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करियर को भी चाहिए ममता वाला स्पर्श
यकीनन मां होना एक बड़ी जिम्मेदारी है। पर, यह जिम्मेदारी आपको जाने-अनजाने निखारती भी है। जिसका सकारात्मक असर महिलाओं की पारिवारिक ही नहीं, बल्कि कामकाजी जिंदगी पर भी नजर आता है। मदर्स डे (14 मई) के मौके पर आइए जानें यह कनेक्शन, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी
एक्सेसरीज का जलवा
फैशनेबल दिखने के लिए हम अकसर कपड़ों को ही तवज्जो देते हैं, लेकिन गर्मियों में आपके अंदाज को और भी लाजवाब बना सकती हैं आपकी एक्सेसरीज। किन एक्सेसरीज की मदद से गर्मियों में बनें स्टाइलिश, बता रही हैं स्वाति शर्मा
ठहरिए, जरा सांस तो लीजिए
लगातार साल-दर-साल बिना किसी ब्रेक के जिम्मेदारियों को पूरा करते जाना। नतीजा, बर्नआउट, जो मन के साथ ही तन की सेहत पर भी बट्टा लगा जाता है। आपके साथ ऐसा न हो इसके लिए क्या करें, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी
जिससे आए निखार, लगाएं वहीं शेड
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता उन सवालों का जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार ब्यूटी एक्सपर्ट देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, गुंजन तनेजा
अजब अनूठी चटनियां
बेस्वाद खाने तक में जान डाल देती हैं, स्वादिष्ट चटनियां। अगर आपको भी चटनियों का शौक है, तो बनाकर देखिए ये अनूठी चटनियां, रेसिपी बता रही हैं प्रगति चौहान
यहां भी जरूरी है संतुलन
गर्मी का मौसम आते ही घर में तरह-तरह के शर्बतों की आमद बढ़ जाती है। शरीर का तापमान संतुलित रखने के लिए ये सब जरूरी हैं, पर एक सीमा में क्या हो यह सीमा रेखा, बता रही हैं शांभवी
जानकारी बढ़ाने से बढ़ेंगी खुशियां
गर्भधारण की असफल कोशिशों के लिए कई बार इससे जुड़े प्रचलित मिथक भी जिम्मेदार होते हैं। गर्भधारण से जुड़े मिथकों की पड़ताल कर रही हैं डॉ. शिखा टंडन
हरियाली से भरा आशियाना
जिंदगी में खुशहाली बढ़ाने के उपाय अगर आप भी अकसर तलाशती रहती हैं, तो घर को फर्नीचर की जगह पौधों से सजाना शुरू कीजिए कैसे बनाएं अपना घर हरा-भरा और क्या हैं इसके फायदे, बता रही हैं
रोशनी ना चुरा ले त्वचा की चमक
फोन के साथ घंटों वक्त बिताना आपका प्रिय शगल है। पर, उससे निकलने वाली नीली रोशनी त्वचा पर जो असर डाल रही है, उसके लिए क्या कर रही हैं आप? त्वचा को नीली रोशनी के दुष्प्रभाव से कैसे बचाएं, बता रही हैं
खेल सिखाएंगे संबंधों के गुर
खेल सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं, बल्कि हमारे - आपके और हमारे रिश्तों के लिए भी जरूरी हैं। ये न सिर्फ जिंदगी के गुर सिखाते हैं बल्कि बल्कि परिवार में प्यार भी बढ़ाते हैं, बता रही
ठीक नहीं बार-बार एंटीबायोटिक खाना
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता उन सवालों का जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार गाइनेकोलॉजिस्ट देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं,
भीतर से ठंडक का अहसास
तेज गर्मी के मौसम में गले को तरावट देना और शरीर का तापमान नियंत्रित रखना किसी चुनौती से कम नहीं। कुछ समर ड्रिंक्स इस काम में आपकी मदद करेंगे, रेसिपी बता रही हैं
प्रिंट्स से परहेज क्यों?
