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बदलावे का पहिया
कोई बड़ा बदलाव देश के सामाजिक-आर्थिक जीवन के वाहक माने जाने वाले परिवहन नेटवर्क को सबसे पहले प्रभावित करता है. अब जब पूरी दुनिया स्वच्छ ऊर्जा की ओर कदम बढ़ा रही है, तो इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने को लेकर ज्यादा दिमाग खपाने की कोई जरूरत ही नहीं रह गई है. इसी तरह, डिजिटल सेंसर से लैस इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम रियल टाइम डेटा के इस्तेमाल के साथ सुरक्षित यात्रा के अनुभव को पूरी तरह बदल देगा. भारत भी जल्द ही हाइ-स्पीड ट्रेनों के संचालन वाले कुछ चुनिंदा देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा. 2047 की राह तय करते-करते हममें से कुछ लोग स्मार्ट वेि पर अपने इलेक्ट्रिक वाहनों से फर्राटा भर रहे होंगे तो बाकी लोग हिंदुस्तान की सबसे तेज ट्रेन में सवारी का आनंद ले रहे होंगे. लेकिन अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी संग कदमताल के साथ इसे सबकी सामर्थ्य के दायरे में भी बनाए रखना जरूरी होगा
बेतार का तार हर सोच से पार
भविष्य की बेतार संचार टेक्नोलॉजी, इनसान, मशीन व डेटा के एक दूसरे पर जबरदस्त असर के साथ, मौजूदा जिंदगी को बदलकर रख देगी. यही नहीं, सैटेलाइट इंटरनेट दूर-दराज के इलाकों में भी संचार और ब्रॉडबैंड सेवाओं के असरदार विकल्प के तौर पर अवसरों की नई खिड़कियां खोल रहा है. और अगर डेटा भेजने के लिए एलईडी लाइट की ताकत का इस्तेमाल करने वाला लाइफ फिडेलिटी (एलआइएफआइ या लाइफाइ) अपनी संभावनाओं पर खरा उतरता है, तो स्पेक्ट्रम की कोई कमी नहीं होगी
अपनी भूमि गोवा के लिए
पर्यावरण रक्षा की मुखर पैरोकार अभिनेत्री भूमि पेडणेकर टिकाऊ विकास और गोवा में हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में हाथ आजमाने पर
वैक्सीन सुपरपावर बनता भारत
आज जब देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो ऐसे समय में पूरी दुनिया में भारत की पहचान 'फार्मेसी ऑफ वर्ल्ड' की बन गई है.
बात देश की सेहत पर
इंडिया टुडे हेल्थ कॉन्क्लेव 2023 में देश के बुनियादी स्वास्थ्य ढांचे, मेडिकल साइंस की नई तकनीकों और पर्सनल हेल्थ जैसे मुद्दों पर बात करने के लिए देश के बेहतरीन डॉक्टर और नीति निर्माता जुटे एक मंच पर
कैलास से कैंब्रिज तक
अपने बोल्ड सामाजिक-सांस्कृतिक प्रयोगों के लिए जाने जाते हैं रामकथा गायक मोरारी बापू. इस बार श्रावण अधिमास में उन्होंने 12 ज्योतिर्लिंगों पर मानस गाया. और अब कैंब्रिज विश्वविद्यालय में गूंजेगी चौपाई
तो गाड़िए अब गेमिंग में झंडा
हजारों भारतीय युवा प्रतिस्पर्धी ई-स्पोर्ट्स की लुभावनी आवाज पर निसार हो उठे हैं. अब नजर एशियाई खेलों में भारत की 15 सदस्यीय ईस्पोर्ट्स टोली पर
आखिरी सांसों का सुकून
बिहार में एक सरकारी अस्पताल कैंसर की आखिरी स्टेज के रोगियों के घर जाकर उन्हें इलाज की सुविधा उपलब्ध करा रहा है. वे चाहते हैं कि ये मरीज अपनी आखिरी सांस अपने घर में, परिजनों के बीच, गरिमामय तरीके से लें
एकता की ताकत
भारत अपने अब तक के सबसे अहम सैन्य सुधार की दहलीज पर है, जहां वह संसाधनों के बेहतरीन से बेहतरीन इस्तेमाल, एकजुटता और कामकाज की दक्षता के लिए अपने सशस्त्र बलों के थिएटर बनाने की तरफ बढ़ रहा है
अफसर मुख्यमंत्री की नजर में हैं !
सरकार की समस्त परियोजनाओं में विभिन्न स्तर के अधिकारियों के मूल्यांकन के लिए यूपी सीएम कार्यालय में शुरू हुआ अनोखा मुख्यमंत्री में कमांड सेंटर और एकीकृत पोर्टल के रूप में सीएम डैशबोर्ड. सीएम योगी सीधी निगरानी में आए सरकार के 59 विभाग और 588 योजनाएं
फिनटेक को लुभाने का दांव
प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट गुजरात की गिफ्ट सिटी ने वित्तीय क्षेत्र से जुड़े बड़े खिलाड़ियों का ध्यान अपनी तरफ खींचा तो है, लेकिन क्या यह एक वैश्विक वित्तीय केंद्र बन पाएगा
कैसी रहेगी कल आपकी तबियत?
