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एक्यूप्रेशर में पिरामिड का प्रयोग
एक्यूप्रेशर से जुड़ी कई वस्तुओं को आपने देखा होगा जिनकी डिजाईन पिरामिड के समान होती है। पिरामिड को एक्यूप्रेशर में शामिल करने के क्या है लाभ जानते हैं लेख से
खाद्य पदार्थ जो बढ़ाएं कैंसर का खतरा
वैसे तो ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है जो किसी विशेष खाद्य पदार्थ के सेवन को निर्दिष्ट करता हो, लेकिन आहार जैसी सामान्य सी चीज कुछ निश्चित स्वास्थ्य प्रकार के कैंसर को प्रोत्साहित कर सकती है।
दांतों के लिए घातक है अधिक शक्कर
मीठा खाना सभी को पसंद है और बड़े चाव से खाया भी जाता है। किंतु अत्यधिक शक्कर खाने से हमारे दांतों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यदि शक्कर खा लेने के बाद मुंह साफ कर लिया जाए तो अवश्य उसका इतना असर नहीं होगा, जितना उसे दांतों के बीच पड़ा छोड़ देने से होता है।
ओशो और विवेकः एक प्रेम कथा
सू एपलटन अपने पूर्व जन्म से ही ओशो की प्रेमिका रही है। अप्रैल 1971 में ओशो द्वारा संन्यास दीक्षा ग्रहण की। ओशो ने उसे नया नाम मा योग विवेक दिया। मा विवेक दिसंबर 09, 1989 को अपने भौतिक जीवन से पृथक हो गई।
पृथ्वी पर घटा चमत्कार था रजनीशपुरम
अमेरिका के ऑरेगोन में बना रजनीशपुरम आज एक बार फिर चर्चा में है, और चर्चा का कारण नेटफ्लिक्स पर आई डॉक्यूमेंट्री 'वाइल्ड वाइल्ड कंट्री' है। जिसमें ओशो के अमेरिका में बसने और वहां रजनीशपुरम के बनाने और मिटाने की कहानी को दर्शाया गया है। आखिर रजनीशपुरम था क्या, क्या रजनीशपुरम की हकीकत वही थी जिसे फिल्म में दिखाया गया या कुछ और? अमेरिका में ओशो को जेल क्यों जाना पड़ा? क्या रजनीशपुरम ओशो की असफलता का कारण था? इन सभी प्रश्नों के उत्तर आइए ओशो की जुबानी ही जानते हैं
शीला ने जितनी ओशो की सेवा की उतना नुकसान भी किया
'स्वामी संजय भारती' न केवल ओशो के लोकप्रिय पुराने संन्यासी हैं बल्कि सालों से ओशो की पुस्तकों एवं पत्रिकाओं के प्रकाशन व संपादन में सहयोगी भी रहे हैं। प्रस्तुत है 'वाइल्ड वाइल्ड कंट्री' के संदर्भ में लिए गए साक्षात्कार के प्रमुख अंश।
ओशो ने मेरे अंदर की हर संभावना को प्रतिभा बनाया है
ओशो के विदेशी संन्यासियों में से एक मुख्य नाम है 'मा प्रेम मनीषा'। जो न केवल ओशो के अंग्रेजी प्रवचनों में प्रश्न पूछती हुई नजर आती हैं बल्कि, आपने ओशो के संध्या दर्शन की 'दर्शन डायरी भी तैयार की हैं। प्रस्तुत है ओशो कम्यून में लिए गए साक्षात्कार के प्रमुख अंश।
तुलसी से दूर करें वास्तुदोष
हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा हर घर-आंगन की शोभा है। तुलसी सिर्फ हमारे घर की शोभा ही नहीं बल्कि शुभ फलदायी भी है। कैसे, जानें इस लेख से।
सेहत से भरपूर है सुबह की सैर
कहते हैं कि जो व्यक्ति प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व जगता है वह सदैव स्वस्थ रहता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए जितना लाभदायक सूर्योदय से पूर्व जगना है उससे कहीं अधिक लाभदायक सुबह सैर करना है?
