वफी की दौड़
Champak - Hindi|September First 2024
वफी हिरण रोज सुबह उठ कर दौड़ लगाता था. यों दौड़ लगाते देख कर एक दिन ब्लैकी भालू ने उस से पूछा, "वफी, दौड़ की प्रैक्टिस के लिए तुम रोज इतनी जल्दी उठ जाते हो और फिर स्कूल भी आते हो. ऐसा क्या जरूरी है?"...
डा. अलका जैन 'आराधना'
वफी की दौड़

वफी बोला, "शिक्षक दिवस पर स्कूल में होने वाली इंटरस्कूल दौड़ मुझे जरूर जीतनी है. अभी घर जा कर तैयार हो कर आता हूं. फिर हम स्कूल में मिलते हैं."

यह कह कर वफी वापस अपने घर की ओर दौड़ पड़ा. मम्मी ने उस के लिए दूध और गाजर का नाश्ता तैयार कर रखा था. वफी नाश्ता कर के झटपट तैयार हो गया और स्कूल की तरफ भागा. उस की तरह ही कई बच्चे दौड़ की प्रैक्टिस कर रहे थे और उन्हें सुबहसुबह जंगल में दौड़ते हुए देखा जा सकता था.

वफी का लक्ष्य था कि वह शिक्षक दिवस पर होने वाली दौड़ जीते और उस में मुख्य अतिथि एथलीट चपल चीता से पुरस्कार प्राप्त करे.

स्कूल के गलियारे में वफी की मुलाकात स्कूल प्रिंसिपल हट्टू हाथी से हुई, तो उस ने उस से पूछा, "कहो वफी, कैसी चल रही है तुम्हारी दौड़ की तैयारी? दूसरे स्कूलों के भी बहुत से बच्चे इस में भाग लेंगे. कल फाइनल सेलेक्शन होगा कि हमारे स्कूल की तरफ से रेस में कौन भाग लेगा."

वफी ने जवाब दिया, "मेरी तैयारी तो बहुत अच्छी चल रही है, सर. मुझे स्कूल की तरफ से भाग लेने की आशा है."

प्रिंसिपल ने कहा, "बैस्ट औफ लक, देखते हैं, कल क्या होता है."

छुट्टी के बाद वफी जब घर पहुंचा तो उसे थ महसूस हो रही थी, पर उस ने परवाह नहीं की और अपना होमवर्क करने के बाद दौड़ की प्रैक्टिस के लिए निकल पड़ा, पर उसे ऐसा लग रहा था कि उस से दौड़ा नहीं जा रहा है.

ब्लैकी के घर तक पहुंचने के बाद वह थक गया था, ब्लैकी वहीं बाहर हनी और ब्रेड खा रहा था. उस ने वफी को देखा और कहा, "क्या हुआ, वफी?"

वफी बोला, "मैं थोड़ा अस्वस्थ महसूस कर रहा हूं."

ब्लैकी ने उसे अपने घर बुलाया. ब्लैकी की मम्मी ने उस के लिए बहुत बढ़िया चाय बनाई. वफी में वापस घर जाने की ऐनर्जी ही नहीं बची थी, ब्लैकी की मम्मी ने डाक्टर गीदड़ को बुलाया.

वफी ने डाक्टर गीदड़ से कहा, "मुझे ऐसी दवा दीजिए, जिससे मेरा बुखार उतर जाए और मैं कल दौड़ सकूं."

डाक्टर गीदड ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि तुम कल दौड़ पाओगे. अगर तुम दौड़ोगे, तो तुम्हारी तबीयत और भी ज्यादा खराब हो जाएगी," यह कह कर उन्होंने दवा लिख दी थी.

उधर वफी के घर नहीं पहुंचने से मम्मी को टेंशन हो रही थी. वह उसे खोजते हुए ब्लैकी के घर पहुंची.

