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TIGHTROPE WALK
The merger is expected to help customers, businesses and the government tackle GST-linked wrongdoings. However, the government has to frame power-packed remedies to remove hindrances lest the process ends ona bitter note
HAIR RAISING
A notice issued by a Pune district court on October 20 asking women advocates not to \"arrange\" hair in the open court led to a social media uproar. The notice said that women arranging their hair disturbs the court
यह 1962 वाला भारत नहीं
पिछले 70-75 वर्षों में शायद ही किसी सरकार ने रक्षा को केंद्र में रखकर आत्मनिर्भर भारत पर विचार किया हो। लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश न केवल रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है, बल्कि रक्षा साजो-सामान का निर्यात भी करने लगा है
राष्ट्र मंदिर है श्रीगम मंदिर
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के महासचिव श्री चंपत राय ने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन को बड़े निकट से देखा है। फिलहाल वे मंदिर निर्माण के कार्य को देख रहे हैं। पाञ्चजन्य के 'साबरमती संवाद' में उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रभु श्रीराम देशभर के लोगों के हृदय में बसते हैं। इसलिए यह मंदिर राष्ट्र मंदिर है। श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन का विहंगम अवलोकन करते हुए उन्होंने आंदोलन के दौरान उन तमाम दबी-छिपी कहानियों से पर्दा उठाया, जिनकी इस आंदोलन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका थी। चंपत राय से पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर की बातचीत के अंश:-
दासता का बोझ और नहीं
भारत की उन्नत शिक्षा व्यवस्था को अंग्रेजों ने षड्यंत्रपूर्वक नष्ट किया। अंग्रेजों की शिक्षा प्रणाली ने मानसिक दास बनाए जिन्हें हम स्वतंत्रता के 75 वर्ष बाद तक ढोते रहे। परंतु अब नई शिक्षा नीति ने इन दोषों को दूर करने के सूत्र दे दिए हैं। भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय महामंत्री मुकुल कानितकर से पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर की बातचीत पर आधारित रिपोर्ट
डर के साये में बंगाल की महिलाएं
बंगाल में अराजकता चरम पर है। राज्य की महिलाएं हमेशा खौफ और घुटन में रहती हैं। वहां लोगों को मार कर पेड़ पर टांग दिया जाता है। महिलाओं से रोजाना बलात्कार होते हैं, परे ये खबरें मीडिया में नहीं आतीं। भाजपा नेता रूपा गांगुली से क्षिप्रा माथुर ने बातचीत की
माहौल बिगाड़ रही 'चौकड़ी'
देश में हाल के दिनों में जितनी भी बड़ी घटनाएं हुई हैं, उनके पीछे एक संगठन नहीं, बल्कि पूरी चौकड़ी का हाथ था। इसमें कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन, ईसाई मिशनरीज, नक्सली और एक समूह शामिल है-
न्यायाधीश चुनने में बीतता है न्यायाधीशों का आधा समय
केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू ने पाञ्चजन्य के साबरमती संवाद में न्यायपालिका के लिए सकारात्मक सुझाव के साथ बदलाव के बिंदुओं को बड़ी बारीकी से रेखांकित किया। उन्होंने न्यायिक एक्टिविज्म, आंतरिक स्वनियम तंत्र की आवश्यकता, कोलेजियम सिस्टम, अंकल जज सिंड्रोम, न्यायपालिका की आलोचना, औपनिवेशिक बोझ, भाषा के दबाव जैसे बिंदुओं पर खुलकर बात की। प्रस्तुत है केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू से पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर की बातचीत
चौथी क्रांति के मुहाने पर भारत
भले ही भारत पूर्व की क्रांतियों से अपेक्षित लाभ नहीं उठा सका। लेकिन चौथी क्रांति यानी डिजिटल क्रांति देश को आर्थिक महाशक्ति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी
संकट से समाधान की ओर
जलान्दोलन के जरिए पाञ्चजन्य पानी के उपजते संकट को न केवल सामने रखता आया है बल्कि समय-समय पर विमर्श के जरिए उसके समाधान पर पहुंचने की कोशिश की है। 'साबरमती संवाद' में क्षिप्रा माथुर ने जलान्दोलन अभियान से जुड़ी कथाओं को लोगों से साझा किया
साकार होता संकल्प
अयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। लगभग पचास प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है और वर्ष 2023 के दिसम्बर माह तक मंदिर का गर्भगृह व प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा। पूरी संभावना है कि वर्ष 2024 के जनवरी माह तक हर हाल में रामलला भी गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे
ड्रग माफिया में है गुजरात पुलिस का खौफ
गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने साबरमती संवाद में राज्य की सुरक्षा-व्यवस्था से लेकर प्रासंगिक मुद्दों पर वरिष्ठ पत्रकार गोपाल गोस्वामी से की बेबाक बातचीत
झूठ के खिलाफ सत्य का शंखनाद
'साबरमती संवाद' में फेक न्यूज को लेकर हुए सत्र में सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर विजय पटेल एवं काजल हिन्दुस्थानी ने झूट की फैक्टरी चलाने वालों की उघेड़ी परतें
समसामयिक और धर्मकार्य है सहकार
कर्णावती में पाञ्चजन्य के साबरमती संवाद में अमूल के प्रबंध निदेशक आर. एस. सोढ़ी ने सहकारिता के विभिन्न पहलुओं को सामने रखा और बताया कि कैसे देश के विकास में सहकार की महत्वपूर्ण भूमिका है। ईमानदारी, सत्यनिष्ठा के संस्कार को सहकार का मूल बताते हुए नई पीढ़ी को सहकारिता से जोड़ने की रूपरेखा पेश की
धर्म के बिना राजनीति कूड़ा
कर्णावती में पाञ्चजन्य द्वारा आयोजित साबरमती संवाद में पूज्य श्री रमेश भाई ओझा जी ने कहा कि शासन व्यवस्था में, राजनीति में, यदि धर्म न रहा तो राजनीति सिवा कूड़ा-करकट के कुछ नहीं रह जाएगी और जिस दिन धर्म में राजनीति घुसी, धर्म नहीं बच पाएगा। उन्होंने राष्ट्र के चिंतन, राष्ट्र की अगली पीढ़ी को दी जा रही शिक्षा को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। सत्र का संचालन पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर ने किया
Poll Promise: Can The Election Commission Regulate Them?
