CATEGORIES
فئات
2020:चुनौती देने का दम
विपरीत परिस्थितियों में जो विजेता बनकर उभरे वही होता है नायक. एक तो अर्थव्यवस्था पहले से ही कछुए की चाल चल रही थी कि कोविड और देशव्यापी लॉकडाउन उसके रास्ते में नए रोड़े अटकाने आ गए. सारा काम-धंधा बैठ गया और लाखों लोग बेरोजगार हो गए.
दिग्गज प्रशासक
चीन से गतिरोध जब चरम पर था, उसी वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले एक आगंतुक का कहना था कि वे मोदी को इस कदर शांतचित्त देखकर स्तब्ध थे.
ये दुनिया हमारी
हम विदेशों में बसे भारतीयों की कामयाबियों को अपना मानकर गर्व करते आए हैं, पर इस साल जब कोरोना वायरस ने सरहदों को बेमानी बना दिया, ये प्रवासी भारतीय ही थे जिन्होंने हमें खुशियां मनाने की सबसे ज्यादा वजहें दी.
राज्यों के रसूखदार
रसूख के मुख्यतः पांच स्रोत हैं: राजनीति और सरकार, कारोबार, मनोरंजन, धर्म और मीडिया.खेलकूद और सिनेमा-टीवी को मनोरंजन के दायरे में रख सकते हैं. लेकिन लोकतंत्र में सबसे ज्यादा रसूखदार व्यक्ति सत्ताधारी राजनेता होते हैं, जिनके पास विभिन्न नीतियों और योजनाओं के जरिए लोगों के जीवन में बदलाव लाने और उन्हें प्रभावित करने की अकूत शक्ति होती है.
आंख में खटकने का खामियाजा
भारत में दलित स्त्रियां जातिगत और लैंगिक हिंसा खास तौर पर बलात्कार की गहरी चपेट में. आखिर किस वजह से वे हर बार इतनी कमजोर साबित होती हैं
अपने ही साये डराने लगे
महामारी से पहले ही बेहाल फिल्म उद्योग अब ड्रग का इस्तेमाल और भाई-भतीजावाद जैसे आरोपों की गहरी मार के चलते अपनी ही खोल में दुबक जाने को मजबूर
इलाज की मरीचिका
शुरुआती उम्मीदों के बावजूद विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड के गारंटीशुदा इलाज की अपनी खोज हमें धीमी करने की जरूरत
चीन से मिली समुद्री चुनौती
दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी मौजूदगी आक्रामक ढंग से बढ़ा रही है. चीनी पीएलए-एन का मुकाबला करने के लिए भारत की योजना का अंदरूनी खाका
घाटे की फसल
मौके पर सरकारी खरीद के इंतजाम नाकाफी, किसान औने-पौने बेच रहे फसल.पर सरकार सुधार के उपायों पर कायम
कोविड योद्धाओं को सलाम
कोविङ-19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में आगे बढ़कर भूमिका निभाने वाले योद्धाओं का सम्मान
फिर भी ये जिद है कि हम...
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच में अहम मोड़ 29 सितंबर को आया. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के सात डॉक्टरों के पैनल ने सीबीआइ के सामने एक फॉरेंसिक रिपोर्ट पेश की, जिसकी मुंबई के आरएन कूपर म्युनिसिपल जनरल हॉस्पिटल के डॉक्टरों के आकलन के साथ इस बात पर सहमति थी कि राजपूत की मौत आत्महत्या ही थी, हत्या नहीं.
ममता ने छेड़ी जंग
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने 'बाहरी' भाजपा से 'मातृभूमि' बंगाल को बचाने की लड़ाई के लिए अपने पुराने 'मां-माटी-मानुष' के नारे को फिर से धार देते हुए 2021 के विधानसभा चुनाव के लिए ठोकी ताल
असुरक्षित बेटियां
राज्य में महिलाओं के साथ अपराधों की बढ़ोतरी में हाथरस कांड सबसे ताजा, हाल के महीनों में राज्य के हर हिस्से से ऐसी वारदातों की आ रही खबरों से भाजपा की आदित्यनाथ सरकार कठघरे में
उड़ान भरने को तैयार?
भारतीय जनता पार्टी की हाल ही में बनी नई 'टीम के सामने हैं कई चुनौतियां
निगम बनाने की उलझन
केंद्र ने आयुध निर्माण बोर्ड के 41 कारखानों को बताया नाकारापन के अड्डे और कहा कि इनका निगमीकरण जरूरी, लेकिन इससे इलाज मर्ज से बदतर साबित होने का अंदेशा
मरीज का कच्चा चिट्ठा
मरीज की पूरी जानकारी से लैस और साथ रखा जा सकने वाला राष्ट्रीय स्वास्थ्य पहचानपत्र आम नागरिक के इलाज के नजरिए से मील का पत्थर लेकिन इसे व्यापक डिजिटल प्रणाली से जोड़ने, और निजता की रक्षा के उपायों की दरकार, वरना डेटा के दुरुपयोग सरीखी चुनौतियां कई
तेजस्वी की अपनी दुविधा
राजद के वारिस कोरे कागज से शुरुआत करना चाहते हैं लेकिन जद (यू) और भाजपा लालू राज को चुनावी अफसाने में घसीटकर लाने के लिए बेताब हैं
यानी व्हाट्सऐप चैट में गोपनीय कुछ भी नहीं?
