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ज्ञान के दीप, भक्ति के पुंज व सेवा की ज्योति से सजी दिवाली
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ज्ञान के दीप, भक्ति के पुंज व सेवा की ज्योति से सजी दिवाली

ऋषि प्रसाद प्रतिनिधि | हमारी संस्कृति के पावन पर्व दीपावली पर दीप जलाने की परम्परा के पीछे अज्ञान-अंधकार को मिटाकर आत्मप्रकाश जगाने का सूक्ष्म संकेत है। १ से ७ नवम्बर तक अहमदाबाद आश्रम में हुए 'दीपावली अनुष्ठान एवं ध्यान योग शिविर' में उपस्थित हजारों शिविरार्थियों ने हमारे महापुरुषों के अनुसार इस पर्व का लाभ उठाया एवं अपने हृदय में ज्ञान व भक्ति के दीप प्रज्वलित कर आध्यात्मिक दिवाली मनायी।

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December 2024
पंचकोष-साक्षी शंका-समाधान
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पंचकोष-साक्षी शंका-समाधान

(पिछले अंक में आपने पंचकोष-साक्षी विवेक के अंतर्गत जाना कि पंचकोषों का साक्षी आत्मा उनसे पृथक् है । उसी क्रम में अब आगे...)

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December 2024
कुत्ते, बिल्ली पालने का शौक देता है गम्भीर बीमारियों का शॉक!
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कुत्ते, बिल्ली पालने का शौक देता है गम्भीर बीमारियों का शॉक!

कुत्ते, बिल्ली पालने के शौकीन सावधान हो जायें !...

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December 2024
पुण्यात्मा कर्मयोगियों के नाम पूज्य बापूजी का संदेश
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पुण्यात्मा कर्मयोगियों के नाम पूज्य बापूजी का संदेश

'अखिल भारतीय वार्षिक ऋषि प्रसाद-ऋषि दर्शन सम्मेलन २०२५' पर विशेष

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December 2024
मकर संक्रांति : स्नान, दान, स्वास्थ्य, समरसता, सुविकास का पर्व
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मकर संक्रांति : स्नान, दान, स्वास्थ्य, समरसता, सुविकास का पर्व

१४ जनवरी मकर संक्रांति पर विशेष

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December 2024
समाजसेवा व परदुःखकातरता की जीवंत मूर्ति
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समाजसेवा व परदुःखकातरता की जीवंत मूर्ति

२५ दिसम्बर को मदनमोहन मालवीयजी की जयंती है। मालवीयजी कर्तव्यनिष्ठा के आदर्श थे। वे अपना प्रत्येक कार्य ईश्वर-उपासना समझकर बड़ी ही तत्परता, लगन व निष्ठा से करते थे। मानवीय संवेदना उनमें कूट-कूटकर भरी थी।

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December 2024
ब्रह्मवेत्ता संत तीर्थों में क्यों जाते हैं?
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ब्रह्मवेत्ता संत तीर्थों में क्यों जाते हैं?

एक बड़े नगर में स्वामी शरणानंदजी का सत्संग चल रहा था। जब वे प्रवचन पूरा कर चुके तो मंच पर उपस्थित संत पथिकजी ने पूछा कि ‘“महाराज ! आप जो कुछ कहते हैं वही सत्य है क्या?\"

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December 2024
भगवद्रस ऐसा सुखदायी है!
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भगवद्रस ऐसा सुखदायी है!

रामायण में शिवजी बोलते हैं : उमा राम सुभाउ जेहिं जाना । ताहि भजनु तजि भाव न आना ॥ (रामचरित. सुं.कां.: ३३.२)

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December 2024
पितरों को सद्गति देनेवाला तथा आयु, आरोग्य व मोक्ष प्रदायक व्रत
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पितरों को सद्गति देनेवाला तथा आयु, आरोग्य व मोक्ष प्रदायक व्रत

एकादशी माहात्म्य - मोक्षदा एकादशी पर विशेष

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November 2024
विलक्षण न्याय
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विलक्षण न्याय

