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ज्योति बसु- बंगाल के जादूगर
पश्चिम बंगाल में अब तक के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों की सूची पर यदि गौर किया जाए, तो वहां के मुख्यमंत्री रहे ज्योति बसु की शख्सियत एक मिसाल है. उन्होंने वहां की राजनीतिक पिच पर सबसे लंबी पारी खेलने का कीर्तिमान स्थापित किया.
कप्तान की जुगाड़ में भाजपा!
पश्चिम बंगाल में चुनावी पिच तैयार है. फाइनल मैच भाजपा और तृणमूल कांग्रेस की टीमों के बीच ही रखेला जाएगा. तृणमूल कांग्रेस की टीम शुरुआत से ही मजबूत नजर आ रही थी. लेकिन, दिसंबर में हुए बड़े ‘प्लेयर्स ऑक्शन' (दल-बदल) से टीएमसी को काफी नुकसान हुआ था. तृणमूल कांग्रेस के शुभंदु अधिकारी जैसे कई बड़े खिलाड़ी भाजपा की टीम में शामिल हो गए थे.
भारत की दुनिया को कोविड वैक्सीन की सौगात
कोरोना काल का एक वर्ष
साज़िश का सच
हाल ही में किसान आंदोलन में टूलकिट चर्चा में आई. दिल्ली पुलिस का दावा है कि इस टूलकिट के जरिये विदशी ताकतें भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने के साथ ही देश का माहौल खराब करना चाहती हैं. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब उभरते हुए भारत को नुकसान पहुंचाने के लिए विदेशी ताकतें सक्रिय हों, इससे पहले भी कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं.
अमेठी-वायनाड के बीच फंसे राहुल
जब छाछ फूंक कर पीने की आदत पड़ जाती है तो क्या होता है केरल में राहुल गांधी का कार्यक्रम मिसाल है. पुदुचेरी में दूध के जले राहुल गांझी को मलप्पुरम में इंडिपेंडेंट ट्रांसलेटर की मदद लेनी पड़ी क्योंकि कांग्रेस नेताओं की हरकतें अब उनको समझ में आने लगी हैं ऐसा लगता है वी. नारायणसामी का ट्रांसलेशन सुनने के बाद राहुल गांधी को पहली बार लगा है कि कांग्रेस नेता कैसे अपने स्वार्थ के लिए उनकी आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर सहमति-असहमति का खेल
दिल्ली पुलिस ने पर्यावरण कार्यकर्ता 21 वर्षीय दिशा रवि को बेंगलुरू से 13 फरवरी को गिरफ्तार किया. पुलिस ने उनके खिलाफ राजद्रोह और हिंसा के लिए लोगों को उकसाने के आरोप लगाए हैं. इसके लिए गूगल डॉक्यूमेंट टूलकिट के इस्तेमाल का आरोप है.
क्यों हैं डराने वाले महाराष्ट्र के नये हालात
कोरोना वायरस के महाराष्ट्र में नए मामलों की तेजी से बढ़ती रफ्तार डराने वाले और निराशजनक हैं . जब सारे देश में पहले की तुलना में कोरोना संक्रमित लोगों के मामले घट रहे हैं, तब देश के अति महत्वपूर्ण राज्य महाराष्ट्र में तेजी से नए केस सामने आना गंभीर नकारात्मक संकेतों की तरफ इशारा कर रहा है.
उत्तराखड त्रासंदी: कुदरत का कहर
तो क्या चमोली में जो कुछ हुआ वह जलवायु परिवर्तन का नतीजा है या बेहद विकसित और साधन संपन्न होती दुनिया के लिए अभी भी चेत जाने की दस्तक?
तिरंगे का अपमान यानी देश का अपमान
गणतंत्र आंदोलनकारी जमात का भी है. उसे संवैधानिक अधिकार हैं, लिहाजा धरने-प्रदर्शन और मोदी सरकार को गालियां देने के सिलसिले जारी हैं. बेशक यह अधिकारों का अवैध अतिक्रमण है और एक सशक्त, परिपक्व गणतंत्र को बदनाम करने की मंशा है.
