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नायडू 4.0 का आगाज
आंध्र प्रदेश के नए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू अक्सर भावनाओं में बह जाते हैं. ऐसा ही 12 जून को हुआ, जब दोपहर से ठीक पहले राज्यपाल सैयद अब्दुल नजीर ने उन्हें पद की शपथ दिलाई.
भाजपा का आदिवासी तुरुप
भाजपा के पहले और राज्य के सबसे युवा तथा तीसरे आदिवासी मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के मुताबिक, \"भाजपा को ओडिशा में बहुमत इसलिए मिला क्योंकि राज्य के 4.5 करोड़ लोग बदलाव चाहते हैं. उन्होंने भाजपा पर भरोसा जताया और हमने ओडिशा को नंबर वन बनाने का संकल्प लिया है.\"
एनटीए की नीयत और साख पर सवाल
यूज-2024 परीक्षा में सैकड़ों परीक्षार्थियों को ग्रेस मार्क मिलना, फिर उन्हें रद्द किया जाना; पेपर लीक के आरोपों को लेकर एनटीए सवालों के घेरे में
न कौनौ हड़बड़ी न डाउट
गायक सुखविंदर सिंह मोटिवेशनल बंदिशों से आगे निकलकर अब रूमानी और क्लब साँग शैली की ओर वापसी कर रहे
एक्सट्रीम राह पर
क्या हीरो के एक्सट्रीम परिवार के सबसे नए सदस्य में वह काबिलियत है जिससे उसे एक उपयुक्त सदस्य माना जा सके?
स्विफ्ट का नया अंदाज
नई मारुति सुजुकी स्विफ्ट नए लुक, अतिरिक्त फीचर्स और बिल्कुल नए पेट्रोल इंजन के साथ आई है
फीचर्स से भरपूर
महिंद्रा ने एक्सयूवी 300 कॉम्पैक्ट एसयूवी को नया रूप देकर एक्सयूवी 3एक्सओ के तौर पर लॉन्च किया
सड़कों के नए मेहमान
हाल के कुछेक सालों में हिंदुस्तान में अल्ट्रा-लग्जरी कारों का बाजार तेजी से बढ़ा है
केरल में खिला कमल
फिर से राहुल की लहर लेकिन केरल में आखिरकार भाजपा ने अपना झंडा गाड़ ही दिया
फिर उभरी कांग्रेस
देश के पूर्वोत्तर इलाके का विकास करने के भाजपा के वादों के बावजूद लोकसभा चुनाव नतीजों से साफ है कि यह इलाका अब कांग्रेस को तरजीह देने लगा
बाहरी हुए बाहर
कांग्रेस से कड़ी टक्कर की उम्मीद के बावजूद भाजपा को दबदबा बरकरार रखने में कैसे मदद मिली
पुराने किले में सब चकाचक
थोड़े से छिटकाव को छोड़ दें तो भाजपा ने गुजरात का अपना किला बरकरार रखा है. लेकिन मतदाताओं ने समर्थन का फासला घटाकर उन्हें चेतावनी जरूर दे दी
जित देखो तित भगवा
2014 में दो सीटों से लेकर 2019 में एकमात्र छिंदवाड़ा और 2024 में पूरी तरह से हार, पार्टी में दलबदल और भाजपा के मोदी अभियान ने कांग्रेस के लिए विनाश का संकेत दिया
दक्षिण के किले में कोई दरार नहीं
द्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन ने न तो भाजपा को घुसने दिया और न ही अन्नाद्रमुक के लिए जमीन छोड़ी. विधानसभा चुनाव में अभी दो साल बाकी ऐसे में केंद्र-राज्य टकराव और राजनैतिक ध्रुवीकरण की संभावना बढ़ी
फिर आया विरोधाभासी रुझान
कांग्रेस की कम सीटें, खास तौर पर वोक्कालिगा बहुल पुराने मैसूर क्षेत्र में शिवकुमार के लिए एक झटके की तरह आई हैं, जो सीएम पद के लिए मौके का इंतजार कर रहे हैं
कलिंग में नया राजा
भाजपा नवीन पटनायक के 24 साल के राज पर विराम लगाकर ओडिशा की कमान संभालने जा रही है. लिहजा वक्त आ गया है यह देखने का कि शासन में सुधार और विकास की उसकी क्या योजना है
नहीं माने आदिवासी
क्या एसटी के लिए आरक्षित सभी पांच सीटों पर एनडीए की हार पूर्व सीएम के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर आदिवासियों की नाराजगी का संकेत है?