विद्यार्थी संस्कार - पढ़िये-पढ़ाइये यह शिक्षाप्रद कथा

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November 2024
पूज्य बापूजी की रिहाई ही देश को विश्वगुरु बना सकती है
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पूज्य बापूजी की रिहाई ही देश को विश्वगुरु बना सकती है

श्री अशोक सिंहलजी की जयंती पर हुए विशेष चर्चासत्र के कुछ अंश

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November 2024
कर्म करने से सिद्धि अवश्य मिलती है
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कर्म करने से सिद्धि अवश्य मिलती है

गतासूनगतासुंश्च नानुशोचन्ति पण्डिताः ॥

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October 2024
समर्थ साँईं लीलाशाहजी की अद्भुत लीला
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समर्थ साँईं लीलाशाहजी की अद्भुत लीला

साँईं श्री लीलाशाहजी महाराज के महानिर्वाण दिवस पर विशेष

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October 2024
चल दिये तो चल दिये...
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चल दिये तो चल दिये...

आत्मा के बाहर मत भटको। बाहर तुम्हारा कोई नहीं था, कोई नहीं है, कोई नहीं रहेगा। अपने केन्द्र में स्थित रहो, अपने आपे में आओ। पराये गाँव में कब तक भटकोगे? 'जरा यह कर लूँ, जरा वह कर लूँ...' आग लगा पेट्रोल डाल के। 'मैं और मेरे' पन को आग लगा दे मन से। ज्ञान पाना है कि बस संसार का टट्टू चलाते रहना है? ऐ जगत ! बस हो गया, तू कितने जन्मों से हमको भटकाता आया है !

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October 2024
पूज्य बापूजी के साथ आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी
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पूज्य बापूजी के साथ आध्यात्मिक प्रश्नोत्तरी

साधक : बापूजी ! जब सत्संग सुन के शांत होता हूँ तो ध्यान श्वासों पर केन्द्रित हो जाता है और श्वास बंद हो गये ऐसा लगता है, गहरी शांति आती है, आगे-पीछे की बातों का चिंतन नहीं रहता।

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October 2024
आयु-आरोग्य, यश बढ़ानेवाला तथा पितरों की सद्गति करनेवाला व्रत
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आयु-आरोग्य, यश बढ़ानेवाला तथा पितरों की सद्गति करनेवाला व्रत

२८ सितम्बर : इंदिरा एकादशी पर विशेष

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September 2024
मन पर नियंत्रण का परिणाम
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मन पर नियंत्रण का परिणाम

महात्मा गांधी जयंती : २ अक्टूबर

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September 2024
वास्तविक विजय प्राप्त कर लो
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वास्तविक विजय प्राप्त कर लो

१२ अक्टूबर : विजयादशमी पर विशेष

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September 2024
ॐकार-उच्चारण का हैरतअंगेज करिश्मा!
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ॐकार-उच्चारण का हैरतअंगेज करिश्मा!

एक ए. सी. पी. का निजी अनुभव

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September 2024
सच्चे संत स्वयं कष्ट सहकर भी सत्य की रक्षा करते हैं
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सच्चे संत स्वयं कष्ट सहकर भी सत्य की रक्षा करते हैं

आज हम देखते हैं कि धर्म-विरोधी तत्त्वों द्वारा साजिश के तहत हमारे निर्दोष हिन्दू साधु-संतों की छवि धूमिल करके उनको फँसाया जा रहा है, उन्हें कारागार में रखा जा रहा है। ऐसी ही एक घटना का उल्लेख स्वामी अखंडानंदजी के सत्संग में आता है, जिसमें एक संत की रिहाई के लिए एक अन्य संत के कष्ट सहन की पावन गाथा प्रेरणा-दीप बनकर उभर आती है :

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September 2024
विषनाशक एवं स्वास्थ्यवर्धक चौलाई के अनूठे लाभ
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विषनाशक एवं स्वास्थ्यवर्धक चौलाई के अनूठे लाभ

