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जातीय व्यवस्था से लडिए मनुष्य से नहीं
गुरु गृह गये पढ़न रघुराई, अल्पकाल विद्या सब पाई. यह दोहा अपने आपमें बेहद ही प्रासंगिक है और गूढ़ अर्थ को समाहित किए हुए है, लेकिन वर्तमान दौर में पठन-पाठन को लेकर परिस्थियां बदल गई हैं.
'आप' को ऑपरेशन लोटस का डर
गुजरात के लोगों ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय राजनीतिक दल के लायक जरूर बना दिया है, लेकिन अब वहीं एक बुरी खबर भी आयी है - एमसीडी चुनाव में बीजेपी को पछाड़ देने के बाद से ही अरविंद केजरीवाल को ऑपरेशन लोटस का डर सताने लगा था. दिल्ली में तो वैसा कुछ नहीं हुआ है, लेकिन गुजरात में उसकी एक तो झलक देखने को मिल ही गयी है.
विधानसभा चुनाव नतीजे संदेश साफ #गुजरात
गुजरात में अमित शाह ने बीजेपी की न सिर्फ एकतरफा जीत सुनिश्चित करायी है, देखा जाये तो 2017 की भी भरपाई कर ली है - और ये सब मुमकिन हुआ है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो, रैलियों और गुजरात के लोगों से उनके जुड़ाव की बदौलत.
सौर ऊर्जा से संवारेगी बांग्लादेशी महिलाओं की जिंदगी
बांग्लादेश की शेफाली खातून जब पति से अलग हुईं, तो उनकी सबसे बड़ी चिंता थी कि वह अपने छोटे बेटे को कैसे संभालेंगी और बिना नौकरी के अपने घर के खर्चे कैसे चलायेंगी. फिर उन्होंने बांग्लादेश में ग्रीन एनर्जी पर काम के बारे में सुना. इसमें महिलाओं को सौर ऊर्जा तंत्र बनाना और ठीक करना सिखाया जाता है.
भारत में नारी-हत्या, अभी तो आंकड़े तक सही नहीं हैं
12 नवंबर को खबर आई कि दिल्ली में रहने वाली एक महिला का कथित तौर पर उसके लिव-इन पार्टनर ने बेरहमी से कत्ल कर दिया.
फीफा कप का होता इस्लामीकरण
जैसे घनघोर कट्टरवादी कठमुल्ले को विशेष अतिथि के रूप में फीफा वर्ल्ड कप 2022 में बुलाकर कतर ने यह साबित कर दिया है कि उसके इरादे नेक तो कत्तई नहीं है. ज़ाकिर नाईक के ख़िलाफ़ भारत में वारंट जारी है. हमेशा टाई सूट पहनने वाले जाकिर नाईक पर सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने के गंभीर अभियोग हैं. भारत सरकार इस अभियोगों के आधार पर मलेशिया सरकार से ज़ाकिर नाईक को प्रत्यार्पित करने की लगातार मांग कर रही है. पर मलेशिया की सरकार धूर्त नाईक को किसी न किसी बहाने बचाती फिर रही है.
राजस्थान कांग्रेस में नहीं थम रहा घमासान
राजस्थान कांग्रेस में मचा घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. पिछले 25 सितंबर को जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक का पार्टी विधायकों द्वारा बहिष्कार करने की घटना के बाद राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर पहुंच गई हैं. पार्टी के नेता एक-दूसरे के खिलाफ खुलकर बयान बाजी कर रहे हैं. पार्टी में अनुशासन नाम मात्र का भी नहीं बचा है. कांग्रेस आलाकमान के निर्देशों के उपरांत भी नेता एक दूसरे की टांग खिंचाई कर मनमाने बयान दे रहे हैं. इससे आम जन में कांग्रेस की नकारात्मक छवि बन रही है.
जी-20: अब भारत करेगा दुनिया का नेतृत्व
भारत को जी-20 देशों के समूह की सांकेतिक रूप से अध्यक्षता आगामी 16 नवंबर को ही मिल जाएगी जब इंडोनेशिया के शहर बाली में चल रहा जी-20 शिखर सम्मेलन समाप्त होगा. हां, भारत विधिवत रूप से जी-20 की अध्यक्षता अगले माह 1 दिसंबर से संभालेगा.
अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में साकार होता लोकल फॉर चोकल का सपना
अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला इस मायने में महत्वपूर्ण हो जाता है कि इस साल देश में आजादी का अमृत महोत्सव भी मनाया जा रहा है.
सरना धर्म की मान्यता के लिए जोर पकड़ता आंदोलन
ढोल-नगाड़ों के साथ अनुष्ठान की शुरुआत हुई, जिनकी ध्वनि पूरे गांव में सुनी जा रही थी.
तेजी से बढ़ती आबादी के खतरे भी बड़े
यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड (यूएनएफपीए) के मुताबिक दुनिया की आबादी आठ अरब हो गई है, जिसे सात से आठ अरब होने में केवल 12 वर्ष का समय लगा है जबकि दुनिया की आबादी को 1 से 2 अरब होने में 100 साल से भी ज्यादा लगे थे.
अल्पसंख्यकवाद से मुक्ति पर विचार किया जाना चाहिए !
भारत एक विशाल देश है. यहां विभिन्न समुदाय के लोग निवास करते हैं. उनकी भिन्न-भिन्न संस्कृतियां हैं, परन्तु सबकी नागरिकता एक ही है. सब भारतीय हैं.
पश्चिम बंगाल में गंगा आरती I क्या योगी आदित्यनाथ की राह पर ममता बनर्जी ?
अगर वाराणसी की बात करें तो वाराणसी में सबसे पहले गंगा आरती की शुरुआत साल 1991 में दशाश्वमेध घाट पर हुई थी, पंडित सतेंद्र मिश्र मुंडन महाराज के नेतृत्व में इसकी शुरुआत हुई थी, पहले यह आरती देव दीपावली और गंगा दशहरा पर होती थी.
गुजरात का आदिवासी वोटर किसकी ज्यादा सुनने वाला है मोदी, केजरीवाल या कांग्रेस की ?
गुजरात चुनाव में आदिवासी वोटर को लुभाने का सिलसिला तो काफी पहले से चल रहा है, अब तो रेस ज्यादा ही तेज हो चली है. 90 के दशक से पहले आदिवासी वोटर पर सिर्फ कांग्रेस का असर हुआ करता था, लेकिन फिर बीजेपी ने सेंध लगा दी और अब ये काम करने की कोशिश दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कर रहे हैं.
मुस्लिम उम्मीदवारों को मिले टिकटों से समझिए गुजरात की राजनीति
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा ने 24 सालों से चली आ रही अपनी परंपरा को निभाते हुए किसी भी मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया है. वहीं, कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव की तरह ही इस बार भी सिर्फ 6 मुस्लिम उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है. और, गुजरात में त्रिकोणीय संघर्ष होने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी ने अभी तक 176 उम्मीदवारों का ऐलान किया है. जिसमें से महज दो ही मुस्लिम समुदाय से आते हैं.
रेवड़ी नहीं रेवड़ा बांटने पर उतारू हैं केजरीवाल
‘आम आदमी पार्टी की सरकार हर गुजराती को 30000 रुपये प्रति महीने की सौगात देगी.' ये कहना है आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का. वैसे, राघव चड्ढा ने केवल इतना ही नहीं कहा है. जैसे कोई कंपनी सैलरी स्लिप में अपने यहां काम करने वाले कर्मचारी को उसकी तनख्वाब का ब्रेक-अप (किस मद में कितने रुपये मिलेंगे) बताती है. उसी तरह राघव चड्ढा ने भी इन 30000 रुपयों का पूरा ब्रेक-अप बताया है.
समान नागरिक संहिता का चुनावी वादा भाजपा के निशाने पर केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल जिस तरह कदम कदम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चैलेंज कर रहे हैं, लगता है कांग्रेस मुक्त भारत का बीजेपी का मिशन पूरा होने को है. तभी तो बीजेपी की चुनावी रणनीति कांग्रेस को छोड़ कर केजरीवाल को ही घेरने पर फोकस है.
क्यों इतनी छंटनी कर रही हैं टेक कंपनियां ?