एआइ की ताकत से लैस डाइग्नोस्टिक्स भारत में हेल्थकेयर के पूरे परिदृश्य को बदले दे रहा है. नई बात यह है कि इसमें जोर बीमारी के इलाज पर नहीं बल्कि इस पर है कि होने से पहले ही उसका पता लगा लिया जाए और जीवनशैली में बदलाव कर उससे निजात पाई जाए
वादियों में अब आरक्षण पर उबाल
गत 26 जुलाई को केंद्र सरकार की ओर से लोकसभा में पेश किए गए एक विधेयक ने जम्मू-कश्मीर के पर्वतीय क्षेत्रों में उथल-पुथल मचा दी है. संसद से पारित होने की स्थिति में संविधान (जम्मू और कश्मीर) अनुसूचित जनजाति व्यवस्था (संशोधन) विधेयक, 2023, इस केंद्रशासित प्रदेश में शिक्षा और रोजगार के क्षेत्रों में आरक्षण ढांचे में सिरे से बदलाव लाने की क्षमता रखता है.
बुलडोजर पर ब्रेक
अगस्त की 7 तारीख को पंजाब एवं हरियाणा हाइकोर्ट में जस्टिस जी.एस. संधवालिया और जस्टिस हरप्रीत कौर जीवन की खंडपीठ ने दंगा प्रभावित नूंह में खट्टर सरकार के बुलडोजर वाले 'इलाज' पर संज्ञान लिया और इस पर ब्रेक भी लगा दिया.
नए विधेयकों की भरमार
सात अगस्त को देश के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने 2020 में भाजपा की तरफ से मनोनीत राज्यसभा सदस्य बनाए जाने के बाद पहली बार सदन में दिए अपने भाषण में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, उन्हें सिर्फ इसलिए याद नहीं किया जाएगा कि उन्हें किसने बोला, बल्कि इसलिए भी याद रखा जाएगा कि क्या कहा गया.
आलिया बेटी और मां
आलिया भट्ट के लिए यह यादगार साल रहा है: वे मां बनीं, इंटरनेशनल डेब्यू किया और अब करण जौहर की फिल्म के जरिए चर्चा में
नन्ही कलम, ऊंचे सपने
बिहार के महापुरुषों के जीवन पर शोध करके किताबें लिखने की तैयारी कर रहे हैं किशोरवय बच्चे. रेणु और दिनकर पर काम पूरा. साहित्यिक-सांस्कृतिक क्षेत्र में दिलचस्प प्रयोग
उत्कृष्टता की मिसाल
शोध नतीजे बढ़ाने पर लगातार जोर भारत के शीर्ष लॉ स्कूल की सफलता की आधारशिला है
तकनीकी शिक्षा में अव्वल
लंबे वक्त से तकनीकी शिक्षा की अव्वल संस्थाओं में से एक रहा है आइआइटी दिल्ली. इसने कई विषयों को आपस में जोड़कर पढ़ाने के अलावा अनुसंधान और उद्योग के साथ रिश्तों के नए क्षेत्रों में भी दूसरों पर बढ़त हासिल की
मेडिकल जगत का मुखिया
दिल्ली स्थित एम्स अरसे से भारत में चिकित्सा क्षेत्र में रिसर्च का अगुआ रहा है. कोविड के बाद के दौर में वह भूमिका अब और भी निर्णायक हो गई है
निरंतर आगे बढ़ता रिसर्च में अव्वल संस्थान
चुनने के लिए तमाम विषय और स्पष्ट नतीजों वाली शिक्षा. इन्हीं पहलुओं पर जोर देते हुए ए यूनिवर्सिटी शीर्ष पर कायम नवाचारों और नए प्रयोगों पर उसका पहले से ही ध्यान
नहीं है कोई सानी
आला दर्जे की पढ़ाई, नए कोर्सेज, इंटरनेशनल रिसर्च कोलैबोरेशन और समावेशी कैंपस की बदौलत जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने साल दर साल अपना अव्वल मकाम बरकरार रखा
और जो ठहरे अव्वल
इंडिया टुडे ग्रुप फिर विश्वविद्यालयों की सालाना रैंकिंग के ताजा संस्करण के साथ हाजिर है. यह रैंकिंग भारत में उच्च शिक्षा की मौजूदा दशा-दिशा की साफ-साफ तस्वीर सामने रखती है
जितनी जाति उतने बोर्ड
राजस्थान में जातियों के आधार पर सरकारी बोर्ड बनाए जा रहे हैं, बीते दो साल में ही सरकार 15 जातियों के नाम पर बोर्ड बना चुकी है
बदलाव पर विवाद
पर्यावरणवादियों को आशंका है कि वन संरक्षण कानून में बदलाव देश में हरे-भरे इलाकों में इजाफे के मकसद को नाकाम कर देगा
तीसरे दांव में राव की मुश्किलें
बीआरएस प्रमुख का 2024 में विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करने का सपना धूमिल होने लगा. अब वे सियासी मै में अलग-थलग पड़ते नजर आ रहे. अब तो सवाल है कि वे तेलंगाना का अपना किला भी बचाए रख पाएंगे या नहीं?
फूट डालने वाली संहिता
कानून के जानकार और एक्टिविस्ट देश को जोड़ने वाली नागरिक संहिता की जरूरत पर सहमत हैं, पर यह चाहते हैं कि इसका प्रबल सिद्धांत समानता हो, एकरूपता नहीं
समान-नागरिक कानून की राजनीति
भाजपा ने एक विभाजनकारी कानूनी संशोधन को चुनावी मुद्दे में तब्दील करके सियासी गर्मी को हवा दी, जिससे बहस और आशंकाएं भड़क उठीं
यानी अब बधिया किए जाएंगे तेंदुए !
असल में 'स्टेटस ऑफ लेपर्ड्स, को-प्रिडेटर्स ऐंड मेगा हर्बिवोर्स इन इंडिया-2018' रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में मौजूद कुल 13,000 तेंदुओं में से करीब 1,700 महाराष्ट्र में पाए जाते हैं.
बेहाल होने की ओर भोपाल
यह विषय ही कुछ ऐसा है जिससे मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार 15 वर्षों से जूझ रही है.