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July 2023 Edition

मणिपुर हिंसा: यह आग कब बुझेगी?

मणिपुर में हुई हिंसा के पीछे कुछ और कारण होने की बात भी कही जा रही है। मणिपुर में सरकार के समर्थकों का कहना है कि जनजाति समूह अपने हितों को साधने के लिए सीएम बीरेन सिंह को सत्ता से हटाना चाहते हैं क्योंकि उन्होंने ड्रग्स के खिलाफ जंग छेड़ रखी है। प्रदेश में बीरेन सिंह की सरकार अफीम की खेती को नष्ट कर रही है और कहा जा रहा है कि इसकी मार म्यांमार के अवैध प्रवासियों पर भी पड़ रही है।

मणिपुर हिंसा: यह आग कब बुझेगी?

6 mins

साथ तो आ गए चलेंगे कहां तक?

दरअसल, ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए बीते नौ वर्षों से केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ पटना से विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद शुरू हुई। इसके तहत बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने भाजपा के खिलाफ विभिन्न प्रांतों के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने का बीड़ा उठाया। नीतीश इस कवायद में खासे सफल भी रहे और उन्होंने पटना में एक साथ 15 दलों के 27 नेताओं को एकसाथ बैठा दिया।

साथ तो आ गए चलेंगे कहां तक?

10+ mins

मोदी-योगी के मुस्लिम प्रेम से विपक्ष में छटपटाहट

पहले कांग्रेस और उसके बाद सपा-बसपा ने इन लोगों का वोट तो खूब लिया, मगर इनके सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया | तमाम दल इन मुसलमानों को बीजेपी के खिलाफ उकसाते रहते थे। अब इन सब मुद्दों को हवा देकर बीजेपी पसमांदा समाज के मुस्लिम वोटरों को अपने पक्ष में लाना चाहती है तो इससे अखिलेश और मायावती चिढ़ी हुई हैं। पहले अखिलेश ने बीजेपी और मोदी पर हमला बोला था और अब मायावती हमलावर हैं।

मोदी-योगी के मुस्लिम प्रेम से विपक्ष में छटपटाहट

3 mins

यूपी में योगी ही कर देंगे विपक्षी एकता की 'ताकत' को कुंद

2022 के विधानसभा चुनाव में 'कमल' खिलाने के बाद 'महाराज जी' ने स्थानीय निकाय चुनाव में भी भगवा परचम फहरा दिया। धुन के पक्के और वचनों के धनी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहकारिता चुनाव में भी भाजपा को बुलन्दियों पर पहुंचाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी। नतीजा यह हुआ कि आज वहां भी भाजपा का ही जलवा कायम है।

यूपी में योगी ही कर देंगे विपक्षी एकता की 'ताकत' को कुंद

3 mins

जिधर फायदा, उधर रालोद और सुभासपा

आज भी राष्ट्रीय लोकदल सभी पार्टियों की चहेती बनी हुई है तो इसकी वजह है पश्चिमी यूपी में जाट वोटों पर उसकी दमदार पकड़ वेस्ट यूपी में जाट वोटर हमेशा निर्णायक भूमिका में रहते हैं। किसी भी राजनैतिक दल को रालोद से गठबंधन करने में परहेज नहीं रहता है तो रालोद भी मौके की नजाकत भांप कर किसी भी पार्टी के साथ समझौता करने को तैयार रहता है।

जिधर फायदा, उधर रालोद और सुभासपा

5 mins

यूसीसी से कमजोर पड़ेगी तुष्टीकरण की सियासत

उत्तरखंड यूसीसी लागू करने के मामले में काफी आगे बढ़ गया है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी यूसीसी की बात करने लगी है। प्रधानमंत्री मोदी ने भोपाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यूसीसी को देश की जरूरत बताकर इस मसले को और हवा दे दी, जिसके खिलाफ मुस्लिम संगठन और वह विपक्षी पार्टियां एकजुट नजर आ रही हैं जो मुस्लिम वोटों के सहारे आगे बढ़ी है।

यूसीसी से कमजोर पड़ेगी तुष्टीकरण की सियासत

4 mins

धुन के पक्के धामी बनाएंगे नजीर

मुख्यमंत्री धामी ही हैं जो न सिर्फ पूरा खम ठोक कर उत्तराखण्ड में यूसीसी लागू करने के लिए पूरी कसरत कर चुके हैं बल्कि अन्य राज्यों की सरकारों से भी अपने यहां इस कानून को लागू करने का आग्रह कर रहे हैं। उनकी इस साहसिक पहल को तब केन्द्र सरकार और भाजपा हाईकमान का पूरा समर्थन मिलता दिखा जब देश के गृहमंत्री अमित शाह ने तमाम सार्वजनिक मंचों पर कहा कि भाजपाशासित राज्यों में समान नागरिक संहिता लागू की जाएगी।

धुन के पक्के धामी बनाएंगे नजीर

6 mins

'न खाउंगा न खाने दूंगा' मोदी के नारे को धामी ने किया साकार

पहली बार सीएम धामी के निर्देश पर भ्रष्ट अफसरों पर कड़ी कार्रवाई शुरू हुई है। इससे पहले कभी इस प्रकार की सख्त कार्रवाई नहीं हुई। घोटालों की बात करें तो काफी लंबी फेहरिस्त है। ऐसा पहली बार ऐसा हो रहा है जब घोटाला करने वाले अफसरों पर सीएम स्वयं कड़े एक्शन लेने के अलावा उनसे वसूली तक करवा रहे है।

