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घातक है फेफड़ों का कैंसर
सभी तरह के कैंसरों में फेफड़ों का कैंसर सब से ज्यादा कौमन है. इस के अलगअलग स्टेजेस होते हैं, जरूरी है कि सही समय पर यह पकड़ में आ जाए. ऐसे में कैंसर के लक्षण, जोखिम और उपचार के बारे में जानना जरूरी है.
लंग्स के स्वास्थ्य का जिस्म के अंगों पर प्रभाव
फेफड़े रक्तप्रवाह के जरिए शरीर के अन्य अंगों से जुड़े होते हैं, इसलिए फेफड़ों का स्वास्थ्य शरीर के अन्य जरूरी अंगों की स्थिति को निश्चितरूप से प्रभावित कर सकता है.
फेफड़ों के रोग बढ़ता खतरा
बढ़ते प्रदूषण के चलते सब से ज्यादा लंग्स पर असर पड़ रहा है. धुएं और प्रदूषण का लंग्स पर सीधा असर होता है. इस से फेफड़ों की औक्सीजन देने की क्षमता पर असर पड़ता है जिस का प्रभाव पूरे शरीर पर पड़ता है.
विवाहिता नए घर में बेटी के नहीं बेटे के बराबर
जीवन में बहुत से संबंध जन्म से बनते हैं. मांपिता, भाईबहन और मां व पिता के संबंधियों से संबंध जन्म से अपनेआप बनते चले जाते हैं और इसी के साथ ढेरों चाचाचाची, ताऊ चचेरेममेरे भाईबहन, भाभियां, मौसियां, मौसा, फूफा, बूआ के संबंध बन जाते हैं. इन संबंधों को निभाने और इन में खटपट होने का अंदेशा कम होता है क्योंकि ये मांबाप के इशारे पर बनते हैं जो प्रगाढ़ होते हैं.
“संगीत के सुनहरे युग को वापस लाने के लिए प्रयासरत हूं” - कैप्टन ए डी मानेक
गरीबी और तंगहाली में बचपन बिताने वाले पद्मश्री से सम्मानित कैप्टन ए डी मानेक ने हवाई जहाज उड़ाने का सपना शुरू में देख लिया था पर सभी ने उन का मजाक बनाया. आज वे विपरीत स्थिति में जी रहे लोगों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं.
ग्लैमरस हीरोइनें अब नहीं रहीं शोपीस
समय गया जब फिल्मों में हीरोइनें रोनेधोने और हीरो की महज लव एंगल होने का अभिनय करती थीं. हीरोइनें आज हीरो के बराबर हैं, कई मौकों पर तो हीरो से आगे भी रही हैं. फिल्मों में आजकल हीरोइनों के लिए स्पैशली दमदार किरदार लिखे जा रहे हैं.
लांगो पंडित
धर्म की चाशनी पिला कर पंडितजी खूब उल्लू सीधा करते. कट्टर इतने कि कोई जातबिरादरी से अलग शादी कर लेता तो उस के घर का पानी तक न पीते. एक दिन पता चला कि वे अपने बेटे की वजह से अस्पताल में भरती हैं.
इजराइल-फिलिस्तीन एक अंतहीन युद्ध
इजराइल के यहूदी और गाजा के मुसलिम हमास लड़ाकों के बीच जमीन को ले कर जबरदस्त युद्ध छिड़ा हुआ है. धर्म की इन तीनों धाराओं का स्रोत एक ही है, फिर भी ये तीनों एकदूसरे से नफरत करते हैं और कई शताब्दियों से आपस में लड़ते हुए इंसानियत का खून बहा रहे हैं.
महंगाई है पर दीवाली है
कुछ सालों में देशभर में महंगाई बढ़ी है. लगभग हर चीज का दाम दोगुना हो गया है. दीवाली वह त्योहार है जब लोग सबकुछ भूलभाल कर खुशी मनाते हैं. अब देखना यह है कि इस बार की दीवाली महंगाई से कितनी बेअसर रहती है.