शीला की कहानी ओशो की जुबानी
फिल्म 'वाइल्ड-वाइल्ड कंट्री' भले ही ओशो के हर प्रेमी व विरोधी ने न देखी हो पर सवाल देर-सबेर उभर ही गए हैं या भविष्य में उभर ही जाएंगे। सवाल, बवाल न बने, इसके लिए जरूरी है, शीला के बयानों पर ओशो के जवाब
मेरी लीला अभी भी जारी है
नहीं आऊंगा समझ में तुमको कुछ ऐसी मेरी तैयारी है, हो चुका हूं विदा इस देह से पर काम अभी भी जारी है। यह जो भी शीला-वीला है सब मेरी ही तो लीला है अभी होना बहुत कुछ बाकी है मेरी लीला अभी भी जारी है
हिंदू धर्म में लक्ष्मी-गणेश का महत्त्व
दिवाली के अवसर पर लक्ष्मी-गणेश की पूजा का विधान है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनके स्वरूप में जीवन का रहस्य छिपा हुआ है। आइये, जानते हैं क्या है हिन्दू धर्म में लक्ष्मी-गणेश की पूजा का अर्थ।
गोवर्धन पूजा का महत्त्व व इतिहास
दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है, लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं। गोवर्धन पूजन के महत्त्व के बारे में आइए विस्तार से जानें लेख से।
क्या है दिवाली पूजन की सही विधि?
मां लक्ष्मी धन व समृद्धि की देवी हैं। दीपावली पर लोग इनकी आराधना कर सुख-समृद्धि प्राप्त करते हैं। तो आइये, जानते हैं मां लक्ष्मी की आराधना कर उन्हें प्रसन्न करने के सरल उपाय।
युगों पुरानी है जुए की परम्परा
भले ही आज जमाना बदल गया हो परंतु आज भी लोग दिवाली की रात जुआ खेलते हैं। जुए की यह परम्परा कोई नई नहीं है युगों पुरानी है। कितनी पुरानी है यह प्रथा तथा कितना व कैसे बदला है इसका रूप व महत्त्व जानें इस लेख से।
सिंदूर सुहाग का प्रतीक है: कैसे?
सुहागिन महिलाएं सिन्दूर क्यों लगाती हैं? दरअसल सिंदूर माथे के ऊपर मध्य भाग में लगाया जाता है। कबीरदास ने तो कह दिया कि सिंदूर प्रेम का प्रतीक है लेकिन थोड़ा गहरे रूप में विचार करने पर कुछ और बात समझ में आती है।
खुलकर हंसिए और तनाव से बचिए
हंसना मानव की स्वाभाविक क्रिया है, सृष्टि का कोई दूसरा प्राणी हंसता नहीं है, इसलिए विचारक मानव को हंसने वाला प्राणी भी कहते हैं, परंतु आज भागमभाग वाली जिंदगी ने इंसान को हंसना, गुनगुनाना भुला दिया है, इससे उसका शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ रहा है इंसान मुसीबतों में जकड़ गया में है, आज प्राय हर चेहरे पर चिंता की रेखाएं स्पष्ट दिखाई देती हैं, भौतिकता पाने के लालच में इंसान प्रसन्नता का सुख भूल गया है।
मोटापा दूर करने में सहायक-स्नान
मोटापा कम करने के लिए लोग कई उपाय करते हैं। कोई डायट कंट्रोल करता है, कोई जिम जाता है, तो कोई घरेलू उपाय अपनाता है। वहीं मोटापा से छुटकारा दिलाने में कुछ स्नान भी सहायक हैं। कैसे व किस प्रकार? जानें लेख से।
मेवों से पाएं स्वाद और स्वास्थ्य
स्वाद व सेहत से भरपूर ड्राई फ्रूट्स का सेवन आपको कई रोगों से दूर रखता है। आइये जानते हैं ड्राई फ्रूट्स में छिपे पोषक तत्त्वों व उनको सही तरीके से खाने की विधि के बारे में
शाकाहार भी हिंसा है मगर सूक्ष्म हिंसा है
क्या आप जानते हैं कि शाकाहार भी एक प्रकार की हिंसा है और केवल मांसाहारी ही नहीं, शाकाहारी भी हिंसा को अपनाते हैं? यदि नहीं, तो इस बारे में विस्तार से जानें इस लेख में
कहीं नाश्ता न कर दे सब नाश
हमारे उत्तम स्वास्थ्य के लिए सुबह का नाश्ता करना बेहद जरूरी है। यह तो हम सब जानते ही हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके द्वारा किया जाने वाला नाश्ता ही आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है? कैसे? आइये जानते हैं।
जैसा आहार वैसा व्यवहार
अमूमन हम अपने व्यवहार, स्वभाव एवं व्यक्तित्व तथा बर्ताव आदि का जिम्मेदार अन्य लोगों, रिश्तों, किस्मत एवं परिस्थितियों आदि को ही समझते हैं। हमें लगता है इन्हीं सब के कारण हम चिंतित एवं दुखी हैं, परंतु क्या आप जानते हैं कि हमारे व्यवहार का कारण हमारा आहार भी हो सकता है? नहीं, तो जानिए किस तरह हमारा आहार हमारे व्यवहार को प्रभावित करता है।
दीया जलाएं अनिष्ट मिटाएं
हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ कार्य में दीपक की उपस्थिति अनिवार्य मानी गई है। आइये जानते हैं कि दीपक कितने प्रकार के होते हैं, उसके क्या लाभ हैं तथा क्या है दीपक द्वारा आरती करने की सही विधि?