आम बजट 2021-22 -अर्थव्यवस्था को ऑक्सीजन
केन्द्र सरकार के मौजूदा कार्यकाल का तीसरा बजट कोरोना महामारी के बीच देश का पहला आम बजट था, जो बतौर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का तीसरा बजट था. कुल 3483236 करोड़ रुपये के वर्चे का यह बजट ऐसे समय में पेश किया गया, जब देश की आजादी के बाद भारत पहली बार आधिकारिक तौर पर आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है. 2021-22 का यह बजट 1952 के बाद सबसे खराब अर्थव्यवस्था की छाया में पहला बजट था. सरकार और उसके सहयोगियों द्वारा जहां इस बजट को जनता के लिए फायदेमंद बताया गया है, वहीं विपक्ष ने इसे देश को गुमराह करने वाला बजट करार दिया है. बजट में सरकार द्वारा 'आत्मनिर्भर भारत पर फोकस करने के अलावा मानव पूंजी, नवजीवन संचार, स्वास्थ्य और कल्याण, इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने की दिशा में काम, आकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास, इनोवेशन और अनुसंधान एवं विकास को प्राथमिकता दी गई है.
एयरोस्पेस क्षेत्र में भारत का बढ़ता दबदबा
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में 3 से 5 फरवरी तक चली एशिया की सबसे बड़ी एयरो-स्पेस और डिफेंस प्रदर्शनी 'एयरो इंडिया-2021' के 13वें संस्करण में भारतीय वायुसेना ने पूरी दुनिया को अपना दमखम दिखाया.
चाय गरम
पश्चिम बंगाल में चुनावी महाभारत के लिए रणक्षेत्र सजने लगा है. एक पक्ष के वार का जवाब दूसरा पक्ष ऐन-केन-प्रकारेण दे रहा है. इस चुनावी महासमर के पूर्व माहौल तिक्ष्ण हो चला है. न केवल राजनीतिक दल एक दूसरे के पक्ष-विपक्ष बने हैं बल्कि घर-परिवार में अलग-अलग दल के प्रति निष्ठा रखने वालों के बीच भी यह तिक्ष्णता देखने को मिल रही है. हालांकि यह कोई नई परिपाटी नहीं है. पश्चिम बंगाल में ऐसा होता आया है. भाजपा इस बार पूरे आक्रामक रुरव लेकर मैदान में उतर रही है तो तृणमूल कांग्रेस अपना किला बचाने के लिए हर उस कमजोर मोर्चे को मजबूत करने में लगी है ताकि विपक्ष सेंध ना लगा पाए. बावजूद इसके हाल ही में तृणमूल कांग्रेस के असंतुष्ट शुभेंदु अधिकारी भारतीय जनता पार्टी की ओर गए तो अगले ही दिन तृणमूल ने भाजपा सांसद सौमित्र रवान की पत्नी को तोड़ लिया. अभी यह सिलसिला थमा भी नहीं था कि तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता दिनेश त्रिवेदी ने भी पार्टी से नाता तोड़ लिया. इस तरह की तोड़फोड़ की कोशिशे दोनों ओर से हैं और दोनों पक्ष ही एक दूसरे पर भारी पड़ने की क्रिया में संलग्न हैं.
जरा याद करों कुर्बानी
14 फरवरी 2019 ने देश को झकझोर कर रख दिया था. इस आतंकी घटना को दो साल पूरे हो रहे हैं, इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
नीतीश कुमार जब दिन ढल जाए
भाजपा और जद-यू के बीच बढ़ती खाई को देखकर राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी प्रसाद यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं को 2021 में ही मध्यावधि चुनाव के लिए कमर कसने का आह्वान तक कर दिया है, तो पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा है कि उनकी पार्टी के नेता नीतीश के महागठबंधन में वापसी पर विचार कर सकते हैं, बशर्ते मुख्यमंत्री भाजपा का साथ छोड़ने को तैयार हों. उनका कहना है कि भाजपा के सामने नीतीश की नहीं चलती.राज्य कांग्रेस के नेताओं ने भी कुछ इसी तरह के सुर अलापे हैं.
गणतंत्र पुराण का किसान कांड...
