CATEGORIES
Categories
लेकिन यह चौकलेट नहीं है
\"मुझे उस से नफरत है,\" हमसा ने अपनी सैंडल उतारीं और उन्हें लात मारीं. उस के उखड़े मूड की तरह सैंडल विपरीत दिशाओं में उड़ती चली गईं...
भीम का संकल्प
वर्ष 1901 की बात है. उस समय भारत में अंग्रेजों का राज था. महाराष्ट्र के सतारा में एक 9 वर्ष का बालक भीम अपने बड़े भाई, भतीजे और दादी के साथ रहता था. उस के पिता कोरेगांव में खजांची की नौकरी करते थे.
अंधेर नगरी चौपट राजा
चीकू खरगोश और मीकू चूहा विश्व भ्रमण पर निकले थे. घूमतेघूमते दोनों 'जंबलटंबल' नामक शहर के बाहरी इलाके में जा पहुंचे..
रैटी की पूंछ
रैटी चूहा आनंदवन में अपनी कजिन चिंकी चिपमंक के साथ रहता था, जो दो महीने पहले लंदन से आया था. एक दिन रैटी अपने घर में उदास बैठा था. उसे उदास देख कर उस की दोस्त चिंकी ने पूछा, \"क्या बात है रैटी, तुम बड़े उदास लग रहे हो. किसी परेशान किया क्या? कहीं बैडी बिल्ली ने तुम्हें पंजा तो नहीं मारा या फिर हमेशा की तरह तुम्हारे पेट में भूख के मारे चूहे कूद रहे हैं. शायद इसीलिए तुम्हारे चेहरे पर बारह बज रहे हैं.\"
जलियांवाला बाग बलिदानियों की याद
\"बहुत बढ़िया, आज के लिए नया शब्द है, एम. ए. एस. एस. सी. आर. ई. कंचना मैम ने ब्लैक बोर्ड पर एक के बाद एक अक्षर लिखा.
शारजाह में ईद
दानिया बहुत उत्साहित थी, क्योंकि मम्मी ने दानिया बताया कि चचेरी बहन एजा और रूही ईद के लिए उन से मिलने आ रही हैं. एजा और रूही लंदन, यूनाइटेड किंगडम में रहती थीं. वे पहली बार शारजाह, संयुक्त अरब अमीरात, मध्यपूर्व के लिए उड़ान भर रही थीं.
पेन्नी के कपकेक्स
सुबहसुबह अचानक किसी ने दरवाजा खटखटाया तो टौमी बिलाव ने जा कर दरवाजा खोला. दरवाजे पर उस की पड़ोसिन पेन्नी बिल्ली थी. उस के हाथ में एक बहुत बड़ा डब्बा था, जिस में से बहुत अच्छी खुशबू आ रही थी. यह देख कर टौमी बहुत हैरान हुआ और मन ही मन सोचने लगा कि पेन्नी मिठाई का डब्बा ले कर मेरे घर आई है. मैं उसे बरसों से जानता हूं. अव्वल दर्जे की कंजूस है.
ईस्टर का त्योहार
राहुल ने सेंट जोसफ स्कूल में पढ़ाई की, जो ईसाई मान्यताओं पर आधारित था. राहुल हिंदू था. राहुल की क्लास में सभी धर्मों के बच्चे पढ़ते थे. उन्होंने सभी त्योहारों का आनंद लिया और इस तरह एकदूसरे की संस्कृतियों के बारे में जाना. एक दिन राहुल ने स्कूल बोर्ड पर रंगीन अंडों और जलती मोमबत्तियों वाले पोस्टर देखे.
रंगबिरंगी दुनिया
तनु को रंगों से बहुत प्यार था. उस की ड्राइंग कौपी का हर पन्ना रंगबिरंगा रहता था. उस का कमरा गुलाबी और हरे जीवंत रंगों से सजा था. उसे अपने गमलों में चमकीले और रंगबिरंगे फूल पसंद थे.
धोखा
\"कहो टिन्नी, आजकल कैसी कट रही है तुम्हारी जिंदगी?\" जियो सियार ने टिन्नी लोमड़ी से पूछा तो उस ने लंबी सांस भरी...
मोजारेला चीजस्टिक
जिग्गी चिपमंक स्कूल बस में नया बच्चा था. उन की बस सर्विस बहुत खराब थी, खास कर सुबह के समय जब बस बच्चों को लेने आती थी तो उन्हें काफी देर तक इंतजार करना पड़ता था. स्कूल पहुंचने में अकसर उन्हें देर हो जाती थी.
प्रकृति से प्यार
आदित्य को पौधों और प्रकृति से बेहद प्यार था. उस ने अपने गार्डन में कई सारे पौधे लगाए थे. वह इन की देखभाल करता था...
रूही की होली
होली का त्योहार आखिरकार आ ही गया जिस का बच्चों को बेसब्री से इंतजार था.
जब बाधाएं अवसर बन जाएं
\"धा...धा...दा...धिन...धा...\" स्वस्ति के कदम मंच पर जोश से थिरक रहे थे और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रहे थे. उस ने शालीनता और संयम के साथ नृत्य किया. दर्शक भी उस के साथसाथ चलते रहे...
