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'तेजाब' ने धक-धक गर्ल को बना दिया हर दिल की धड़कन
अपनी मनमोहक मुस्कान से लाखों लोगों को दीवाना बनाने वाली खूबसूरत अदाकारा माधुरी दीक्षित का जन्म 15 मई, 1967 को महाराष्ट्र में हुआ था।
टॉप गियर में योगी सरकार विरोधी दल में कलह
उत्तर प्रदेश की राजनीति में विपक्ष का सारा दारोमदार समाजवादी पार्टी पर आन पड़ा है। योगी सरकार को सदन में दो तिहाई बहुमत प्राप्त है। तो भी विरोधी दल यानी सपा का यह संख्या बल उसको घेरने के लिए पर्याप्त है। समाजवादी पार्टी अगले चुनावों तक जनता में अपने लिए कितना समर्थन और सम्मान अर्जित कर पाती है, यह सदन और सदन से बाहर उसके प्रदर्शन पर ही निर्भर करेगा। अखिलेश यादव ने इस अवसर को अच्छी तरह पहचाना है। लेकिन जिसे कहते हैं, सिर मुढ़ाते ही ओले पड़ना, समाजवादी पार्टी शक्तिशाली विपक्ष की भूमिका में आने से पहले ही अपने आन्तरिक कलह में घिर गई है।
हाइब्रिड सुरक्षा मॉडल समय की मांग
हाइब्रिड सुरक्षा मॉडल समय की मांग है। निजी क्षेत्र की विभिन्न औद्योगिक और विनिर्माण इकाइयों को प्रभावी सुरक्षा मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार का अर्धसैनिक बल सीआईएसएफ और निजी सुरक्षा एजेंसियां एक साथ मिल कर काम कर सकती हैं। गृह मंत्रालय का मानना है कि सीआईएसएफ जैसे सुरक्षा बल अकेले देशभर में निजी क्षेत्र की विभिन्न औद्योगिक और विनिर्माण इकाइयों को प्रभावी सुरक्षा मुहैया नही उपलब्ध करा सकते। इसी कड़ी में सीआईएसएफ से निजी सुरक्षा एजेंसियों को प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी लेने पर विचार करने को भी कहा गया है।
भीमताल : मशरूम क्रांति का नया पड़ाव
उत्तराखंड के पर्वतीय ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन रोकने के लिए मशरूम की खेती को एक बड़े समाधान के रूप में देखा जा रहा है। इसीलिए नैनीताल के मुख्य विकास अधिकारी डॉ. संदीप तिवारी का कहना है कि गांवों से पलायन रोकने के लिए मशरूम उत्पादन, पॉलीहाउस योजना, बागवानी, मत्स्य पालन समेत अन्य योजनाओं से लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
ट्रेडिशनल मेडिसिंस के क्षेत्र में बजता भारत का डंका
डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, विश्व में अपनी तरह का पहला केन्द्र है, जिसका 19 अप्रैल, 2022 को जामनगर में उद्घाटन किया गया। इस केन्द्र का लक्ष्य पारंपरिक चिकित्सा की क्षमता को तकनीकी प्रगति और साक्ष्य - आधारित अनुसंधान के साथ एकीकृत करना है। जामनगर इसके आधार के रूप में कार्य करेगा और इस नए केंद्र का उद्देश्य विश्व को शामिल करना और उसे लाभान्वित करना है।
चारधाम यात्रा श्रद्धालुओं के आतिथ्य को तैयार धामी सरकार
यात्रियों को देवभूमि में दिल खोलकर स्वागत हो और उन्हें किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो, इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं समय पर दुरस्त करने के निर्देश दिए हैं। यात्रा से जुड़ी सभी तैयारियों पर मुख्यमंत्री स्वयं नजर बनाए हुए हैं। अब तक एक लाख से अधिक यात्री चारधाम यात्रा के लिए अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
मुस्लिम तुष्टीकरण - राज्य सरकारें हिन्दुओं को घोषित कर सकती हैं अल्पसंख्यक
हाल ही में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम 1992 चर्चा में रहा क्योंकि हाल ही में एक याचिका दायर करके केंद्र सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों को दर्जा देने के अधिकार पर चुनौती पेश की गई है और ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि हाल ही में केंद्र सरकार ने इस बात पर विचार करना शुरू किया था कि जिन राज्यों में हिंदुओं की संख्या काफी कम हो गई है वहां पर हिंदुओं को अल्पसंख्यक घोषित कर दिया जाए, इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को 4 सप्ताह का समय देते हुए इस बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा है।
