बजट के मुख्य बिंदु
कैपिटल एक्सपेंडिचर S या पूंजीगत व्यय
- पूंजी निवेश परिव्यय 33 फीसद बढ़कर 10 लाख करोड़ रुपए या सकल घरेलू उत्पाद का 3.3 फीसद हो गया
- राज्य सरकारों को 50 साल का ब्याज मुक्त कर्ज 1.3 लाख करोड़ रुपए के परिव्यय के साथ एक साल तक और जारी रहेगा. इसे 2023-24 के दौरान पूंजीगत व्यय पर खर्च करना होगा
- राज्यों को जीएसडीपी के 3.5 फीसद राजकोषीय घाटे की इजाजत दी जाएगी, जिसमें से 0.5 फीसद बिजली क्षेत्र के सुधारों से जुड़ा होगा.
इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास
- 75,000 करोड़ रुपए के निवेश से 100 महत्वपूर्ण ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाएं शुरू होंगी, जिनमें 15,000 करोड़ रुपए निजी स्रोतों से लिए जाएंगे
- 50 अतिरिक्त हवाई अड्डे, हेलीपोर्ट, वॉटर एयरड्रोम और एडवांस लैंडिंग ग्राउंड से शुरू जाएंगे
बैंकिंग और वित्त
- बैंक प्रशासन में सुधार के लिए बैंकिंग रेग्युलेशन ऐक्ट, बैंकिंग कंपनीज ऐक्ट और भारतीय रिजर्व बैंक ऐक्ट में संशोधन किया जाएगा
- सेबी को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटीज मार्केट्स में शिक्षा के लिए मानदंडों और मानकों को विकसित करने, नियंत्रित करने, बनाए रखने और लागू करने और डिग्री, डिप्लोमा तथा प्रमाण पत्र देने की मान्यता देने का अधिकार होगा
कृषि
هذه القصة مأخوذة من طبعة February 15, 2023 من India Today Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة February 15, 2023 من India Today Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول
भुवन की बम-बम
भुवन बाम 27 सितंबर को डिज्नी + हॉटस्टार पर ताजा खबर के नए सीजन के साथ वापसी कर रहे
हरित ऊर्जा की तरफ कूच
जीवाश्म ईंधन से सोलर सेल तक भारत की ऊर्जा क्रांति रोमांचकारी है, मगर क्या इसकी मौजूदा रफ्तार कायम रखी जा सकती है? नीति निर्माता, उद्योग के अगुआ और विशेषज्ञ बता रहे हैं अपना-अपना नजरिया और चिंताएं
मुश्किल में मुखर्जी नगर की विरासत
हिंदी माध्यम में सिविल सेवा तैयारी के सबसे बड़े केंद्र दिल्ली के मुखर्जी नगर के कोचिंग संस्थानों के सामने अस्तित्व का संकट
सोने के प्रति नई ललक
देश में बढ़ते जेवरात बाजार के मद्देनजर बड़े कॉर्पोरेट घराने हिस्सेदारी ने की होड़ में उपभोक्ताओं की खातिर खांटी माल और आकर्षक डिजाइन लेकर हाजिर
अवधपुरी में धांधली की गहराती धमक
अयोध्या में जमीन की खरीद और मुआवजा वितरण में धांधली पर समाजवादी पार्टी का आक्रामक रुख. विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब देने में आखिर कमजोर क्यों साबित हो रही भाजपा सरकार?
शिंदे की रेवड़ी बांटने वाली चाल
क्या इससे उन्हें अधर में लटके महायुति के भविष्य को नई दिशा देने में मदद मिलेगी?
जन सुराज प्रशांत किशोर का पोलिटिकल वेंचर!
दो साल से बिहार में चल रहा जन सुराज अभियान गांधी जयंती के दिन पार्टी की शक्ल लेने जा रहा. पहली बार कोई पार्टी रिसर्च, स्ट्रैटजी और पेशेवर प्रबंधनों से बन रही. कहीं न कहीं इसके पीछे पैसों की ताकत भी है. प्रशांत किशोर का मानना है कि बिहार में सफल रहने पर इस प्रयोग को देश के दूसरे इलाकों में भी आजमाया जाएगा
केजरीवाल ने चल दिया तुरुप का इक्का
जमानत पर जेल से बाहर आते ही आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा कर विरोधियों को चौंका दिया
वादे, इरादे और खतरे
मायूसी लंबे वक्त से जम्मू और कश्मीर के स्वभाव में रच-बस गई थी, वहीं यह विधानसभा चुनाव राज्य में उम्मीद की सरगर्मियां लेकर आया है. आठ प्रमुख सियासतदानों ने ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा से अपनी नाइत्तेफाकी और आकांक्षाओं के बारे में बात की
कितना कुछ दांव पर
दस साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा की अब राज्य में वर्चस्व हासिल करने की चाहेत. दूसरी ओर घाटी के नेता अपनी पहचान और स्वायत्तता वापस पाने की लड़ाई लड़ रहे