ढह गया राव का किला
राज्य में सत्ता गंवाने के कुछ महीनों के बाद केसीआर की राष्ट्रीय स्तर पर उभरने की महत्वाकांक्षाएं भी पूरी तरह धराशायी हो गईं. बीआरएस प्रमुख और उनकी पार्टी के सामने अब 'अस्तित्व का संकट'
ठसके के साथ ठोंकी ताल
फिर से एनडीए में आए टीडीपी सुप्रीमो एन. चंद्रबाबू नायडू ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव में एकतरफा जीत हासिल की. पर खाली खजाने को देखते हुए राज्य को उबारने के लिए उन्हें केंद्र की मदद की सख्त दरकार
मरु प्रदेश में पड़ी जनता की मार
जनता से जुड़े मुद्दों को दरकिनार करने और अपने कई अहम नेताओं को दरकिनार करने वाली भाजपा को राजस्थान ने दिया तगड़ा झटका. निकट भविष्य में पार्टी की प्रदेश इकाई के भीतर हालात और बिगड़ने के आसार
जान फंसी यहां सांसत में
फिर से उभार पर आई कांग्रेस और कट्टरपंथियों की चुनौती के बीच आप का हाल हुआ बेहाल
हाथ की बंधी मुट्ठी
कांग्रेस ने भाजपा के कब्जे वाली 10 में से न सिर्फ आधी सीटें जीतीं, बल्कि 2024 के आखिर में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए अपनी मजबूत चुनौती भी पेश की
सौ बार फना होके सौ बार खड़े होंगे
लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार की सियासत के खत्म होने की पेशनगोई की जा रही थी लेकिन नतीजे आने के साथ ही वे किंगमेकर बन गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में उनकी भूमिका खासी अहम होने जा रही
कैसे रुका बंगाल में भाजपा का अभिषेक
कल्याणकारी योजनाओं, अभिषेक बनर्जी की चतुर रणनीति और ममता के करिश्मे ने तृणमूल को जीत दिलाई. बंगाल के लिए भाजपा की बहुचर्चित योजना हुई धराशायी
सेमी-फाइनल में एमवीए की शान
महाराष्ट्र में अगले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ महायुति के खराब प्रदर्शन और विपक्षी एमवीए को मिली बढ़त के अर्थ सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं. इसमें बहुत कुछ छिपा हुआ
मिलकर निकाली भाजपा की हवा
लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव और राहुल गांधी के बीच aft मस्ट्री के चलते ही उत्तर प्रदेश में भाजपा गठबंधन पिछली बार की तुलना में करीब आधी सीटों पर सिमटा
विपक्ष पर पूर्ण विराम नहीं
विपक्षी गठबंधन भाजपा को सत्ता के करीब पहुंचने से भले रोक न पाया हो लेकिन धीरे-धीरे उसके रथ की गति धीमी करने में जरूर सफल रहा है. अब वह इस बढ़त का फायदा उठाने की योजना बना रहा और मोदी को मैदान से बाहर करने की उम्मीद कर रहा
जमीनी हकीकत समझने की जरूरत
केंद्रीय स्तर पर कमान पूरी तरह अपने हाथ में रखना, मतदाताओं-कार्यकर्ताओं की उदासीनता और उम्मीदवारों के चयन मनमानी, इन सबने मिलकर भाजपा को तगड़ा सबक सिखाया
केंद्रीय फंड के लिए अब तगड़ी सौदेबाजी
केंद्र सरकार की निर्भरता की वजह से भाजपा एन. चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार की अपने राज्यों के लिए विशेष दर्जे की मांग मान सकती है, इसके क्या हैं मायने
संतुलित सियासत का संदेश
देश के मतदाताओं ने नरेंद्र मोदी को ऐतिहासिक तीसरा कार्यकाल तो दिया मगर बिना बहुमत के और इस साफ सबक के साथ कि सबकी सहमति से राजकाज चलाएं