अराजकता का शिकार मुल्क
India Today Hindi|March 29, 2023
पाकिस्तान भारी सियासी बवंडर में फंसा, पूर्व प्रधानमंत्री तथा क्रिकेटर इमरान खान ने सरकार और ताकतवर फौज को चुनौती देकर हालात मुश्किल किए, जबकि अर्थव्यवस्था गर्त की ओर तेज ढलान पर
हसन जैदी
अराजकता का शिकार मुल्क

स्लामाबाद हाइकोर्ट ने इमरान खान के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट को 13 मार्च को जैसे ही बहाल किया, जिस पर पहले उनकी अपील पर रोक लगा दी गई थी, इस्लामाबाद की पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए फौरन लाहौर की तरफ हेलीकॉप्टर से रवाना हो गई. लेकिन वह उन्हें गिरफ्तार कर नहीं पाई. पूर्व प्रधानमंत्री बुलेटप्रूफ कार में बैठकर लाहौर में एक 'चुनावी रैली' की अगुआई कर रहे थे और उनके आसपास जुटी भीड़ ने पुलिस को उनके पास फटकने तक नहीं दिया. रैली के बाद, इमरान खान आराम से मुड़े और लाहौर में अपने घर लौट गए.

अगले दिन का घटनाक्रम तो और भी अजीब था. पुलिस इमरान खान को जमान पार्क स्थित उनके घर से गिरफ्तार करने पहुंची, तो उनके सैकड़ों समर्थक और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के कार्यकर्ता पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों पर लाठी-डंडों, पत्थरों और पेट्रोल बम आदि से हमला कर उन्हें उल्टे पांव भागने पर मजबूर कर दिया. इन उग्र समर्थकों ने न केवल लाहौर और अन्य जगहों पर सड़कों को अवरुद्ध किया, बल्कि पानी की बौछार करने वाली गाड़ियां और जो कुछ भी सामने नजर आया, उसे आग के हवाले कर दिया. इस झड़प में दर्जनों पुलिसवाले जख्मी हुए.

बताया यह भी जा रहा है कि इमरान खान की सुरक्षा का जिम्मा गिलगित बल्तिस्तान की पुलिस ने संभाल रखा था, जहां पीटीआइ की सरकार है. उसने घर के अंदर घुसने की कोशिश कर रहे इस्लामाबाद पुलिस के अफसरों पर अपनी बंदूकें तक तान दी थीं. यही नहीं, इमरान उस दौरान अपने घर में ही जमे रहे और वहीं बैठे-बैठे सोशल मीडिया पर भड़काऊ वीडियो जारी करते रहे. यह शक्ति प्रदर्शन देश को बर्बादी के कगार पर पहुंचा देने वाली सियासी उथल-पुथल का ही प्रतीक है, जिसकी वजह से अर्थव्यवस्था बेपटरी हो चुकी है और आम लोग बेहिसाब कठिनाइयां झेल रहे हैं. (साथ की स्टोरी देखें: तेजी से खाली हो रहा खजाना).

هذه القصة مأخوذة من طبعة March 29, 2023 من India Today Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

هذه القصة مأخوذة من طبعة March 29, 2023 من India Today Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

المزيد من القصص من INDIA TODAY HINDI مشاهدة الكل
शब्द हैं तो सब है
India Today Hindi

शब्द हैं तो सब है

शब्द और साहित्य की जादुई दुनिया का जश्न मनाते लेखक-राजनेता शशि थरूर अपने निबंधों की किताब के साथ हाजिर

time-read
1 min  |
September 25, 2024
अब बड़ी भूमिका के लिए बेताब
India Today Hindi

अब बड़ी भूमिका के लिए बेताब

दूरदराज की मंचीय प्रतिभाओं को निखारने का बड़ा प्लेटफॉर्म बनकर उभरा एमपीएसडी. नई सोच वाले निदेशक के साथ अब वह एक नई राह पर. लेकिन क्या वह एनएसडी जैसा मुकाम बना पाएगा?

time-read
5 mins  |
September 25, 2024
डिजिटल डकैतों पर सख्त कार्रवाई
India Today Hindi