दीपक की यात्रा कथा
हमारे सभी संस्कारों व पर्वों में दीपक की मौजूदगी इसकी महत्ता को बयां करती है। हमारी संस्कृति से अभिन्न रूप से जुड़े इस दीपक के बारे में और भी कई रोचक बातें जानने के लिए पढ़ें यह लेख।
भोजन जो दिमाग बढ़ाए
आजकल फास्ट फूड खाने वाले बच्चों को ऐसे आहार (डाइट) की जरूरत है जो शारीरिक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ दिमाग को चुस्त और ध्यान को दुरुस्त कर सके। आइए, जानें उन खाद्य पदार्थों के बारे में जो आपके बच्चों के लिए जरूरी हैं।
क्या एक दूसरे के पूरक हैं दर्शनशास्त्र और विज्ञान?
ज्ञान को हम दो भागों में विभक्त करते हैं। एक है विज्ञान और दूसरा दर्शनशास्त्र। अमूमन विज्ञान और दर्शनशास्त्र पृथक माने जाते हैं। किन्तु कई विषयों पर दोनों में पूरकता भी नजर आती है। दर्शन और विज्ञान के इस संबंध पर आइए विस्तार से चर्चा करें।
वास्तु अनुरूप गणेश जी का स्वरूप
वास्तु एवं फेंग शुई की बढ़ती लोकप्रियता ने देवी-देवताओं की मूर्तियों एवं चित्रों को पूजा घर के साथ-साथ ड्रॉइंग रूम, गेस्ट रूम और प्रवेश द्वार का भी हिस्सा बना दिया है। विशेषकर गणेश जी की प्रतिमा को लोग शुभ एवं सुरव-सौभाग्य के साथ जोड़कर देखने लगे हैं। वास्तु अनुसार भगवान गणेश की प्रतिमा किस प्रकार आपके जीवन में सुख-समृद्धि ला सकती है, जानें इस लेख से।
ले सर्व सुहागन करवड़ा....
कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को अपने अखण्ड सौभाग्य व पति की दीर्घायु के लिए सुहागिनें श्रद्धापूर्वक करवाचौथ का व्रत रखती हैं। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान आदि स्थानों पर यह पर्व विशेषरूप से मनाया जाता है। 'करवे' का अर्थ है- मिट्टी का बर्तन और 'चौथ' का अर्थ है- चतुर्थी।
जय मां नीलेश्वरी काली जन्म दाती से जगत जननी तक
इस पृथ्वी पर धरा एक ऐसी शक्ति है जिसमें सभी बुद्धिजीवी प्राणी कृपा पाते हैं, जिसके रूप अनेक हैं, कोई किसी नाम से कोई किसी नाम से मां आदि शक्ति की पूजा करते हैं।
नौ कन्याओं का पूजन क्यों?
नवरात्र में कन्या पूजन का विशेष महत्त्व है। नौ कन्याओं को नौ देवियों के रूप में पूजन कर अपने सामर्थ्यनुसार दक्षिणा देकर भक्त माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।