शादियों का होने लगा है फिल्मीकरण
Sarita|March Second 2024
रुपहले परदे पर जिस तरह शादी के दौरान माहौल बनाया जाता है, अब उस की नकल आम लोग करने लगे हैं. वैडिंग फोटोग्राफी के बदलाव की वजह से अब न्यू कपल्स भी सितारों की तरह जमीन पर उतरते दिख रहे हैं.
गरिमा
शादियों का होने लगा है फिल्मीकरण

आजकल की शादियां असल में शादी नहीं बल्कि ड्रामे में तबदील होती जा रही हैं. फिल्मी अंदाज में कुछ नया करने के चक्कर में कई बार बड़ा नुकसान तक उठाना पड़ जाता है. कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था. उस वीडियो में दुलहन को एक क्रेन के जरिए वरमाला के लिए लाया जा रहा था. यह नजारा देख कर पहले सब खुश हुए लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में ऐसा मोड़ आया कि अचानक सब की चीख निकल पड़ी.

हुआ यों कि जब दुलहन को एक पालकीनुमा स्टैंड पर खड़ा कर के क्रेन के जरिए वरमाला के लिए लाया जा रहा था तो अचानक वह पालकी क्रेन के हुक से खुल कर करीब दोमंजिला मकान जितनी ऊंचाई से नीचे आ गिरी है. सब दुलहन को उठाने के लिए दौड़े.

दिसंबर 2021 की एक घटना में भी ऐसा ही कुछ हुआ. रायपुर में धूमधाम से एक शादी समारोह चल रहा था. अपनी एंट्री को फिल्मी अंदाज देने के लिए दूल्हादुलहन क्रेन से नीचे आए और अचानक सब के होश उड़ गए. दरअसल क्रेन के टूटने के कारण झूले से दूल्हादुलहन अचानक नीचे गिर पड़े. पास से देख रहे बराती भी उन्हें बचाने भागे. बाद में दूल्हादुलहन को बचा लिया गया मगर उन्हें चोट आई. यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था.

सरकारी आंकड़े बताते हैं कि भारत में हर साल लगभग 1 करोड़ शादियां होती हैं जो दुनिया में सब से ज्यादा हैं. शादी विवाह उद्योग देश में चौथी सब से बड़ी इंडस्ट्री है. भारत में शादी समारोह पर हर साल करीब 11 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं. सीएआईटी की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में 23 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच देश में 38 लाख शादियां हुईं.

जब भारतीय शादियों की बात आती है। तो हम सभी जानते हैं कि चीजें कितनी मनोरंजक हो सकती हैं. भारतीय शादी बहुत एंजौय की जाती है, भले ही शादी हमारी हो या हमारे किसी रिश्तेदार या परिचित की. शादी का खाना, गानाबजाना, मिलनामिलाना, शरारतें करना, किसी का बन जाने के सपने देखना, डांसगाना. मेहंदी, डीजे, मस्ती और फिर फोटोग्राफी सबकुछ होता है.

This story is from the March Second 2024 edition of Sarita.

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