प्रज्ञा कपूर दिल्ली में एक कंपनी में काम करती हैं.
हार्ट डिजीज युवा भी इसकी चपेट से बच नहीं पा रहे
हार्ट की बीमारी आज तेजी से फैलने वाली सबसे बड़ी जान मारक बीमारी हो गई है. पहले बुजुर्गों को की यह बिमारी होती थी लेकिन अब इसकी चपेट में 13 फीसदी युवा में आने लगे हैं दुनिया में बीमारी से होने वाली मौतों में सबसे बड़ा कारण हार्ट डिजीज है.
मनी लॉन्ड्रिंग केस में जैकलीन फर्नांडीज को मिली बड़ी राहत
200 करोड़ के ठगी केस में जैकलीन को राहत ज़रूर मिल गई है लेकिन वह कोर्ट के आदेश पर ही विदेश जा सकेंगी.
इमरान पर हमला पाक अराजकता की तरफ
इमरान खान पर जानलेवा हमले के बाद पाकिस्तान में अराजकता और अव्यवस्था के और व्यापक स्तर पर फैलने की आशंका है. इमरान पर हुये हमले से पहले ही जनता सड़कों पर आ गई थी. अवाम का अपने मौजूदा कर्णधारों पर कोई यकीन नहीं हो पा रहा है. यह सबको पता है कि इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार को सेना के जनरलों द्वारा जोड़-तोड़ करके हटवाया गया था. इसके बावजूद इमरान खान की तहरीके इंसाफ पार्टी (पीटीआई) की पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रदेश में सरकारें हैं. यानी इमरान खान की हैसियत कोई छोटी नहीं है. उनकी राजनीति ईमानदारी पर भी कोई शक नहीं कर सकता. इस मोर्चे पर उनका अभी तक का जीवन बेदाग सा ही रहा है.
जेजे ईरानी में दिखाई देता था जेआरडी टाटा का अक्स
जेजे ईरानी एक अरसा पहले टाटा स्टील के मैनेजिंग डायरेक्टर पद से मुक्त होने के बाद खबरों की दुनिया से कमोबेश गायब से थे. पर उनके हाल ही में हुये निधन के बाद उन्हें जिस तरह से याद किया जा रहा है, उससे साफ है कि वे असाधारण कोरपोरेट हस्ती थे. 'स्टीलमैन ऑफ इंडिया' के नाम से मशहूर : जेजे ईरानी को झारखंड, बिहार और स्टील की दुनिया से जुड़े हर शख्स का खास सम्मान मिलता रहा. पुणे में जन्मे जेजे ईरानी ने अपनी जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा जमशेदपुर में गुजारा. एक इंटरव्यू में अपनी इच्छा जाहिर करते हुए उन्होंने कहा था कि जिस शहर में पूरी जिंदगी काम किया, आखिरी सांस भी उसी शहर में लेना चाहते हैं. ईश्वर ने उनकी यह इच्छा पूरी की.
राष्ट्रीय स्मारक क्यों नहीं बन पाया मानगढ़ धाम?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नवंबर को राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में स्थित आदिवासियों के सबसे बड़े तीर्थस्थल मानगढ़ धाम की यात्रा की थी. प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से इस क्षेत्र को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किए जाने की आस जगी थी. मगर प्रधानमंत्री द्वारा उस संबंध में कोई घोषणा नहीं किए जाने के कारण लोगों में निराशा व्याप्त हो रही है. प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री से मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाने की मांग भी की थी.
मोरबी घटना का गुनहगार कौन?
सत्ता के गलियारों में एक बार फिर मानवता चकनाचूर हो रही है. पक्ष और विपक्ष की लड़ाइयों के बीच 143 लोगों की जाने कराह रही है और देश के लोग सोशल मीडिया पर अपने - अपने पार्टी को बचाने के लिए नंगा नाच कर रहे हैं. विपक्ष इसलिए उतावला है क्योंकि इस हादसे के साथ गुजरात मॉडल की पोल खुल गई है, हालांकि गुजरात मॉडल तो अब पूरा देश देख चुका है और उसका परिणाम आपके सामने है.
