CATEGORIES
فئات
औद्योगिक घरानों के बंटवारे कैसे प्रेम से हों
दीपक पारेख को भारत के कोरपोरेट जगत में बहुत ही आदर भाव के साथ देखा जाता है.
क्या है हिन्दू फोबिया का कारण
हिन्दू धर्म या सनातन संस्कृति जिसकी जड़ें संस्कारों के रूप में परम्पराओं के रूप में भारत की आत्मा में अनादि काल से बसी हुई हैं. ये भारत में ही होता है जहाँ एक अनपढ़ व्यक्ति भी परम्परा रूप से नदियों को माता मानता आया है और पेड़ों की पूजा करता आया है.
भारत में कैसे कम हो पाएंगे सड़क हादसे
आंकड़ों से पता चलता है कि देश में दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों पर राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक रोड एक्सीडेंट के मामले 2020 में 3,64,796 से बढ़कर 2021 में 4,03, 116 हो गए. मौतों में 16.8% बढ़ोतरी हुई है. 2020 में 1,33,201 और 2021 में 1,55,622 लोगों ने सड़क हादसे में अपनी जान गवाई है. साथ ही 2021 में प्रति हजार वाहनों की मौत दर 2020 में 0.45 से बढ़कर 2021 में 0.53 हो गई है. विश्लेषण से पता चलता है कि अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं तेज गति के कारण हुई हैं.
पश्चिमी यूपी में तेज होगी जाट वोट बैंक पर कब्जे की जंग
उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोकदल यानी आरएलडी की मान्यता खत्म होने से छोटे चौधरी जयंत सिंह की सियासत पर ग्रहण लग गया है. इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री और दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहने सहित कई सरकारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले किसान नेता चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी की राजनैतिक पारी पर यदि विश्राम लग जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए.
अब 'वायनाड' का क्या होगा?
केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सदस्य रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता जाने के बाद अब बड़ा सवाल यह है कि क्या चुनाव आयोग इस सीट पर जल्द ही उपचुनाव करवा सकता है? जानकारों का कहना है कि उपचुनाव की घोषणा से पहले चुनाव आयोग हर कानूनी पहलू को देखेगा और राहुल गांधी के अगले कदम पर भी आयोग की नजर रहेगी. राहुल गांधी की ओर से जल्द ही ऊपरी अदालत में अपील की जा सकती है. वहीं, चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार राहुल के अयोग्य घोषित होने के बाद वायनाड सीट पर उपचुनाव कराने से पहले तमाम पहलुओं की समीक्षा की जाएगी. आयोग के सूत्रों के अनुसार पहले से तय गाइडलाइंस के अनुरूप जो नियम हैं, उनके तहत आयोग कार्रवाई करेगा. नियम के अनुसार, खाली सीट को 6 महीने के अंदर भरना होता है. सूत्रों के अनुसार, इस बार आयोग कोई फैसला लेने से पहले तमाम कानूनी पहलुओं और घटनाक्रमों की समीक्षा करेगा. दरअसल, इसी साल आयोग अपने ही कुछ फैसलों से कानूनी अड़चनों में फंसा रहा.
अंतरिक्ष में इसरो के बढ़ते कदम
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) अंतरिक्ष की दुनिया में निरन्तर नए-नए इतिहास रच रहा है.
कल क्या हमारा आपका बॉस कोई रोबोट होगा?
जीपीटी-4 सरीखे एआई टूल उन पर इस कदर दबाव बनाये रखेंगे कि वे जो भी काम कर रहे हैं वह तेज गति से हो और अधिक उत्पादक हो. वे उत्कृष्टता के पैमाने को बढ़ा देंगे सीईओ के लिए और एक प्रकार से अत्यधिक दक्षता के युग का सूत्रपात होगा. बड़ी प्रसिद्ध हिंदी कहावत है गुरु गुड़ ही रहा, चेला शक्कर हो गया! पता ही नहीं चलेगा कब नॉन ह्यूमन दिमाग ने, जिसे ह्यूमन ने ही बनाया है, हमें रिप्लेस कर लिया है.
ChatGPT - अगर बहुतों के लिए आपदा है तो अमेरिका के लांस जंक ने इसे अवसर में बदल दिया!
दुनिया के तमाम लोग ChatGPT का उपयोग करना सीखना चाहते हैं. ऐसे ही लोगों का फायदा उठाया अमेरिका में रहने वाला एक 23 वर्षीय व्यक्ति लांस जंक ने जो नए लोगों को चैट जीपीटी सिखाकर 3 महीने में लगभग 35,000 डॉलर या 28 लाख रुपये कमाए.
AI अदृश्य रोबोटस के हवाले होने जा रही है हमारी जिंदगी!
एआई इमेज जनरेशन अब भी बहुत भरा पड़ा है. आर्थिक लिहाज से देखें तो अग्रणी एआई कंपनी 'सेल्सफोर्स' सरीखी तो बन सकती है, लेकिन तकनीकी क्षेत्र की 1 ट्रिलियन डॉलर मूल्यांकन वाली अन्य कंपनियों के आस पास पहुंचना उसके लिए दूर की कौड़ी ही रहेगी.
