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जब नमक बिगाड़ दे, सेहत का स्वाद
यह सच है कि नमक के बिना हर खाने का ज़ायका बिगड़ जाता है। इसी के साथ यह भी उतना ही सच है कि अति हर चीज़ की बुरी होती है। नमक की भी जानिए कैसे।
वर्कप्लेस पर खुद को फिट रखने के टॉप-6 टिप्स
हम आपको बता रहे हैं कुछ टिप्स, जिन्हें फॉलो करके आप अपने वर्कप्लेस पर भी फिट रह सकते हैं।
जानें महिलाओं में होने वाली मुख्य 5 स्वास्थ्य समस्याएं
महिलाएं हर हंसते-खेलते घर का आधार होती हैं, लेकिन ऐसा वे अक्सर अपने स्वास्थ्य की अनदेखी करते हुए भी करती हैं। समस्या को रोग बनने तक छिपाए रखना ज्यादातर महिलाओं की आदत होती है। जानिए इसी बारे में कुछ-
कहीं आपके बढ़ते वज़न के कारण नींद से तो नहीं जुड़े
अगर आप कम आहार के बावजूद अपने बढ़ते वज़न से परेशान हैं तो जानिए नींद से जुड़े कारणों के बारे में भी-
'कब से चला पिचकारी का चलन ?
होली एक ऐसा त्योहार है जिसमें हर व्यक्ति उल्लास और उमंग से भर उठता है और होली के रंगों में रंग कर अपनी हर तकलीफ और चिंता को भूल जाता है। पिचकारी में भर-भर कर एक दूसरे को रंगों में डुबा देना हमें एक विशेष प्रकार की खुशी से भर देता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस पिचकारी के बिना हम होली खेलने की कल्पना भी नहीं कर सकते वो पहली बार प्रयोग में कब आई होगी? आइए जानें।
आपकी थकावट का कारण, चीनी कम तो नहीं?
थकावट हम सब की जिंदगी का एक आम हिस्सा है। इसे हम यह सोचकर नजर अंदाज कर देते हैं कि यह हमारे अधिक काम और कम आराम करने का नतीजा जबकि यह जरूरी नहीं है। थकावट अच्छे आराम व बेहतर खान-पान के बाद भी संभव है, जिसकी वजह हमारे शरीर में शुगर यानी चीनी की कमी भी हो सकती है।
वास्तु अनुसार कैसा हो भवन निर्माण ?
जीवन भर व्यक्ति मेहनत करता है ताकि वह अपना सपनों का घर बना सके। घर बनाते समय व्यक्ति उसको सजाने-संवारने में कोई कमी नहीं छोड़ता। आपके इस घर में और भी कोई कमी न रहे इसके लिए जरूरी है वास्तु अनुसार ग्रह निर्माण | कैसा हो वास्तु अनुसार भवन निर्माण ? आइए जानते हैं लेख से।
कुछ संकेत भी देते हैं तिल
चेहरे पर तिल का अलग ही आकर्षण होता है, कई तिल तो आपके सौदर्य में चार चांद लगा देते हैं तो कई तिल चेहरे को असुन्दर भी बना देते हैं। किन्तु शरीर में जो तिल होते हैं उन सबका अलग-अलग प्रभाव और महत्त्व होता है । कोई तिल शरीर पर शुभ होता है तो कोई तिल अशुभ, आईए जानें कौन-सा तिल कहां शुभ है और कहां अशुभ।
होली पूजन का रहस्य
होली का पर्व प्रतिवर्ष मनाया जाता है। स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने द्वारिका वासियों, ब्रजवासियों, अपनी रानियों, पटरानियों एवं आहलादिनी शक्ति राधा के साथ होली का उत्सव मनाया है। देवता भी इस आनंद से पीछे नहीं रहे। भगवान शंकर ने तो शमशान की राख से ही होली खेल कर स्वयं को कृतकृत्य किया। भव्य उत्सव दो भागों में विभक्त है।
होली का वास्तविक स्वरूप
होली शब्द का एक और अर्थ 'शुद्धता एवं परिपूर्णता' से है तो दूसरी ओर इसका एक अर्थ यह भी है कि ये हमारे मन पर भूतकाल के किसी कर्म या घटना का कोई भी रागद्वेषात्मक प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। हमारा मन सूर्य की भांति सदा परम शुद्ध, ज्ञानवर्धक तथा निरन्तर प्रगतिशील होना चाहिए, ऐसे मन को दिव्य मन कहते हैं जो परमपिता से सदा संयुक्त रहता है।
पैदल चलिए बुढ़ापे से बचिए
बगदाद का एक सरदार सिरदर्द से परेशान था। उसे किसी भी इलाज से लाभ नहीं हो रहा था।
रूप-लावण्य के प्रति सजगता भी जरूरी
स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए आपकी जीवनशैली और खान-पान काफी महत्त्व रखता है। कुछ छोटेमोटे उपायों को अपनाकर आप भी पा सकते हैं स्वस्थ एवं सुंदर शरीर। और ऐसे ही कुछ सुझाव शामिल हैं इस लेख में।
होली संग आए पकवान सेहत, सावधान!