This story is from the September First 2024 edition of Champak - Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the September First 2024 edition of Champak - Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM CHAMPAK - HINDIView All
वफी की दौड़
Champak - Hindi

वफी की दौड़

वफी हिरण रोज सुबह उठ कर दौड़ लगाता था. यों दौड़ लगाते देख कर एक दिन ब्लैकी भालू ने उस से पूछा, \"वफी, दौड़ की प्रैक्टिस के लिए तुम रोज इतनी जल्दी उठ जाते हो और फिर स्कूल भी आते हो. ऐसा क्या जरूरी है?\"...

time-read
6 mins  |
September First 2024
साहस की कहानी
Champak - Hindi

साहस की कहानी

जब आप केरल के दक्षिणी भाग की ओर गाड़ी चलाते जाएंगे तो आप को अंबालूर नाम का एक गांव मिलेगा. अंबु की चट्टानी पहाड़ियों वाले इस छोटे से गांव को देखने में आनंद आता है. यह विशाल घास के मैदानों और विभिन्न प्रकार के खेतों से पटा हुआ है. जब आप इस गांव में टहलते हैं, तो आप को बहुत सारे केले, टैपिओका और अनानास तथा कुछ धान के खेत और ऊंचे रबर के पेड़ों के नीचे छायादार विशाल भूमि दिखाई देती है.

time-read
5 mins  |
September First 2024
संपर्क में रहना
Champak - Hindi

संपर्क में रहना

\"जेसी और जिमी, क्या तुम होमवर्क ने अपना पूरा कर लिया है?\"...

time-read
6 mins  |
September First 2024
अंडे का फंडा
Champak - Hindi

अंडे का फंडा

कृष के पापा विपुल केंद्रीय लोक निर्माण विभाग में इंजीनियर थे. उन की बदली नेपाल के एक जंगल में सड़क निर्माण के लिए हुई थी, इसलिए विपुल परिवार के साथ नेपाल में बस गए थे.

time-read
4 mins  |
September First 2024
खेलखेल में करें पढ़ाई
Champak - Hindi

खेलखेल में करें पढ़ाई

\"आज हम क्या खेल रहे हैं?\" अदिति ने जौगिंग करते हुए पूछा. वह कभी भी स्थिर नहीं रह सकती थी. कुछ लोग उसे शरारती और अनियंत्रित कहते थे, लेकिन वह खुद को ऊर्जा का भंडार मानती थी. ऐसा ही उस का दोस्त मनन भी था...

time-read
4 mins  |
September First 2024
मददगार हाथ
Champak - Hindi

मददगार हाथ

चीकू खरगोश आज सुबह सो कर उठा तो उस ने देखा कि पूरा आसमान काले बादलों से भरा हुआ था. उसकी मम्मी ने आवाज लगाई, \"चीकू, के लिए तैयार हो जाओ, बारिश जल्दी से स्कूल किसी भी समय आ सकती है.\"...

time-read
4 mins  |
September First 2024
मेरा भाई सब से अच्छा
Champak - Hindi

मेरा भाई सब से अच्छा

उदित ने अपने इतिहास के होमवर्क को देखा. 'वे हमें इतना ज्यादा होमवर्क क्यों देते हैं,' अपनी नोटबुक को दूर धकेलते हुए वह बड़बड़ाया और उस के बाद उसने एक गहरी सांस यह सोचते हुए खींची कि अब क्या करें. उस ने जम्हाई ली और निर्णय किया कि होमवर्क शुरू करने से पहले अपनी पैंसिल तेज करेगा...

time-read
7 mins  |
August Second 2024
समुद्रतट का रहस्य
Champak - Hindi

समुद्रतट का रहस्य

\"उस ओर मत जाओ,\" अप्पा ने संतोष को चेतावनी देते हुए कहा. लेकिन कहते हैं न, वर्जित क्षेत्र हमेशा आकर्षित करता है और इसीलिए वह उस ओर बढ़ गया...

time-read
5 mins  |
August Second 2024
परिवर्तन की श्रृंखला
Champak - Hindi

परिवर्तन की श्रृंखला

आज स्वतंत्रता दिवस है और स्कूल जल्दी बंद हो जाएगा. यह बहुत अच्छा है, है न? राजू भैया ने अपने तिपहिया औटोरिक्शा से निकली गड़गड़ाहट की आवाज और काले धुएं के बीच मुसकराते हुए कहा...

time-read
6 mins  |
August Second 2024
आयु का स्वतंत्रता दिवस
Champak - Hindi

आयु का स्वतंत्रता दिवस

पिछले दो दिनों से आयु के स्कूल में बच्चे स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले भव्य समारोह की तैयारी कर रहे थे. उन्हें अनुशासन और सम्मान के साथ राष्ट्रीय ध्वज को सलामी तथा राष्ट्रगान को लयबद्ध तरीके से समयसीमा के भीतर गाना सिखाया गया...

time-read
3 mins  |
August Second 2024