आपके मेसेज किस तरह से टैप, क्लोन या हैक किए जा सकते हैं, और इनसे बचाव के लिए आप क्या कर सकते हैं? यानी इससे जुड़े हर सवाल के जवाब जो आपको परेशान कर रहे हैं
वार्ता के बीच दिखाई आंख
लदाख में भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण सैन्य गतिरोध छठे महीने में प्रवेश कर गया है. लेकिन धरातल पर तनातनी घटने और स्थितियों के सामान्य होने का कोई संकेत नजर नहीं आता.
संभावनाओं की सिंचाई सवालों का घाट
वन क्षेत्र और आदिवासी गांवों के डूबने की आशंका से चार दशक में कई बार मुल्तवी हुई बोधघाट सिंचाई परियोजना को लेकर कांग्रेस सरकार फिर हरकत में
असल वारिस कौन
सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक और जयललिता के दरकिनार किए रिश्तेदार अब दिवंगत मुख्यमंत्री के बहुचर्चित आवास वेद निलयम पर कब्जे के लिए आपस में लड़ रहे हैं
उम्मीद और मायूसी
महामारी से अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो गई और हर तरफ वजूद बचाने का संघर्ष जारी, लेकिन कुछ ने इस संकट में अपने लिए मौका पाया और उस पर टूट पड़े, एक मोटा आकलन कि इस तबाही में कौन ढहा और कौन बचा
किस कीमत पर सुधार
नए कानूनों के जरिए सरकार कृषि में सुधार का दावा कर रही, लेकिन कुछ राज्यों में किसान काफी नाराज हैं
कानून का रास्ता उधर से
संसद ने 20 सितंबर को दो विवादास्पद कृषि विधेयक किसान उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, 2020 और किसानों (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) का मूल्य आश्वासन अनुबंध एवं कृषि सेवाएं समझौता विधेयक, 2020 पारित किए. राज्यसभा ने ध्वनि मत से दोनों विधेयकों को मंजूरी दी; लोकसभा ने उन्हें तीन दिन पहले ही पारित कर दिया था.
दूसरी लहर की तेज लपट
देश में कोविड के दोबारा संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े, तो, क्या हम अपनी कम मृत्य दर (सीएफआर) को लेकर वाकई राहत महसूस कर सकते हैं?
महामारी में डूबी चिकनकारी
लॉकडाउन के चलते पैदा हुई विश्वव्यापी आर्थिक सुस्ती ने लखनऊ के मशहूर चिकनकारी उद्योग की कमर ही तोड़कर रख दी. शहर और आसपास के एक लाख से ज्यादा कारीगर भुखमरी की कगार पर
योगी की नीति, नीयत और नियोजन से चमका उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चुनौतियां पसंद हैं. योगी हर पहाड़ सरीखी चुनौती को ईमानदारी और दृढ़इच्छाशक्ति से काबू करने की नीयत रखते हैं. हर चुनौती के हिसाब से नीति तैयार करते हैं और फिर उन्हें जमीन पर उतारने के लिए एक चरणबद्ध ढंग से नियोजित करते हैं. योगी के इसी जुझारू भरे रवैये ने प्रदेश में कारोबारी सहूलियतों (ईज ऑफ डूईंग बिजनेस) में एक मुकाम दिला दिया है. व्यापार और उद्योग का माहौल तैयार करने में यूपी ने 10 पायदान की ऊंची छलांग लगाते हुए देश में दूसरा स्थान हासिल किया है. यही नहीं कोविड महामारी के बेहद कठिन दौर मे भी यूपी ने रोज डेढ़ लाख से ज्यादा कोरोना टेस्ट करने की क्षमता हासिल कर दूसरे प्रदेशों को काफी पीछे छोड़ दिया है. यही योगी का वैश्विक पटल पर चमकता हुआ उत्तर प्रदेश है.
लॉटरी तो नहीं
मौजूदा वित्त वर्ष में के अनुमान आर्थिक विकास दर के नकारात्मक रहने और शेयर बाजार में मची उथल-पुथल के बीच दिल्ली के करोल बाग निवासी, 40 वर्षीय गिरीश कुमार ने अपने वित्तीय सलाहकार को फोन लगाया.
गठबंधनों की लड़ाई
नीतीश कुमार की विश्वसनीयता और राजद में बिखराव के दम पर एनडीए बिहार विधानसभा चुनाव में मजबूत कदमों के साथ उतर गया है लेकिन इसे अपने घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे के कठिन काम को जल्द निपटाने की जरूरत है
किसानों का बाजार
संसद का मॉनसून सत्र जब 14 सितंबर को शुरू हुआ, तो पंजाब, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना के किसान कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए लाए जा रहे मोदी सरकार के तीन विधेयकों का तीखा विरोध कर रहे थे.