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दूरी पाटने का दूरदर्शी अभियान
देश की कंपनियां कर्मचारियों में ज्यादा विविधता, समानता और समावेशी माहौल तैयार करने की कोशिश में हैं, ताकि ज्यादा प्रतिभाएं जुटें और कमजोर कड़ियां घटें
खुशियों का गणतंत्र
दुनिया में युद्ध, आपदा और विभीषिकाओं से भारी तबाही के दौ में देशभर में कुछ लोगों और संस्थाओं की लाजवाब पहलकदमी से बहुतों को सुख-चैन मयस्सर हो रहा
संसद गए तो अच्छा ही करेंगे
जीवन के प्रति नजरिए, प्रतिभा और कामयाबी के दर्शन, सफर के अहम पड़ाव और राजनीति में आने की योजना पर अभिनेता आशुतोष राणा
अलविदा उस्ताद
दिल से गाने वाले इस संपूर्ण कलाकार के गले में जैसे एक खुदाई कारीगरी थी
बघेली जाजिम पर विश्व सिनेमा
महानगरों से कहीं दूर मध्य प्रदेश के बघेलखंड में कुछ संस्कृतिकर्मियों की साहसिक पहल ढर्रे से हटकर हो रहे अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में राज्य पर भी पर्याप्त फोकस
रफ्ता-रफ्ता पकड़ी रफ्तार
भूमि अधिग्रहण के सौ फीसद पूरा होने के साथ ही गुजरात में नए इन्फ्रास्ट्रक्चर यानी अहमदाबाद से मुंबई तक देश की पहली बुलेट ट्रेन को लेकर भारी उत्साह
कबाड़ वाहनों को हटाने में अड़ंगे
महत्वाकांक्षी वाहन स्क्रैपिंग नीति की राह अड़चनों भरी है क्योंकि राज्य इसे लागू करने में पिछड़ रहे हैं, निजी क्षेत्र वाले संकोच कर रहे हैं और मालिक अपने पुराने वाहन छोड़ने से कतरा रहे हैं
प्रीमियम की ख्वाहिश
बढ़ती आमदनी से देश में मध्य वर्गीय लोगों में लकदक रहन-सहन की अपनी ख्वाहिश पूरी करने की खातिर हर मामले में फैंसी, कीमती वस्तुएं खरीदने की होड़
सरहदों में बंटी, मठों में उलझी मिथिला की राजकुमारी
राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को लेकर पूरे भारत में गहमा-गहमी. पर भारत और नेपाल के दो शहरों जनकपुर और सीतामढ़ी के बीच यह सवाल लोगों को मथ रहा कि सीता आखिर हैं कहां की? मिथिला की परंपरा में सीता, राम की जगह क्या है?
बहन-भाई की लड़ाई
जगन के सामने बहिन शर्मिला की चुनौती है जिन्होंने अपने दिवंगत पिता वाइएसआर की राजनैतिक विरासत पर हक जमाने के लिए अब कांग्रेस का दामन थाम लिया है
शीर्ष पदों से विस्तार की राह
भाजपा, उसकी सरकारों और संघ के शीर्ष पदों पर विद्यार्थी परिषद से आए लोगों के पहुंचने को परिषद के विस्तार के लिए बेहतर माना जा रहा और यह 2024 के आम चुनावों के लिए भी बेहद अहम
सामाजिक स समीकरणों की प्रतिष्ठा
अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रमों के लिए आरएसएस और भाजपा ने झोंकी ताकत. सभी जातियों और धर्मों के लोगों को जोड़ने के लिए शुरू हुआ अभियान
हसीना की आगामी चुनौतियां
अपने पांचवें कार्यकाल की शुरुआत के साथ बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना इतिहास रचने को तैयार हैं. दरअसल, वे बांग्लादेश में सबसे लंबे समय तक की प्रधानमंत्री होंगी. मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के बहिष्कार के बाद बांग्लादेश के 12वें आम चुनाव तो महज औपचारिकता भर रह गए थे. वहीं, छिटपुट हिंसक घटनाओं के अलावा चुनाव मोटे तौर पर स्वतंत्र और निष्पक्ष थे, हालांकि 42 फीसद मतदान से लोगों में उदासीनता दिखी.
वक्त की कसौटी पर खरी दोस्ती
इसी को कहते हैं 'सच्चा दोस्त'. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों तब भारत की मदद के लिए सामने आए जब अमेरिका ने कह दिया कि राष्ट्रपति जो बाइडन 2024 में भारत के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल नहीं हो पाएंगे.
माले में बदलने लगी बयार
अप्रैल 2022 में मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति और विपक्षी नेता अब्दुल्ला यामीन अब्दुल गयूम के माले स्थित घर के बाहर अ एक विशाल बैनर लगा नजर आया. उसमें साफ तौर पर 'इंडिया आउट' लिखा था.
अब महाराष्ट्र सरकार छोड़ेगी दोषियों को?
