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धर्म के बिना राजनीति कूड़ा
कर्णावती में पाञ्चजन्य द्वारा आयोजित साबरमती संवाद में पूज्य श्री रमेश भाई ओझा जी ने कहा कि शासन व्यवस्था में, राजनीति में, यदि धर्म न रहा तो राजनीति सिवा कूड़ा-करकट के कुछ नहीं रह जाएगी और जिस दिन धर्म में राजनीति घुसी, धर्म नहीं बच पाएगा। उन्होंने राष्ट्र के चिंतन, राष्ट्र की अगली पीढ़ी को दी जा रही शिक्षा को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। सत्र का संचालन पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर ने किया
न्यायाधीश चुनने में बीतता है न्यायाधीशों का आधा समय
केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू ने पाञ्चजन्य के साबरमती संवाद में न्यायपालिका के लिए सकारात्मक सुझाव के साथ बदलाव के बिंदुओं को बड़ी बारीकी से रेखांकित किया। उन्होंने न्यायिक एक्टिविज्म, आंतरिक स्वनियम तंत्र की आवश्यकता, कोलेजियम सिस्टम, अंकल जज सिंड्रोम, न्यायपालिका की आलोचना, औपनिवेशिक बोझ, भाषा के दबाव जैसे बिंदुओं पर खुलकर बात की। प्रस्तुत है केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू से पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर की बातचीत
राष्ट्र मंदिर है श्रीगम मंदिर
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के महासचिव श्री चंपत राय ने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन को बड़े निकट से देखा है। फिलहाल वे मंदिर निर्माण के कार्य को देख रहे हैं। पाञ्चजन्य के 'साबरमती संवाद' में उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रभु श्रीराम देशभर के लोगों के हृदय में बसते हैं। इसलिए यह मंदिर राष्ट्र मंदिर है। श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन का विहंगम अवलोकन करते हुए उन्होंने आंदोलन के दौरान उन तमाम दबी-छिपी कहानियों से पर्दा उठाया, जिनकी इस आंदोलन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका थी। चंपत राय से पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर की बातचीत के अंश:-
दासता का बोझ और नहीं
भारत की उन्नत शिक्षा व्यवस्था को अंग्रेजों ने षड्यंत्रपूर्वक नष्ट किया। अंग्रेजों की शिक्षा प्रणाली ने मानसिक दास बनाए जिन्हें हम स्वतंत्रता के 75 वर्ष बाद तक ढोते रहे। परंतु अब नई शिक्षा नीति ने इन दोषों को दूर करने के सूत्र दे दिए हैं। भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय महामंत्री मुकुल कानितकर से पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर की बातचीत पर आधारित रिपोर्ट
सबसे पहले देश का हित
भारत ने बीते माह कूटनीतिक मोर्चे पर अपने रुख से विश्व को स्पष्ट कर दिया कि वह अपनी विदेश नीति न सिर्फ अपने राष्ट्रहित के आधार पर संचालित करने के लिए स्वतंत्र है बल्कि विश्व का नेतृत्व करने के लिए भी तैयार है
लंबे संघर्ष की शुरुआत!
ईरान के जेहदान में हिरासत में एक नाबालिग बलूच लड़की से बलात्कार के बाद सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत उबल रहे हैं। अगर इसे सूझ-बूझ के साथ नहीं संभाला गया तो एक और लंबे संघर्ष के पनपने का डर
हिन्दू समाज की एकात्मता के पक्षधर
डॉ. आंबेडकर मानते थे कि हिंदू धर्म का तत्वज्ञान समानता की दृष्टि से श्रेष्ठतम है और वे सामाजिक विषमता मिटाकर, समाज में समता-ममता और समरसता के आधार पर हिन्दू समाज को शक्तिशाली बनाना चाहते थे। विषमताएं दूर न हो पाने पर उन्होंने चेतावनीस्वरूप बौद्ध धर्म अंगीकार किया
गांधी और डॉक्टर जी की मुलाकात
संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार के साथ गांधी जी की मुलाकात और दोनों के बीच वार्ता विशाल सामाजिक-राजनीतिक मिशन की कल्पना करने वाले दो राष्ट्रवादी दिग्गजों के बीच हुई एक दुर्लभ, विशिष्ट और रचनात्मक बातचीत है। लेकिन इसे भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक विमर्श से दूर रखा गया
द्वारका के द्वार से हटा अवैध कब्जा
श्रीकृष्ण की नगरी बेट द्वारका में अवैध रूप से बने घर, मजार और दरगाह ध्वस्त। गुजरात सरकार की इस कार्रवाई का कई संगठनों ने किया स्वागत
सुरक्षित नहीं बहन - बेटियां
राजस्थान में कांग्रेस सरकार के शासन में बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं रह गई हैं। हाल ही में अलवर में एक स्कूली छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म और जयपुर में छात्राओं पर एसिड हमले की घटनाओं ने राज्य में कानून-व्यवस्था की लचर स्थिति की पोल खोली
हजारों बालिकाओं को लाभान्वित कर 'बेटी है अनमोल' को किया सार्थक
प्रदेश की महिलाओं और बेटियों को मिला लगभग 279 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता का लाभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एम्स बिलासपुर देश को किया समर्पित
हिमाचल को मिले 3653 करोड़ के उपहार
बड़ा लक्ष्य, बड़ी छलांग
5जी तकनीक के आने के बाद भारत में डिजिटल क्रांति आएगी। इससे न सिर्फ बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे, बल्कि राजस्व भी बढ़ेगा और देश को 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा
'अंतर अनेक पर हम एक'
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी गत 5 अक्तूबर को नागपुर के रेशिम बाग में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विजयादशमी उत्सव संपन्न हुआ। इस अवसर पर सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने शस्त्र पूजन किया और उपस्थित स्वयंसेवकों और आमंत्रित अतिथियों के समक्ष विशेष उद्बोधन दिया। इस बार कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के नाते भारत की विश्व विख्यात पर्वतारोही पद्मश्री संतोष यादव उपस्थित रहीं।
...ताकि सुरक्षित रहे हृदय
कोरोना संक्रमित होने वाले बहुतायत लोगों में हृदय संबंधी परेशानी देखी जा रही है। विशेषज्ञ इसे 'लॉन्ग कोविड' मान रहे हैं, जिसका प्रभाव अभी रहेगा। इसलिए जीवनशैली और आहार पर ध्यान दें। खासतौर से कोलेस्ट्रॉल पर निगाह रखें
सारे जमीन पर
2016 से आमिर खान की फिल्मों की कमाई के लगातार घटने से उनकी साख तेजी से गिरी। नई फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' ने तो जैसे उनकी कमर ही तोड़ दी। वहीं बॉलीवुड की बड़ी बजट और बड़े बैनर वाली फिल्में लगातार पिट रही हैं, जबकि दक्षिण की फिल्में सफलता के नए आयाम गढ़ रहीं। यानी दर्शक बॉलीवुड के बासीपन से ऊब गए हैं
यही समय है, सही समय है
परिवार राष्ट्र की सबसे प्रारंभिक इकाई है। परिवार ही वह इकाई है जो संस्कृति को पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ाती है। पर आज के उपभोक्तावादी और व्यक्तिवादी दौर में जीवन मूल्य बदल गए हैं जिससे परिवार संस्था के प्रति दुराग्रह बढ़ा है
दिल्ली का शिक्षा - मॉडल न पैसा न पद
अपने शिक्षा मॉडल का ढिढोरा पीटने वाली दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार से 12 कॉलेज नहीं संभल रहे। इन कॉलेजों में न तो नए शिक्षकों की भर्ती हो रही है, न ही अस्थायी शिक्षकों को स्थायी किया जा रहा है। पदोन्नति तो दूर, शिक्षकों को समय पर वेतन तक नहीं मिल रहा
सिंदूर देख 'लाल' हुए ईसाई
पटना के एक विद्यालय में हिंदू शिक्षिकाओं को सिंदूर और बिंदी लगाने के लिए वहां की प्राचार्य फटकार लगाती हैं, वहीं धनबाद में मिशनरी के लोग हिंदू महिलाओं से कहते हैं कि अपने माथे पर सिंदूर लगाना बंद करो और ईसाई बन जाओ
