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अविनाशी शिव हैं परम वैष्णव
महादेव भोलेनाथ का ध्यान करते ही, हमारी आंखों के आगे, उनके कई रूप साकार हो उठते हैं और मन उनके हर रूप पर मुग्ध होता है। उन्हें हम सभी ने ध्यान में लीन देखा है, प्रश्न यह भी उठता है मन में कि महादेव जिनकी भक्ति संसार करता है वह किसकी भक्ति करते हैं?
शिव को प्रसन्न करने के लिए करें रुद्राभिषेक
शास्त्रों के अनुसार, भोलेनाथ का रुद्राभिषेक करने से सभी देवताओं की पूजा एक साथ हो जाती है और एक साथ सभी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
काशी की शिव-पार्वती बारात है अद्भुत और सबसे प्रसिद्ध
हिंदू मान्यताओं के अनुसार भोलेनाथ और पार्वती के विवाह में देवी-देवता, असुर-गण, साधू-संत और भूत भी बाराती बनकर आए थे। शिव का औघड़ रूप देखकर पार्वती की मां मैना देवी मूर्छित हो जाती हैं और वह अपनी बेटी का विवाह शिव से करने से मना कर देती हैं।
महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर ये चीजें चढ़ाने से मिलेगा विशेष फल
भगवान भोलोनाथ के लिए कहा जाता है कि स्वभाव से बड़े भोले होते हैं। वह भक्त की भक्ति से तुरंत प्रसन्न होने वाले देवता हैं। देव, मानव और असुर सभी उनकी कृपा के पात्र रहे हैं। इसलिए कहते हैं कि एक लोटे जल से वह अपनी कृपा बरसा देते हैं।
तरबूज है गुणों की खान
गर्मी में अक्सर हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है, तरबूज़ का सेवन, इस समस्या से निजात पाने का अच्छा विकल्प है। विटामिन ए और सी से भरपूर तरबूज़ में एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते हैं।
अपने शरीर की रोज करें जांच
उम्र चाहे कोई भी हो, हमें हमेशा सजग रहना चाहिए और अपने शरीर का निरीक्षण - परीक्षण करते रहना चाहिए। लक्षण देखाई दे तो सतर्क हो जाना चाहिए और विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए ताकि किसी कमी या बीमारी के बढ़ने से पूर्व ही उसे ठीक किया जा सके।
मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए अपनाएं उचित खानपान
डायबिटीज के मरीजों को फुल फैट मिल्क की बजाय लो फैट या स्किम्ड मिल्क पीना चाहिए। इसके अलावा बटर की अपेक्षा घी का सेवन अधिक फायदेमंद हो सकता है। डायबिटीज में पनीर का सेवन किया जा सकता है।
खतरनाक हो सकता है प्रोस्टेट कैंसर न करें नजरअंदाज
पुरुषों में बार-बार पेशाब जाने की आदत सामान्य नहीं है। यदि आपके घर के किसी पुरुष व्यक्ति को पेशाब में जलन या पेशाब करते समय दर्द होता है तो उसका मतलब है कि उन्हें कोई गंभीर समस्या हो। हो सकता है कि प्रेस्टेट कैंसर के शुरुआती लक्षण हों।
कैंसर के उपचार में उपयोगी है आनिक चिकित्सा पद्धति-इम्यूनोथेरेपी
पिछले कुछ सालों से एक नई चिकित्सा पद्धति 'इम्यूनोथेरेपी' काफी प्रचलन में है जो कैंसर को कंट्रोल करने या उपचार में काफी कारगर मानी जा रही है।
कहीं नाश्ता न कर दे सब नाश
हमारे उत्तम स्वास्थ्य के लिए सुबह का नाश्ता करना बेहद जरूरी है। यह तो हम सब जानते ही हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके द्वारा किया जाने वाला नाश्ता ही आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। कैसे? आइये जानते हैं।
संगीत और अभिनय का मधुर संबंध दिलजीत सिंह दोसांझ
दिलजीत सिंह दोसांझ पंजाबी संगीत और फिल्म जगत की जानी मानी हस्ती बन चुके हैं। जालंधर पंजाब प्रांत के एक गांव दोसांझ कलां में इनका जन्म हुआ है, जिसके कारण दिलजीत सिंह अपने नाम के आगे 'दोसांझ' लगाते हैं। दिलजीत का जन्म 06 जनवरी, 1984 को 12.00 बजे, मीन लग्न में मकर राशि के अन्तर्गत जाब के जालंधर शहर में हुआ है।