बारह महीनों उपलब्ध होनेवाली तथा हरी सब्जियों में उच्च स्थान प्राप्त करनेवाली चौलाई एक श्रेष्ठ पथ्यकर सब्जी है। यह दो प्रकार की होती है : लाल पत्तेवाली और हरे पत्तेवाली।

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August 2024
पातकनाशक तथा सद्गुण चिरस्थायी यश प्रदायक व्रत
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पातकनाशक तथा सद्गुण चिरस्थायी यश प्रदायक व्रत

२९ अगस्त को अजा एकादशी है । यह व्रत आयु, आरोग्य, पुष्टि और सुख-सम्पदा देनेवाला है। इसकी कथा, माहात्म्य और विधि के बारे में पूज्य बापूजी के सत्संग में आता है :

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August 2024
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पूज्य बापूजी का पावन संदेश
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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पूज्य बापूजी का पावन संदेश

आनंदित रहने की कला सिखाता श्रीकृष्णावतार

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August 2024
पूज्य बापूजी द्वारा बताये गये नियमों का प्रभाव पूरे राज्य में मिला प्रथम स्थान
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पूज्य बापूजी द्वारा बताये गये नियमों का प्रभाव पूरे राज्य में मिला प्रथम स्थान

बापू के बच्चे, नहीं रहते कच्चे!

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July 2024
जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि
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जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि

महात्मा बुद्ध कहा करते थे : ‘“आनंद ! सत्संग सुनने इतने लोग आते हैं न, ये लोग मेरे को नहीं सुनते, अपने को ही सुन के चले जाते हैं।”

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June 2024
बड़ा रोचक, प्रेरक है शबरी के पूर्वजन्म का वृत्तांत
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बड़ा रोचक, प्रेरक है शबरी के पूर्वजन्म का वृत्तांत

एक बार एक राजा रानी के साथ यात्रा करके लौट रहा था। एक गाँव में संत चबूतरे पर बैठ सत्संग सुना रहे थे और ५-२५ व्यक्ति धरती पर बैठकर सुन रहे थे।

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June 2024
एक राजपुत्र की आत्मबोध की यात्रा
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एक राजपुत्र की आत्मबोध की यात्रा

पराशरजी अपने शिष्य मैत्रेय को आत्मज्ञानबोधक उपदेश देते हुए एक राजपुत्र की कथा सुनाते हैं :

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June 2024
सर्वपापनाशक तथा आरोग्य, पुण्यपुंज व परम गति प्रदायक व्रत
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सर्वपापनाशक तथा आरोग्य, पुण्यपुंज व परम गति प्रदायक व्रत

१७ जुलाई को देवशयनी एकादशी है। चतुर्मास साधना का सुवर्णकाल माना गया है और यह एकादशी इस सुवर्णकाल का प्रारम्भ दिवस है। ऐसी महिमावान एकादशी का माहात्म्य पूज्य बापूजी के सत्संग-वचनामृत से:

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June 2024
गुरुमूर्ति के ध्यान से मिली सम्पूर्ण सुरक्षा
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गुरुमूर्ति के ध्यान से मिली सम्पूर्ण सुरक्षा

अनंत-अनंत ब्रह्मांडों में व्याप्त उस परमात्म-चेतना के साथ एकता साधे हुए ब्रह्मवेत्ता महापुरुष सशरीर ब्रह्म होते हैं। ध्यानमूलं गुरोर्मूर्तिः पूजामूलं गुरोः पदम्... ऐसे चिन्मयस्वरूप गुरु के पूजन से, उनकी मूर्ति के ध्यान से शिष्य के अंतः स्थल में उनकी शक्ति प्रविष्ट होती है, जिससे उसके पूर्व के मलिन संस्कार नष्ट होने लगते हैं और जीवन सहज में ही ऊँचा उठने लगता है।

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June 2024
गुरुभक्ति की इतनी भारी महिमा क्यों है?
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गुरुभक्ति की इतनी भारी महिमा क्यों है?

धन्या माता पिता धन्यो गोत्रं धन्यं कुलोद्भवः । धन्या च वसुधा देवि यत्र स्याद् गुरुभक्तता ॥

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June 2024

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