हिंदू जमीन पर वक्फ का कब्जा
तमिनलाडु में त्रिची के पास स्थित तिरुचेंदुरई गांव में लगभग 95 प्रतिशत हिंदू हैं और वहां 1,500 वर्ष पुराना एक मंदिर भी है। वक्फ बोर्ड ने चुपके से गांव की जमीन और मंदिर को वक्फ संपत्ति घोषित कर दिया है
वक्फ कानून, 1995 मजहब और मनमानी
वक्फ कानून 1995 से वक्फ बोर्ड को असीमित अधिकार मिले हैं। इसकी आड़ में बोर्ड मनमाने ढंग से जमीनें अपने कब्जे में ले रहे हैं। इस कानून से न सिर्फ भू जिहाद को बढ़ावा दिया जा रहा है बल्कि इस संस्था को एकाधिकार प्रदान कर भारत भू संसाधन पर मुस्लिमों का वर्चस्व स्थापित किया जा रहा है
शिकंजे में पीएफआई
आतंकियों और कट्टरपंथियों की कमर तोड़ने के लिए एनआईए ने देश के 15 राज्यों में 93 स्थानों पर छापेमारी कर पीएफआई के 100 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है
राम अनंत राम कथा अनंता
महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण में कही गई श्री रामकथा को अनेक स्थानीय भाषाओं में लिखा गया है। हर भाषा की रामकथा में कुछ प्रसंग भिन्न हैं या अलग ढंग से लिखे गए हैं। हर एक में श्रीरामकथा में कुछ अल्पज्ञात दुर्लभ प्रसंग हैं। विजयादशमी के अवसर पर हम पाठकों के लिए देश के विभिन्न राज्यों की विभिन्न भाषाओं में लिखित रामकथा से कुछ दुर्लभ प्रसंग प्रस्तुत कर रहे हैं। मानस शिरोमणि डॉ. नरेंद्र कुमार मेहता ने विभिन्न रामायणों से इन दुर्लभ प्रसंगों का चयन किया है
बुरे न फंसें एप्प डाउनलोड करके!
हम अपनी लापरवाही या अनभिज्ञता के कारण कई ऐसे एप्प इंस्टाल कर लेते हैं जो हमारा फोन हैक कर नियंत्रण किसी और के हाथ में दे देते हैं और नुकसान हमें उठाना पड़ता है
'सोना लेकर बख्शी जान'
विभाजन की विभीषिका
ईरानी महिलाओं पर नारीवादी चुप्पी
ईरान में 80 से ज्यादा शहरों में हिजाब के विरुद्ध महिलाओं के सड़क पर उतरने के बाद यह आग अन्य मुस्लिम देशों और दुनिया के विभिन्न मुल्कों में फैल गई है। परंतु कर्नाटक केरल में हिजाब पहनने को औरत की आजादी बताने वाली भारत की वामपंथी-नारीवादी जमात द्वंद्व में फंसी है और ईरान के मसले पर चुप्पी साधे है
'मुल्लाओं का इस्लाम हारेगा'
ईरान में महसा अमीनी की हत्या के बाद उग्र हुए हिजाब आन्दोलन ने उस देश को झुलसाकर रख दिया है। मुस्लिम महिलाएं हिजाब फेंक रही हैं, आग लगा रही हैं, बाल काट रही हैं और ईरानी सरकार के सड़े-गले कानून को डटकर चुनौती दे रही हैं। आन्दोलन की आग धीरे-धीरे दूसरे देशों तक पहुंच रही है। दुनिया ईरानी महिलाओं के समर्थन में आ खड़ी हुई है। इस्लाम में हिजाब-बुर्का, महिला अधिकार और बढ़ते कट्टरपन जैसे विभिन्न सामयिक विषयों पर बांग्लादेश की निर्वासित लेखिका तसलीमा नसरीन से पाञ्चजन्य के विशेष संवाददाता अश्वनी मिश्र ने विस्तृत बात की। प्रस्तुत हैं बातचीत के संपादित अंश -
सेहत का तंत्र लाइलाज!
क्योंझर जिले में बीते दिनों 13 शिशुओं की मौत ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही और कुपोषण को फिर से उजागर कर दिया है। क्योंझर में राज्य का 75 प्रतिशत लौह अयस्क पाया जाता है। खनन कंपनियां जिला खनिज निधि में हजारों करोड़ रुपये जमा कराती हैं। केंद्र भी पैसा देता है, फिर भी स्थिति जस की तस
'भारत जोड़ो' से पार्टी तोड़ो तक
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के संदर्भ में जयपुर से उठी चिन्गारी से बहुत से सवाल उठते हैं। पार्टी में संवादहीनता, मजबूत निर्णयों का अभाव, स्थितियों का आकलन न कर पाना, बचकाने तौर-तरीके, फलतः लगातार वरिष्ठ नेताओं का पलायन बताता है कि हाईकमान का रसूख घटता जा रहा है।
लोक का पर्व परंपराओं का मर्म
लोकमंथन 2022