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श्रीकृष्ण से मांगें वरदान
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की कथा से हम सभी भली-भांति परिचित हैं। लेकिन इस शुभ अवसर पर वास्तु के अनुसार ऐसा क्या करें, जिससे हमारे घर की ऊर्जा पूरे वर्ष सकारात्मक बनी रहे और हमें श्रीकृष्ण का वरदान प्राप्त हो?
छोटी गलती, बड़ा असर
बार-बार मजाक में टोकने, तंज कसने या फिर गलत उपमा देकर बात करने से बच्चों पर गहरा असर पड़ता है। कई बच्चे डरे-सहमे रहने लगते हैं।
सुस्त थे रास्ते मंजिल करीब ले आईं
किसी की पढ़ाई में गरीबी रुकावट बनी तो मदद की। किसी को पढ़ाई तो दूर, भोजन तक मुश्किल था तो पढ़ाने के साथसाथ खाने का भी प्रबंध किया। किसी के मातापिता नहीं चाहते थे तो उन्हें मनाया। ये असल जिंदगी की कहानियां हैं, जिनको हमारे और आपके. बीच रहने वाली शिक्षिकाओं ने बुना है।
थायरॉइड में कौन-से आसन?
महिलाओं में थायरॉइड विकार काफी आम होता जा रहा है। लेकिन नियमित योगाभ्यास और ध्यान से इसको पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।
धीरे-धीरे सपने को किया साकार
सिर्फ नौ साल की थीं वह, जब मां हमेशा के लिए उन्हें छोड़कर चली गईं।
मंत्र के साथ राखी का बंधन
रक्षा बंधन पर आमतौर पर बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधते समय मंत्र का उच्चारण नहीं करती हैं। लेकिन विधान कहता है कि मंत्र बोलते हुए राखी बांधनी चाहिए।
रिश्तों के साथ प्रकृति का ख्याल
रक्षा बंधन को ग्रीन-क्लीन ढंग से मनाया जा रहा है। अब महिलाएं रिश्तों के साथ प्रकृति का ख्याल रखते हुए घर पर ही अपने हाथों से राखियां बना रही हैं।
खुशियों का नया संसार
जीवन संध्या में सुरक्षा की जरूरत होती है। अपनी उम्र के लोगों का साथ चाहिए होता है। और सबसे बढ़कर सुकून की तलाश होती है। शहरों में ऐसी टाउनशिप आकार लेने लगी हैं, जहां बुजुर्गों की ये सारी जरूरतें पूरी होती हैं।
बिल्कुल असली की तरह
इमीटेशन ज्वेलरी बिल्कुल असली गहनों की तरह दिखती है। इसमें अलग-अलग आभूषण भी मौजूद हैं और आप चाहें तो पूरा सेट पहनकर भी खास लुक पा सकती हैं।
अपने लिए कब खाना बनाया आपने?
घर और बाहर की जिम्मेदारियां निभाते हुए अक्सर महिलाएं अपनी सेहत को नजरअंदाज करती हैं। अकेली हैं तो घर पर खाना बनाने से बचती हैं। कई बार थकान भी इसकी वजह होती है। लेकिन हर रोज की यह लापरवाही सेहत को बिगाड़ सकती है। बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं को ज्यादा पोषण की जरूरत होती है।
घर पर खिलाएं कमल
आमतौर पर घर में गुलाब, गुड़हल, चंपा, चमेली जैसे फूल उगाए जाते हैं, लेकिन दिल्ली की गृहिणी निशा सेन ने घर की छत पर कमल उगाया है।
अपराध को छुपाना ही बड़े अपराधों की जड़
हम अक्सर किसी अपने के छोटे अपराधों पर परदा डालते हैं। लेकिन क्या उसके छोटे अपराध को छुपाना उसे बड़े अपराध के लिए प्रेरित नहीं करता है?
ये दोस्ती 'दवा' नहीं है!
कहते हैं, सच्चा दोस्त हर मर्ज की दवा होता है, लेकिन दवा भी अगर सीमा से ज्यादा ली जाए तो जहर बन जाती है। जानकार इसे 'टॉक्सिक दोस्ती' कहते हैं।
कैसे सिखाएं घुलना-मिलना
आत्मसम्मान के लिए सामाजिक संबंध जरूरी हैं, लेकिन नए लोगों से घुलना-मिलना और बातचीत करना बच्चे के लिए काफी कठिन होता है। ऐसे में आप क्या करती हैं ?
गंदा हो जाता है गैस चूल्हा
रख-रखाव - गैस चूल्हा रोज बार-बार इस्तेमाल होता है। उस पर तमाम चीजें गिरती हैं। ऐसे में आप उसे साफ करने के लिए क्या करती हैं?