सियासत की नयी तस्वीर गढते धामी उत्तराखंड की राजनीति में नए युग का आगाज
धामी के बहाने सिर्फ भाजपा ही नहीं, उत्तराखंड की सियासी तस्वीर बदलने जा रही है। प्रदेश की राजनीति में भुवन चंद खंडूरी, भगत सिंह कोश्यारी, विजय बहुगुणा, हरीश रावत, हरक सिंह, दिवाकर भट्ट, काशी सिंह ऐरी का युग अब लगभग खत्म सा हो गया है। रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र सिंह रावत, अजय भट्ट, मदन कौशिक, सतपाल महाराज और गणेश जोशी की सियासी पारी भी ढलान पर है। राज्य की सियासत को हर कहीं अब नए नेतृत्व की दरकार है। वैसे भी भाजपा रणनीतिक रूप से तमाम राज्यों में नए नेतृत्व पर फोकस कर ही रही है। इसी क्रम में उत्तराखंड में भी भाजपा का सियासी दौर बदल रहा है।
जीरो टॉलरेंस और सुशासन हमारी प्रतिबद्धता : धामी
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी नई पारी में बदले - बदले से नजर आ रहे हैं।
जम्मू कश्मीर के लिए 20 हजार करोड़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांबा में 3100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनी बनिहाल काजीगुंड सड़क सुरंग का उद्घाटन किया। कुल 8.45 किलोमीटर लंबी यह सुरंग सड़क मार्ग से बनिहाल और काजीगुंड के बीच की दूरी को 16 किलोमीटर कम कर देगी और यात्रा में लगने वाले समय में लगभग डेढ घंटे की कमी ला देगी।
गांधी परिवार का विकल्प है ही कहां!
कांग्रेस के पास बहुत सीमित विकल्प ही उपलब्ध हैं। ऐसे में प्रशांत किशोर की बातों को आत्मसात करना उसके लिए पार्टी के लोग एकदम हितकर मानते हैं। प्रशांत किशोर चुनाव विशेषज्ञ हैं और उन्होंने कांग्रेस के हालातों पर गहराई से अध्ययन कर अपने प्रस्ताव तैयार किए हैं। वे सोनिया गांधी व दूसरे नेताओं के समक्ष इन्हीं प्रस्तावों पर प्रजेंटेशन भी दे चुके हैं। कांग्रेस के साथ दिक्कत यह है कि विभिन्न राज्यों में उसका वोट बैंक उसके पास से तेजी से खिसक रहा है। उत्तर प्रदेश इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। उसे उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में कूल दो सीटें और 3 प्रतिशत से भी कम वोट मिले हैं।
हिजाब विवाद एक खतरनाक सोच
हिजाब का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि यह मानसिकता दर्शाता है कि मुस्लिम मर्दो को अपनीऔरतों, बच्चियों पर विश्वास नहीं है। इसलिए वह कुरान की आड़ में उनपरतरहतरह कीपाबंदियां लगाते रहते हैं औरबड़ीशान के साथयह भी बताते हैं कि हिजाब के बिना मुस्लिम महिलाएं असुरक्षित हो जाएंगी,जो काफीहास्यास्पद है। हिसाबसेबड़ा मुद्दा तोधर्मांतरण का है। जिस तरह से हिंदू लड़कियों को लव जिहादमें फंसाया जाता है, वहन केवल शर्मनाक बल्कि देश के लिए बड़ा खतरा है।
रूस-यूक्रेन की जंग का क्या होगा अंजाम
विवाद के सभी पहलुओं को समझने की जरूरत
राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया सूचना तंत्र की मजबूती
लोक व्यवस्था अथवा कानून और व्यवस्था राज्य सूची का विषय है और वर्तमान में भारत के कुछ राज्य वैचारिक, राजनीतिक, दलगत और अन्य स्तरों पर केंद्र सरकार से खुली प्रतिस्पर्धा करने की मंशा से ग्रस्त दिखाई देते हैं। ऐसे में उन राज्यों में आतंकवादी गतिविधियों, राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की रोकथाम के लिए राज्यों को सुरक्षा के प्रकरण पर सहयोगी संघवाद की भावना से जोडने की जरूरत साफ दिखाई देती है।
पंजाब जीतकर परे देश में उड़ान भरना चाहती है आप
पंजाब में सियासी फेरबदल के कयास तो पहले से थे, लेकिन नतीजों ने बदलाव की नई परिभाषा तय कर दी है। यहां आप ने न सिर्फ बहुमत के आंकड़े को पीछे छोड़ दिया, बल्कि विनिंग सीट्स का ऐसा पहाड़ खड़ा कर दिया कि कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा समेत उसके सहयोगी मिलकर भी आप के लगभग चौथाई हिस्से तक ही पहुंच पा रहे हैं।
धाकड धामी ने घायल होकर भी जीता'गढ़'
उत्तराखंड में पुष्कर सिंहधामी मुख्यमंत्री
दोनों सदनों में हासिल हो जाएगा सरकार को बहुमत!
उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव
देवभूमि में पुष्कर और यूपी में हिट हुए बुलडीनर बाबा
योगी आदित्यनाथ ने निर्णय किया कि वह राज्य की कानून व्यवस्था में सुधार करेंगे। उन्होंने इस कार्य को काफी प्रशंसनीय तरीके से अंजाम दिया। इसके लिए उन्होंने मोदी का अनुसरण करते हुए शक्तियों को अपने कार्यालय में केंद्रित किया। उन्होंने शक्तियों के केंद्रीय करण की जिम्मेदारी खुद उठायी और इसका उत्तरदायित्व भी अपने ऊपर लिया। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि इस वजह से चुनाव में भाजपा के वोट शेयर में वास्तव में काफी इजाफा हुआ है, भले ही उसकी कुल सीटों की संख्या क्यों न कम होगयी है। देखा जाए तो वर्ष 2017 के चुनावों में मोदी मैजिकथा,राम मंदिर का मुद्दा था और योगी आदित्यनाथ का कोई चेहरा नहीं था, लेकिन 2022 के चुनाव में न तो राम मंदिर का मुद्दा था और नही 2017 जैसी मोदी लहर।कुछ नयाथा तो योगी का चेहरा और उनकी कार्य संस्कृति। दरअसल योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री के लिए लोगों नेचुना तो जाहिरसीबात है प्रदेश कीजनता नेयोगी के सत्तासंचालन के तौरतरीकों को सराहा है। राष्ट्रवाद को किसी भी सूरत में प्राथमिकता देने वाली भाजपा को लोगों ने बहुमत से जिताकर यह भी संदेश दिया है कि देश में रहकर देशहित की बातें करने वालों को आगे आने कामौ का मिलेगा।
उसके हिस्से की धूप
कहानी - उसके हिस्से की धूप
अस्तित्व में द्वैत नहीं!
भारतीय दर्शन का जन्म ऋग्वेद के उदय होने के पहले हो गया था। पूर्वज पहले ही जान गये थे कि सृष्टि में दो नहीं है। उपनिषद में ऋषि कहते हैं कि यह ब्रह्म हमारे सामने है। ब्रह्म पीछे है, ब्रह्म दायें है, ब्रह्मा हमारे बायें है, ब्रह्म ऊपर है, ब्रह्म भीतर है। ब्रह्म ही सब कुछ है, हम ब्रह्म ही हैं, फिर दो नहीं रह जाते।
2024 की राह हुई आसान
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पांच वर्षों में कानून व्यवस्था का राज स्थापित किया । वही दंगे, भ्रष्टाचार, परीक्षा में धांधली जैसी बड़ी चुनौतियों से भी निपटा है। कोरोना महामारी के समय भी मुख्यमंत्री योगी का सक्रिय रहना और पूरे प्रदेश का दौरा करना भी इन चुनावों में काम आया है क्योंकि जनता के जहन पर इसका असर मौजूद था। उत्तर प्रदेश का चुनाव परिणाम सही साबित हो गया है कि भाजपा एक मजबूत पार्टी बन चुकी है।
परफेक्ट 10-एजाज पटेल
रेड-बॉल क्रिकेट में एजाज़ ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से लोगों को अपना मुरीद बना लिया लेकिन इसके बावजूद न्यूजीलैंड की टीम में जगह बनाना उनके लिए मुश्किल साबित हुआ।
नव्य एवं भव्य काशी
काशी अब अपने पुराधिपति के नव-प्रांगण के कायाकल्प को लेकर रोमांचित और आह्लादित है और ऐसा हो भी क्यों न, शताब्दियों बाद इस विशाल प्रांगण में सूर्य की किरणें खुलकर अम्खेलियां कर रहीं हैं, स्वर्णिम आभा बिखेर रही है। मंदिर के स्वर्ण शिखर को छूकर विश्वनाथ धाम में निखरती किरणें ऐसा एहसास करा रही हैं मानो इस पावन पर्व पर स्वर्ग से उतरे नक्षत्र और देवी-देवता देवाधिदेव महादेव को नमन कर उनके दरबार में बैठ रहे हों। काशीवासियों का शिवत्व अपने चरम