AI आज और कल
जरा सोचिए कि आप एक जगह बैठे हैं जहां आपके आस पास सब कुछ आपके ही मुताबिक है. आपके फोन ने आपको बताया कि आज आपको टाइम पर ऑफिस पहुंचने के लिए निकलना है. आप जल्दी से तैयार होते हैं और निकलते हैं अपनी कार के लिए. कार में बैठते ही आपके पास एक नोटिफिकेशन आता है, और आपकी कार की डैशबोर्ड स्क्रीन पर आगे रास्ते में पड़ने वाले ट्रैफिक का, स्क्रीनशॉट दिखता है. मतलब आपकी गाड़ी आपको बता रही है कि आज आपको नॉर्मल से ज्यादा ट्रैफिक मिलने वाला है, और आपको नए रास्ते से ऑफिस पहुंचने की सलाह दी जा रही है.
क्या आने वाली भीषण गर्मी को लेक तैयार है भारत?
नई दिल्ली स्थित एक संस्था सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च ने कहा है कि भारत के कमजोर तबकों को आने वाली गर्मी से बचाने के लिए तैयारियां समुचित नहीं हैं.
जलवाय संकट और खेती पर खतरे
भारत में 2050 तक औसत वर्षा के दिनों में साठ फीसद की कमी अनुमानित है, जिससे पैदावार में तेज गिरावट की आशंका है. जलवायु संकट के नतीजों से कृषि को बचाने के लिए भारत सरकार ने अभी तक कोई विशेष कार्ययोजना पेश नहीं की है. किसानों के लिए क्षणिक लाभ देने वाली घोषणाओं के बजाय पैदावार बचाने की योजनाएं तैयार कर समयबद्ध कार्य करने की आवश्यकता है.
आईटी सेक्टर में मंदी की आहट
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र में कर्मचारियों की नियुक्ति में आ रहा धीमापन एक चेतावनी है. इस बात के पर्याप्त प्रमाण और आंकड़े मौजूद हैं कि इस क्षेत्र में मंदी की दस्तक है. ऐसे में यह चिंता बढ़ रही है कि वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्थाओं में नजर आ रही मंदी आईटी सेवाओं की मांग को भी प्रभावित करेगी.
मोटा अनाज-भविष्य की मांग पूरी करने की बनानी होगी रणनीति
2018 में जब मोटे अनाज को पोषक अनाज घोषित कर प्रमोट करने का अभियान चलाया गया हालांकि तब पूरी तरह से आश्वस्त नहीं थे कि संयुक्त राष्ट्र संघ मोटे अनाज के महत्व को समझते हुए 2023 को इंटरनेशनल मिलेट ईयर घोषित कर देगा.
अब रूस-यूक्रेन में 'दोस्ती' करवाएगा चीन!
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग तीन दिन के रूस दौरे पर थे. उनके इस दौरे का मकसद रूस और यूक्रेन में चल रही जंग का समाधान करना है. हालात बताते है कि रूस और चीन में लगातार संबंध मजबूत हो रहे हैं. हाल ही में शी जिनपिंग का एक लेख रूस के अखबार रशियन गजेट में छपा है. इसी लेख में शी जिनपिंग ने उक्त बात लिखी है. जिनपिंग ने लिखा कि 10 साल पहले जब वह चीन के राष्ट्रपति बने थे तो जिस देश का उन्होंने सबसे पहले दौरा किया था, वो रूस ही था.
क्यों होते हैं भारतीय दूतावासों पर हमले
हाल के दौर में लगातार ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका तथा आस्ट्रेलिया में स्थित भारतीय दूतावासों/उच्चायोगों पर हो रहे उग्र प्रदर्शन तथा हमले सिद्ध कर रहे हैं कि उपर्युक्त देशों को पुलिस तथा सुरक्षा एजेंसियां कितनी काहिल और नकारा हैं.
राजस्थान में जाट बनेगा मुख्यमंत्री!
1973 में पहली बार जाट नेता रामनिवास मिर्धा मुख्यमंत्री पद के दावेदार बने थे. मगर हरिदेव जोशी के सामने एक वोट से हारने के कारण मुख्यमंत्री बनने से रह गए थे. इसी तरह 2008 में शीशराम ओला ने अशोक गहलोत के सामने मुख्यमंत्री पद की दावेदारी जतायी थी. मगर अधिक विधायकों का समर्थन नहीं होने से मुख्यमंत्री नहीं बन पाए. इसके अलावा कभी जाट नेताओं ने सीधे मुख्यमंत्री पद की लड़ाई भी नहीं लड़ी.