साजिश या शरारत? उदयपुर-अहमदाबाद ट्रैक के ओडा ब्रिज को उड़ाने की साजिश नाकाम
रेलवे प्रशासन ग्रामीणों से नाराज, कतिपय तत्वों द्वारा सुरंग की लाइट तक निकाल ले जाने का आरोप घटनास्थल पर मौजूद रेलवे प्रशासन के कुछ कर्मचारी ग्रामीणों से नाराजगी जाहिर करते दिखे, रेलवे कर्मचारियों के अनुसार ओडा ब्रिज के पास रेल सुरंगों से आसपास क्षेत्र के कतिपय लोग ट्यूब लाइट निकाल ले गए. उधर ग्रामीणों का कहना था कि कोई अगर अनैतिक कार्य करता है तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई करें.
मैनपुरी के मैदान में डिंपल नहीं अखिलेश की राजनीति दांव पर
देर से ही सही, डिंपल यादव को आखिरकार चुनाव मैदान में उतार ही दिया गया. अब ये दुरुस्त भी है या नहीं, ये जानने के लिए चुनाव नतीजों का इंतजार तो करना ही पड़ेगा. डिंपल यादव की चुनावी राजनीति की शुरुआत ऐसी ही परिस्थितियों में हुई थी, लेकिन पहला अनुभव बहुत बुरा रहा और अखिलेश यादव के लिए वो किसी सदमे से कम नहीं था.
समझनी होगी बेशकीमती पानी की महत्ता
पिछले सप्ताह देश में जल सप्ताह का आयोजन किया गया, जिसमें जल संरक्षण, जल के उपयोग एवं जल स्रोतों को संरक्षित करने के विषय पर चर्चा के लिए विभिन्न देशों के दो हजार से भी ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हुए.
राष्ट्रप्रेम की सीख देती है राष्ट्रीय प्रतिज्ञा
भारतभूमि एक सांस्कृतिक राष्ट्र है. यहां राष्ट्रवाद की भावना हर व्यक्ति की अभिव्यक्ति में देखने को मिल जाती है. एक राष्ट्र के रूप में हमारा देश काफी समृद्ध और गौरवांवित कराने वाला है. भारत एक संवैधानिक देश है. जहां हर धर्म के लोग रहते हैं और हमारे संविधान की प्रस्तावना की शुरुआत ही हम भारत के लोग से होती है. देश में राष्ट्रवाद की अलख जगाने और राष्ट्र के प्रति समर्पित रहने के लिए कई गीत रचे गए हैं. जिनका वाचन अक्सर राष्ट्रीय पर्वो पर किया जाता है, लेकिन देश में एक राष्ट्रीय प्रतिज्ञा भी लोगों द्वारा अपनाई गई है. जो हमें राष्ट्र के प्रति समर्पित होने और देश की विविधता से रूबरू कराने का काम करती है.
भाजपा- वाममोर्चा गठबंधन...महज संयोग या प्रयोग
अगर राष्ट्रीय स्तर पर या किसी भी प्रदेश में भाजपा - वामपंथी मोर्चा के गठबंधन की बात हो तो सहसा किसी को यकीन नहीं होगा, सैद्धांतिक स्तर में दो धुर विरोधी खेमा एक दूसरे के साथ कैसे आ सकते हैं?, लेकिन कहते है न प्यार और जंग में सब जायज है और सत्ता के गलियारे में कुछ भी असंभव नहीं होता है. ऐसा ही पश्चिम बंगाल के समवाय समिति के चुनाव में हुआ है.
गुजरात चुनाव केजरीवाल का कांफिडेंस लेबल हाई
आम आदमी पार्टी (आप) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस का मजाक उड़ाते हुए कहा कि किसी ने भी देश की सबसे पुरानी पार्टी को गंभीरता से नहीं लिया. गुजरात चुनावों पर अपना पक्ष रखते हुए केजरीवाल का कॉन्फिडेंस लेवल क्या है इसका अंदाजा उनकी उस बात से भी लगाया जा सकता है जिसमें उन्होंने ये तक कह दिया है कि गुजरात में अगर कांग्रेस 5 सीट भी ले आई तो ये बहुत बड़ी बात होगी. केजरीवाल ने कहा है कि गुजरात में इस साल के अंत में चुनाव होने हैं.