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बेवफाई का बाजार
वर्जनाएं तोड़ने की ललक, नई-नई जिज्ञासाएं और दमित इच्छाओं की पूर्ति का सहज साधन उपलब्ध कराने के वादे के साथ डेटिंग ऐप का बाजार अब कस्बों और दूर-दराज के इलाकों तक फैला
शहनाइयों के सियासी सुर
पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेताओं की शादी को विपक्ष बना रहा है मुद्दा, निजी रिश्तों पर जुबानी जंग जारी
पवार का पावर गेम
राकांपा प्रमुख शरद पवार का फैसला संतुलन साधने वाला है या अजित पवार को ठिकाने लगाया गया
पुल की सियासी पोल
विपक्षी दलों के बीच पुल बना रहे नीतीश कुमार के राज्य में टूट रहे हैं पुल
प्रतिपक्ष है चुनौती
विपक्षी एकता की कोशिश से ज्यादा मोर्चा इससे तय होगा कि किसके पास वैकल्पिक एजेंडा
बर्नार्डा, रुक्मावती और दूसरे शिकार
सवा सौ साल पहले 5 जून को जन्मे स्पैनिश नाटककार फेडरिको गार्सिया लोर्का के सबक आज निरंकुश स्वेच्छाचार और कट्टरता के बोलबाले के दौर में सबसे जरूरी
लोगों का प्यार ही मेरा हासिल
नब्बे के दशक में हिंदी फिल्मों में अपनी सुरीली आवाज से गीत सजाने वाली गायिका अनुराधा पौडवाल, उन चुनिंदा गायिकाओं में शामिल हैं, जिन्होंने फिल्मी संगीत और भक्ति संगीत, दोनों ही क्षेत्र में शोहरत की बुलंदियों को छूने का काम किया।
आइपीएल 2023 के चमकदार चेहरे
इंडियन प्रीमियर लीग के हर सीजन में कुछ खिलाड़ी हीरो बनकर सामने आते हैं। ये खिलाड़ी अपनी प्रतिभा से हर किसी को चकित कर रहे हैं।
कड़े मुकाबले का मोर्चा
शिवराज और भाजपा को कल्याणकारी तथा महिला योजनाओं पर भरोसा तो कांग्रेस को एंटी-इन्कंबेंसी और अपनी गारंटियों से उम्मीद
क्या 2024 में चल पाएगा मोदी कार्ड
लगातार हार रही भाजपा को आगामी लोकसभा में जीत हासिल करने के लिए खोजना होगा नया मंत्र
'कका' भूपेश की बिसात
कांग्रेस को मुख्यमंत्री की लोकप्रियता पर भरोसा तो भाजपा का बुलडोजर नीति का वादा
रफ्तार के शिकार लोग
सरकार और तंत्र ज्यादा सुविधा और रफ्तार को प्राथमिकता बना चुका है, इसमें गरीब कहां हैं
पटरियों का सियासी आईना
हर दौर में राजनीति पर फोकस बदलने के साथ रेल नीतियां बदलती गईं, रेल यात्रा की मार्केटिंग और निजी निवेश पर जोर बढ़ा तो पटरियों और सुरक्षा पर ध्यान घटता गया
दरकता कवच
रेल दुर्घटनाओं में दोष चाहे नीति-निर्माताओं का हो मगर अमूमने लोको पायलट, गैंगमैन या ट्रैकमैन के मत्थे जिम्मेदारी मढ़कर भूल जाया जाता है, जरूरी है कि गहन पड़ताल के साथ पूरे तंत्र की कमजोरियों और कमियों की समीक्षा हो
फौज जीतेगी या इमरान
चरमराती अर्थव्यवस्था के बीच इमरान खान की फौज को चुनौती कहीं मुल्क को फिर तानाशाही की ओर न ले जाए
बेटी पढ़ाओ कोरा नारा
सरकारी स्कूलों की दूरी, शौचालय, पानी, बिजली सुविधाओं का अभाव बेटियों की पढ़ाई में रुकावट
ये कौन-सा निजाम है दोस्तो!