राइट टू प्रोटेस्ट के नाम पर जिस तरह किसान ने देश की राजधानी दिल्ली में उग्र प्रदर्शन किया और लाल किले पर नियम कानूनों की धज्जियां उड़ाई उससे संविधान और लोकतंत्र दोनों ही बुरी तरह से शमिर्दा हुए हैं.
ममता ने खोल दिए अपने पत्ते!
14 साल बाद ममता बनर्जी को आखिरकारनंदीग्राम से ही फिरसे उम्मीद जगी है.2007 के नंदीग्रामसंग्राम के बाद ममता बनर्जी राजकाज की दुनियादारी में फंस गयी थीं. अब फिर से ममता बनर्जी ने जड़ों का रुख किया है इसलिए निराश होने की जरूरत नहीं लगती.
राम मंदिर और देशरत्न डॉ.राजेन्द्र प्रसाद की धर्मनिरपेक्षता पर सवाल
दशकों की कानूनी लड़ाई के बाद अंततः सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ कर दिया . अब वहां पर भव्य श्री राम मंदिर बनेगा. इसी क्रम में राम जन्मभूमि मंदिर न्यास ने मंदिर के निर्माण के लिए सबसे सहयोग राशि मांगी है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मांगी थी. राष्ट्रपति जी ने मदिर निर्माण के लिए पहला दान दिया. उन्होंने इसके लिए 5,01,000 (पांच लाख एक) रुपए का दान दिया और इस अभियान की सफलता के लिए अपनी व्यक्तिगत शुभकामनाएं भी दी.
हटने लगा पश्चिम बंगाल में भाजपा के सीएम पद के चेहरे से परदा
बीजेपी के मुख्यमंत्री को लेकर अमित शाह ने अब तक सिर्फ इतना ही बताया है कि सत्ता में आने पर जो भी मुख्यमंत्री होगा वो बंगाल की मिट्टी से ही होगा. वैसे चेहरा घोषित न किये जाने की सूरत में बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही चुनाव लड़ती आयी है.
मुंबई जाकर जरूर देखें उन योद्धाओं की प्रतिमा
आप मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से मरीन ड्राइव होते हुए ब्रांद्रा और जुहू की तरफ बढ़ते हैं. तब शुरू में ही, आप सड़क के बायीं तरफ एक धड़ प्रतिमा को देखते हैं. हालांकि पता नहीं चलता कि यह किस शख्स की है. हां, इतना समझ आ जाता है कि उस प्रतिमा में जिस इंसान को दिखाया गया है वह कोई पुलिसकर्मी ही रहा होगा.
सोशल मीडिया के जाल में उलझाती दुनियां
पिछले दिनों व्हाट्सएप्प उपयोग करने के दौरान अचानक आपके स्मार्टफोन की स्क्रीन पर एक पॉप अप सन्देश मिला होगा जिसमे व्हाट्सएप्प की नयी प्राइवेसी पॉलिसी का जिक्र किया गया था।
कोरोना से कई गुना ज्यादा खतरनाक है बर्ड फ्लू
एच5एन1 वायरस हजारों किलोमीटर उड़कर प्रजनन के लिए आने-जाने वाले प्रवासी पक्षियों के जरिये भी एक देश से दूसरे देश में फैलता है. यदि इनमें से एक भी पक्षी बर्ड फ्लू से संक्रमित है तो वह दूसरे देश में पहुंचकर वहां अन्य पक्षियों में संक्रमण फैला देता है, जिसके बाद यह संक्रमण पोल्ट्री फार्म और फिर इंसानों तक भी पहुंच जाता है. इस वायरस के साथ बड़ी परेशानी यह है कि इसका वायरस हवा से फैलता है और साथ ही तेजी से म्यूटेशन भी करता है. कई बार देवा गया है कि जब पक्षी हवा में उड़ते हुए भी मल-मूत्र का त्याग करते हैं, तब भी यह वायरस फैलता है. संक्रमित पक्षियों के सम्पर्क में आने वाले जानवर और इंसान इस वायरस से आसानी से संक्रमित हो जाते हैं.
कोरोना वैक्सीन व विपक्ष की राजनीति
सन् 2020 की सबसे बड़ी त्रासदी यह रही है कि कोरोना ने इसे एक ऐसे साल में बदल दिया जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता. एक अदना से वायरस ने पूरी दुनिया को एकाएक पंगु बना दिया.