नौकरशाही के बाद राजशाही का स्वाद चखने वाले यूपी के चर्चित चेहरे
लोकसभा चुनाव में भगवा खेमें से एक और ब्यूरोक्रेट ताल ठोंकने की तैयारी में
योगी सरकार ने पूरा किया एक वर्ष का कार्यकाल
मोदी की छत्रछाया से दूर-योगी ब्रांड वाली सरकार
तो योगी यूपी के रास्ते ही भाजपा को 2024 में सत्ता सौपेंगे
अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले साल के शुरूआती के तीन महीनों के दौरान देश में लोकसभा चुनावों की हलचल को महसूस किया जाने लगेगा.
भाजपा में अप्रसांगिक हो गए हैं मेनका-वरुण
सुल्तानपुर से सांसद मां मेनका गांधी के बीजेपी को लेकर दिए गए बयान के बाद पीलीभीत लोकसभा सीट को लेकर चल रही अटकलें साफ हो गई है, जिसकी बानगी वरुण गांधी के पीलीभीत के कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर पर भी दिखने लगी है. जिनमें अब फिर से बीजेपी के वरिष्ठ नेता दिखने लगे हैं. दूसरी तरफ वरुण गांधी अपने पीलीभीत दौरे के दौरान जनसंवाद कार्यक्रमों में भी साफई देते घूम रहे हैं.
राहुल का तेवर भाजपा का जोश क्या कहता है?
राहुल गांधी तेवर में हैं. दुनिया उनके तेवर देख रही है. वह कहते हैं, मैं सावरकर नहीं बल्कि गांधी हं और गांधी कभी माफी नहीं मांगते.
राहुल पर टूटता मुसीबत का पहाड़
कांग्रेस को कितना फायदा और कितना नुकसान
राहुल को सजा मिली, सदस्यता गई
सेशन कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेसी राहुल की वफादारी में हर संवैधानिक संस्था की विश्वसनीयता को तार-तार करने में लगे हैं. यहां तक कि मनमोहन सरकार के समय में बने कानून की भी धज्जियां उड़ाने में पीछे नहीं हैं. 2013 में कांग्रेस की गठबंधन वाली मनमोहन सरकार सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद एक अध्यादेश लाई थी, जिसे बाद में राहुल गांधी के दबाव में आकर कानूनी रूप नहीं दिया जा सका था,लेकिन आज उसी की आग में जब राहुल गांधी स्वयं झुलसने लगे तो उसके लिए भी उन्होंने मोदी सरकार की तो बात ही दूसरी है अदालतों तक को कोसना काटना शुरू कर दिया हैं.
चक्रव्यूह में राहुल!
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है. चाहे वह ललित मोदी, नीरव मोदी हो या नरेंद्र मोदी हो. इसको लेकर सूरत पश्चिम के भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस करते हुए कहा था कि राहुल गांधी ने हमारे पूरे समाज को चोर कहा है और यह हमारे समाज की मानहानि है.
आंचल सिंह: दो हिट सीरीज, अवॉर्ड विनिंग फिल्मों में काम, 400 से ज्यादा विज्ञापन
आंचल सिंह एक बेहतरीन एक्ट्रेस हैं और दो जबरदस्त हिट वेब सीरीज देकर खूब सुर्खियां बटोर चुकी हैं.
बालों की कई समस्याओं को कम करने में मदद करता है योगा
बाल झड़ने की समस्या सभी के लिए एक सर दर्द बन चुकी है चाहे महिलाएँ हों या पुरुष, आजकल के आधुनिक जीवन में बाल झड़ने की समस्या मानों हर किसी के लिए एक आम बात हो गयी है.
जिंदादिल मिलनसार शख्सियत थे सतीश कौशिक
भारतीय सिनेमा जगत को 9 मार्च 2023 की सुबह का दिन बेहद ही दर्दनाक खबर के साथ बहुत गहरे जख्म देकर चला गया. लोगों को पर्दे व वास्तविक जीवन में हंसाने वाली शानदार शख्सियत के धनी ‘सतीश कौशिक' के अचानक हुए निधन की खबर ने दिलो-दिमाग को सुबह-सुबह ही झकझोर कर रख दिया.
नडेला से अजय बांगा तक क्यों सफल होते भारतवंशी
भारत के सात समंदर पार से भारतवंशियों के सफलता की खबरें - कहानियां लगातार भारतीय मीडिया की सुर्खियां बनने लगी हैं. आप गौर करें कि भारतवंशी सिर्फ सियासत में ही झंडे नहीं गाड़ रहे हैं.
चुनाव आयुक्त की नियुक्ति में राजनीति पर सुप्रीम प्रहार
गांधी जी ने संविधान निर्माताओं से कहा था “एक बार यदि लोकतंत्र ग़लत हाथों में चला गया तो इसे भीड़ तंत्र में बदलने से कोई नहीं रोक सकेगा.\" उनकी यह आशंका सही साबित हुई. नेता नौकरशाह और पूँजीपतियों की तुकबंदी होते ही विरोधी पार्टियों को चुनाव जीतना तो दूर अपनी ज़मानत बचाना मुश्किल पड़ गया. बाहुबलियों के हाथों में लोकतंत्र कराह उठा, विरोध के स्वरों को कुचल दिया गया.