पीरी अजगर की दोस्त
इंडोनेशिया के घने वर्षावनों में पीरी अजगर रहती 'थी. वह अपने लंबे शरीर को बरगद के पेड़ की शाखा पर लपेटती थी, जो उस का घर था. हर दिन वह किसी से बात करने का इंतजार करती थी.
बी पौजिटिव
डमरू गधा अपने खयालों में खोया जंगल में जा रहा था तभी उस की टक्कर जंपी बंदर से हो गई...
सफेद भूत
डमरू गधा शहर छोड़ कर चंपकवन में रहने आ गया. मदद करने की अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से उस ने सब का दिल जीत लिया.
टोयी का खास उपहार
टोयी यह निर्णय नहीं कर पा रही थी कि अपनी दादीमां के लिए खास उपहार के रूप में क्या खरीदे. जगमगाती रोशनी, लटकते सितारों की अलग अलग छटाओं और अपनेअपने मम्मीपापा के साथ नन्हें बच्चों की भीड़ से शौपिंग मौल चहक रहा था...
समझदार बोग्गी
होली का त्योहार करीब था. 8 साल की विरिका ने अपनी पिचकारी में रंगी पानी भर कर बालकनी से लोगों पर डाला.
टैलीफोन शहर का दौरा
माया का परिवार अभी हाल ही में कनाडा के टोरंटो शहर चला गया था. वहां उस के लिए सबकुछ नया था, जैसे नया शहर, नया स्कूल, नए नए दोस्त, नए शिक्षक, नया घर और नया पड़ोस. वह अभी भी तालमेल बिठा रही थी, लेकिन अपने जीवन में घट रही सभी नई घटनाओं का आनंद भी ले रही थी...
जादुई आईना
खेल का पीरियड था. सभी विद्यार्थियों के साथ रिया भी फुटबौल के मैदान की ओर बढ़ी. तभी एक छात्र बोला, \"अरे, हम फुटबौल लाना तो भूल ही गए.\"...
मुकुल चला पहलवान बनने
\"मुकुल, जल्दी नाश्ता कर लो. मैं ने आमलेट बना कर डाइनिंग टेबल पर रख दिया है,\" मम्मी ने किचन से आवाज लगाई...
जीरो की 100 तक की यात्रा
सुंदरवन के जीरो नाम का जेबरा में स्कूल एक पढ़ता था. जीरो गणित विषय में कमजोर था और वह हर बार फेल हो जाता था...
पानी के अंदर रेनबो कंसर्ट
बैकी व्हेल को गाने लिखने और गाने का बहुत शौक था. उस के पास अलबमों का संग्रह था, जिस में उस के नए गाने थे. वह गाने का अभ्यास कर रही थी, तभी उस के चचेरे भाइयों ने पुकारा, \"बैकी, आओ, इस समय हम सभी दक्षिण की ओर जा रहे हैं.\"...
दोस्तों ने की केशव की मदद
\"ट्रिंगट्रिंग, ट्रिंगट्रिंग...\", केशव उठा और उस ने अलार्म बंद कर दिया. सुबह की धूप केशव के कमरे की फर्श पर कई आकृतियां बना रही थी...
अनजान मदद
चीकू खरगोश मीकू चूहा और जंपी बंदर के साथ स्कूल जा रहा था. अचानक जंपी को जमीन पर एक लिफाफा दिखा, जिसे उस ने लात मारी. लिफाफा लात लगने से खुल गया, उस के अंदर कुछ रुपए दिखे...
चांद पर जमीन
रौबी घोड़ा, रौनक खरगोश और गरिमा बकरी तीनों रोज की तरह ही क्रिकेट खेल रहे थे. तभी बौल आ कर रौनक के कान के पास जा लगी.
कौन जीता
सरसवन सोसायटी में सभी उत्साहित थे, क्योंकि वार्षिकोत्सव दिवस आने वाला था. यह सोसायटी का सालाना कार्यक्रम था, जिस में सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा तरहतरह की खेल प्रतियोगिताएं होती थीं. उस में देशप्रेम से भरी कविताएं तथा गाने सुनाए जाते थे. बच्चों के अन्य समूह नाटक भी किया करते थे. इस के अलावा फैंसी ड्रैस शो होता था, जिस में बच्चे तरहतरह के परिधान पहन कर एक्टिंग करते थे.
दादाजी का बक्सा
10 वर्षीय अमय को अपने दादादादी से बड़ा लगाव था. उस के मम्मीपापा दोनों बिजनैस में व्यस्त रहते. घर पर दादादादी उस का खयाल रखते. दादाजी भी सुबह ही अपनी दुकान पर चले जाते और दोपहर में खाना खाने घर लौटते. इसी समय अमय स्कूल से आ जाता. वे तीनों खूब सारी बातें करते. अमय स्कूल की उस दिन की हर छोटीबड़ी बात उन के साथ शेयर करता. दादाजी भी मौका मिलने पर उसे अपने पुराने अनुभव सुनाते रहते. अमय को किस्से सुनने में में बहुत मजा आता.
लिली से प्यार
\"आओ निखिल, अंदर आओ. कहो कैसे हो?” दरवाजा खोलते ही सुमित अपने सहपाठी निखिल को देख कर खुशी से भर उठा.