महिला पहलवानों का संघर्ष सिर्फ बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई से नहीं, बल्कि पूरे खेल संघों में आमूलचूल बदलाव, खिलाड़ियों और खेल के प्रति संपूर्ण नजरिया बदलने से पूरा होगा
कोयला खनन को पर्यावरण अनुकूल बनाने का प्रयास
केंद्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने साझा किया कि कैसे पिठ्ले नौ वर्षों से देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए, पर्यावरण संतुलन का ध्यान रखकर उचित मात्रा में कोयले और लिग्नाइट की सप्लाई की जा रही है।
कोई भी संविधान नहीं बदल सकता
संसद की नई इमारत के प्रस्ताव से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला खासे उत्साहित हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि 2022 में भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर संसद का सत्र नए भवन में आयोजित होगा। उनका कहना है कि किसी भी संसदीय लोकतंत्र में संविधान उसकी आत्मा होती है और कोई भी सरकार उसकी मूल भावना में बदलाव नहीं कर सकती। उन्होंने आउटलुक के एडिटर-इन-चीफ रूबेन बनर्जी और पॉलिटिकल एडिटर भावना विजअरोड़ा से खास बातचीत की है। उसके मुख्य अंश:
बिजनेस छिनने का डर
छोटी कंपनियों को तिमाही रिटर्न फाइल करने की सुविधा, लेकिन टैक्स क्रेडिट में देरी के कारण बड़ी कंपनियां उनसे सामान नहीं खरीद रहीं
एमएसपी तो बाजार के भी हित में
इसके कारण देश के कृषि बाजारों में कीमतों में उतार-चढ़ाव 20 से 25 फीसदी तक कम, नेताओं ने इसका इस्तेमाल वोट जुटाने में भी किया
"मैं हिंदी सिनेमा की बदलती रवायत की प्रोडक्ट"
भूमि पेडनेकर दुर्गामति: द मिथ में शीर्षक भूमिका निभा रही हैं। यह अनुष्का शेट्टी की तमिल-तेलुगु फिल्म भागमति का हिंदी में रीमेक है, जो इसी हफ्ते अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज होगी। अपनी शुरुआती ही फिल्म दम लगा के हइशा में खूब तारीफ बटोर चुकी 31 साल की इस अभिनेत्री ने गिरिधर झा से अपने करिअर और बॉलीवुड में पांच साल बिताने के अनुभवों के बारे में बात की। पेश हैं अंश:
कितने तैयार हम
देश में जनवरी तक टीका लगना शुरू होने की उम्मीद, सीरम इंस्टीट्यूट-भारत बॉयोटेक ने आपात मंजूरी के लिए दी अर्जी, लेकिन असली सवाल कायम कि किसे, कब तक, और मुफ्त में या दाम देकर मिलेगी वैक्सीन
मजबूत किसान मोर्चेबंदी
नए केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की चौहद्दी और देश भर में मोर्चे पर डटे किसानों के पक्ष में बढ़ते जन समर्थन से क्या सरकार का कथित सुधार का एजेंडा दोराहे पर पहुंचा?
रजनी दांव से कौन होगा चित
रजनीकांत के आने से प्रदेश की दो प्रमुख पार्टियों द्रमुक और अन्नाद्रमुक की मुश्किलें बढ़ने के आसार
राज्य भी केंद्र को लोहे के चने चबवा सकते हैं
झारखंड के गठन के बीस साल हुए। इन वर्षों में झारखंड की दशा-दिशा क्या रही और चुनौतियां क्या हैं? इन सवालों के साथ एक साल पूरा कर रही झामुमो-कांग्रेस गठजोड़ सरकार के युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कोरोना के दौर में खाली खजाना और विपक्ष से भी मुकाबिल हैं। उन्होंने चुनौतियों और कामकाज पर आउटलुक के नवीन कुमार मिश्र से अपने अनुभव साझा किए। बातचीत के प्रमुख संपादित अंशः
सवाल कप्तानी का
फिलहाल तो विराट जमे हुए हैं मगर आने वाले कुछ महीनों में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं
सार्वजनिक स्वास्थ्य में निवेश बढ़ाने की जरूरत
2021 में हमारा फोकस संक्रामक रोगों पर होना चाहिए, टीबी को खत्म करना सामाजिक आंदोलन बने
संस्कृति 'बेघर' क्यों
अपने क्षेत्र में सम्मान अर्जित कर चुके बुजुर्ग कलाकारों को सरकारी आवास खाली करने का फरमान
संवरती अयोध्या
शहर में सड़क से लेकर हवाईअड्डा तक विकास कार्यों में तेजी, पुरानी तंग गलियां और भीड़ भरे सरयू घाट अब खुले-खुले और आकर्षक बने