पर है। विश्वनाथ धाम की विशाल प्राचीर से जुड़े प्रवेश द्वार उस युग का आभास कराते हैं जब काशी पर आक्रांताओं की कुदृष्टि नहीं पड़ी थी। आदिकाल से गौरवमयी चिर चैतन्य काशी ने अपने भव्य इतिहास की सीढ़ियों पर पहला कदम रख एक और इतिहास रच दिया है। सर्वव्यापी शिव के धाम के दिव्य स्वरूप ने पीढ़ी-दर-पीढ़ी सुनाई जाने वाली बाबा दरबार की भव्यता को जीवंत कर, मूर्त रूप देकर काशीवासियों के मन की वीणा के तारों को कुछ इस तरह झंकृत किया है कि उससे निकला राग शताब्दियों तक गूंजता रहेगा।
मोदी के मास्टर स्ट्रोक से खेतों की ओर लौटे किसान विपक्ष को किया चारों खाने चित्त
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ी से कुचल दिया गया था और कई किसान इस हिंसा कांड में मारे जा चुके थे, अब तक तकरीबन 700 किसानों की मौत हो चुकी है। किसान आन्दोलन की आड़ में विपक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ा। विपक्षी दलों को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली है उसमें वह अपने पैर कमी भी पीछे नहीं घसीटेंगे। लेकिन मोदी ने मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए एक झटके में विपक्ष का चारों खाने चित्त कर दिया। समझने की बात यह है कि मोदी सरकार द्वारा पारित किये गए तीन कृषि कानून थे क्या और उनमें क्या कहा गया था हालांकि कृषि कानूनों की થે वापसी निश्चित तौर पर आंदोलनकारी किसानों की बड़ी जीत है, जिन्होंने सरकार को बैकफुट पर आने को मजबूर कर दिया।
देवभूमि में जीत का शंखनाद
देश की सियासत में पिछले सात वर्षों से जिस तरह मोदी के नाम का डंका बज रहा है, उत्तराखण्ड में भी लगातार उसकी गूंज सुनाई दे रही है। चुनाव दर चुनाव जीत दर्ज करती आ रही भाजपा के लिए सबसे बड़ी राहत यह है कि मोदी फैक्टर के साथ। युवा धामी कार्ड ने माहौल बदल दिया है और इसकी खलबली कांग्रेस खेमे में साफ देखने को मिल रही है। पार्टी चाह कर भी इसका तोड़ नहीं निकाल पा रही है। नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री का पद संभाला था और तब से उत्तराखण्ड में भी भाजपा अविजित स्थिति में है। वर्ष 2014 में पांचों लोकसभा सीटों पर जीत के साथ इसकी शुरुआत हुई, जबकि वर्ष 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में 70 में से 57 सीटें हासिल कर भाजपा ने कदम आगे बढ़ाए। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में फिर पांचों सीटें भाजपा की झोली में। इन सभी चुनावों में मोदी ही भाजपा का सबसे बड़ा चेहरा रहे। कांग्रेस के लिए यही चिंता का सबसे बड़ा सबब है कि लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव तक उसका मुकाबला हमेशा मोदी से ही होता आया है। इस बार मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस मुख्यमंत्री बदले जाने को बड़ा मुद्दा बनाने में लगी थी। लेकिन, मुख्यमंत्री धामी जिस तरह से काम कर रहे हैं और उनकी कार्यशैली की विरोधी भी तारीफ करने में पीछे नहीं हैं, उससे कांग्रेस की रही सही उम्मीदें भी चकनाचूर हो गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अचानक तीनों कृषि कानून वापस लेने का ऐलान कर डाला। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी तूफानी बैटिंग करते नजर आए। उत्तर प्रदेश से पांच रुपये अधिक गन्ने की कीमत कर दी। यही नहीं अगला कदम देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का उठा दिया। ऐसे में ऐन मौके पर कांग्रेस की पूरी चुनावी रणनीति की हवा निकल गई।