राहुल गांधी और कैप्टन अमरिंदर में फिर टकराव
किसान आंदोलन से मुसीबत तो केंद्र की मोदी सरकार की बढ़ी हुई है, लेकिन उससे भी कहीं ज्यादा परेशान पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह हैं.
किसान आंदोलन- नकली या हठधर्मी सरकार
कोई चालीस दिनों से देश के एक कोने में चल रहे आंदोलन, कड़कती ठंड के बीच भी किसानों, महिलाओं और बच्चों की मौजूदगी, अश्रु गैस के गोले और पानी की बौछारें, हरेक दिन हो रही एक-दो मौतें और इतने सब के बावजूद सरकार की अपने ही नागरिकों की बात नहीं मानने की हठधर्मी और अहंकारी-आत्मविश्वास के पीछे कारण क्या हो सकते हैं?
...राष्ट्रवादी भावनाओं की है जरुरत
भारत एक परिसंघात्मक शासन व्यवस्था वाला देश है.भारतीय संविधान के अनुच्छेद 1(1) में व्याख्या किया गया है कि भारत अर्थात् इंडिया, राज्यों का संघ होगा. जैसा कि प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर ने प्रमुखता से स्पष्ट किया था कि संविधान की संरचना परिसंघात्मक ही है. लेकिन परिसंघ (यूनियन) से अभिप्राय यह है कि सभी राज्य इकाईयों का वह सम्मिलित रूप जिसमें किसी राज्य को स्वयं अलग होने की कोई अनुमति नहीं होती है.
फ़तवाबाज़ ट्रंप
यह वाकई सनक भरी गतिविधि थी, जब अमेरिकी संसद की इमारत कैपिटल हिल पर हिंसक भीड़ ने हमला कर दिया. यह हमला किसी इमारत पर नहीं बल्कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र पर था.
मोबाइल-टीवी सिग्नल बढ़ाने में मददगार होगा सीएमएस-01
इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) द्वारा एक बार फिर अंतरिक्ष में सफलता का नया इतिहास रचा गया है. भारत द्वारा 17 दिसम्बर को चेन्नई से 120 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र के दूसरे लांच पैड से पीएसएलवी सी50 रॉकेट के जरिये अपना 42वां संचार उपग्रह 'सीएमएस-01' सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया.
किसानों को क्यों परहेज है जामिया से
जामिया में विगत कुछ वर्षों से असामाजिक और उपद्रवी तत्व रहने लगे हैं. ये बात-बात पर आंदोलन ही करते हैं.आपको याद होगा कि पिछले साल जामिया में इजराईल को लेकर आंदोलन किया गया.दरअसल जामिया में एक कार्यक्रम में इजराईल को पार्टनर बनाए जाने के विरोध में कुछ छात्र नाहक ही हड़ताल करने लगे थे. इनका कहना था कि इजराईल फिलीस्तान में मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है. यह उनकी व्यक्तिगत राय तो हो सकती है, पर इसका कहां से यह मतलब हुआ कि वे एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय को बंदूक की नोक पर अपनी राय मनवाने के लिए आंदोलन करें.
कृषि कानूनों को समझें
देश के किसानों की स्थिति में सुधार करने के उद्देश्य से लाए गए तीनों कानूनों का विरोध दिन-प्रतिदिन अपनी गति पकड़ता जा रहा है, लेकिन गौर करने की बात है कि आज जनमानस को इन कानूनों की अच्छी समझ न होना, उन्हें विरोध की ओर अग्रसारित करता जा रहा है. कृषि कानूनों में पहला, 'कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, 2020' है.
बांग्ला राष्ट्रवाद बनाम हिंदू राष्ट्रवाद
वैसे भी दिल्ली के तापमान और बंगाल के तापमान में हमेशा ही अंतर रहा है, सूबे के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बंगाल का पारा चढ़ा है और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे के बाद बंगाली सियासत में गर्मी थोड़ी और बढ़ी है. पश्चिम बंगाल के वर्तमान राजनीतिक हालात को खंगालती यह रिपोर्ट....