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गर्भ में गुम एक-तिहाई बेटियां
ओ पगली, लड़कियां हवा, धूप, मिट्टी होती हैं। उनका कोई घर नहीं होता/जिनका कोई घर नहीं होता/उनकी होती है भला कौन-सी जगह?
साइबर अपराध की राजधानी
सड़कें धूल भरी. सड़कों के किनारे बेतरतीब ढंग से बनी दुकानें. पान- सिगरेट की गुमटियां उनके आसपास उलटे-सीधे तरीके से पार्क किए गए स्कूटर, मोटरसाइकिलें, रिक्शे, बसें और ट्रक.
मुकाबला तीरों और तलवारों में
अब शिवसेना नहीं रही. या कह सकते हैं कि फिलहाल उसका भविष्य अधर में लटक गया है. सोमवार 10 अक्तूबर को चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे की अगुआई वाले परस्पर विरोधी गुटों को अलग-अलग नाम का आवंटन करके इस 56 साल पुरानी पार्टी के विभाजन पर मुहर लगा दी. इसके साथ ही आयोग ने अंतरिम उपाय के रूप में दोनों को 'असली' शिवसेना होने के अधिकार से वंचित कर दिया.
अभी और बढ़ेगा शी का जलवा?
अक्तूबर की 16 तारीख को बीजिंग में आयोजित हो रही कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) की राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस पर दुनिया भर की नजरें टिकी होंगी. इसमें होने वाले विचार-विमर्श से चीन की घरेलू और विदेश नीतियों के बारे में अहम संकेत मिलेंगे, खास तौर पर ऐसे वक्त में जब भूराजनैतिक परिदृश्य में आमूलचूल बदलाव आ रहे हैं और चीन में राजनैतिक तथा आर्थिक स्थिति ज्यादा चुनौतियों से भरी है.
डरते हुए जीना भी कोई जीना है!
हाल में रिलीज हुई विक्रम वेधा में एक अहम किरदार निभाने वाली राधिका आप्टे का कहना है कि दोयम दर्जे की फिल्में करने की बजाय भविष्य में वे खुद स्क्रिप्ट राइटिंग और डायरेक्शन करना पसंद करेंगी
एमपी में मिला एक 'नया' उदयपुर
एक उदास कस्बे के जागने की कहानी, इतिहास के एक जानकार और एक जिज्ञासु की जुगलबंदी...
मूनलाइटिंग का स्याह पहलू
नौकरी के साथ दूसरे अतिरिक्त काम करना नई बात नहीं है लेकिन विप्रो के 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने और कुछ दूसरी आइटी कंपनियों के अपने कर्मचारियों को इसके प्रति आगाह करने से यह मुद्दा प्रमुखता से उभरा. टेक इंडस्ट्री इस पर एकराय नहीं कि घटना से कैसे निबटें
चंबल के बीहड़ों में गूंजने लगीं 'किलकारियां'
बड़ी संख्या में शेरों के मरने के बुरे दौर को पीछे छोड़ इटावा लायन सफारी में बढ़ने लगा बब्बर शेरों का कुनबा. सफारी में अब तक हो चुका है 10 शावकों का जन्म
थोड़े की जरुरत
कश्मीर में आतंकवाद के काबू में आने और जमीनी हालात सामान्य होने जैसे संकेतों को देखते हुए अब आतंक-रोधी बल राष्ट्रीय राइफल्स की तैनाती में कटौती करने की कोशिशें शुरू. लेकिन विशेषज्ञों की राय में इस दिशा में जल्दबाजी दिखाना हो सकता है खतरनाक
इस सर्जरी से सुधरेगी बिहार की सेहत?
बिहार के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने 60 दिनों के भीतर राज्य की बीमार स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए 'मिशन 60' की शुरुआत की है, इसका सरकारी अस्पतालों की हालत पर क्या असर दिख रहा है
सियासी खेल
राजस्थान में सत्ताधारी कांग्रेस राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक के जरिए सियासी जोड़-भाग की तैयारी में जुटी है
मुकद्दर का सिकंदर
बॉलीवुड में स्टारडम का दूसरा नाम ही अमिताभ बच्चन है. पर इतने तक ही सीमित न रहकर वे समाज और सिनेमा के इतिहास की भी गवाही देते हैं. 80 वर्ष का होने के मौके पर उनके इंद्रधनुषी जीवन को हम एक-एक दृश्य के जरिए पिरोने की कोशिश कर रहे हैं
आज भी शहंशाह
उम्र आभामंडल फीका नहीं कर पाई, बल्कि अमिताभ बच्चन के इर्द-गिर्द फैली चमक-दमक को और रोशन ही किया है, यह उस शख्स की दास्तान है, जिसने हर कदम खुद को निखारा है, उसे सलाम
अनुभवी जनरल
भारतीय सशस्त्र बलों को आखिरकार शीर्ष कमांडर मिल गया. शुक्रवार, 30 सितंबर को जनरल अनिल चौहान ने सादे से समारोह में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) का पदभार संभाल लिया.
