़ को जोड़ा, मौली और काल के बीच बहस शुरू हो गई, लेकिन लूना अपनी पूंछ को ऊपर उठा कर उन के चेहरों को देखती रही.
"डब्बे के ऊपर पार्ट 'ए' लिखा है. देखो, यहां पर तसवीर दी हुई है. उस के बाद हम इस के सब से ऊपर पार्ट 'बी' रखते हैं और फिर पार्ट 'सी' रखते हैं. यह इसी तरह से है," मौली ने कहा.
“नहीं, तुम ‘सी’ को आधार पर रखो, उस के ऊपर 'बी' और फिर 'ए' को रखो,” कार्ल ने कहा.
“इस नकली पेड़ को जोड़ने के बजाय क्या एक असली पेड़ प्राप्त करना आसान नहीं होगा?” मौली ने तनाव महसूस करते हुए कहा.
“लेकिन बर्फ में बाहर ढूंढ़ने कौन जाएगा?” कार्ल ने पूछा.
लूना ने घूर कर उन्हें देखा, जैसे वह कह रही हो कि लड़ाई मत करो.
कार्ल ने खिड़की से बाहर देखा. हर तरफ बर्फ की मोटी चादर फैली थी. चारों ओर सिर्फ सफेद नजारा दिख रहा था.
“कार्ल, मौली, यहां आओ. मेरे पास तुम्हारे लिए एक काम है,” मम्मी ने उन्हें किचन से पुकारा. उन्होंने उन्हें जिंजर ब्रेड मैन कूकीज सजाने के लिए दिए. मौली और कार्ल सफेद आइसिंग से कूकीज को सजाना बहुत पसंद करते थे.
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रिटर्न गिफ्ट
\"डिंगो, बहुत दिन से हम ने कोई अच्छी पार्टी नहीं की है. कुछ करो दोस्त,\" गोल्डी लकड़बग्घा बोला.
चांद पर जाना
होशियारपुर के जंगल में डब्बू नाम का एक शरारती भालू रहता था. वह कभीकभी शहर आता था, जहां वह चाय की दुकान पर टीवी पर समाचार या रेस्तरां में देशदुनिया के बारे में बातचीत सुनता था. इस तरह वह अधिक जान कर और होशियार हो गया. वह स्वादिष्ठ भोजन का स्वाद भी लेता था, क्योंकि बच्चे उसे देख कर खुश होते थे और अपनी थाली से उसे खाना देते थे. डब्बू उन के बीच बैठता और उन के मासूम, क 'चतुर विचारों को अपना लेता.
चाय और छिपकली
पार्थ के पापा को चाय बहुत पसंद थी और वे दिन भर कई कप चाय पीने का मजा लेते थे. पार्थ की मां चाय नहीं पीती थीं. जब भी उस के पापा चाय पीते थे, उन के चेहरे पर अलग खुशी दिखाई देती थी.
शेरा ने बुरी आदत छोड़ी
दिसंबर का महीना था और चंदनवन में ठंड का मौसम था. प्रधानमंत्री शेरा ने देखा कि उन की आलीशान मखमली रजाई गीले तहखाने में रखे जाने के कारण उस पर फफूंद जम गई है. उन्होंने अपने सहायक बेनी भालू को बुलाया और कहा, \"इस रजाई को धूप में डाल दो. उस के बाद, तुम में उसके इसे अपने पास रख सकते हो. मैं ने जंबू जिराफ को अपने लिए एक नई रजाई डिजाइन करने के लिए बुलाया है. उस की रजाइयों की बहुत डिमांड है.\"
मानस और बिल्ली का बच्चा
अर्धवार्षिक परीक्षाएं समाप्त होने के बाद मानस को घर पर बोरियत होने लगी. उस ने जिद की कि उसे अपने साथ रहने के लिए कोई पालतू जानवर चाहिए, जो उस का साथ दे.
पहाड़ी पर भूत
चंपकवन में उस साल बहुत बारिश हुई थी. चीकू खरगोश और जंपी बंदर का घर भी बाढ़ के कारण बह गया था.
जो ढूंढ़े वही पाए
अपनी ठंडी, फूस वाली झोंपड़ी से राजी बाहर आई. उस के छोटे, नन्हे पैरों को खुरदरी, धूप से तपती जमीन झुलसा रही थी. उस ने सूरज की ओर देखा, वह अभी आसमान में बहुत ऊपर नहीं था. उस की स्थिति को देखते हुए राजी अनुमान लगाया कि लगभग 10 बज रहे होंगे.
एक कुत्ता जिस का नाम डौट था
डौट की तरह दिखने वाले कुत्ते चैन्नई की सड़कों पर बहुत अधिक पाए जाते हैं. दीया कभी नहीं समझ पाई कि आखिर क्यों उस जैसे एक खास कुत्ते ने जो किसी भी अन्य सफेद और भूरे कुत्ते की तरह हीथा, उस के दिल के तारों को छू लिया था.
स्कूल का संविधान
10 वर्षीय मयंक ने खाने के लिए अपना टिफिन खोला ही था कि उस के खाने की खुशबू पूरी क्लास में फैल गई.
तरुण की कहानी
\"कहानियां ताजी हवा के झोंके की तरह होनी चाहिए, ताकि वे हमारी आत्मा को शक्ति दें,” तरुण की दादी ने उस से कहा.