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इन्सटेन्ट राखी कितनी सही कितनी गलत?
रक्षा बंधन का त्योहार बहुत खूबसूरत रिश्ते में पिरोया हुआ पर्व है। भारत वो देश है जहां इस पर्व की नींव पड़ी। देवताओं से लेकर इंसानों तक ने इस पर्व को खास माना है। इन्द्र की पत्नी ने इन्द्र की रक्षा के लिए विष्णु को, द्रोपदी ने श्रीकृष्ण को, सिकंदर की पत्नी रुकसाना ने राजा पुरु को, हुमायूं को मेवाड़ की रानी कर्मवती ने राखी बांधी थी। राखी तब भी खास थी आज भी खास है और आगे भी रहे।

ब्लड प्रेशर बढ़ने पर तुरंत करें घरेलू उपाय
हाई ब्लड प्रेशर को हाइपरटेंशन के नाम से भी जाना जाता है। यह एक गंभीर बीमारी है जो व्यक्ति के हृदय, गुर्दे के साथ अन्य अंगो को भी नुकसान पहुंचाती है। आइए जानते हैं इसे कम करने के उपाय-

भारत के गौरव एवं सम्मान का प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज 'तिरंगा'
किसी भी देश के लिए उसका राष्ट्रध्वज सम्मान एवं गौरव का प्रतीक होता है। राष्ट्रभक्त लोग अपने ध्वज की गरिमा बनाए रखने के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर देते हैं।

मल्टीग्रेन आटा है पोषकता और स्वाद से भरपूर
हममें से कुछ लोग आटे का सेवन या तो कम कर देते हैं या फिर केवल गेहूं के आटे व उससे बनी चीजों का ही सेवन करते हैं, जो कतई सही नहीं है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि हमें अपने डाइट चार्ट में दूसरे अनाजों से तैयार आटों को भी स्थान देना चाहिए व अपनी सेहत के लिए बेहतर विकल्प चुनना चाहिए।

भुना लहसुन खाने से सेहत को होंगे फायदे
भुना हुआ लहसुन खाने से आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल नहीं बढ़ता और हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या से आप नहीं दरअसल इसमें एलिसिन नाम का मिश्रण है जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है।

मोटापा दूर करने में सहायक-स्नान
मोटापा कम करने के लिए लोग कई उपाय करते हैं। कोई डायट कंट्रोल करता है, कोई जिम जाता है, तो कोई घरेलू उपाय अपनाता है। वहीं मोटापा से छुटकारा दिलाने में कुछ स्नान भी सहायक हैं। कैसे व किस प्रकार? जानें लेख से।

करें खुद को डिजिटल डिटॉक्स
अपने फोन, स्मार्टफोन, टेबलेट, लैपटॉप और कंप्यूटर से कुछ निश्चित समय के लिए दूर रहना डिजिटल डिटॉक्स कहलाता है। डिजिटल डिटॉक्स आपको स्क्रीन फ्री समय व्यतीत करने का मौका देता है।

हर महिला के लिए आवश्यक है स्कीनिंग टेस्ट
इन दिनों बीमारियां बिना बताए ही दस्तक देती हैं, इसलिए आपके लिए बेहतर है कि एक महिला होने के नाते अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच कराते रहें।

संतान नाशक योग के निवारण
ज्योतिषीय सिद्धांतों के अनुसार पंचम् भाव संतान सुख करता है। कारक ग्रहों में का प्रतिनिधित्व बृहस्पति को संतान का कारक ग्रह माना जाता है।

दिलचस्प होती हैं सपनों की दुनिया
सपने हम सभी देखते हैं पर यह सपने हमें क्यों आते हैं, क्या है इसके पीछे कारण ? आइए लेव से समझने का प्रयास करते हैं।

शनि के शुभकार्य प्राप्ति के उपाय
नवग्रहों में शनि सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है।

हस्तरेखा और आपकी समृद्धि
मानव स्वभाव से ही जिज्ञासु रहा है। इसी जिज्ञासु प्रवृत्ति के कारण वह सदैव अपना भविष्य जानने के लिए इच्छुक रहता है।

सावन, सोमवार और श्रद्धा
सावन का हर सोमवार जैसे शिव के नाम समर्पित हो जाता है। वर्षा की फुहारें पड़ते ही किसान फसलों के लहलहाने का सपना देखते हैं तो शिव भक्त भोलेनाथ को मनाने का। सावन की महत्ता को आइए जानते हैं इस लेख से।

मंदिरों में सिमटा रहस्य
हमारे आस-पास बहुत सी जगहें व मंदिर ऐसे हैं जो अपने अंदर बहुत से रहस्यों को समेटे हुए हैं, जिनको समझ पाना सामान्य मनुष्य या फिर विज्ञान के लिए सम्भव नहीं है। ऐसे ही कुछ मंदिर हैं जो आस्था के साथ-साथ आकर्षण का भी केंद्र हैं।

गुरु पूर्णिमा का महत्त्व
गुरु के समक्ष नतमस्तक होकर उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का सर्वोत्तम दिन है गुरु पूर्णिमा | इस दिन गुरु पूजा करने का नियम है। प्राचीन गुरुकुल व्यवस्था के तहत शिष्य इसी दिन श्रद्धा भाव से प्रेरित होकर अपनी सामर्थ्यानुसार दक्षिणा देकर गुरु के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते थे। इसी दिन चारों वेदों के व्याख्याता वेद व्यास जी की प्रमुख रूप से पूजा की जाती है।