बड़े काम के किफायती उपकरण
जीवन को आसान बनाने के लिए आप कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खरीदना चाहती हैं। फिर रुक जाती हैं कि वे महंगे होंगे। लेकिन आप कम बजट में भी अपने काम के उपकरण खरीद सकती हैं।
बरसात में लॉन्ग ड्राइव
लॉन्ग ड्राइव हमेशा ही थोड़ी मुश्किल भरी होती है और अगर आप बरसात के मौसम में लॉन्ग ड्राइव पर जा रही हैं, तब तो आपको अतिरिक्त सावधानियां बरतनी होंगी।
तीज के सोलह श्रृंगार
उत्सव चाहे कोई भी हो, शृंगार जरूरी है। महिलाओं के लिए सोलह शृंगार को सोलह प्रकार के सुख माना गया है। कहा जाता है कि तीज के पर्व पर जो स्त्री सोलह शृंगार कर गृहलक्ष्मी का रूप धारण करती है, उसके परिवार में हर तरह की सुख-समृद्धि आती है।
प्रेग्नेंसी के समय चिंता क्यों?
गर्भावस्था के दौरान और उसके बाद अक्सर महिलाओं को मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती हैं। यह चिंता या अवसाद उनके साथ-साथ बच्चे पर भी बुरा असर डालता है।
खिड़की दरवाजे हैं जाम
बारिश के मौसम में कई बार खिड़की-दरवाजे जाम हो जाते हैं और उनको खोलना बंद करना काफी मुश्किल भरा काम होता है।
अचार है मजेदार
आपने अचार तो खूब खाया होगा। यह आपको पसंद भी बहुत होगा। लेकिन क्या आप इसके इतिहास के बारे में जानती हैं?
यही तो मौसम है 'री-पॉटिंग' का
छोटे से बड़े गमले या गमले से जमीन में पौधों को शिफ्ट करना अक्सर मुश्किल भरा होता है, क्योंकि कई बार पौधे सूख जाते हैं। लेकिन मौसम बरसात का हो, तो फिर कोई दिक्कत नहीं।
दिल में एक ही राग 'तिरंगा'
दिल में एक उमंग की तरह आता है 15 अगस्त। कुछ कहानी बीते दिनों की, कुछ आज की और कुछ आने वाले कल की। लेकिन हर साल आने के बाद भी, हर बार क्यों नया-सा हो जाता है - 15 अगस्त।
इसे आप गंभीरता से लें!
स्कूल या कॉलेज में अक्सर बच्चे बुलिंग का शिकार हो जाते हैं। यह बुलिंग शारीरिक, मौखिक या साइबर हो सकती है।
कॉलेज में पहले कदम पर पहनने की उलझन
आप यूनिवर्सिटी कैंपस में दाखिला लेने जा रही हैं। दिमाग में कई तरह के विचार हैं। कॅरिअर पर तो फोकस करना ही है, लेकिन फैशन ट्रेंड्स के हिसाब से खुद को तैयार भी करना है। जानकार कहते हैं कि ड्रेसअप से ही आपको आत्मविश्वास मिलता है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि सही ड्रेसअप है क्या?
सुबह-सुबह क्या सही, क्या गलत
अगर आप सुबह की सैर पर जी हैं तो आपको यह जानना जरूरी है कि मॉर्निंग वॉक का सही तरीका क्या है?
लाइक-कमेंट से ऊपर है सच्ची दोस्ती
असली दोस्ती, विश्वास और गहरे जुड़ाव पर आधारित होती है। सोशल मीडिया फ्रेंडशिप आमतौर पर लाइक और कमेंट पर टिकी होती है।
कहां निवेश कर रही हैं आप
महिलाएं छोटी-छोटी बचत करके ही भविष्य की योजनाएं बनाती हैं। ऐसे में उन्हें यह जानना जरूरी है कि अपनी बचत को किस तरह के निवेश में लगाना चाहिए?
प्री-मैच्योर बेबी के लिए मां का दूध
शिशु के लिए मां के दूध से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। प्री-मैच्योर शिशुओं को हर दो से तीन घंटे में तब तक दूध पिलाया जाता है, जब तक उनका वजन ढाई किलो नहीं हो जाता।
पानी में फिर से पानी
बरसात के मौसम में बगीचे या गमलों में भरपूर पानी भरा रहता है। ऐसे में पौधों को पानी देने से नमी बढ़ जाती है, जिससे कई बार पौधे मर जाते हैं।