डिजिटल डकैतों पर सख्त कार्रवाई

नया-नवेला जिला डीग तेजी से देश में ऑनलाइन ठगी का केंद्र बनता जा रहा था. राज्य सरकार और पुलिस की निरंतर कार्रवाई की वजह से राजस्थान के इस नए जिले में पिछले छह महीने के दौरान साइबर अपराध की गतिविधियों में आई काफी कमी

time-read
8 mins  |
September 25, 2024
सनसनीखेज सफलता
India Today Hindi

सनसनीखेज सफलता

पल में मजाकिया, पल में खौफनाक. हिंदी सिनेमा में हॉरर कॉमेडी फिल्मों का आया नया जमाना. चौंकने-डरने को बेताब दर्शकों के कंधों पर सवार होकर भूतों ने धूमधाम से की बॉक्स ऑफिस पर वापसी

time-read
10+ mins  |
September 25, 2024
ममता के लिए मुश्किल घड़ी
India Today Hindi

ममता के लिए मुश्किल घड़ी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी सरकार खिन्न और प्रदर्शन करते राज्य के लोगों का भरोसा के लिए अंधाधुंध कदम उठा रही है

time-read
5 mins  |
September 25, 2024
ठोकने की यह कैसी नीति
India Today Hindi

ठोकने की यह कैसी नीति

सुल्तानपुर में जेवर की दुकान में डकैती के आरोपी मंगेश यादव को मुठभेड़ में मार डालने के बाद विपक्षी दलों के निशाने पर योगी सरकार. फर्जी मुठभेड़ एक बार फिर बनी मुद्दा

time-read
7 mins  |
September 25, 2024
अग्निपरीक्षा की तेज आंच
India Today Hindi

अग्निपरीक्षा की तेज आंच

अदाणी जांच में हितों के टकराव के आरोपों में घिरीं और अपने ही स्टाफ में उभरते विद्रोह से सेबी की मुखिया से ढेरों जवाब और खुलासों की दरकार

time-read
8 mins  |
September 25, 2024
अराजकता के गर्त में वापसी
India Today Hindi

अराजकता के गर्त में वापसी

केंद्र और राज्य के निकम्मेपन से मणिपुर में नए सिरे से उठीं लपटें, अबकी बार नफरत की दरारें और गहरी तथा चौड़ी लगने लगीं, अमन बहाली की संभावनाएं असंभव-सी दिखने लगीं

time-read
7 mins  |
September 25, 2024
अब आई मगरमच्छों की बारी
India Today Hindi

अब आई मगरमच्छों की बारी

राजस्थान में 29 जुलाई, 2024 की दोपहर विधानसभा में राजस्थान लोकसेवा आयोग (आरपीएससी) परीक्षा में पेपर लीक को लेकर सियासत गरमाई हुई थी. प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने पेपर लीक के मामलों को लेकर भजनलाल शर्मा सरकार पर यह आरोप जड़ दिया कि अभी तक सरकार ने छोटी-छोटी मछलियां पकड़ी हैं, मगरमच्छ तो अभी भी खुले घूम रहे हैं. इस हमले का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा, \"आप बेफिक्र रहिए जल्द ही हम उन मगरमच्छों को भी पकड़ेंगे जो बाहर घूम रहे हैं.\"

time-read
3 mins  |
September 25, 2024
नहरें: थीं तो बेशक ये पानी के ही लिए
India Today Hindi

नहरें: थीं तो बेशक ये पानी के ही लिए

सीवान शहर के पास जुड़कन गांव के कृष्ण कुमार अपने गांव में खुदी पतली-सी नहर की पुलिया पर बैठे मिले. ऐन नहर के किनारे उनका पंपसेट लगा था, जिससे वे अपने खेत की सिंचाई कर रहे थे. वे नहर के बारे में पूछते ही उखड़ गए और कहने लगे, \"50 साल पहले नहर की खुदाई हुई थी. हमारे बाप-दादा ने भी इसके लिए अपनी जमीन दी. हमारा दस कट्ठा जमीन इसमें गया. जमीन का पैसा मिल गया था. मगर इस नहर में एक बूंद पानी नहीं आया. सब जीरो हो गया, जीरो पानी आता तो क्या हमको पंपसेट में डीजल फूंकना पड़ता.\"

time-read
5 mins  |
September 25, 2024