त्योहारों के आते ही स्वादिष्ट और विशेष व्यंजनों को खाने से हम खुद को रोक नहीं पाते। लेकिन कई बार मजा किरकिरा हो जाता है, जब उटपटांग और अत्यधिक चटपटे खाने का असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। अपने आप पर थोड़ा नियंत्रण रख हम त्योहारों और पकवानों का आनंद उठा सकते हैं। डालते हैं एक नजर इस आलेख से।
सस्ती, सरल और असरकारक चिकित्सा - हास्य चिकित्सा
आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हम स्वयं के लिए भी बड़ी मुश्किल से समय निकाल पाते हैं जिससे जन्म होता है तनाव का और उसके बाद कई बिमारियों का । हम 'हास्य-चिकित्सा' द्वारा इन समस्याओं का समाधान बड़ी सरलता से कर सकते हैं। कैसे ? आईए जानते हैं।
रंगीन आहार लाए जीवन में बहार
हमारे जीवन में रंगों का असर शुरू से ही रहा है। चाहे वह इंसान का रंगरूप, खून, बाल या फिर पहनावा हो, सभी में रंगों का अपना असर होता है।
सपने मार्गदर्शक हैं अपने
मनुष्य गहरी नींद में सूक्ष्माकार होकर अपने भूत और भविष्य से संपर्क स्थापित करता है। यही संपर्क स्वप्न का कारण और स्वप्न का माध्यम बनता है। स्वप्न के मूल में हमारे जीवन में घटित घटनाएं होती हैं। सभी प्राणियों में मनुष्य ही एकमात्र ऐसा प्राणी है जो स्वप्न देख सकता है। जानते हैं इन सपनों का रहस्य इस आलेख से।
आपका खर्चा आपके हाथ
कई बार जाने-अनजाने हमसे बेहिसाब खर्चे हो जाते हैं, हम खुद को चाहकर भी नहीं रोक पाते। कहीं इस अनावश्यक खर्च में हमारे साथ-साथ हमारे हाथों की रेखाओ का भी तो हाथ नहीं ? तो जानें हमारे लेख से।
मान आपका अपमान भोजन का
आजकल विवाह व अन्य समारोह में दिखावा करने का प्रचलन काफी बढ़ गया है। दिखावे की इस परंपरा में सबसे ज्यादा बर्बादी होती है खाने की । आइये जानते हैं कि किस प्रकार हम दिखावे व मेहमाननवाजी के चक्कर में कितनी ज्यादा मात्रा में अन्न की बर्बादी कर रहे हैं।
भारत की गरिमा का प्रतीक हिमालय
हिमालय धरती पर देवनगरी कही जाती है। क्योंकि हिमालय ने अपने अंदर अनेक अनकही कहानियां समेटी हुई है।
नाथों के नाथ भगवान शिव का मंदिर - केदारनाथ मन्दिर
जून 2013 के दौरान भारत के उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश राज्यों में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण केदारनाथ सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र रहा। मंदिर की दीवारें गिर गईं और बाढ़ में बह गईं | इस ऐतिहासिक मन्दिर का मुख्य हिस्सा और सदियों पुराना गुंबद सुरक्षित रहे लेकिन मन्दिर का प्रवेश द्वार और उसके आसपास का इलाका पूरी तरह तबाह हो गया।
जब सिर पर हों परीक्षाएं
यूं तो जीवन ही एक परीक्षा है जिसका एक मुख्य अंग है स्कूली परीक्षाएं जिसका अपना एक विशेष महत्त्व है इसलिए उन्हें कैसे दें तथा उसके पहले व दौरान विद्यार्थी किन बातों का ध्यान रखें आइए जानते हैं।
कैसे करें पढ़ाई ?