फैशनेबल दिखने के लिए सिर्फ स्टाइलिश कपड़े पहनना ही जरूरी नहीं। आकर्षक प्रिंट वाले कपड़े पहनकर भी आप ट्रेंडी दिख सकती हैं। इन दिनों कौन-कौन से प्रिंट हैं ट्रेंड में, बता रही हैं
धीरे-धीरे होगा दूर यह शर्मीलापने
कुछ बच्चे बातूनी होते हैं, तो कुछ शर्मीले। शर्मीला होने में बुराई नहीं। पर, जब बच्चे का यह स्वभाव उनके सामाजिक विकास पर असर डालने लगे, तो दखल जरूरी है। कैसे? बता रही हैं
गर्मी की थाली ठंडक वाली
40-42 तक पहुंचता पारा इस बात के संकेत दे रहा है कि हम अपने शरीर के तापमान को संतुलित रखने की पुरजोर कोशिश करें। मौसम को ध्यान में रखते हुए, कैसी हो गर्मियों में आपकी थाली, बता रही हैं
ताजगी-से भरी, हमेशा
पसीना आना सामान्य है, पर पसीने के कारण शरीर से गंध आना नहीं। कैसे घरेलू नुस्खों की मदद से पसीने की बदबू से पाएं छुटकारा, बता रही हैं
इन्हें भी तो चाहिए आपका वक्त
हर जगह आप डिमांड में हैं, बावजूद इसके आपको हर दिन परिवार के लिए भी वक्त निकालना ही होगा। परिवार के साथ वक्त बिताना क्यों है इतना जरूरी, बता रही हैं
तरल पदार्थों से बढ़ाएं दोस्ती
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता उन सवालों का जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार आहार विशेषज्ञ देंगी आपके सवालों के जवाब हमारी एक्सपर्ट हैं
आलू का अलबेला अंदाज
आलू के बिना हमारा खाना कहां पूरा होता है! अगर एक ही तरीके से आलू खाकर आप बोर हो गई है. तो आइए पकाएं आलू की कुछ नई रेसिपी, बता रही हैं
स्कर्ट से बढ़ाएं अपना स्टाइल
स्कर्ट पहनने का सिर्फ शौक ही आपको स्टाइलिश नहीं बनाएगा। आपको स्कर्ट की स्टाइलिंग का सही तरीका भी मालूम होना चाहिए। कैसे करें अलग-अलग तरह के स्कर्ट की स्टाइलिंग, बता रही हैं
निखरी त्वचा तंदुरुस्त मन
सिर्फ खूबसूरत त्वचा के लिए ही नियमित स्किन केयर जरूरी नहीं है। यह हमारे मन की सेहत के लिए भी जरूरी है। इन दोनों के बीच के कनेक्शन की पड़ताल कर रही हैं
रसोई को भी बनाएं अपने जैसा स्मार्ट
घर का बेहद जरूरी कोना यानी आपकी रसोई, जो कई बार कोने में ही रह जाती है। जरूरत और आवश्यकताओं से महरूम। कुछ छोटे-छोटे बदलावों और सामान को इसका हिस्सा बनाकर कल की रसोई को आधुनिक बनाया जा सकता है। कैसे? बता रही हैं
सोच-समझकर बनाएं दोस्त
दोस्त ना हो तो जिंदगी नीरस हो जाती है। वहीं, सोच-समझकर दोस्त ना चुना जाए तो जिंदगी का रुख ही बदल जाता है। किसी की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाते वक्त किन बातों का रखें ध्यान, ताकि दोस्ती में दुश्मनी का तड़का कभी नहीं लगे, बता रही हैं चित्रा त्रिपाठी
बिन कुछ कहे बिन कुछ सुने
आप कह रही हैं कि आपका मूड बिल्कुल ठीक है, पर साथी झट से पहचान लेता है कि कुछ तो गड़बड़ है। पर, वो ऐसा कैसे जान पाता है? यह संभव होता है, आपके बॉडी लैंग्वेज को पढ़कर। बॉडी लैंग्वेज की भाषा में एक खुशहाल रिश्ते के क्या होते हैं लक्षण, बता रही हैं शाश्वती
जरूर लें विशेषज्ञ की मदद
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता उन सवालों का जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार मनोविशेष देंगी आपके सवालों के जवाब हमारी एक्सपर्ट हैं, डॉ. गगनदीप कौर
आज डोसा हो जाए!
कुछ चीजें खाने के बाद मन तृप्त हो जाता है। डोसा का स्वाद भी कुछ ऐसा ही है। तरह-तरह के डोसा की रेसिपी बता रही हैं अंकिता सिंह
स्थिर होगा चंचल मन भी
बाल मन चंचल होता है, पर समय रहते उसमें ठहराव की आवश्यकता भी पड़ती है। कैसे बढ़ाएं अपने बच्चे की ध्यान केंद्रित करने की क्षमता, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी
खाने का विकल्प नहीं हैं सप्लीमेंट्स
अच्छी सेहत के लिए पोषण जरूरी है। पर, सप्लीमेंट्स प्राकृतिक खानपान की जगह नहीं ले सकते। आंख मूंदकर सप्लीमेंट्स का सेवन करना क्यों नहीं है ठीक, बता रही हैं स्वाति गौड़
खुद बन जाइए अपनी हेयर स्टाइलिस्ट
अपने बालों को तरह-तरह से स्टाइल करवाना आपको पसंद है। पर, बजट अकसर आड़े आ जाता है। कैसा हो, अगर आप खुद से ही अपने बालों की शानदार स्टाइलिंग कर सकें? घर पर पार्लर की तरह हेयरस्टाइलिंग करने के तरीके बता रही हैं स्वाति शर्मा
जिम्मेदार हाथों में बच्चे की जिम्मेदारी
कामकाजी मां होना यानी चौबीसों घंटे दोधारी तलवार पर चलना। तमाम जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाना। इस काम में मददगार साबित होते हैं, डे-केयर सेंटर पर अपने बच्चे को अनजान हाथों में सौंपना आसान तो नहीं होता। कैसे चुनें अच्छा डे-केयर, बता रही हैं