प्रेम की राह में रंगों का असर
प्रत्येक रंग का अपना विशेष महत्त्व होता है। जो भी रंग के हम कपड़े पहनते हैं उसका प्रभाव हमारे प्रेम पर भी पड़ता है। क्या कहते हैं हमारे रंग? जानते हैं लेख से।
तुलसी के पौधे की परिक्रमा करते हुए ऐसे करें माता लक्ष्मी को प्रसन्न
तुलसी के पौधे को माता लक्ष्मी का रूप माना जाता है। हिन्दू धर्म के मान्यता के अनुसार इस एक पवित्र पौधा गया है। इसका महत्व वेदों और पुराणों में स्पष्टता से बताता गया है। तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल हिन्दू धर्म के पूजा पाठ में किया जाता है। तुलसी के पत्ते भगवान विष्णु और इनके स्वरूपों को चढ़ाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु को बिना तुलसी के पत्तों से भोग नहीं चढ़ाया जाता है, बल्कि भगवान विष्णु के भोग में तुलसी पत्र अनिवार्य है। भगवान विष्णु समेत, कृष्ण और हनुमानजी को भी तुलसी के पत्तों के साथ ही भोग अर्पित करते हैं। केवल गणेशजी, शिवजी और देवियों को तुलसी पत्र नहीं चढ़ाया जाता है।
अयोध्या तथा श्रीराम के पूर्वज
भविष्य पुराण के प्रतिसर्ग पर्व में वर्णित है कि श्वेत वाराह नामक कल्प में बह्मा जी के वर्ष में मौन दिन में सुप्त मुहूर्त के अवसर पर वैवस्वत मनु का जन्म हुआ था।
प्राण प्रतिष्ठा क्या है, कौन से नियम हैं जिनका करना पड़ता है पालन
हाल ही में अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन किया गया है जिसमे राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया का भी समापन हुआ। बहुत से लोगों को नहीं पता की प्राण प्रतिष्ठा क्या है। तो आइए जान लेते हैं इस बारे में।
मिथिला के दामाद के रूप में श्रीराम
राम वह नाम हैं जिनके स्मरण मात्र से व्यक्ति विशेष में राम तत्व का समावेश होने लगता है। राम के मूल गुण यानी सत्य, धर्म, प्रेम, निष्ठा, धैर्य व सहिष्णुता इत्यादि हैं। कहते हैं राम के इन गुणों में से एक भी अपना लिया जाए तो व्यक्तित्व में सोने सी चमक आ जाती है। श्री राम विष्णु के दशावतार में सातवें अवतार हैं। पृथ्वी पर इनका आगमन ही पृथ्वीवासियों के कल्याण के लिए हुआ था। राम ने अपने जीवनकाल में कई आदर्शों की स्थापना की।
लोक साहित्य में राम
अयोध्या में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा उत्खनन में प्राप्त प्राचीन अवशेष
रामराज्य स्थापित करने को अयोध्या पहुंचे श्रीराम
भगवान श्री राम के दर्शन को यदि आप ललायित है। तो अयोध्या जरूर आये और रामलला के बालस्वरूप का आनंद उठाए।
धैर्यसिन्धु, विवेकपुंज राम
मन में विचार कीजिये और सोचिए की क्यों श्री राम जनमानस में इतने लोकप्रिय हुए। उनका धैर्य और विवेक ही जो उन्हें श्रेष्ठ बनाता हैं।
लंबे समय से चल रही खांसी हो सकती है टीबी
टीबी या ट्यूबरक्लोसिस दुनिया भर में मौजूद जानलेवा और संक्रामक बीमारियों में एक है। हमारे देश में यह तपेदिक या क्षय रोग के नाम से भी जानी जाती है। यह किसी को भी हो सकती है लेकिन समुचित इलाज कराने पर यह ठीक भी हो सकती है।
स्तनपान कराने वाली मांओं को किस तरह का आहार लेना चाहिए
मां बनने के बाद महिलाओं को खानपान का खास ध्यान रखना चाहिए। स्तनपान कराने वाली महिलाएं इस पर ध्यान नहीं दे पाती हैं, जिससे उनके भीतर कई सारे पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। आइए जानते हैं कि स्तानपान कराने वाली महिलाओं को कैसा भोजन करना चाहिए।
क्या घाव की देखभाल का सही तरीका जानते हैं आप?