धार्मिक सामग्री से पटा बाजार
धर्म ऐसा बाजार है जहां बेचने वाले को मुनाफा ही मुनाफा है. कोई भी त्योहार, दिनांक, कार्यक्रम हो, धर्म की सामग्रियां सब से पहले बाजारों में सज जाती हैं. दीवाली का समय है, बाजार धार्मिक सामान से ठसाठस भरे हुए हैं.
लुभावने औफर्स के झांसे में न आएं
फैस्टिव सीजन में जहां लोग खूब खरीदारी करते हैं वहीं विक्रेता औनलाइन व औफलाइन ज्यादा से ज्यादा सामान बेच कर बड़ा मुनाफा कमाने से नहीं चूकते. इस के लिए वे तरहतरह के लुभावने औफर्स पेश करते हैं जो खरीदारों के लिए फायदेमंद होते हैं बशर्ते...
दीपोत्सव या घूसोत्सव
वैसे तो उपहार बेलौस दिए जाते हैं लेकिन दीवाली के मौके पर दिए जाने वाले अधिकतर उपहारों के पीछे उपहारदाता के मन में कुछ और ही होता है.
दीवाली से पहले चैक लिस्ट बनाने के 7 टिप्स
फैस्टिवल औफ लाइट्स को मनाने के लिए सभी तैयारी करते हैं लेकिन फिर भी अनावश्यक खर्च कर बैठते हैं तो फिर कैसे करें तैयारी कि समय भी बचे और पैसा भी, जानिए आप भी.
दीवाली में टैक्नोलौजी की खाताबही को समझें
इस दीवाली में खाताबही को छोड़िए, टैक्नोलौजी को समझिए और अपने वित्त का बजट बनाएं. क्या है यह वित्तीय टैक्नोलौजी, जानिए आप भी.
गिफ्ट में बराबरी का खयाल रखें
यों तो फैस्टिव सीजन में उपहार लेने और देने का चलन आम है लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आप के दिए उपहार को लोग ताउम्र याद रखें तो क्यों न उन्हें कुछ अलग और खास चीज गिफ्ट करें.
दीवाली उत्साह का उज्ज्वल उत्सव
दीवाली के उजाले में पुरानी परंपराओं का अंधेरा आड़े न आने दें. जुए की पौराणिक संस्कृति को त्याग दें और दीयों की रोशनी से अपना घरसंसार जगमगाएं. अपनों के संग इस त्योहार में खूब मजा करें और खुशियां बांटें.
फिल्मी सितारों की स्पौंसर्ड प्रैस कौन्फ्रेंसेज
देश में सरकार बदलने के साथ समाज बदल सा जाता है और इस का असर सिनेमा पर भी पड़ता है. आज फिल्मकारों और कलाकारों का मिजाज कुछ ज्यादा ही बदल गया है और वे खास जर्नलिस्टों से बात करते हैं जो सिर्फ उन की प्रशंसा करते हैं.
मां की बनारसी साड़ी
दिल से लगा कर रखीं थी पूर्णिमा ने मां की अमानत, वह बनारसी साड़ी. लेकिन अब वह चाह कर भी उसे पहन नहीं सकती थी.
सिद्ध सीरीज के अधिकार
देश में अधिकार ही अधिकार हैं. जहां समाज के दबेकुचलों को अधिकार हैं कि वे अपना हक हासिल कर सकें, वहीं कुछ ने तो खुद ने से अपने लिए ऐसेऐसे अधिकार बना लिए कि क्या ही कहने.
दवा एक्सपायरी डेट की रखें जानकारी
दवाओं के मामले में विशेष सावधानी बरते जाने की जरूरत होती है. गलती से एक्सपायरी दवा खाने से इस के घातक साइड इफैक्ट्स हो सकते हैं. ऐसे में दवाओं को ले कर यह जानकारी जरूर रखें.
