नागाओं का अचानक यूँ चले जाना!
Jyotish Sagar|January 2025
नागा साधु किसी समय समाज और संस्कृति की रक्षा के लिए ही जीते थे, अपने लिए कतई नहीं। महाकुम्भ पर्व के अवसर पर नागा साधुओं को न किसी ने आते हुए देखा और न ही जाते हुए।
नागाओं का अचानक यूँ चले जाना!

प्रयाग कुम्भ पूरा होते ही उनके चुपचाप निकल जाने में भी उनकी यही जीवनशैली झलकती है। नागा साधु प्रायः जनसम्पर्क से दर ही रहते हैं। एकान्त में रहने वाले नागा साधु प्रयोजन पूरा होते ही उस स्थान से चले जाते हैं। नागा साधु अक्सर जंगल के रास्तों से यात्रा करते हैं और देर रात ही चलते हैं। किसी बस्ती अथवा मन्दिर या आश्रम में रहने, विश्राम करने के बजाय वीरान जगहों में ही डेरा डालते हैं।

This story is from the January 2025 edition of Jyotish Sagar.

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भाग्यचक्र बिगाड़ता चला गया सारे जीवन का क्रम
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January 2025
मकर संक्रान्ति एक लोकोत्सव
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सूर्य के उत्तरायण में आने से खरमास समाप्त हो जाता है और शुभ कार्य प्रारम्भ हो जाते हैं। इस प्रकार मकर संक्रान्ति का पर्व भारतीय संस्कृति का ऊर्जा प्रदायक धार्मिक पर्व है।

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January 2025
महाकुम्भ प्रयागराज
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[13 जनवरी, 2025 से 26 फरवरी, 2025 तक]

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January 2025
रथारूढ़ सूर्य मूर्ति फलक
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राजपूताना के कई राजवंश एवं शासक सूर्यभक्त थे और उन्होंने कई देवालयों का निर्माण भी करवाया। इन्हीं के शासनकाल में निर्मित मूर्तियाँ वर्तमान में भी राजस्थान के कई संग्रहालयों में संरक्षित हैं।

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January 2025
अस्त ग्रहों की आध्यात्मिक विवेचना
Jyotish Sagar

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जपाकुसुमसंकाशं काश्यपेयं महद्युतिम्। तमोऽरि सर्वपापघ्नं प्रणतोऽस्मि दिवाकरम् ।।

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January 2025
सूर्य और उनका रत्न माणिक्य
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सूर्य और उनका रत्न माणिक्य

आ कृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यं च ।। हिरण्येन सविता रथेना देवो याति भुवनानि पश्यन्॥

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January 2025
नागाओं का अचानक यूँ चले जाना!
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नागाओं का अचानक यूँ चले जाना!

नागा साधु किसी समय समाज और संस्कृति की रक्षा के लिए ही जीते थे, अपने लिए कतई नहीं। महाकुम्भ पर्व के अवसर पर नागा साधुओं को न किसी ने आते हुए देखा और न ही जाते हुए।

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January 2025
नागा साधुओं के श्रृंगार हैं अद्भुत
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नागा साधुओं के श्रृंगार हैं अद्भुत

नागाओं की एक अलग ही रहस्यमय दुनिया होती है। चाहे नागा बनने की प्रक्रिया हो अथवा उनका रहन-सहन, सब-कुछ रहस्यमय होता है। नागा साधुओं को वस्त्र धारण करने की भी अनुमति नहीं होती।

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January 2025
इतिहास के झरोखे से प्रयागराज महाकुम्भ
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