While the existing guidelines under the model code of conduct require political parties to explain the rationale for promises made as well as the means to finance such promises, the Election Commission found that the declarations are quite routine, ambiguous and do not provide adequate information to voters to exercise informed choice in an election
100 years of Aunty Beebs
The British Broadcasting Corporation (BBC), fondly known as Aunty B or Beebs, is celebrating 100 years of broadcasting this week.
Protests Inflate
The rising cost of living led by high inflation is leading to strikes by workers across Europe.
WHO BELLS THE CAT?
Controversies abound on the issue of appointment of judges to the higher judiciary. The Collegium system in place might need some rethink
OFF THE RAILS
The DMRC stares at a debt trap as its financial viability is under question. Where did the success story go wrong? The crisis has raised questions about the primacy of metros over other modes of transport
EXPEDITE PENDING TRIALS
The Court has asked High Courts to inform it about criminal cases against politicians pending for over five years and what steps have been taken to expedite trial in such cases
GREAT EXPECTATIONS
The new CJI has made an indelible impression as an academic scholar and was part of benches which enhanced jurisprudence. His subtle but firm leadership will be a great demosprudential asset
Vaccine for Cancer?
Pfizer/BioNtech, the collaborative effort that produced the Covid-19 vaccine, now say that they are close to finding a vaccine for cancer.
MEDICAL INTERVENTION
With a new Medical Devices Rules amendment coming into effect, all store owners selling thermometers, condoms, face masks, spectacles or any other medical device will now have to get registered with the state licensing authority. Other conditions imposed will be welcomed by consumers
JUVENILE JUSTICE
When trying a juvenile as an adult, the court in effect accepts that the juvenile has the mental capacity of an adult and, therefore, has criminal responsibility of an adult and undeserving of rehabilitation
BIGAMY AND ORPHANS
The Allahabad High court has observed that in view of the mandate in the Quran, it is clear that bigamy is not holding that if the first wife does not if wish to live with her husband, she cansanctified unless a man can take care of his wife and ot be compelled to go with kita, while children. The verdict can open another Pandora's box hearing a stile by him forthe zest in interpreting Muslim personal laws cettion ofthe bnshamldorerantof he
BACK TO THE BALLOT
The US Supreme Court's calendar for the new term includes several issues with intensely political implications. The American by-election is underway, with early voting already starting in some states. Doubtless, the claims of a stolen election have already been prepared by lawyers, needing only the actual vote count to make a court filing possible
CONTINUOUS LAPSE
The Punjab and Haryana High Court has said that maintenance to a wife can be declined only if she indulges in continuous adulterous conduct
नैवेद्य यानी दिव्य पोषण
भारत के मंदिरों में भगवान को चढ़ाए जाने वाले भोग के पीछे एक ही उद्देश्य है- समाज का पोषण। इसमें खाद्य सुरक्षा के साथ-साथ समाज की पोषण सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाता है
हिमाचल प्रदेश: जहां विकास, प्रकृति अपनत्व और जनता कहती है जय श्रीराम जय जयराम
हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष के आखिर में चुनाव होने वाले हैं। मुख्यमंत्री अतिव्यस्त हैं परंतु यह व्यस्तता जनकार्यों की है, लिहाजा वे मिलने आए लोगों को नहीं टालते। जनता की फरियाद सुनते हैं और उनकी समस्याएं दूर करने की कोशिश करते हैं। पहाड़ी राज्य होने के नाते समस्याएं बहुत हैं। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने क्षेत्रों के बीच संपर्क सहज करने के लिए सड़क, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, रोजगार जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया और आज हालात बदले हुए हैं। प्रदेश की समस्याओं, विकास, योजनाओं और चुनावी संभावनाओं पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर की विशेष बातचीत -