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चीनी की जीत
Champak - Hindi|February First 2025
चिनी चींटी ने कन्नू कनखजूरे को देख कर कहा, "कन्नू, तुम क्या कर रहे हो?"
- ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश'
चीनी की जीत

इस पर कन्नू ने जवाब दिया, “कुछ नहीं,” लेकिन फिर रुक कर बोला, "मैं दौड़ने के बारे में सोच रहा हूं. मुझे दौड़े हुए काफी समय हो गया है."

"ओह, यह तो बहुत बढ़िया आइडिया है," चिनी बोली.

“क्या तुम मेरे साथ चलना चाहोगे? चलो, दौड़ लगाते हैं,” कन्नू ने सुझाव दिया.

चिनी ने सोचा, 'पिछली बार उस ने मुझे रेस में हरा दिया था. अब वह मुझे फिर से हराना चाहता है. मुझे उसे हराने के लिए कुछ करना होगा,' चिनी जानता था कि एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी को भी बुद्धि से हराया जा सकता है.

"हां, चलो, रेस लगाते हैं,” चिनी ने सहमति जताई, "लेकिन रुको, मैं तुम से कुछ पूछना चाहता हूं.”

“क्या?” कन्नू ने पूछा.

"तुम्हारे 52 पैर हैं, ठीक है? लेकिन मैं हमेशा यह सोचती रहती हूं कि तुम सब से पहले कौन सा पैर उठाते हो?"

"क्या?" कन्नू ने चौंक कर कहा, "मैं पहले कौन सा पैर उठाता हूं, मैं ने तो पहले कभी इस बारे में नहीं सोचा."

यह कहते हुए कन्नू सोचने लगा कि पहले कौन सा पैर उठाऊं? वह विचारमग्न हो गया और फिर हैरान हो कर बोला, “अभी मैं समझ नहीं पा रहा हूं. क्या हम दौड़ कल तक के लिए टाल सकते हैं?"

चिनी यही चाहती थी. वह हंस कर बोली, “जरूर."

कन्नू को कुछ समझ नहीं आया. वह कौन सा पैर पहले उठाता है? इस के लिए उस ने कई प्रयास किए, जिस से उसे मालूम हो सके कि वह पहले कौन सा पैर उठाता है.

सब से पहले वह एक शीशे के सामने खड़ा हुआ. उस ने अपने पैरों को हिलाते हुए अपने प्रतिबिंब को ध्यान से देखा. उस ने देखा कि उस का दाहिना पैर पहले उठ रहा था. फिर वह मुड़ा और उस ने अपने बाएं पैर को उठाया.

उस ने यह प्रक्रिया 2-3 बार दोहराई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. निराश हो कर उस ने सोचा, "शायद मुझे किसी और से पूछना चाहिए."

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