ठाकुर का मुकाबला ठाकुर से
हिमाचल प्रदेश - चुनाव
मुस्लिम समाज से बढ़ी उम्मीद
अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख उमर अहमद इलियासी ने हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत के बारे में कहा, "मोहन भागवत राष्ट्रपिता और राष्ट्र ऋषि हैं. हमारा डीएनए एक ही है, केवल ईश्वर की पूजा करने का हमारा तरीका अलग है. हमें भारत और भारतीयता को मजबूत करना है."
मां के दूध से मुहिम में जान
डॉ. संदीप काकुस्ते जैसे ही पांच महीने की बच्ची को डिजिटल तराजू पर रखते हैं, वजन की रीडिंग देखकर उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है. वजन 5.5 किलो आया है. जन्म के समय यह सिर्फ 1.7 किलो यानी 3.2 किलो के मानक से काफी कम था. डॉक्टर मां की तारीफ करते हुए नियमित स्तनपान की हिदायत भी देते हैं, जिसके लिए स्वास्थ्य उपकेंद्र के स्टाफ ने उसे ट्रेनिंग दी है. महाराष्ट्र के आदिवासी बहुल नंदुरबार जिले के नंदरखे गांव में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) के रूप में तैनात डॉ. काकुस्ते कहते हैं, "वजन बढ़ना वैज्ञानिक ढंग से स्तनपान के कारण ही संभव हुआ."
इधर खींचो, उधर उघाड़
इस साल जुलाई में भारतीय रुपए ने तब पहली बार प्रति डॉलर 80 का मनोवैज्ञानिक स्तर पार किया, जब महंगाई पर लगाम कसने के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें कई बार बढ़ाईं, नतीजतन डॉलर मजबूत हुआ. कुछ दिन थमने के बाद रुपए ने 28 सितंबर को एक बार फिर प्रति डॉलर 80 का निशान पार कर लिया और 81.9 के नए निचले स्तर पर पहुंच गया. थोड़ा संभला पर 3 अक्तूबर को फिर 81.7 पर आ लगा.
भाजपा की अंतरात्मा जगाता संघ
गत 2 अक्तूबर को देश में गरीबी, असमानता और बेरोजगारी की स्थिति से जुड़े कुछ परेशान करने वाले आंकड़ों पर पहली बार टिप्पणी करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने लोगों का ध्यान खींचा था.
अपार अनुभव
अभिनेता गजराज राव का काम लगभग तीन दशकों में फैला हुआ है. उनकी आनेवाली फिल्म मजा मा के बहाने उनके कुछ अनोखे पलों पर बातचीत
देवत्व से परे
मिलन मुदगिल का फोटो प्रोजेक्ट कैलाशमानसरोवर की जो छवि उकेरता है वह पौराणिक कथाएं नहीं कर सकतीं
मां से बेहतर भला किसे पता
असल जिंदगी में अतिस्नेही मां कल्कि केकलां अपनी नई फिल्म में रंजिशजदा बेटी का किरदार निभा रही हैं
बहने दो संगीत
एक नई डॉक्यूमेंट्री दिखाती है कि किस तरह गंगा किनारे साइकिल यात्रा ने कंपोजर शांतनु मोइत्रा को गहरे नुक्सान से उबरने में मदद की
कागज मुक्त होंगी बीमा पॉलिसी
संभावना यही है कि इस साल के आखिर तक नई बीमा पॉलिसी अभौतिक या डीमैट रूप में मिलने लगेंगी
छोटा है पर दमदार है
स्मॉल-कैप फंड्स में निवेश जोखिम भरा हो सकता है लेकिन उनमें निवेश करने का एक अच्छा पहलू भी है कि वे धन सृजन की महत्वपूर्ण रणनीति हो सकते हैं
जीवनरेखा की सुरक्षा
जीवन बीमा आपकी अचानक मौत की घड़ी में आपके परिवार को सुरक्षा प्रदान करने का एक तरीका है. यह आपकी अनुपस्थिति में परिवार के सपनों को जीवित रखने का वित्तीय साधन है
पहाड़ पर खून के दाग
उत्तराखंड में अंकिता भंडारी की हत्या से आम लोगों में गहरा आक्रोश है और आरोपी भाजपा नेता की भूमिका से भी कई सवाल उठ रहे हैं
नशे में घुली बदनीयती
डॉक्टर और स्टूडेंट काउंसलर डेट रेप ड्रग्स के इस्तेमाल से हो रहे अपराधों को लेकर फिक्रमंद
रिटायरमेंट के बाद भी भरोसा बरकरार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आखिर किस रणनीति के तहत रिटायर हो चुके अफसरों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंप रहे हैं ?
बूचड़खाने की राह
बांग्लादेश तक मवेशियों की तस्करी अब पश्चिम बंगाल में बेहद संगठित धंधा बना, कथित तौर पर इस कमाऊ गोरखधंधे में नेता, प्रशासक और बीएसफ के कुछ अफसरों की मिलीभगत