नया साल 2002 के गुजरात दंगों के मामले की पीड़िता बिलकीस बानो के लिए उम्मीद की किरण लेकर आया. लेकिन जब 8 जनवरी, 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने उनके साथ सामूहिक बलात्कार और उनके परिवार के 14 सदस्यों की हत्या के दोषी 11 लोगों की सजा माफी रद्द कर दी, तो इसका प्रतीकात्मक वजन व्यक्तिगत तकदीरों की कहानी से कहीं ज्यादा था.
और यह रहा करंट का पहला झटका
पहले-पहल बने मुख्यमंत्री की अगुआई में राजस्थान की नवजात सरकार अभी चलना सीख ही रही थी कि गतिरोधों से जा टकराई. 8 जनवरी को उसे खास तौर पर शर्मनाक झटका लगा जब नए-नवेले मंत्री बने सुरेंद्रपाल सिंह टी.टी. करणपुर विधानसभा सीट का उपचुनाव हार गए.
राजौरी में बेचैनी
भारत की आतंकवाद विरोधी ग्रिड कुछ वक्त से उस पर नजर रख रही थी और उसका इतिहास काफी दूर तक फैला हुआ है: अफगानिस्तान में कार्रवाई तक, पाकिस्तानी सेना और आतंक के बीच धुंधली निरंतरता तक, लश्कर-एतैयबा के बिल्ले तक.
असली शिवसेना वाले ठप्पे का मतलब
महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने फैसला सुनाया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ म शिंदे की अगुआई वाला गुट ही \"असली शिवसेना\" है. यह उद्धव ठाकरे की अगुआई वाले शिवसेना खेमे के लिए बड़ा धक्का है.
सहयोगी पर संशय
जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अपने सहयोगियों से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में तृणमूल कांग्रेस के साथ संभावित गठबंधन पर उनकी राय पूछी, तो तमाम अहम नेताओं ने सर्वसम्मति से उसके खिलाफ राय प्रकट की.
जी-हुजूरी हो न सकी हमसे
कभी भारतीय गेंदबाजी की जान रहे क्रिकेटर प्रवीण कुमार यानी पीके बीते लम्हों, धोनी से रिश्तों, कोचिंग और शराबखोरी के आरोपों पर
उत्साह के साथ सतर्क रहने का समय
21वीं सदी की तमाम तकनीकी प्रगति की तरह, एआइ सिद्धांत रूप में बहुत ही रोमांचक लग सकता है लेकिन वास्तव में यह बहुत अराजक साबित हो सकता है।
संभावनाएं चुस्त-दुरुस्त अनोखे मॉडल में ही
स्वदेशी स्तर पर एआई तकनीक के विकास में कमी और अनुसंधान एवं विकास के लिहाज से भारी निवेश की जरूरत के मद्देनजर भारत को इस क्षेत्र में वैश्विक ताकत बनने के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों और सार्वजनिक-निजी भागीदारी को रचनात्मक तरीके से एक साथ लाना होगा
क्या एआई खत्म कर देगा रचनात्मकता?
अगर एआइ लेखकों, फिल्म निर्माताओं या कलाकारों की जगह ले लेता है तो हमारा साझा इतिहास और मानवता खतरे में पड़ सकती है
एआइ की खातिर कानूनों की एक झलक
भारत को ऐसे कानून तैयार करने चाहिए जो सुरक्षा और रक्षात्मक जरूरतों के साथ स्थायित्व और भरोसा कायम कर कारोबार में वृद्धि का मार्ग प्रशस्त कर सकें
बुनियादी पुनर्विचार का वक्त
एआइ विकास का मौजूदा मॉडल कुछ कारोबारी खिलाड़ियों के हाथों में ताकत केंद्रित करने का है, जरूरत है ऐसे नए मॉडल की जिसके केंद्र में सार्वजनिक हित और लोक-कल्याण हो
आशा-निराशा और मतिभ्रम
पश्चिमी जगत में सुपरइटेलिजेंट एआई देवताओं और अमर लोगों से जुड़े विनाशकारी सपने हैं, लेकिन भारत में हम स्वाभाविक रूप से रोबोटिक हथियारों से कृष्ण की आरती और उनका जीपीटी क्लोन देखेंगे
भविष्य के सह-चालक
एआइ लोकतांत्रिक तरीके से प्रौद्योगिकी को सुलभ बनाने और व्यापक स्तर पर प्रभाव उत्पन्न करने का एक अवसर है. साथ ही दुनिया की कुछ सबसे गंभीर चुनौतियों का समाधान निकालने में भी मददगार साबित हो सकता है
एआइ की अगली पांत में
एआइ उपयोग के मामलों में सरकारी-निजी सहयोग और सरकारी निवेश को बढ़ावा देकर भारत वैश्विक एआई परिदृश्य में अग्रणी भूमिका निभा सकता है. लेकिन इससे जुड़े नैतिक सवाल नजरों से ओझल न हों
दोधारी तलवार
एआइ सशस्त्र बलों को महत्वपूर्ण बढ़त दे सकता है लेकिन पूर्ण रूप से ऑटोनॉमस हथियार गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं. यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि एआइ का इस्तेमाल नैतिकता को ध्यान में रखकर जिम्मेदारी से हो