पढ़ाई की अच्छी आदतें विकसित करने से स्कूल-कॉलेज के कॅरियर में भी लाभ होगा। सबसे पहले तो आपको अपने कामों का जिम्मेदार होना होगा।
हष्ट-पुष्ट बनने के टिप्स
जिन व्यक्तियों का वजन आयु के अनुसार उचित मात्रा में नहीं होता अथवा उनके शरीर में मांस और चर्बी का अभाव होता है, उन्हें दुर्बल कहा जाता है।
शरीर में पंच तत्त्वों की महत्ता
हमारा यह पंचभौतिक शरीर पंच महाभूतों से निर्मित है। हमारे शरीर में मिट्टी, जल, वायु, अग्नि, आकाश इन पंच महाभूतों का एक समन्वित स्वरूप है।
गुणों की खान आंवला
आंवला विटामिन सी से भरपूर एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो अनेक गुणों से भरा है। ये पेट संबंधी कई रोगों से लड़ने की क्षमता रखता है, जानें आंवले के विभिन्न औषधीय गुण।
आदतें जो करती हैं स्वास्थ्य को खराब
बचपन से लेकर जवानी तक, जवानी से लेकर बुढ़ापे तक हमारे साथ कुछ ऐसी आदतें जुड़ जाती हैं जो हमारी जीवन शैली का हिस्सा बन जाती हैं और जो छुड़ाए नहीं छूटती। इनमें कुछ अच्छी तथा कुछ बुरी आदतें होती हैं तथा कुछ ऐसी आदतें होती हैं जो हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं। कौन सी हैं वो आदतें जो हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं, आइये जानते हैं।
शरीर में वात, पित्त और कफ की भूमिका
मनुष्य शरीर में कफ, पित्त व वात ये तीन प्रकार की प्रकृति होती है। शरीर को निरोग रखने में इनकी क्या भूमिका है, जानने के लिए पढ़ें यह लेख।
जरुरी है पीलिया पर पहरा
पीलिया रोग में यदि रोगी को समय पर उचित इलाज मिल जाए तो वह पूर्णत: स्वस्थ हो सकता है परन्तु जरा सी लापरवाही से उसकी जान भी जा सकती है । इस रोग के बारे में विस्तार से जानने के लिए पढ़ें यह लेख
आहार स्वास्थ्य का आधार
भोजन करने का एक उचित समय व नियम होता है। स्वस्थ रहने के लिए इनका पालन करना बेहद जरूरी है। आइये जानते हैं क्या हैं वे नियम जो आपको निरोगी रख सकते हैं।
विभिन्न राज्यों में मकर संक्रांति
भारत त्योहारों का देश है, यहां प्रत्येक त्योहार को हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। उन्हीं में से एक त्योहार है मकर संक्रांति जिसे भारत के प्रत्येक राज्य के लोग अपनी परंपरा, संस्कृति के अनुसार मनाते हैं। कैसे मनाया जाता है भारत के विभिन्न राज्यों में मकर संक्रांति का त्योहार आइए जानते हैं-