अक्सर हमें किसी ना किसी वजह से छोटी-मोटी चोट लग जाती है, लेकिन अगर इस चोट का सही से ख्याल ना रखा जाए, तो ये आपके लिए बहुत ही खतरनाक भी हो सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं चोट लगने पर क्या करें और क्या नहीं।
प्रतिदिन योगाभ्यास से पाएं निरोगी काया
यह सही है कि योग एक वैज्ञानिक पद्धति है परंतु इसका लाभ उठाने के लिए हमें न केवल आसनों का ज्ञान होना चाहिए बल्कि उन्हें किस रोग में, कैसे, कितना व किन सावधानियों के साथ किया जाना चाहिए इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए। हर योगासन का अपना ही विशेष महत्त्व व लाभ है जो इस प्रकार है-
टाइफाइड में दूध पीना हो सकता है खतरनाक
जानकारी के अभाव के कारण लोग टाइफाइड से ग्रसित बीमार व्यक्ति को दूध पीने के लिए देते हैं ताकि उसके अंदर ताकत आए जबकि टाइफाइड में दूध पीना खतरनाक हो सकता है।
12 मसाले जो इम्यूनिटी मजबूत बनाने में आपकी मदद करेंगे
भारतीय पाक कला में इस्तेमाल हो रहे मसालों के गुणों और उनसे मिलने वाले लाभों को देखते हुए यूरोपियन देशों में आज बहुत से व्यापारी उनकी खोज में लगे हुए हैं। पोषण विशेषज्ञों का कहना है कि ये हमारे शरीर में स्वास्थ्यवर्धक, एंटी-बैक्टीरियल, जीवाणुरोधी, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-फंगल, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-डायबिटिक गतिविधि को बढ़ाते हैं।
क्या है प्रश्न ज्योतिष?
ज्योतिष के जरिये मनुष्य अपना पूरा भविष्य तो नहीं देख सकता परन्तु भविष्य की संभावित घटनाओं का अंदेशा जरूर पा सकता है। ज्योतिष की सहायता से वह अपने कार्य की सफलता के लिए प्रयास अवश्य कर सकता है। ज्योतिष के इसी महत्त्व को देखते हुए हमारे समाज में ज्योतिष की कई शाखाओं का विकास हुआ। उन्हीं में से प्रमुख दो शाखाओं प्रश्न ज्योतिष व पंच पक्षी ज्योतिष शाखा का यहां विवरण दिया जा रहा है।
नकारात्मकता से मुक्ति का उपाय
अवलोकन से ही परिवर्तन आ जाता है। इसी से ही हमारे भीतर जो भी नकारात्मक है वह दूर हो जाता है।
मनुष्य परिस्थिति से सीखता है
आज सीखने का विकास हो गया। नाना दिशाओं में आदमी ने इतना विकास किया है कि जिसकी तुलना शायद बहुत लंबे अतीत से नहीं की जा सकती।
बच्चे को दवा कैसे दें
कुछ बच्चे शरारत में तो कुछ दवाओं के कड़वे स्वाद की वजह से अक्सर दवाइयों से दूर भागते हैं। कई बार तो आनाकानी करते हुए वे दवा गिरा भी देते हैं। ऐसे में बच्चों को दवा खिलाने से ज्यादा मुश्किल काम कोई और नहीं लगता। आपकी इस परेशानी को समझते हुए हम आपको यहां बता रहे हैं बच्चों को खेल-खेल में दवा देने के आसान तरीके।
सुख की परिभाषा
नदी के दो किनारों की तरह है हमारा जीवन। एक किनारा सुख है तो दूसरा दुख है। जीवन में जो हमें प्रतिकूल लगता है वो दुख है और जो अनुकूल लगता है वो सुख है।