देशी गर्ल, विदेशी प्रोमोशन
फिल्म की दुनिया
चीन का पाकिस्तान को 'तुगरिल' का तोहफा,भारतीय नौसेना भी तैयार
पाकिस्तान और भारतीय नौसेनाओं के बीच बहुत बड़ा अन्तर है। दुनिया भर की सेनाओं की ताकत का विश्लेषण करने वाली ग्लोबल फायर इंडेक्स वेबसाइट के अनुसार भारत के पास वर्तमान में 285 युद्धपोत हैं। कुछ ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत के पास वर्तमान में 17 पनडुब्बियां हैं। इनमें 16 डीजल से और एक परमाणु ऊर्जा द्वारा संचालित है। जबकि पाकिस्तान के पास डीजल से चलने वाली नौ पनडुब्बियां हैं। फ्रिगेट की तुलना की जाये तो भारत को पाकिस्तान पर बढ़त हासिल है। लेकिन, अगर चीन के लिहाज से देखें तो स्थिति काफी अलग है।
सौन्दर्य सृजन कला का मूल कर्म
शरीर इन्द्रिय मन आत्मा के संयोग को आयु कहते हैं। ध्यान देने योग्य बात यह है कि आयु में शरीर और आत्मा दोनों सम्मिलित हैं। मन और इन्द्रिय तो शरीर का भाग है ही लेकिन आत्मा को अधिकांश विद्वान अलग मानते हैं। अजर अमर बताते हैं। चरक संहिता में सबको द्रव्य कहा है। यहाँ 9 द्रव्य कहे गये हैं। पहला आकाश है। दूसरा वायु, तीसरा अग्नि है। चौथा जल, पाँचवा पृथ्वी, छठवां आत्मा है, सातवां मन है, आठवां काल है और नौवां दिशा। आत्मा को महाभारत के गीता वाले अंश में अजर, अमर, अविनाशी कहा गया है।
कबिरा खड़ा बाजार में -बिन खर्ची सब सून
कर्णधार हरियाणा लोक सेवा आयोग के डिप्टी सक्रेटरी, अनिल नागर को स्टेट विजिलेन्स द्वारा 18 नवंबर, 2021 को गिरफ्तार कर नागर तथा उसके सह-आरोपियों से 3.5 करोड़ रुपये की रिश्वत राशि बरामद करने के बाद सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सात दिसम्बर को सेवा से बर्खास्त दिया है। परंतु प्रदेश की विपक्षी पार्टियां केवल डिाटी सेक्रेटरी को बर्खास्त करने भर से संतुा नहीं हैं और गहन जांच की मांग कर रही हैं ताकि अन्य बड़ी मछलियों की संलिप्तता भी उजागर हो सके ।
अलविदा जनरल
जनरल बिपिन रावत कई महत्वपूर्ण रणनीतिक आपरेशन का हिस्सा रहे। बालाकोट में आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद के ठिकानों पर हमला कर उन्हें नष्ट करने के दौरान बतौर थलसेनाध्यक्ष उन्होंने रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। याद हो कि कश्मीर के पुलवामा में एक हमले में केंद्रीय सुरक्षा बल के 40 जवानों की शहादत के बाद भारतीय सैन्य बलों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर बालाकोट में आतंकी कैपों को नेस्तनाबूत किया था। इस आपरेशन के समय जनरल रावत दिल्ली में साउथ ब्लाक के अपने आफिस से कमान संभाल रहे थे। इसके अलावा 2015 में देश की पूर्वोत्तर सीमा से लगे पड़ोसी देश म्यांमार में भी आंतकरोधी आपरेशन में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। उन्हें पूर्वोत्तर में उग्रवाद को नियंत्रित करने के लिए भी जाना जाता है।