आस्था की यात्रा कांवड़ यात्रा
सावन में कांवड़ यात्रा का विशेष महत्त्व है। भोलेनाथ को समर्पित इस पावन महीने में कावड़िए भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए कांवड़ यात्रा करते हैं। जानते हैं इसके महत्त्व को इस लेख से।

लेखन और गायन में कबीर
'कबीरदास' वो नाम है जिसके बारे में शायद ही किसी ने न सुना हो । कबीर अपने आप में समाज का वो 'आईना' है जिसकी जरूरत हर दौर में होगी। कबीर का सम्बन्ध भक्ति काल से है ऐसी भक्ति जिसके बारे में वो कहते हैं कि-

उपासना, साधना और आराधना
आत्मिक उन्नति के लिए उपासना, साधना एवं आराधना की जीवन में निरंतरता एवं नियमितता अत्यंत आवश्यक है।

दान द्वारा सुख-समृद्धि
हमारे धर्म शास्त्रों में दानपूण्य का विशेष महत्त्व बताया गया है। खासतौर पर किसी पर्व आदि के दिन दान करने से सुख-समृद्धि एवं मनोकामनाओं की प्राप्ति होती है।

एसिडीटी से राहत दिलाए ये 10 उपाय
क्या आपने कभी इस बात का एहसास किया है कि आपके सामने आपका मनपसंद रवाना हो लेकिन आप उससे दूरी बना रहे हों। ये समस्या एसिडिटी की वजह से होती है, जिसका सामना हम और आप कभी ना कभी करते ही हैं।

तनाव में तलाशिए तरक्की की राह
'तनाव' ये शब्द सुनते ही सबके मन में सिर्फ और सिर्फ इससे जुड़े नकारात्मक विचार ही आने लगते हैं। लगता है जैसे तनाव हमारी जिंदगी को निगल न जाए। लेकिन तनाव हमेशा बुरा नहीं होता। इसके भी कुछ अच्छे और सकारात्मक पहलू होते हैं, जो हमें चिंताग्रस्त नहीं करते बल्कि तरक्की की राह पर आगे ले चलते हैं।

वॉटर वेट कम करने के तरीके
मोटापे की तरह वॉटर वेट कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, लेकिन यह आपको थकान महसूस करवा सकता है। हम महिलाओं को वॉटर रिटेंशन असहज महसूस कराता है, खासकर मेंस्टूअल साइकल के दौरान।

खुश रहना है तो सोचने का नजरिया बदलिए
यह तो स्थापित सत्य है कि खुशी जो ताजगी चेहरे पर लाती है वही स्थाई रहती है और मन में अगर खुशी ना हो तो चेहरे की ताजगी और स्मार्टनेस दोनों ही बासी हो जाते हैं। प्रश्न यह है कि आखिर खुशी को बरकरार कैसे रखा जाए?

बुद्ध सारे संसार की ज्योति हैं
महात्मा बुद्ध का जीवन आज भी हमारे लिए प्रेरणास्रोत है। उनके सत्य बोध को समझना आज के सदर्भ में बहुत जरूरी है, क्योंकि उनके जीवन व शिक्षाओं में ज्ञान की एक ऐसी ज्योति समाहित है जिससे पूरा विश्व प्रकाशित हो सकता है।

सत्यनारायण व्रत का रहस्य
हिन्दू जाति के अजर-अमर होने के अनेक कारण हैं। उनमें से प्रमुख कारण हैं - उनका व्रत-पर्व एवं त्योहार प्रिय होना। प्रतिवर्ष, प्रतिमास एवं प्रतिदिन व्रतों, पर्वों एवं त्योहारों को मनाने की ललक। ऐसा ही एक व्रत है श्री सत्यनारायण व्रत । जिसका हिन्दू धर्म में विशेष माहात्म्य है।

मनुष्य जाति के पहले मनोवैज्ञानिक- बुद्ध
बुद्ध पहले मनुष्य हैं तथा मनुष्य जाति के पहले मनोवैज्ञानिक हैं। जिन्होंने मनुष्य का रोग क्या है? मनुष्य का रोग कहां है? मनुष्य दुखी क्यों है? आदि प्रश्नों का उत्तर दिया। बुद्ध ने इसको अविष्कृत किया इसका कारण जाना तथा निदान भी किया।

मां दुर्गा के अस्त्र-शस्त्र
आदि शक्ति मां दुर्गा और उनके नौ रूपों की आराधना का पर्व है नवरात्र। दुष्टों का नाश करनेवाली मां दुर्गा के हाथों में सुशोभित विभिन्न अस्त्र-शस्त्रों की उत्पत्ति पर डालते हैं एक दृष्टि।

सर्वधर्म के लिए खुले हैं तिरुपति बालाजी मंदिर के द्वार
भगवान वेंकटेश को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। यह भारत के उन चुनिंदा मंदिरों में से एक है, जिसके पट सभी धर्मानुयायियों के लिए खुले हुए हैं। पचास हजार से भी अधिक श्रद्धालु इस मंदिर में प्रतिदिन दर्शन के लिए आते हैं।

पेड़ों से बंधी जीवन की डोर
धार्मिक मान्यताओं में पेड़ो का खास महत्त्व है। अच्छे से लेकर बुरे हालातों में इनका महत्त्व रहता है। ये मान्यताएं कोरी नहीं हैं, हिंदू की मान्यताओं में अक्सर वैज्ञानिक कनेक्शन पाया जाता है।

करें सूर्य देवता की आराधना
रविवार को व्रत कम ही लोग करते हैं। लेकिन इस व्रत की अपनी अलग ही मान्यता है। इसलिए इसे विधिवत कर्ण जरूरी हो जाता है।