'न खाउंगा न खाने दूंगा' मोदी के नारे को धामी ने किया साकार

10 mins

पहाड़ों में बढ़ते अपराधों से फूटने लगा लोगों में गुस्सा

हिंदू संगठनों के प्रमुख नेता उज्ज्वल पंडित का कहना है कि साजिश के तहत उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्रों में एक विशेष समुदाय के लोगों को कांग्रेस की पिछली सरकारों ने बसाया। जिस तरह से उत्तराखंड का जनसंख्या घनत्व बढ़ाया जा रहा है, वह राज्य के हित में नहीं है क्योंकि उत्तराखंड राज्य चीन और नेपाल की सीमा से लगा हुआ एक संवेदनशील राज्य है। उन्होंने इस पर्वतीय राज्य के जनसंख्या घनत्व को बिगाड़ने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर आरोप लगाया जिनकी तुष्टीकरण की नीति के कारण राज्य आज सांप्रदायिकता विस्फोट के मुहाने पर खड़ा है।

पहाड़ों में बढ़ते अपराधों से फूटने लगा लोगों में गुस्सा

4 mins

सराहे जा रहे धामी सरकार के दो साल में लिए गए फैसले

यह सही है कि जनता की सरकार से अपार अपेक्षाएं होती हैं और जब सरकारें उन पर खरी नहीं उतरती तो निश्चित तौर पर नाराजगी भी होती है। युवा मुख्यमंत्री धामी से भी जनता की अपेक्षाएं अपार हैं, इसलिए आने वाले वर्षों में उनके सामने बड़ी चुनौतियां भी रहेंगी। जहां तक उनके अब तक के कार्यकाल का सवाल है तो उसे उत्तराखण्ड का सुनहरा दौर ही कहा जाएगा।

सराहे जा रहे धामी सरकार के दो साल में लिए गए फैसले

5 mins

'पावर गेम' में सब कुछ जायज

शरद पवार ने भतीजे अजित को पार्टी में उनकी हैसियत समझाने के साथ ही अपनी सुपुत्री सांसद सुप्रिया सुले के लिए मार्ग सुगम बनाने व अवरोधक बनने वालों को धकियाने में लग गए। इधर त्वरित निर्णय लेने और स्पष्टवादी जुबानपसन्द पार्टी में दो नम्बरी अजित पवार को यह अवसान, अपना अपमान लगा और उनके हार न मानने की खदबदाहट ने अपनी महत्वकांक्षाओं और प्रासंगिकता को बनाये रखने और दीर्घ सियासी सफर के लिए कदम उठ पड़े कमलदली दोस्त देवेन्द्र फडणवीस की तरफ।

'पावर गेम' में सब कुछ जायज

7 mins

नीतीश कुमार का दांव

नीतीश कुमार अपने राजनीतिक जीवन के उस मोड़ पर आज खड़े हैं, जहां से या तो उनका कद बहुत ऊपर उठेगा, या फिर उनकी सियासत का अंत होगा। भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने का उनका काम कुछ ऐसा ही है। सभी विपक्षी दल मिलकर भाजपा को केंद्र की सत्ता से बाहर करने में सफल रहे तो निश्चित ही इसका बहुत सा श्रेय उन्हें मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो...।

नीतीश कुमार का दांव

5 mins

हेमंत सरकार में सरकारी नौकरियों की बहार

सूबे में अगले साल लोकसभा उसके बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में हेमंत सोरेन चाहते हैं कि सरकारी विभागों में खाली पड़े पदों को जल्द से जल्द भरा जाए। बीच-बीच में नियोजन नीति को लेकर विवाद के कारण कुछ समय के लिए नई नियुक्तियों पर संशय हो गया था। लेकिन एक बार फिर सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि 2019 के चुनाव में जो वादे किए गए थे, उसे हर हाल में पूरा किया जाएगा।

हेमंत सरकार में सरकारी नौकरियों की बहार

3 mins

भारत-अमेरिका प्रतिरक्षा संबंधों को नई ऊंचाई

भारत विश्व में सबसे बड़ा हथियार आयातक देश है, वहीं सिपरी की 2023 की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में रूस भारत का सबसे बड़ा रक्षा आपूर्तिकर्ता देश है, दूसरे स्थान पर फ्रांस और तीसरे स्थान पर अमेरिका है। राफेल फाइटर जेटों की फ्रांस से खरीद के बाद अमेरिका दूसरे से तीसरे स्थान पर चला गया है, लेकिन मजबूत प्रतिरक्षा संबंध दोनों के आपसी संबंधों का मजबूत आधार बने हुए हैं।

भारत-अमेरिका प्रतिरक्षा संबंधों को नई ऊंचाई

9 mins

ऋतुराज गायकवाड़ पर होगा दारोमदार!

वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे और टेस्ट के लिए टीम इंडिया में बनाई जगह

ऋतुराज गायकवाड़ पर होगा दारोमदार!

4 mins

आदिपुरुष: धार्मिक आस्था पर चोट

ओम राउत के निर्देशन में बनी एपिक रामायण पर आधारित फिल्म 'आदिपुरुष' विवादों में फंसी हुई है। फिल्म के स्तरहीन संवाद और किरदारों के खराब चित्रण को लेकर पूरे देश में इस फिल्म का विरोध हो रहा है और इसके बैन की मांग भी हो रही है। वास्तव में 'आदिपुरुष' को रिलीज होने के बाद से ही नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले साल दिसंबर में फिल्म की रिलीज पर रोक की मांग वाली जनहित याचिका इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर की गई थी।

आदिपुरुष: धार्मिक आस्था पर चोट

6 mins

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SpråkHindi

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