नरगिस मोहम्मदी जेल से नोबेल शांति पुरस्कार
कट्टरपंथी देश ईरान में महिलाओं के उत्पीड़न की लड़ाई लड़ने वाली नरगिस मोहम्मदी को नोबेल शांति पुरस्कार मिला है. वे दुनियाभर के आंदोलनकारियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं.
5 राज्यों के विधानसभा चुनाव विपक्ष की बराबर की टक्कर
5 राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का पलड़ा भारी पड़ता नजर आ रहा है. धर्म के नाम पर बनाए भाजपा के माहौल को जनता नकारती नजर आ रही है.
होम डैकोरेशन के सामान
घर को डैकोरेट करना न सिर्फ घर को सुंदर बनाता है बल्कि घर में रहने वाले सदस्यों को भी आपस में जोड़ कर रखता है, क्योंकि नए सुंदर बदलाव से रिश्तों में भी सुंदरता आती है.
त्योहार के मौके पर शानदार और यादगार डिनर
त्योहार का मौका है तो तैयारियां भी उसी अनुसार होनी चाहिए. छोटा यानी 4 जनों का परिवार है तो घर पर ही अच्छा डिनर बनाया जा सकता है जो लंबे समय तक याद रहेगा.
त्योहार की खुशियां डिफरैंट कास्ट, रंग, रिलीजन में बांटे
त्योहारों की खुशियां तभी हैं जब ये मिलजुल कर सौहार्द से मनाए जाएं, फिर चाहे वह अलग मजहब, जाति, रंग के साथ मनाना हो. आपसी प्रेमभाव रहेगा तो त्योहार में तनाव नहीं होगा और त्योहार अच्छे से मनाया भी जा सकेगा.
परिवार का ट्रिप प्लान करे ग्लू का काम
त्योहार अच्छा मौका है अपने परिवार संग समय बिताने का यह तब और अधिक यादगार हो जाता है जब फैमिली के साथ कहीं ट्रिप पर निकल पड़ो. यह ग्लू का काम करता है जो परिवार को जोड़े रखता है.
परिवार के साथ कम समय में भी ज्यादा समय बिताएं
आज के समय में कैरियर या पढ़ाई के चलते घर से दूर किसी और शहर जाना पड़ जाता है. ऐसे में परिवार से मिलने के मौके त्योहार या फंक्शनों में ही मिल पाते हैं. जरूरी है कि जब परिवार के साथ हों तो परिवार की अहमियत समझते हुए कम समय में ज्यादा समय बिताया जाए.
परिवार है तो प्यार है
आज के समय में परिवार छोटे हो गए हैं. ऐसे में जरूरी है कि जो थोड़े से लोग परिवार में हों वे एकदूसरे के साथ खड़े रहें. परिवार के साथ होने पर गम आधा और खुशियां दोगुनी हो जाती हैं. परिवार आप के लिए एक ग्लू है. परिवार ही नहीं होगा तो झगड़ने, मिलने, शेयर करने का आनंद नहीं ले सकेंगे. दिल में, बस, एक कसक ही रह जाएगी.
कमाल की चीज है पैट थेरैपी
पशु न केवल मनोवैज्ञानिक लाभ देते हैं बल्कि इन के सान्निध्य में हृदयगति भी असामान्य से सामान्य होती पाई गई है.
हिंदू धर्म नहीं पढ़ना चाहता हिंदू
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के एक कोर्स 'एमए हिंदू' अध्ययन में इस साल मात्र 1 छात्र ने ही अप्लाई किया है. यह कोर्स जब शुरू किया जा रहा था तब ढोलमजीरे बजाए गए, मीडिया ने भी खूब वाहवाही की, इसे नवयुवकों के हिंदू धर्म के प्रति ज्ञान बढ़ाने के उद्देश्य के साथ यह कहा जा रहा था कि इस में रोजगार के विकल्प खुलेंगे.